मेरा नाम अमित है. मैंने कामवासना के पटल पर बहुत सी कहानियां पढ़ी हैं.
मेरे पापा दक्षिण भारत के शहर में जॉब करते हैं और वे 6 महीने में एक बार घर आते हैं.
मेरी मोम की उम्र 41 साल है और वह गृहिणी हैं.वे गोरी हैं, थोड़ी मोटी हैं पर अच्छी दिखती हैं. उनके बूब्स भी काफी बड़े बड़े हैं और वे साड़ी पहनती हैं.
मेरी दो बहनें हैं.पहली सायली 21 साल की है और संध्या 19 साल की है.
वे दोनों पढ़ाई करती हैं.दोनों की गांड बहुत बड़ी है और उनके बूब्स जरा सा ही चलने पर बहुत हिलते हैं.
एक रात को अचानक से मेरी नींद खुली.मुझे प्यास लगी थी तो मैं पानी पीने के लिए बाहर निकला.
उस वक्त मुझे मॉम कमरे से कुछ आवाजें आती सुनाई दे रही थीं.उनके कमरे की खिड़की खुली थी.
मैंने अन्दर झांक कर देखा तो देखता ही रह गया.मॉम ने अपनी नाइटी पूरी ऊपर कर रखी थी, वे अपनी चूत में उंगली कर रही थीं.
वे अपनी आंखें बंद करके उंगली चला रही थीं और बुदबुदा रही थीं- आह कोई तो ये आग बुझा दे … आह 6 महीने में एक बार में क्या होता है?
वह दृश्य देखते ही मैं हिल गया और हड़बड़ाहट में पास रखी टेबल पर सजा हुआ पॉट गिर गया.मैं घबरा गया और अपने कमरे में भाग आया.
मॉम भी उस आवाज से एकदम से डर गयी थीं कि कौन है.वे बाहर देखने निकलीं और देखते देखते मेरे कमरे में आ गईं.
मैं आंख बंद करके सोने का ड्रामा कर रहा था.वे मुझे सोता देख कर हल्के स्वर में बोल रही थीं- ये तो सो रहा है, तो आवाज किस की आयी?
फिर वे अचानक से मेरे एकदम पास आकर देखने लगीं कि मैं सच में सो रहा हूँ या नहीं!उन्होंने मुझे हिला कर चैक किया और वापस चली गईं.
उनके जाने के बाद मैंने सबसे पहले आंखें खोलीं और कुछ देर आस पास देखा.
जब पाया कि सब कुछ सामान्य है तो मैंने कामवासना साइट खोली और उस पर मॉम सन की चुदाई की कहानी निकाल कर उसे पढ़ना शुरू किया.
दो-तीन कहानियां पढ़कर मैंने अपने लंड को सहलाया तो जल्द ही मेरे लौड़े से पानी निकल गया.वीर्य निकल जाने से मेरी हालत खराब हो गई और मैं सो गया.
जब मैं सुबह उठा तो बाहर आया.मॉम मुझे देख कर बोलीं- पहले नहा लो.
थोड़ी देर बाद मॉम मेरे पास आईं और बोलीं- नहीं नहाया?
मैंने मॉम की ओर देखा.उनके गाल और दूध बहुत मस्त लग रहे थे.
मैंने कहा- पानी डाल दो.मॉम बाथरूम में मुझे पानी डाल रही थीं.मैं भी पीछे पीछे घुस गया.
मॉम बार बार ऊपर नीचे हो रही थीं, तो मुझे समझ आया कि इसी तरह बैठे रहने से उनके दूध दिखने लगेंगे.फिर उनकी गांड मेरी तरफ हो गई.
उनकी गांड देखते हुए मैं सोचता रहा था कि मॉम को पीछे से चोदूँगा.मैं अभी यह सब सोच ही रहा था कि वे खड़ी हो गईं और बाहर चली गईं.
लंड सहलाते हुए मैं सोचने लगा- ओह यार, आज तो मॉम बहुत मस्त माल लग रही थीं. थोड़ी देर और रुक जातीं, तो पकड़ ही लेता.मैं मॉम को फिर से बाथरूम में बुलाना चाहता था.
तो मैं बोला- मॉम, मेरे कपड़े तो ला दो!मॉम- लाती हूँ.
वे थोड़ी देर में आईं और कपड़े देकर चली गईं.मैंने दरवाजा बंद किया और कपड़े खोल कर मोबाईल पर सेक्स स्टोरी पढ़ने लगा.
मॉम को चोदने की मैंने कई सेक्स कहानियां पढ़ीं.मुझे मज़ा आ रहा था.
फिर मैंने मॉम को याद करते हुए मुठ मारी.मुझे सच में बहुत मज़ा आया.
मैं नहा के वापस कमरे में आ गया.सारे दिन मॉम मेरी आंखों के सामने ही घूम रही थीं.
मैं मॉम को ही देख रहा था.मॉम फ़र्श पर पौंछा लगाना शुरू कर चुकी थीं.वे खूब झुक झुक कर फर्श को साफ कर रही थीं.
जब वे जोर से हाथ घुमातीं तो उनके मम्मों के एकदम खुल कर दीदार होने लगे.मुझे अब अपनी ही मॉम को चोदने के लिए मूड बनता जा रहा था.
मैं मॉम के दूध देख देख कर पागल हो गया था.अब मैं समझ गया था कि अगर चूत चाहिए तो मॉम ही बेहतर आइटम रहेंगी.
रात को मॉम सोई हुई थीं, तब उन्हें देख कर जी कर रहा था कि आज उन्हें पकड़ कर चोद ही दूं.
बहनें अपने कमरे में टीवी देख रही थीं.मॉम को अकेली सोती देख कर मजा आ रहा था.
मैं सोच रहा था कि अगर बहनें सो जाएं तो मॉम को चोदने का चांस बन जाएगा.
कुछ देर बाद मैंने हिम्मत करके मॉम के कंधे पर हाथ रखा, वे सो गई थीं.अंधेरे की वजह से कुछ दिख नहीं रहा था.कुछ देर बाद मैं भी मॉम के पास ही सो गया.
मैंने सोचा था कि रात को मॉम को जब गहरी नींद आ जाएगी तो मैं उनके दूध दबा लूंगा.यही सब सोचते हुए मैं सो गया.
रात को मैं मॉम के पास सो गया था, पर कुछ नहीं कर पाया था.मेरी नींद भी गहरी लग गई थी.
