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कपल्स में अदला बदली करके चुदाई

Kamvasna

एक ज़माने में हम तीन पक्के दोस्त थे; मैं आकाश मेरा एक दोस्त अरुण और दूसरा दोस्त आनंद।

यह वाइफ एक्सचेंज कहानी हम तीनों दोस्तों की है.

हम तीनों एक ही कॉलेज में पढ़ते थे और एक साथ पढ़ते थे, बड़ी गहरी दोस्ती थी हम तीनों की।

कुछ ऐसा संयोग हुआ कि हम तीनों की नौकरी दिल्ली में लग गयी और हम लोग एक कॉलोनी में एक एक फ्लैट में रहने लगे।

हम लोग रोज़ शाम को मिलते, दारू पीते और खूब एन्जॉय करते।ज़िन्दगी अच्छी तरह गुज़रने लगी।

फिर एक एक करके हम तीनों की शादी भी हो गयी।

मेरी शादी रेखा नाम की लड़की से हो गयी.अरुण की शिल्पा से और आनंद की नेहा से!

हम लोग अपनी अपनी बीवी के साथ अपने अपने फ्लैट में रहने लगे और एक दूसरे के घर आने जाने लगे।हमारी बीवियां भी आपस में मिलने जुलने लगी, उनकी भी आपस में वही दोस्ती हो गयी जो हम लोगों के बीच में थी।तो हमारी नजदीकियां और बढ़ने लगीं.

मैंने यह देखा कि ये तीनों बीवियां जब भी मिलतीं हैं तो खूब हंस हंस कर बातें करती हैं।बातें क्या होतीं हैं … यह तो पता नहीं … पर होतीं जरूर मजेदार हैं यह बात उनके चेहरे से मालूम हो जाती थी।

एक दिन रात में मैं पूरा नंगा अपनी बीवी रेखा के साथ लेटा था और वह भी नंगी थी।वह बड़े प्यार से मेरा लण्ड सहला रही थी और मैं उसका नंगा बदन।हम दोनों वासना में डूबे थे।

मैंने पूछा- यार रेखा, ये बताओ कि तुम तीनों बीवियां आपस में कौन सी बातें किया करती हो?वह बोली- क्यों क्या हो गया? हम लोग तो बस ऐसे ही हंसी मजाक किया करतीं हैं।

“नहीं नहीं खुल कर बताओ न मुझे?”“क्यों बताऊँ? तुम लोग जब बातें करते हो तो क्या हमें बताते हो?”

“कुछ तो बताओ यार? किसके बारे में बातें करती हो और क्या बातें करती हो?”“हमारी बातें बड़ी गुप्त होतीं हैं किसी को बताई नहीं जाती!”

“अच्छा तो क्या तुम लोग लण्ड चूत चूत की भी बातें करती हो?”“ये तो सब छोटी छोटी बातें हैं, इससे भी आगे करती हैं।”

“अच्छा तो मैं तुम्हें बताता हूँ कि मुझे शिल्पा भाभी और नेहा भाभी बहुत अच्छी लगतीं हैं।”“इसमें भी कोई खास बात नहीं है। हर मर्द को परायी बीवी अच्छी लगती है और हर बीवी को पराया मर्द अच्छा लगता है।”

“तो इसका मतलब तुमको अरुण और आनंद अच्छे लगते हैं?”“हां हां … बिल्कुल अच्छे लगते हैं।”

“तो तुम उन दोनों के लण्ड पकड़ोगी?”“तुम पकड़ने दोगे तो पकड़ लूंगी।”

“उन दोनों से चुदवा भी लोगी?”“तुम कहोगे तो चुदवा भी लूंगी.”

“मेरे कहने पर चुदवा लोगी या तुम अपने मन से चुदवाना चाहोगी?”“चुदवाना तो चाहती हूँ पर बिना तुम्हारी अनुमति के नहीं चुदवा सकती।”

“अच्छा अगर मैं उन दोनों की बीवियां चोदूँ तो तुम मुझे चोदने दोगी?”“क्यों नहीं चोदने दूँगी? बिल्कुल चोदने दूँगी। जब कोई तुम्हारी बीवी चोदेगा तो तुम भी उसकी बीवी चोदो; मैं मना नहीं करूंगी। अपनी बीवी चुदाओ तो उनकी बीवी चोदो।”

“वादा खिलाफी तो नहीं करोगी? मैं तेरे सामने ही उनकी बीवियां चोदूंगा।”नहीं करूंगी वादा खिलाफी … पर मैं भी तेरे सामने उन लोगों से चुदवाऊंगी।”“ठीक है।”

अगले दिन मैंने अरुण और आनंद से बात की और उनको बताया- यार मेरी बीवी तो ‘वाइफ स्वैपिंग’ के लिए एकदम तैयार है। तुम अपनी वाली से पूछ कर देखो!अरुण ने कहा- मेरी बीवी तो पहले से ही राज़ी है. मेरी बात होती है उससे इस टॉपिक पे!

