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बड़ी गांड वाली मॉम को चोद दिया

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम अमित है और मेरी उम्र 21 साल की है.

मेरा कॉलेज अब ख़त्म हो चुका है और मैं नौकरी की तलाश कर रहा हूँ.मुझे कोई नौकरी नहीं मिल रही थी तो मैं घर पर ही रहता था.

आप लोग तो जानते ही हैं कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है.मैं घर पर खाली पड़ा पड़ा मुठ ही मारता रहता था.

एक दिन में कई कई बार चुदाई की फ़िल्में देखता था और मैं अपना लंड पकड़ कर मुठ मारता रहता था.

मेरा लंड काफी लम्बा और मोटा है, ये लंड किसी भी औरत की चीखें निकाल सकता है.मैं थोड़ा हट्टा-कट्टा पहलवान टाइप का हूँ और साथ ही साथ मैं थोड़ा सांवला भी हूँ, इसलिए शायद लड़कियां मुझे पसंद नहीं करती थीं क्योंकि लड़कियों को सिर्फ सिर्फ गोरे-चिट्टे और हैंडसम लड़के ही पसंद आते हैं.

मैं अपने डैड और मॉम के साथ रहता हूँ और ये कहानी भी मेरे और मेरी मॉम की बीच हुई चुदाई की कहानी है.

मेरी मॉम का नाम सीमा है और उनकी उम्र ४३ साल की है.

मॉम का बदन एकदम भरा हुआ है. वो दिखने में बहुत ही सेक्सी लगती हैं.वो हमेशा साड़ी ही पहनती हैं और साड़ी में उनकी उठी हुई गांड बड़ी मस्त लगती है.ये मैं आपको शब्दों में नहीं बता सकता कि मैं उनकी गांड का कितना बड़ा फैन था.

मॉम का रंग एकदम गोरा है और उनके बाल उनके मोटे मोटे चूतड़ों तक लहराते हैं.जब मॉम सज-धज कर तैयार होकर बाहर निकलती हैं, तो क्या बच्चे, क्या बूढ़े और क्या जवान … सभी के लंड मेरी मॉम की सेक्सी जवानी को देखकर सलामी देने लगते हैं.

वैसे तो मैंने पहले कभी अपनी मॉम को गन्दी नज़रों से नहीं देखा था.लेकिन फिर जैसे जैसे मैं जवान हुआ और जब मैंने मॉम बेटे की सेक्स कहानियां पढ़ना शुरू किया तो मेरी नीयत मेरी मॉम पर ख़राब होने लगी.

अब मुझे मेरी मॉम में मॉम नहीं बल्कि एक माल औरत नज़र आने लगी थी.मैं जब कोई मॉम बेटे की चुदाई कहानी पढ़ता था तो उसमें मैं खुद को और अपनी मॉम को महसूस करता था.

अब तो मैं इतना बेशर्म हो गया था कि मैं अपनी मॉम की गीली कच्छियां भी सूंघने लगा था.

दरअसल जब मेरी मॉम नहाने के बाद अपनी कच्छी सूखने के लिए डालती थीं तो मैं छुप कर अपनी मॉम की कच्छी उठा लाता था.उसके बाद मैं उनकी कच्छी को सूंघता था, अपनी जीभ से चाटता और मॉम की कच्छी को अपने लंड पर लपेट कर मैं अपनी मॉम की नाम की मुठ मारता था.

मैं हमेशा यही सोचता रहता था कि मैं कैसे अपनी मॉम की चुदाई करूँ, लेकिन मुझे मौका ही नहीं मिल रहा था.

फिर एक दिन की बात है.उस दिन मेरी मॉम का जन्मदिन था और मेरे डैड ने मॉम के लिए घर पर ही एक छोटी सी पार्टी रखी थी.

हमने अपने कुछ रिश्तेदारों को भी बुलाया हुआ था.मैं आपको क्या बताऊं, उस दिन जब मेरी मॉम तैयार होकर आईं तो वो एकदम कयामत लग रही थीं.

उन्होंने उस दिन एक काले रंग की नेट वाली साड़ी पहनी हुई थी और ऊपर से उनका ब्लाउज भी स्लीवलैस था.मॉम का गोरा बदन उस साड़ी में बहुत ही सेक्सी लग रहा था.

मॉम को देखकर मेरा मन तो कर रहा था कि मैं मॉम के सारे कपड़े फाड़कर उन्हें यहीं चोद दूँ. लेकिन फिर मैंने अपने आप पर कण्ट्रोल किया.

सारे मेहमान भी मॉम की बहुत ही घूर घूर कर देख कर रहे थे.मॉम की साड़ी में से उनकी गांड बहुत ज्यादा हिल रही थी. मॉम के हिलते हुए चूतड़ों ने तो सभी मर्दों के लंड खड़े कर रखे थे.