सुबह मैं जरा देर से उठा क्योंकि कल शाम को दो बार मुठ मारी थी तो थकान ज्यादा आ गई थी.
सुबह मॉम मेरे लिए चाय ले आईं.वे चाय देकर मेरे सामने बैठ गयी.
मॉम को सामने देख कर लंड खड़ा होने लगा.
मैंने चाय पी ली और मोबाईल पर चैट करने लगा.
मॉम के दूध मस्त दिख रहे थे.सुबह सुबह से उनके मम्मों की दरार एकदम स्पष्ट दिख रही थी और वे भी लापरवाही से अपने मम्मों की झांकी दिखाने में कोई परहेज नहीं कर रही थीं.
मैं मोबाईल में आंखें गड़ाए होने का नाटक करते हुए मॉम के दूध ही देख रहा था.अब मैं सोच रहा था कि कब मॉम नहाने जाएं और उनकी नहाते हुए में फिल्म बनाऊं.
करीब 11 बजे मॉम नहाने जाने वाली थीं, मैं उनके जाने से पहले बाथरूम के अन्दर चला गया.
सामने वाली दीवार पर लगे हैंगर पर मैंने अपनी शर्ट और पैंट टांग दी और फोन का कैमरा सैट पर दिया.फोन और शर्ट दोनों एक ही रंग के थे तो कोई भी आसनी से फोन को नहीं पकड़ सकता था.
थोड़ी देर में मॉम अन्दर चली गईं.मैं दरवाजे के पास खड़ा रहा.
थोड़ी देर बाद पानी की आवाज आने लगी तो मैं समझ गया कि मॉम नहाने लगी हैं.
मॉम करीब आधे घंटे बाद बाहर आ गईं.मैं बस अपने फोन को लेना चाहता था.
उनके बाहर निकलते ही मैंने झट से अन्दर जाकर अपना फोन लिया और अपने कमरे में चला गया.सबसे पहले मैंने वीडियो को सेव किया.
मैंने वीडियो को चालू किया तो देखा कि मॉम बाथरूम में घुस गईं और उन्होंने गेट बंद कर लिया.मॉम ने साड़ी ब्लाउज पेटीकोट खोल दिया. वे पैंटी और ब्रा में मस्त लग रही थीं.
आज फोन सामने वाली दीवार पर होने के कारण मॉम की पूरी बॉडी मस्त दिख रही थी.मॉम ने अब ब्रा खोली और दूध पर हाथ फेरा, फिर पैंटी भी खोल दी और मॉम ने चूत पर भी हाथ फेरा.
अब वे नहाने लगीं.मॉम को नंगी देख कर बहुत मजा आ रहा था.उनके नग्न दूध और चूत देख कर मेरा लौड़ा खड़ा हो गया.
आह … मॉम तो बहुत हॉट हैं … कितनी गोरी हैं.इन्हें चोद कर तो मजा आ जाएगा.आह मॉम के दूध भी खूब मस्त हैं … आआह साली के ऊपर चढ़ कर चूत चोदूंगा .. ओह यार …बस यही कहते हुए मैं झड़ गया.
मैंने आगे देखा कि मॉम ने अपने अंगों में साबुन को लगाना शुरू कर दिया था.वे अपने दूध और कांख को खूब धो रही थीं.
थोड़ी देर मलने के बाद वे पानी से नहा ली.
उसके बाद उन्होंने अपने दोनों दूध दबाए, अपनी आंख बंद कर ली और चूत पर हाथ फेरने लगीं.फिर मॉम ने चूत में उंगली करनी शुरू कर दी.
मॉम बहुत मस्त तरीके से अपनी चूत में उंगली कर रही थीं … कुछ देर बाद वे झड़ गईं और ढीली पड़ गईं.
मैं समझ गया कि मॉम को रोज लंड चाहिए.मैंने पूरा वीडियो बार बार देखा.
जब वे मुड़ीं तो उनकी गांड देख कर बहुत ही अच्छा लगा.
अब रात हुई.
मैं उनके बिस्तर पर लेट कर सोने का नाटक करने लगा.जब वे कमरे में आईं, तो उन्हें मेरा खड़ा हुआ लौड़ा दिखा.
मॉम मेरे लंड के साथ कुछ करेंगी और उनमें या बहनों में से कोई आया तो उनके साथ सेक्स कर लूँगा.यही सोच कर मैं सोने का नाटक करने लगा.नींद में यह सब करूंगा तो कोई कुछ नहीं बोलेगा.
मैं एक पतली सी चादर ओढ़ कर सो गया था.मैंने कच्छा पहन रखा था और मैंने सोने का ड्रामा किया.
पर ड्रामा करते हुए ही कुछ ही देर बाद मुझे नींद आ गई.जब जागा, तो 4 बज गए थे.
मॉम शायद किचन में थीं.मैंने अपने लंड को सहला कर खड़ा किया और उसे अपने कच्छे से बाहर निकाल कर सो गया.
थोड़ी ही देर में मॉम आईं.जब वे चाय रखने लगीं तो उनका ध्यान लंड की ओर गया.
उन्होंने खड़े लंड को देखा, फिर इधर उधर देख कर फिर से लंड को देखा.फिर वे बाहर चली गईं.
कुछ देर में वापस आकर लंड देखने लगीं.जब वे जाने लगीं तो उन्होंने मेरे पास पड़ी चादर लंड पर डाल दी और बोलीं- बेटे चाय रख दी है, पी लो!
मैंने उनकी आवाज सुनकर जागने का अभिनय किया और चाय पी ली.मॉम को लंड अच्छा तो लगा था, वे कई बार देख चुकी थीं.
अब रात को मैं मॉम को चोदने का प्लान बनाने लगा.
रात को मैं फिर से मॉम के पास गया, मॉम के दूध दबाना चाहता था पर कुछ भी नहीं कर पाया.उस रात को बस चैट करते हुए सो गया.
मैं 2-3 दिन तक रोज ट्राई करता रहा था मगर कुछ भी नहीं पाया.उस दिन मैं नहाकर तौलिया लपेट कर मॉम के सामने बैठ गया.
वे सामने बैठी थीं.मेरा तौलिया छोटा था, तो लंड दिख रहा था … सेक्स क्रेज़ी मॅाम मेरे लंड को घूरने लगीं.
मैं भी ढीठ बना उन्हें अपना लंड दिखाता रहा.अब मैं समझ चुका था कि उन्हें मेरा लंड देखना अच्छा लग रहा है, यदि अच्छा न लगता तो वे मुझे डांट भी सकती थीं.