और आनन्द ने बताया- यार, मेरी बीवी तो ख़ुशी ख़ुशी तैयार हो गयी। वह तो शायद खुद ही यह बात मुझसे कहना चाहती थी।

दरअसल दो दिन पहले जब हम तीनों आपस में बैठ कर दारू पी रहे थे तो ख्याल आया कि क्यों न हम लोग ‘वाइफ स्वैपिंग’ करें और एन्जॉय करें?सबने हां कह दी पर सवाल यह था कि क्या हमारी बीवियां तैयार होंगी?

जब हमने अपनी अपनी बीवी से बात की तो मालूम हुआ कि वो भी पतियों की अदला बदली करना चाहती है।अब तो वाइफ एक्सचेंज Xxx में मज़ा ही मज़ा आएगा।बस अगले दिन मैंने अपने घर में ही एक डिनर पार्टी रख ली।

मैंने जब यह बात अपनी बीवी रेखा को बताई तो वह ख़ुशी के मारे उछल पड़ी और फ़टाफ़ट सारा इंतज़ाम करने लगी।

उसने कहा- डिनर का आर्डर तुम कर देना और ड्रिंक्स का इंतज़ाम मैं कर लूंगी. और सुनो चुदाई का भी सारा इंतज़ाम कर लूंगी मैं! कल तुम मेरे सामने दोनों बीवियों की चूत का बाजा खूब बजाना।मैंने कहा- और तुम भी कल उन दोनों के लण्ड अपनी चूत में डाल कर भून डालना।वह बोली- वो तो मैं करूंगी ही! उनके लण्ड भुने हुए बैगन की तरह निकालूंगी मैं अपनी चूत से! तुम देखते रहना।

अगले दिन अरुण अपनी बीवी शिल्पा के साथ और आनंद अपनी बीवी नेहा के साथ आ गए।

शिल्पा भाभी ने साड़ी पहनी थी और उसके नीचे एक छोटी सी ब्रा जिसके अंदर से उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ बाहर निकलने के लिए बेताब हो रही थीं।

नेहा भाभी ने जींस और टॉप पहना था, ब्रा तो थी ही नहीं। टॉप का गला इतना गहरा था कि एक बटन खुल जाए तो चूचियाँ पूरी नंगी हो जायेंगी।उसकी भी चूचियाँ बड़ी भी थी और सुडौल भी। जींस उसकी बहुत ही लो वेस्ट की थी अगर एक बटन खुल जाए तो चूत की झांटें दिखाई पड़ने लगेंगी। उसकी गांड बड़ी मस्त लग रही थी।

फिर मेरी बीवी ने ड्रिंक्स चालू कर दी और हम सब लोग दारू पीने लगे और एक दूसरे की बीवी ललचायी नज़रों से देखने लगे।

हमारी बीवियां भी एक दूसरे के पति को ललचायी नज़रों से निहारने लगीं, उनकी टांगों के बीच का उभार देखने लगीं।एक दूसरे के पति के लण्ड के साइज का आईडिया लगाने लगीं।

नशा चढ़ने लगा तो बातें भी ज्यादा खुल कर होने लगीं, अश्लील होने लगीं और बीच बीच में प्यार से गालियां भी निकलने लगीं।जोश बढ़ने लगा और उत्तेजना भी बढ़ने लगी।

दूसरा पैग चालू हो गया।

फिर मैंने कहा- शिल्पा भाभी, आप कोई नॉन वेज चुटकुला सुनाइये।सबने जोर डाला तो वह बोली- अच्छा सुनाती हूँ।