ऐसे करते हुए करीब 3 दिन और निकल गए.मेरी बहनें भी वहीं घूमती रहती थीं, उनका घूमना भी एक बड़ी समस्या बन गई थी.
अगर मॉम अकेली मिल जातीं, तो पकड़ कर चोद देता.
2 दिन बाद मुझे मौका मिल ही गया, सायली और संध्या को लेने के लिए मामा जी आ गए.
मामा जी ने अपना नया घर बनाया था इसलिए वे मॉम लेने के लिए आए थे.मॉम ने कहा- यहां घर पर बच्चों के पापा नहीं हैं. इसलिए तुम अमित की दोनों बहनों को ले जाओ. अमित मेरे पास बना रहेगा.
मामा दोनों बहनों को लेकर चले गए.अब मैं बहुत ही ज्यादा खुश हो गया था लेकिन इस खुशी में यह नहीं समझ पाया था कि यह भी मॉम के कारण ही हुआ है.
अगले दिन सुबह सुबह मामा जल्दी ही बहनों को लेकर चले गए.
मॉम मुझे चाय देने के लिए आईं तो मैं लेटा हुआ था और मेरा लंड खड़ा हुआ था.मॉम चाय देकर वहीं बैठ गईं.
मैं- मॉम, मामा जी कहां हैं?मॉम- वे तो चले गए, उनका ऑफिस जाना जरूरी था तो वे सुबह जल्दी ही निकल गए, तुम तो सो रहे थे!
मैं- बहनें भी गईं क्या साथ में?मॉम- हां, दोनों गईं. वे दोनों दस दिन के लिए गई हैं. वे दोनों बहुत दिन से नहीं गई थीं न, तो ननिहाल में सबसे मिल लेंगी.मैं- ओह, चलो ठीक है.
मॉम- दस दिन तो बस हम दोनों ही रहेंगे.वे मुस्कुराकर बोलीं.उनकी मुस्कान में गहराई थी … जिसे मैंने समझने का प्रयास किया.
मॉम- चलो तुम चाय पी लो, फिर फ्रेश होकर नहा लो. आज 10 बजे तक काम पूरा कर लेंगे, चाय पीकर अपने इस कमरे को बंद कर आना, हम दोनों नीचे ही सोएंगे!मैं- हां ठीक है.
अब मैं सोचने लगा कि बहनों के जाने का कुछ फायदा तो हो गया; अब मैं मॉम को आराम से चोद सकता हूं.
मैंने चाय पी ली और आराम करने लगा.मेरा लौड़ा खड़ा था.
जब मैं फ्रेश होकर निकला तो उस समय मॉम किचन में काम कर रही थीं.वे अभी भी रात वाली ड्रेस में ही थीं.
मॉम की उठी हुई गांड मस्त दिख रही थी और उनके गहरे गले वाले ब्लाउज में से उनके दूध भी आधे से ज्यादा दिख रहे थे क्योंकि मॉम ने साड़ी का पल्ला यूं ही डाल रखा था.
मैं उनके और नजदीक गया तो वे मुझे देखने लगीं.उनके दूध देख कर मैं खुश हो गया.
उस वक्त मॉम की गांड मस्त लग रही थी और मैं मॉम की गांड में अपना लंड डालना चाहता था.
मॉम ने मेरे कड़क लंड को देख लिया मगर उन्होंने नजरें घुमा ली और वे अपना काम करने लगीं.
कुछ देर बाद मैं बाहर आ गया और नाश्ता का इंतजार करने लगा.मॉम कुछ देर बाद नाश्ता बाहर ले आईं. मॉम और मैंने नाश्ता कर लिया.
कुछ देर बाद मॉम ने मुझसे नहाने के लिए कहा.वे मेरे लिए बाल्टी में पानी ले आईं.
मॉम- जल्दी से कपड़े मुझे दे दे, अभी धोने हैं.
मैं मॉम को देखता ही रह गया.वे बाथरूम में थीं और मैं अन्दर घुसने लगा तो उनकी गांड से मेरा लंड टच हो गया.
वे लंड लगने से कुछ नहीं बोलीं और चुपचाप बाहर आ गईं.
मैंने कपड़े खोल कर उनको दे दिए … फिर गेट बंद करके अंडरवियर खोला और हाथ बाहर निकाल कर मॉम को पकड़ा दिया.
उन्होंने मेरा अंडरवियर ले लिया.मेरे अंडरवियर में मेरे लंड का पानी लग गया था.
अन्दर मेरा लंड खड़ा ही था.मैंने वैसे ही तौलिया लपेटा और बाहर आकर कमरे में हवा लेने लगा.
मॉम मेरे सामने बैठी थीं.वे नजर बचा कर मेरा लंड देख रही थीं.
मैं खुश था कि आज तो मॉम अकेली हैं. मैं इन्हें कभी भी पकड़ सकता हूं.मैंने मॉम के सामने ही अंडरवियर पहन लिया.
कुछ देर के बाद मॉम और मैंने खाना खाया.अब मॉम अपने कपड़े लेकर नहाने गईं.मैं उन्हें याद करता हुआ लंड सहलाने लगा.
कुछ देर बाद मॉम नहा कर बाहर आ गईं.
उन्होंने आज पिंक साड़ी पहनी थी.उसमें वे बड़ी मस्त माल लग रही थीं.
दोपहर को हम दोनों एक ही बेड पर सो गए.
मॉम ने मेन गेट का लॉक लगा दिया था.मैं मॉम के बाजू में लेटा था बाद में मैं उनसे चिपक भी गया.
मेरा लंड खड़ा था जो मॉम को महसूस हो रहा था.
मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी कि मैं मॉम के दूध दबा सकूँ.काफी देर तक हम दोनों बात करते रहे.फिर हम दोनों को नींद आ गई.
उस नींद में मैं मॉम को चोदने के सपने देख रहा था.मेरा लंड एकदम कड़क ही था.
जब मैं जागा तो मैंने मॉम को आवाज लगाई.कुछ देर बाद मॉम चाय ले आईं- चल चाय पी ले, बेटे आज रात तू कहां सोएगा?मैं- क्यों?
मॉम- आज हम दोनों ऊपर ही सोने जाएंगे. मुझे अकेले नींद नहीं आती. ऊपर वाले कमरे में ठंडी हवा भी खूब आती है, मुझे रात को बाहर की ठंडी हवा अच्छी लगती है.मैं- हां ठीक है.
मॉम भी आज काफी खुश लग रही थीं.शायद उन्हें भी मेरा लंड चाहिए था.
हम दोनों ने थोड़ी देर बात की.
फिर शाम को मॉम नहाने चली गईं.
हम दोनों ने खाना खा लिया.
मॉम ने नाइटी पहन रखी थी और वे लॉन में झूले पर बैठी थीं.
मॉम- अमित, तेरा लैपटॉप ठीक होने में कितने पैसे लगेंगे?मैं- यही कोई 3000-3500 रुपये, क्यों?
मॉम- मेरे पास पड़े हैं, ले लेना … और ज्यादा तो नहीं लगेंगे न?मैं- नहीं, शायद 3000 में ही काम चल जाएगा.
मॉम- तो कल बाजार से ठीक करवा लेना. मैं सुबह पैसे दे दूंगी, तू भी घर में अकेला बोर नहीं होगा.मैं- ओह मॉम, तुम कितनी अच्छी हो.
मैंने ऐसे कहते हुए मॉम को बांहों में भर लिया और उनके एक गाल पर किस कर दिया.मॉम- हां सब तेरे लिए ही तो है, तुझे खुश रहना चाहिए.
मॉम को पकड़ कर मुझे मजा आ गया.मैंने किस लेने के बाद मॉम को देखा.
मॉम- बस बेटे, पैसे मिलते ही मॉम को एक तरफ ही चूम कर छोड़ दिया! इस तरफ़ और कर … तू तो ड्रामेबाज़ है … झूठा ही प्यार दिखा रहा है.मैं- नहीं मॉम, ऐसी बात नहीं है … इतने पैसे में तो मैं आपको बहुत किस कर सकता हूँ.
मैंने दूसरी तरफ के गाल पर किस किया और एक साथ दो किस कर दिए, पहले गाल पर भी दुबारा से किस कर दिया.
मुझे मॉम को किस करते हुए मजा आ रहा था.मैंने मॉम को अभी भी अपनी बांहों में पकड़ा हुआ था.
मैं- बस एक किस और रह गया मॉम!मॉम- वह भी कर दे, इतने पैसे फिर कब मिलेंगे तुझे!
मैंने मॉम को जोर से पकड़ लिया और उनके होंठों को चूम लिया.वे भी होंठों पर किस करते देख कर चौंक गईं, पर कुछ कहा नहीं.
उनकी तरफ से कोई आपत्ति नहीं देखते हुए मैंने उनके नीचे वाले होंठ को अपने होंठों में दबा लिया और जोर जोर से चूसने लगा.
वे कुछ बोलतीं, उससे पहले मैं उनकी पीठ पर हाथ घुमाने लगा और उनके गर्म होंठों को चूस भी रहा था.अब मॉम भी चुपचाप होंठ चुसवा रही थीं.
मैं- मॉम, मॉम!मॉम- हुन, हां!
मैंने अपना एक हाथ मॉम की नाइटी में घुसेड़ दिया और उनका एक दूध पकड़ लिया.मॉम ने गहरी आह भरी.मैं उनके होंठों को चूस ही रहा था और अब दूध को भी मसलने लगा.
कुछ देर तक वे हिली ही नहीं.उनको मजा आ रहा था- ओह्ह बेटा!मैं- हिलो मत, मॉम!
मॉम- उंह बेटे … अन्दर चल, कोई देख लेगा, हम लोग ऊपर छत पर हैं!मैं- हां चलो.
मैंने मॉम को छोड़ दिया.अंधेरा हो गया था.मॉम मेरे आगे चल रही थीं.
मैं मॉम का हाथ पकड़ कर उन्हें जल्दी से ऊपर ले जाना चाहता था.हम दोनों ऊपर की छत पर पहुंच गए जहां अंधेरा ही अंधेरा था.
वहां पहले से ही एक चारपाई लगी हुई थी, मॉम वहां पहुंची तो मैंने मॉम को पकड़ लिया और उन्हें किस करने लगा.
मैंने मॉम को पकड़ा हुआ था और उन्हें लगातार किस कर रहा था.
मैं उनके होंठों को बेदर्दी से चूस रहा था जिसमें मुझे मजा आने लगा था.
छत पर घुप्प अंधेरा था तो किसी के देख लेने का खतरा भी नहीं था.
वैसे भी हमारे घर के आस-पास कोई घर नहीं था तो पकड़े जाने का एक प्रतिशत भी भी डर नहीं था.
मॉम ने अपने होंठों को किसी तरह से मुझसे छुड़ाया और लंबी लंबी सांसें लेने लगीं. उनके होंठों से मेरे होंठ छूटे तो मैं उनके गालों को चूमने लगा.मॉम के गाल भी मस्त थे, तो अब मैं उनके गालों पर और गर्दन पर किस कर रहा था.
मॉम- ओह्ह बेटे आआह्ह्ह अपनी मॉम को ऐसे ही आआह रगड़ दे … आआह … बहुत मस्त किस करता है तू … आआह बेटे तुझे भी मज़ा आ रहा है क्या?
मैं- ओह्ह मॉम … आप पूछो मत … मुझे बहुत मजा आ रहा है … ओह्ह उन्नह्ह … आई लव यू मॉम.मॉम- मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूँ बेटा … आह.
मैं मॉम की पीठ पर हाथ भी फेर रहा था.उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी तो मेरा हाथ उनकी पूरी पीठ को सहला रहा था.
फिर मेरा हाथ उनकी गांड की तरफ गया.उन्होंने नीचे भी कुछ नहीं पहना था.
वे मुझसे लता की भांति चिपकी हुई थीं और वे भी मेरी पीठ पर हाथ घुमा रही थीं.
मॉम- ओह अमित, कपड़े खोल कर करो न!
मैंने मॉम की नाइटी उतार दी और खुद भी नंगा हो गया.मॉम को जब मैंने नंगी पकड़ा तो मुझे झटका सा लगा और मेरा लंड एकदम से सख्त हो गया.
मैंने उन्हें फिर से किस करने लगा.अब मॉम की नंगी पीठ पर मेरे हाथ घूम रहे थे.
मैंने हाथ नीचे ले जाकर उनके चूतड़ों को सहलाया और एक को अपने हाथ में भर कर दबा दिया.इससे मॉम के दूध मेरे सीने से लग गए.
वे गर्म आहें भर रही थीं.
मॉम- अब मज़ा आ रहा है न बेटे?
मैं- हां मॉम, आपके दूध मस्त हैं, पर इधर अँधेरा है. अन्दर कमरे में चलो, उधर आपको देख कर चोदूँगा तो बहुत मजा आएगा.