उसने कहा:एक बार एक औरत डॉक्टर के पास गयी और बोली- डॉक्टर साहेब, मेरे पति का लण्ड बहुत लंबा है, कलेजे तक आ जाता है।डॉक्टर बोला- तो क्या लण्ड काट कर छोटा कर दूँ?वह औरत बोली- नहीं डॉक्टर साहेब, लण्ड नहीं कटवाना है, मेरा कलेजा थोड़ा ऊपर कर दो।

सबने खूब तालियां बजाईं।

फिर नेहा भाभी बड़े प्यार से बोली:कांटों का तो नाम ही बदनाम है यार …पर हकीकत यह है की चुभता तो लण्ड भी है।

सबने खूब एन्जॉय किया और तालियां बजाई।

फिर मेरी बीवी रेखा ने भी सुनाया:

एक बार दो लण्ड बात कर रहे थे।पहला- चलो आज मैं तुम्हें एक फिल्म दिखाता हूँ।दूसरा- अरे यार ब्लू फिल्म मत दिखाना?पहला- क्यों?दूसरा- मुझे खड़े खड़े देखनी पड़ेगी।

सब लोग खूब ठहाका लगा कर हंस पड़े।

अब किसी को भी किसी से कोई शर्म नहीं रही।

मेरी बीवी उठी और अरुण के गले में बांहें डाल दी और उसके गाल चूमकर बोली- हाय मेरे राजा, तुम मुझे बड़े अच्छे लगते हो।वह भी मेरी बीवी के बदन पर हाथ फेरने लगा।

अरुण की बीवी शिल्पा आनंद से चिपक गयी और दोनों एक दूसरे के बदन को सहलाने लगे।

आनंद की बीवी नेहा मुझसे लिपट गयी और मेरा लण्ड टटोलने लगी, बोली- तेरा लण्ड भोसड़ी का बड़ा मोटा लग रहा है यार आकाश!मैं उसकी चूचियाँ दबाने लगा।

फिर धीरे धीरे सबके कपड़े उतरने लगे; नंगे बदन सबके दिखाई पड़ने लगे।

बस 5 मिनट तीनों बीवियां मादरचोद एकदम नंगी हो गयीं और और तीनों मर्द भी बहनचोद नंगे हो गए।

तीन तीन पैग शराब का नशा ये सब बड़ी मस्ती से करवा रहा था।किसी को न कोई झिझक, न कोई डर, न कोई संकोच … सब कुछ बिंदास अपने आप ही होने लगा।

मेरी बीवी ने फर्श पर ही चुदाई का सारा इंतज़ाम किया था।गद्दे मसनद लगे थे, चादरें बिछीं थीं, नैपकीन रखे थे, कंडोम काफी मात्रा के रखे थे।

बाकी सारा इंतज़ाम था.यहाँ तक कि झांटें बनाने का भी प्रबंध था।लेकिन इत्तिफाक से किसी की झांटें थीं ही नहीं।तीनों लण्ड एकदम चिकने थे और चूत भी नेहा भाभी की एकदम चिकनी थी।

मेरी बीवी और शिल्पा भाभी की चूत पर छोटी छोटी झांटें थीं जो बहुत ही सेक्सी लग रहीं थीं।

सब लोग गोला बनाकर कर बैठे थे।फिर सब लेट कर मज़ा लेने लगे।

नेहा भाभी मेरा लण्ड चाटने लगी और मैं शिल्पा भाभी की चूत चाटने लगा,शिल्पा भाभी आनंद का लण्ड चाटने लगी और आनंद मेरी बीवी रेखा की चूत चाटने लगा.मेरी बीवी अरुण का लण्ड चाटने लगी और अरुण नेहा की चूत चाटने लगा।

इस तरह सबको डबल मज़ा मिलने लगा।हर एक बीवी एक पराये मरद का लण्ड चाटने लगी और दूसरे पराये मरद से अपनी चूत चटवाने लगी।

इसी तरह हर एक मर्द एक परायी बीवी से लण्ड चटवाने लगा और दूसरी परायी बीवी की फुद्दी चाटने लगा।

इतनी मस्ती तो बस वाइफ स्वैपिंग के खेल में आ सकता है … और कहीं नहीं।

मेरी बीवी बोली- यार शिल्पा, तेरे पति अरुण का लण्ड तो बड़ा मोटा और सख्त है यार! ये बहनचोद आज ही मेरी चूत का भोसड़ा बना देगा। और देखो न नेहा का पति कितनी मस्त से मेरी चूत चाट रहा है। चाट क्या अपनी जबान से चोद रहा है मेरी चूत। आज वह सब सच हो रहा है जो मैं सोचा करती थी।

शिल्पा बोली- हां यार, मुझे भी नेहा के पति का लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है। पराये मरद का लण्ड तो मजेदार होता ही है। आज मैं पहली बार अपने पति के आगे किसी और के पति का लण्ड चूस रही हूँ। मैं सच में बड़ी खुश हूँ बड़ा मज़ा आ रहा है मेरी चूत किसी और का मरद चाट रहा है। वाह क्या बात है … कितनी अय्याशी हो रही है आज!