मॉम मान गईं और वे छत पर बने कमरे में चली गईं.उनके साथ मैं भी अन्दर चला गया.
मॉम ने लाइट ऑन कर दी तो कमरे में रोशनी हो गई.आह मानो दिन ही उग गया था.
मैंने मॉम की ओर देखा, मॉम को नंगी देख कर अजीब सा महसूस हुआ.
तब मैंने अपनी नजर उनके दूध और चूत पर डाली तो मेरा लंड फुफकार उठा.मॉम मेरे लंड को देख कर खुश हो गईं और वे मुस्कुरा दीं.
मॉम- आह बेटे चल आ जा, तेरा तो बहुत बड़ा है, आज तू अपनी माँ को बहुत मज़ा देगा.मैं- हां मॉम, आप तो बहुत मस्त माल हो चलो बिस्तर पर आ जाओ, आज आपको पूरा मजा देता हूँ.
मैंने मॉम को बिस्तर पर लिटा दिया.अब मैं मॉम की ओर देख रहा था, वे भी कंटीली मुस्कान दे रही थीं.
मॉम ने मेरे लंड को सहलाया और कहा- ओह्ह बेटे, तेरे पापा तो बाहर रहते हैं. मैं उनके साथ सेक्स नहीं कर पाती हूँ … मैं तो बस यही ढूंढ रही थी आह्ह्ह अपने ही घर में इतना बड़ा लंड है और मैं देख ही नहीं पाई … ओह बेटे अब तू मेरी रोज सेवा करेगा न … आह हम दोनों आज से पति पत्नी की तरह रहेंगे … अगर मैं किसी और से ये सब करती तो इज्जत खराब हो जाती … घर में अब किसी को पता ही नहीं चलेगा!
मैं- मॉम जब मैंने आपको पकड़ा, तो आपको बुरा तो नहीं लगा था?मॉम- नहीं मेरे बेटे तुमसे चुद कर मुझे बहुत अच्छा लगेगा. अब तू ही मुझे रोज मजा देगा.
मैं मॉम के मम्मों पर हाथ घुमा रहा था. वे लेटी हुई मजा ले रही थीं.मैं- मॉम आपके दूध बहुत मस्त हैं, आपके दूध देखते ही लंड खड़ा हो जाता है.
मॉम- अब तू चुदाई कर मेरे साथ … डर मत … तेरी बहन को बाहर भेज कर मैंने अच्छा किया, अब तो दस दिन तक तेरे आगे नंगी ही रहूंगी. तुझसे चुद चुद कर मुझे बहुत मजा आएगा … इन दस दिनों में तू मुझे जी भर कर चोद दे.मैं- आआह मॉम … बहन वापस आ जाएगी, तब?
मॉम- फिर रात को उनके सोने के बाद सेक्स करेंगे. वैसे भी वे दोनों ऊपर सोती हैं, तू मेरे साथ नीचे सो जाया कर … अब प्लीज चोद दे न … आह.मैं- मॉम आपको कैसे पता लगा कि मैं आपको चोद सकता हूं?
मॉम- बेटा, मैंने तेरा लंड देखा था कई बार … फिर मैंने खुद ही तुझको अपने दूध दिखाने शुरू किए. आज तू नहीं पकड़ता तो रात को मैं तुझे नींद में चोद देती. पर थैंक गॉड कि तूने मुझे पकड़ लिया.
मैंने मॉम के एक दूध को मुँह में भर लिया और चूसने लगा.मैं उसके निप्पल को होंठों से दबा कर खींचता हुआ चूस रहा था.
उन्हें भी मेरे द्वारा दूध चूसे जाने से बड़ा मजा आ रहा था और वे मुझे अपने हाथ से पकड़ पकड़ कर अपने दोनों दूध बारी बारी से चुसवा रही थीं.
मैं उनके दोनों मम्मों को आम की तरह निचोड़ने लगा.
मॉम- ओह्ह आह्ह्ह … बहुत मस्ती से चूस रहा है तू, तेरे पापा तो बस सीधा ऊपर ही चढ़ जाते हैं, मेरे दूध को चूसते ही नहीं हैं … आआह्ह्ह तू तो ऊपर से नीचे सब करेगा … आआह … तुझे मजा आ रहा है न!मैं- हां मॉम बहुत मजा आ रहा है!
मॉम- ओह्ह बेटा तू तो एकदम जवान लौंडा है आज मुझे खूब मजा देगा … जवान लड़के बहुत एनर्जी से चोदते हैं … तू तो अपने पापा से भी ज्यादा अच्छी तरह से मेरी सेवा कर रहा है आआह … आज तो मैं बहुत खुश हूं, ओह्ह्ह अपने ही घर में नंगी होकर बेटे से चुद रही हूँ, आआह किसी का डर भी नहीं.
मैंने मॉम हर जगह किस किया और अब मैं उनकी नंगी चूत पर हाथ फेरने लगा.वे टांगें चौड़ी करके अपनी चूत सहलवाने का मजा ले रही थीं.
मॉम- आह तू अपनी मॉम को रंडी की तरह चोद दे … आह अब रहा नहीं जा रहा … तू मुझे अपनी रंडी बना कर चोद दे … आह तू अपना लंड चुसवा मुझे … फिर मेरे ऊपर चढ़ कर चोद दे मुझे!मैं 69 में हो गया.
मॉम ने मेरे लंड को पकड़ लिया और वे उसे अपने मुँह में लेकर चूसने लगीं.थोड़ी ही देर में मेरा लंड खूब तन गया.मैं गर्दन घुमा कर उन्हें देखने लगा.
वे मेरा लंड चूसती हुई मुझे देख कर मुस्कुरा रही थीं.कुछ देर बाद उन्होंने मेरे लंड को छोड़ दिया.
मैंने सीधे होकर मॉम की टांगों को चौड़ी किया और अपना लंड उनकी चूत पर रख कर शॉट दे मारा.मेरा लंड थोड़ा फिसल कर उनकी गांड की ओर जाने लगा.
मैंने दुबारा से लंड चूत पर लगा कर शॉट मारा, तो अन्दर घुस गया.
माँ चिल्लाई- आह मर गई … आह अपनी मॉम को चोद दे … आआहह चुदाई कर अपनी मॉम की … आआह्ह मेरे बेटे मैं तुझे बहुत प्यार करती हूँ आआह.