नेहा बोली- आज तो वाकई बड़ा मज़ा आ रहा है. दो दो पराये मर्दों को नंगा देख रही हूँ, उनके लण्ड देख रही हूँ, उनके लण्ड चाट रही हूँ, उनसे अपनी चूत चटवा रही हूँ। और क्या चाहिए एक चूतचोदी बीवी को? आज मैं बिल्कुल रंडी बनकर इन दोनों लण्ड का मज़ा लूंगी।

इन सब बातों से माहौल में और ज्यादा गर्मी हो गयी।

मैंने आनंद की बीवी नेहा की चूत में पेल दिया और चोदने लगा.आनंद अरुण की बीवी चोदने लगा और अरुण मेरी बीवी चोदने लगा।

हम तीनों बड़ी दूसरे की बीवी चोदने लगे और मज़ा लूटने लगे।दूसरे की बीवी चोदने कितना मज़ा आता है, इसका अनुभव आज हम सबको हो रहा था।

अरुण बोला- यार आकाश, अपनी बीवी के सामने किसी और की बीवी चोदना कितना मजेदार होता है।आनंद बोला- हां बात तेरी सही है। मुझे तो जितना मज़ा दूसरे की बीवी चोदने में आ रहा है उतना ही मज़ा अपनी बीवी किसी और से चुदवाने में आ रहा है। मैं आज पहली बार अपनी बीवी को किसी और से चुदते हुए देख रहा हूँ और मुझे अच्छा लग रहा है.

इस तरह हम तीनों खूब मस्ती से दूसरे की बीवी की चूत का बाजा बजने लगे।

दूसरी पारी में मैंने अरुण की बीवी चोदी, अरुण ने आनंद की बीवी चोदी और आनंद ने मेरी बीवी चोदी।

दूसरे दिन जब सब लोग चले गए तो मेरी बीवी ने कहा- देखो जी, अब मुझे पराये मरद से चुदवाने का चस्का लग गया है। मुझे पराये मरद का लण्ड अच्छा लगने लगा है। अब तो मैं पराये मर्दों से ही चुदवाऊंगी इसलिए अब और भी कपल ढूंढो जो हमारे साथ बीवियों की अदला बदली कर सकें।

मैंने कहा- हां यार, मुझे भी थोड़ा थोड़ा चस्का लग गया है दूसरे की बीवी चोदने का। अब तो मैं अपनी बीवी चुदाने में भी कोई झिझक नहीं करूंगा।वह बोली- मैं भी तुम्हें दूसरे की बीवियां चोदने दूँगी।

कहते हैं न कि जहाँ चाह है वहां राह है।हमें दो कपल एक ही हफ्ते में मिल गए।

पहला पवन और उसकी बीवी प्रेमा और दूसरा सूरज और उसकी बीवी सीमा।दोनों कपल की उम्र हमारी उम्र के बराबर ही थी।

पहले मैंने पवन की बीवी चोदी और पवन ने मेरी बीवी चोदी।हम दोनों रात भर एक दूसरे की बीवी चोदते रहे।

दूसरे हफ्ते में मैंने सूरज की बीवी सूरज के सामने चोदी और सूरज ने मेरे सामने मेरी बीवी चोदी।खूब एन्जॉय किया हम सबने!

फिर हमारा एक बड़ा सा वाइफ एक्सचेंज ग्रुप बन गया।आज हमारे पास 8 / 10 कपल हैं और हम हर शनिवार और इतवार को एक ही जगह आमने सामने एक दूसरे की बीवियां चोदते हैं।हमारी बीवियां भी एक दूसरे के पतियों से चुदवातीं हैं और खूब मज़ा लूटतीं हैं।

वाइफ एक्सचेंज कहानी में आपको खूब मजा आया होगा. कमेंट्स में बताएं. mastanaa742021@gmail.com

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