मैं- ओह मॉम … तू एक वेश्या है मेरी कुतिया … ओह मुझे मज़ा आ रहा है आह्ह्ह ओह मेरी रंडी बहन की लौड़ी … साली को लौड़ा चाहिए न … ले कुतिया लंड ले साली. अब रोज़ रात को तुझे नंगी करके चोदूंगा हरजाई साली चूत मरवा.
मॉम- ओह्ह मार मेरी चूत … अपनी मॉम को चोद ले … आह आह्ह … ये राज हम दोनों के बीच ही रहना चाहिए मेरे लाल … किसी को भी पता नहीं होना चाहिए, आआह्ह … तेरी बहन सो जाया करेगी तो तू मुझे चोद लिया कर आआह्ह … अब तो रोज तू ही चोदेगा मुझे … यह बात तेरे पापा को पता नहीं चलना चाहिए … नहीं तो वे हम दोनों को घर से निकाल देंगे आ आह्ह्ह … तेरा लौड़ा तो मस्त है … आआह्ह अब तो मेरी लॉटरी लग गई आआह.
मैं- ओह्ह्ह मॉम आआह्ह्ह साली बहन की लौड़ी आह्ह्ह … आआ … मॉम साली आज तुझको सारी रात चोदूंगा.मॉम- हां मेरे मादरचोद बेटे, मैं तुझसे सारी रात चुदने के लिए तैयार हूँ, चोद अपनी मॉम की चूत … आआह्ह्ह … आआह्ह दस दिन तक तो तुझे खुली छूट है … बहनें आ गईं, फिर कोई रंडी भी तुझे यूं नहीं चोदने देगी!
मैं- ओह्ह तुझे तो सायली और संध्या दोनों के सामने ही चोद दूंगा, बहन की लौड़ी … उनको भी एक साथ में चोदूँगा, दोनों के दूध भी खूब बड़े बड़े हो गए हैं.मॉम- वह तेरी बहनें हैं!
मैं- वे बहनें हैं, तू मॉम है, पर मैं तुम तीनों को नंगी करके रखूंगा, पापा के जाने के बाद रंडियों की तरह चोदूंगा, तीनों को … सायली और संध्या को तो सारे दिन नंगी ही रखूंगा, सायली तो मुझे बहुत ही अच्छी लगती है!मॉम- ओह ये बात है, कोई देख लेगा तो?
मैं- अपने घर कौन आता है यहां, रात को तो नंगी कर मारूंगा तीनों की!मॉम- ओह फिर तो बहुत मज़ा आएगा, मॉम और बेटियों को तू अकेला ही चोदेगा क्या … चल ठीक है यार आने दे तेरी बहनों को … आह अगर वे मना कर देंगी तो?
मैं- उनके सामने तुझे चोदूँगा तो वे अपने आप चुदने के लिए आ जाएंगी … आआह्ह रंडी की तरह तीनों की चूत में लंड डालूंगा और जब जी करेगा तीनों की चूत को डॉगी स्टाइल में चोदूंगा आह आ जा मॉम अब तू भी कुतिया बन जा … ऐसे बहुत देर से मरवा रही है आह.मॉम- ओह्ह डॉगी में … आआह ओके तू पेल जल्दी से आआह्ह्ह!
मैंने मॉम को डॉगी स्टाइल में किया और लंड चूत पर रख कर जोर से शॉट मारा.अब मैं उनके कंधे पकड़ कर शॉट मार रहा था और फट फचक फचक की आवाज आ रही थी.
मॉम- आह उउउइइ मर गई … ऐसे ही चोद … बहुत मज़ा आ रहा है ओह अमित आआह्ह्ह तेरा लौड़ा तो बहुत काम का है आह्ह उउइइ आआह्ह्ह अमित ओह!
मैं जोर जोर से मॉम की चूत मार रहा था, थोड़ी देर में मॉम की चूत झड़ कर पूरी ढीली पड़ गई और चूत चिकनी हो गई.वे झड़ती हुई जोर जोर से आवाजें कर रही थीं.
मैंने उन्हें जोर जोर से चोदना जारी रखा.
कुछ देर में मॉम की चूत में मैंने अपना रस भर दिया.झड़ने के बाद भी मेरे लंड कड़क था तो मैं उनको शॉट मारे ही जा रहा था.
फिर कुछ देर तक मैं मॉम पर चढ़ा ही रहा और लंड सिकुड़ कर चूत से बाहर निकल आया तो मैंने मॉम को छोड़ दिया.
मॉम खड़ी हुईं तो मैंने उनको जोर से किस कर दिया.
मैं- ऊह्ह्ह मॉम … आज अपने बेटे से तू चुद गई मज़ा आया न!मॉम- बहुत मजा आया अमित तुम बहुत अच्छे मर्द हो … तुमने आज अपनी मॉम को नहीं, एक प्यासी औरत को चोदा है.
मैं- मॉम सॉरी, मैं आपको चोदना नहीं चाहता था … आह … सच में मैं बहक गया था.मॉम- आआह अमित, अब तेरी मॉम तेरी रंडी बन गई है. तू मेरा घरवाला है आज से … मेरी चूत में तेरा ही लंड होगा … आ अब चल तेरा लौड़ा साफ़ कर देती हूँ. बेटा बस इतना याद रखना कि यह बात सिर्फ अपने दोनों के बीच ही रहना चाहिए. तेरा जब जी करे, तब मुझे नंगी कर चोद लिया कर. मैं किसी से कुछ नहीं कहूंगी.
मैं- सच मॉम आआह मेरी जान तेरी चूत बहुत मस्त है, तू मेरी रंडी है!
मैं- आ आहह मेरी रंडी मॉम, तू बहुत अच्छी है … चलो लंड साफ कर दे अपने यार का … इसे चूस कर साफ कर!मॉम मेरे लंड को चूसने लगीं.
मॉम मेरे लंड को साफ कर रही थीं, मैं मॉम को चोद कर आज बहुत खुश था.
अब मेरा लंड साफ हो गया था.
मैंने मॉम को अपनी बांहों में भर लिया और उन्हें चूमते हुए पुनः पूछा- मॉम आपको बुरा तो नहीं लगा न?मॉम- नहीं बेटा, मुझे बहुत अच्छा लग रहा है … पर बेटा ये बात किसी और को बिल्कुल पता नहीं लगनी चाहिए, अगर ये पता चल गया तो अपना घर बर्बाद हो जाएगा. तू कहीं अपने दोस्तों को भूल से भी मत बता देना … तू चाहता है कि हम दोनों रोज ये खेल खेलें, तो ये बात सीक्रेट ही रहना चाहिए.
मैं- ठीक है मॉम, मैं किसी को भी नहीं बताऊंगा ये सब, पर मॉम सिस्टर्स आ जाएंगी तब आपको कैसे चोदूँगा?मॉम- वह सब मेरे ऊपर छोड़ दे, वे दोनों तो ऊपर अपने कमरे में सोती हैं. जब वे चली जाएं, तो तुम मेरे साथ नीचे ही सो जाया करना. मैं उनके सामने ही कह दूँगी कि बेटे मुझे अकेले डर लगता है, मेरे पास ही सो जाओ.
मैं- उसके बाद भी अगर किसी तरह से बहनों को पता चल गया तो?मॉम- कैसे पता चल जाएगा यार! जब वे सो जाएंगी, तब करेंगे न … वैसे भी मैं सीढ़ियों को लॉक करके कमरे में आऊंगी और उसके बाद ही हम दोनों यह सब करेंगे … वे चाह कर भी नीचे नहीं आ पाएंगी.
मैं- हां ये ठीक है … मॉम क्या सच में आपने पापा के अलावा कभी किसी और नहीं चुदाया है?मॉम- नहीं, तेरे पापा ही चोदते हैं, पर बेटा एक जवान और बड़ी उम्र के आदमी में फ़र्क होता है. तेरे पापा बस सीधे चूत ही चोदते हैं. वे मुझे फटाफट चोद कर सो जाते हैं. पर तुमने तो आज मेरी खूब चुदाई की है बेटा, औरत को बस मर्द से यही प्यार चाहिए होता है.
मैं- ओह मॉम, मैं आपको बहुत प्यार करूँगा … मुझे आज आपको चोद कर सच में बहुत मज़ा आया.तब मैं मॉम के गाल को किस करने लगा. फिर मॉम के होंठ चूमने लगा.
मैं मॉम के ऊपर लेट गया.मॉम और मैं दोनों नंगे ही सोये हुए थे.मुझे मॉम के ऊपर लेट कर मजा आ रहा था.
मॉम मुझे सहलाती हुई प्यार कर रही थीं- आआह्ह … बेटे आज मैं बहुत खुश हूँ अब मुझे प्यासी नहीं रहना पड़ेगा. तू तो हर समय मेरे पास ही रहेगा. तुझे अब मैं रोज़ अपना दूध पिला कर और जवान बना दूंगा ताकि तू अपनी मॉम को खूब जोर से चोद सके!
मैं- हां मॉम, अब अपने ही घर में बस एक ही काम होगा और वह काम है आपकी दिन रात चुदाई … मॉम, मैंने आपकी गांड तो मारी ही नहीं!मॉम- वह सब सुबह कर लेना. अब सो जाओ, बहुत रात हो गई है … चलो कपड़े पहन लो!
मैं- नहीं मॉम, ऐसे ही सो जाओ … मज़ा आएगा. चलो उस तरफ़ हो जाओ … मैं आपकी गांड में लंड डाल कर सोऊंगा.मॉम- नहीं अब सो जाओ … सुबह जल्दी उठना है.
मॉम मेरी तरफ गांड करके सो गईं. मैंने मॉम की गांड की दरार में आराम से लंड डाल दिया और उनसे चिपक कर सो गया.
मैं अपने एक हाथ में मॉम का एक दूध पकड़ कर मजा लेते हुए सोने लगा.
मुझे नींद नहीं आ रही थी और मैं उन्हें वापस गर्म करने लगा था.
मैं- आआह … ऐसे तो बहुत मजा आएगा, मॉम अपना फेस मेरी तरफ करो न … मुझे गाल भी चूमने हैं … आआह आ जा न मेरी रंडी.
मॉम ने मेरी तरफ चेहरा किया तो मैं उनके गाल चूसने लगा.मैं मॉम के जवान जिस्म का मजा लूट रहा था.
मॉम- आह … सारी रात ही चुदाई करेगा क्या मेरी … मैं तो तुझे सीधा समझती थी, तू तो पूरा मादरचोद निकला!मैं- ओह्ह … तू भी कोई कम नहीं है आह मॉम अब तो बस मुझे दिन रात तेरी चुदाई ही करनी है. मॉम एक बात बोलूँ क्या?
मॉम- बोल!मैं- यार अगर सायली और संध्या की चूत मिल जाए तो!
मॉम- हम दोनों फंस सकते हैं. तू बस मुझे ही चोद लिया कर, सायली को तो तू जानता है ना!मैं- यार ट्राई तो करना ही पड़ेगा, अगर उन दोनों की चूत चोदने को मिल जाए तो हम चारों एक साथ सेक्स करेंगे! तुम तीनों को मैं बहुत मजा दूंगा, सायली के दूध बहुत मस्त हैं, टी-शर्ट में निप्पल देख कर मजा आ जाता है. आह उन दोनों की गांड भी मस्त है.
मॉम- तेरे ट्राय करने में कहीं सारा काम बिगड़ न जाए … आह बेटे धीरे से चूम न काट क्यों रहा है … आह मजा आ रहा है.मैं- ओह्ह्ह मॉम मुझे भी.
मॉम- बेटे तुमने मुझे चोदने की सोची कैसे?मैं- आहहह मॉम … मैं सेक्स स्टोरीज पढ़ता था … मुझे वे सब सेक्स कहानी बहुत अच्छी लगती हैं. मैंने एक स्टोरी में पढ़ा था कि एक लड़का अपनी भाभी को चोद रहा है.
मॉम- अच्छा फिर?मैं- पहले मैंने देखा कि आस-पास कोई भाभी है क्या? मगर कोई नहीं मिली!
मॉम- फिर क्या हुआ?मैं- फिर क्या होना था … अपने घर के आस पास कोई नहीं थी और फिर बस मैंने आपको ही चोदने की योजना बनाई.
मॉम- ओह्ह … तो ये सब तेरा प्लान था, तेरे मन में MILF सेक्स की बात आई, तूने इसलिए मुझे अपना लंड दिखाया था. पर तेरा लंड देख कर ही तो मेरा जी करने लगा कि तुझ से चूत मरवाऊं!
मॉम आज काफी खुश थीं.
मुझे अब नींद आ रही थी. मैं मॉम की गांड में से लंड निकाल कर सीधा लेट गया. मॉम भी अब सोने वाली थीं.हम दोनों सो गए.
मॉम सुबह जल्दी उठ गई थीं, पर मैं तो करीब 10 बजे उठा था.मॉम मेरे लिए चाय ले आईं, उन्होंने ही मुझे जगाया.
मैं नंगा ही सो रहा था.
मॉम को देख कर मुझे शर्म आने लगी और मैंने चादर ओढ़ ली.
तब मॉम हंस कर बोलीं- हां साले मादरचोद … अब शर्म आ रही है, रात को तेरी शर्म कहां चली गई थी, जब अपनी मॉम की रंडी बना कर चोद रहा था, बोल!मैं- ओह मॉम, सब टाइम टाइम की बात होती है … पानी दो पहले!
मॉम नाइटी में थीं, वे मेरे पास ही बैठी थीं.मैंने चाय पी ली.
मैं- ओह मॉम, अभी भी रात की नाइटी में ही घूम रही हो … इरादा क्या है?मॉम- हट बदमाश, सारे दिन ही चोदने की मत सोचा कर. अब जल्दी से नहा ले, मुझे और भी बहुत से काम हैं.
मैं- हां आप चलो, मैं आता हूं. वैसे मस्त लग रही हो!
कुछ देर बाद मैं नहा कर बाहर आया, तो उस वक्त मॉम किचन में खड़ी थीं और खाना बना रही थीं.
मैं चुपचाप मॉम के पीछे चला गया और उनको पीछे से पकड़ लिया.मॉम एकदम से चौंक गईं.मैं सिर्फ अंडरवियर में ही था.
मॉम- ये क्या कर रहे हो, दिन में ये सब नहीं करना … दूर हटो.मैं- ऊह मॉम, अपनी मॉम को प्यार कर रहा हूँ आआहहह हिलो मत!
मैंने मॉम की नाइटी ऊपर कर दी और लंड उनकी गांड में डाल दिया.मैं शॉट मारने लगा.
मॉम- ओह … कोई देख लेगा ओह तुम मरवाओगे अमित!मैं- मरवाओगी तो तुम … आह हिल मत रण्डी साली!
मॉम- छोड़ो, कोई आ गया तो सब गड़बड़ हो जाएगी!मैं- आह आहहह … कोई नहीं आएगा, मेन गेट लॉक किया हुआ है.
मॉम- आआह यही जगह मिली है तुझे आआह!मैं- आह, अब ये लबादा भी उतार दो यार!
मैंने नाइटी उतार दी और मॉम को पकड़ लिया.मैं उनकी गांड में शॉट मारने लगा और उनके बड़े बड़े दूध को मसल कर छोड़ दिया.
मॉम- आअह … ऐसे तो मुझे रंडी बना देगा … साला दिन में भी नहीं मानता आआह.मैं- मॉम ये अपना घर है और तू मेरी रंडी है … सब हमको मां बेटा समझते हैं, उनको क्या पता कि दोनों चोदा चोदी करते हैं … आआहह मैं तो चाहता हूँ कि हम इस घर में दोनों ही रहें … कोई भी रोकने टोकने वाला हो ही नहीं … मॉम यार बहनों को किसी हॉस्टल में सैट कर दो न आआहह!
मॉम- ओह्ह बेटा … अब तो मैं भी यही चाहती हूं कि हम दोनों के अलावा यहां कोई ना हो ताकि तू मुझे दिन में भी नंगी करके चोद सके. पर बेटा, सायली और संध्या के कॉलेज जाने के बाद भी तुम मुझे चोद सकते हो. आआह हह, आआहह … थोड़ा तेल लगा लिया कर साला सूखी गांड मारने लगा!
मैं- आआह हह यार … तुम इस स्लैब पर झुक जाओ और मजा लो आह हां ऐसे.
मैंने मॉम को पूरा झुका लिया और लंड उनकी गांड की जड़ में जाने लगा था.
मॉम- ओअ कितना अन्दर तक पेल रहे हो यार!मैं- आह्ह रंडी, हिल मत आआह बड़ी मस्त है तेरी गांड … मज़ा आ रहा है आह्ह्ह … आअ आह्ह!
मॉम- ओह्ह साले … मुझे दर्द हो रहा है आआह, आराम से कर ले कहीं भागी नहीं जा रही मैं, तू ही चोदेगा मुझे … भोसड़ी के … रण्डी की औलाद … धीरे पेल आआह दर्द हो रहा है तेल लगा कर मार ले न!मैं- ले साली … निकल गया बाहर आह अब चूस मेरा लौड़ा और चूस कर इसे चिकना कर ले!
मैंने लौड़ा उनके मुँह में डाल दिया और उनके बाल पकड़ कर आगे पीछे करने लगा.वे मेरे कदमों में कुतिया बन कर लंड चूस रही थीं.
मैं- ओह मॉम, बहुत मज़ा आ रहा है आह्ह, चूस ले ऊओहह आ ऊआहह साली, चूस आआह्ह … ओओह आआह चल साली बेड पर चल.मॉम- आह यार यहीं करो न आह्ह्ह … मजा आ रहा है.
मैं- आहह नहीं साली तू ऐसे नहीं मानेगी चल कमरे में आ जा मेरी रंडी मॉम.
मैंने मॉम को गोदी में उठा लिया और बेडरूम में ले जाकर बेड पर पटक दिया.
मॉम- आआह हह … ऐसे उठाकर बेड पर ले आया मानो मैं तेरी नई नवेली बीवी हूँ. ओह!मैं- तू मेरी घर वाली है, आज रात तेरी मांग भरूंगा और तुझको माला पहना कर तुझसे शादी करूंगा, फिर सुहागरात मनाऊंगा!मॉम- ओह्ह्ह सच में, ओह्ह्ह तुम कितने अच्छे हो!
मैंने मॉम को घोड़ी बना लिया और जोर जोर से गांड मारने लगा.मुझे गांड का मजा आने लगा.
मैंने मॉम के दूध पकड़ लिए और जोर जोर से शॉट मारने लगा.
मैंने जोर जोर से शॉट मारे और मॉम की गांड में झड़ गया.
मॉम- ऊहह साले ने मार ही दिया! अब जल्दी निकल न!मैं- ऊह्ह्ह, मज़ा आ रहा है आआहह, ऊह्ह … मज़ा आ रहा है, बस दो मिनट आआह … बहुत देर से मेहनत कर रहा हूँ.
मैंने सारा रस मॉम की गांड में ही छोड़ दिया.मॉम खड़ी हुईं और बाथरूम की तरफ चली गईं.
आप को ये माँ चोदने के कहानी अच्छी लगी हो तो sam682320@gmail.com पे मेल करे।
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