फिर मॉम ने केक काटा और उन्होंने सबको अपने हाथों से केक खिलाया.डैड खुद शराब पीने के शौक़ीन थे तो उन्होंने कॉकटेल भी रखी थी.एक तरफ बार टेंडर लगाया गया था.

कुछ देर बाद सब ऐसे ही बातें करते रहे और फिर सभी शराब पीने लगे.मेरे डैड मॉम को भी शराब पिलाने लगे.पहले तो मॉम मना करने लगीं लेकिन फिर सबने काफी ज़िद की तो मॉम मान गईं.

वैसे मेरी मॉम को शराब पीने की आदत नहीं थी लेकिन वो शादी पार्टी में शराब पी लेती थीं.

आज मॉम का जन्मदिन था तो मॉम काफी खुश थीं इसलिए वो शराब के लम्बे लम्बे घूँट भर रही थीं.

फिर हम सबने डांस वगैरह किया और उसके बाद हमारे सारे रिश्तेदार खाना आदि खा कर चले गए.

मेरी मॉम ने आज कुछ ज्यादा ही पी ली थी और वो काफी नशे में थीं.उनसे ठीक तरह से खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था.

मॉम अकेले ही अपने चूतड़ हिला हिला कर नाचे जा रही थीं.मुझे तो मॉम को नाचते हुए देखकर बहुत मज़ा आ रहा था.

कुछ देर मॉम नाचने के बाद सोफे पर ही लेट गईं.डैड ने मॉम से कहा- चलो सीमा, हम बेडरूम में चलते हैं.

मॉम तो नशे में थीं, उन्हें कोई होश ही नहीं था.डैड मॉम को उठाकर अपने बेडरूम की तरफ ले आने लगे लेकिन वो अकेले मॉम को संभाल नहीं पा रहे थे.

तभी डैड मुझसे बोले- बेटा अमित, लगता है तुम्हारी मॉम को काफी चढ़ गयी है. तुम मेरी थोड़ी मदद करो ना … अपनी मॉम को बेडरूम तक ले जाने में.डैड के साथ मैंने भी मॉम को पकड़ लिया.

इस मौके का मैं पूरा फायदा उठाना चाहता था तो मैंने मॉम को पकड़ने के बहाने मैंने उनके बड़े चूतड़ों को पकड़ लिया. मैं और डैड मॉम को उनके कमरे में ले जाने लगे.

मैं मॉम से पूरी तरह सटा हुआ था और मैं उनके बड़े बड़े चूतड़ों को बहुत बुरी तरह मसल रहा था.मॉम के चूतड़ इतने मुलायम थे कि मैं आपको क्या बताऊं.मुझे उनके चूतड़ों को दबाने में बहुत मज़ा आ रहा था.

फिर मैं और डैड, मॉम को उनके बेडरूम तक ले आए और हमने उन्हें उनके बेड पर लिटा दिया.तभी एकदम से मेरे डैड का फ़ोन बजा.

मेरे डैड फ़ोन उठाकर किसी से बात करने लगे.उसके बाद वो मुझसे बोले- बेटा, मुझे अभी अर्जेंट बाहर जाना है.मैंने उनसे पूछा- क्या हुआ डैड?

मेरे डैड बोले- बेटा मेरे एक दोस्त का एक्सीडेंट हो गया है और वो हॉस्पिटल में एडमिट है. इसलिए मुझे तुरंत ही निकलना होगा.

डैड तुरंत से बाहर जाने लगे और वो जाते जाते मुझसे बोले- बेटा गेट बंद कर लो और अपनी मॉम का अच्छे से ख्याल रखना, शायद मुझे आने में सुबह हो जाएगी.

इतना कहकर मेरे डैड वहां से चले गए और मैं भी घर का दरवाज़ा बंद करके अपने कमरे में आ गया.फिर मैं सोने की कोशिश करने लगा.

लेकिन मुझे नींद ही नहीं आ रही थी. मेरे मन में तो बस बार बार मेरी मॉम का ही ख्याल ही घूम रहा था.अपनी मॉम के बारे में सोच सोच कर ही मेरा लंड खड़ा हो रहा था.

फिर मैं उठ कर मॉम के कमरे की तरफ चला गया.उधर मैंने देखा कि मॉम सो रही थीं और उनके मम्मों से उनकी साड़ी का पल्लू हटा हुआ था.

सोते हुए में मेरी मॉम बहुत ही सेक्सी लग रही थीं और उनके ब्लाउज में से मुझे उनके आधे से ज्यादा बूब्स नंगे दिख रहे थे.

अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था, मैं सोच रहा था कि आज मॉम को चोदने का सही मौका है.डैड भी घर पर नहीं है और मॉम भी नशे में टल्ली हैं, आज मॉम को चोद ही देता हूँ, फिर पता नहीं दोबारा ये मौका मिले या ना मिले.

लेकिन मुझे एक अजीब सा डर भी लग रहा था कि कहीं मॉम को कुछ पता चल गया तो वो मेरी टांगें ही तोड़ देंगी.फिर मैं थोड़ी हिम्मत करके मॉम के पास गया और उसके बाद मैं डरते डरते मॉम के ब्लाउज के ऊपर से ही उनके चूचों को दबाने लगा.

मॉम कुछ नहीं बोलीं, तो मैं उनके चूचों को और ज़ोर जोर से दबाने लगा.तभी मॉम एकदम से नशे में बड़बड़ाती हुई बोलने लगीं- आह आह अम्मम ममम आह …

मैं मॉम की हालत देखकर कर समझ गया कि मॉम पूरी तरह नशे में हैं और मॉम सुबह से पहले होश में आने वाली नहीं हैं.

मैंने मॉम के रसीले होंठों पर अपने होंठ रख दिए और मैं उनके सेक्सी होंठों को चूसने लगा.मॉम के होंठों का रस बहुत ही मीठा था.

मैं उनके होंठों को बहुत बुरी तरह चूस रहा था और उसके साथ साथ मैं उनके मम्मों को भी अच्छे से मसल रहा था.

कुछ देर तक उनके होंठ चूसने के बाद मैं उनकी जीभ को चाटने लगा.मॉम का मुँह चूसने चाटने के बाद मैं अपने सारे कपड़े उतार कर पूरा नंगा हो गया.अब मेरा लंड पूरी तरह तन कर खड़ा हो गया था.

मैंने मॉम के ब्लाउज के बटन खोलने शुरू कर दिए.मैं मॉम के ब्लाउज के सारे बटन खोलकर उनका ब्लाउज उतारने लगा लेकिन मुझे उनका ब्लाउज उतारने में काफी दिक्कत हो रही तो मैंने उनका ब्लाउज फाड़ कर उनके सेक्सी जिस्म से अलग कर दिया.

मॉम ने लाल रंग की ब्रा पहनी हुई थी और उसके अन्दर से मॉम के सेक्सी चूचे बाहर आने के लिए मचल रहे थे.अब मॉम के इतने सेक्सी मम्मे देखकर मुझसे रहा नहीं गया और फिर मैंने उनकी ब्रा भी हटा दी. अब मॉम के मम्मे आज़ाद हो गए थे.

मैंने उनके मम्मों को अपने हाथों में थाम लिया और उन्हें जोर जोर से दबाने लगा.मॉम भी नशे में कुछ कुछ बड़बड़ा रही थीं लेकिन मैंने उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया.

मैं उनके ऊपर चढ़ कर उनकी चूचियों को चाटने लगा.मेरी मॉम की चूचियां बहुत ही मस्त थीं और आज मैं मॉम की चूचियों का सारा रस निचोड़ लेना चाहता था.

मॉम भी नशे में कुछ कुछ बड़बड़ा रही थीं लेकिन मैंने उन पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया.

मैं पूरी तरह से मॉम के ऊपर छा गया था और कभी उनकी गर्दन को चाट रहा था, कभी उनके मम्मों को, तो कभी उनके पेट को.

मैं मॉम से बोल रहा था- सीमा, आज तो तू मेरी बीवी बनने वाली है, आज पूरी रात तेरी अच्छे से चुदाई करूँगा मेरी जान. आज तो मैं तेरी जवानी चूस लूंगा.

मॉम भी अब हल्की हल्की सिसकारियां ले रही थीं, शायद अब मॉम को भी सेक्स चढ़ने लगा था.

मैं नीचे की तरफ आ गया और मॉम की साड़ी को ऊपर उठाना शुरू कर दिया.मॉम की टांगें एकदम संगमरमर सी चिकनी और दूध की तरह गोरी थीं.

मैंने उनकी साड़ी और पेटीकोट ऊपर उठा दिया और उनकी टांगों को अपनी जीभ से चाटने लगा था.

फिर मैंने मॉम की साड़ी को निकालना शुरू किया और धीरे धीरे मैंने उनकी साड़ी उतार कर दूर फैंक दी.

उसके बाद मैंने मॉम के पेटीकोट का नाड़ा खोल कर उनका पेटीकोट भी उतार दिया.मेरे सामने अब मॉम सिर्फ एक लाल रंग की छोटी सी कच्छी में लेटी हुई थीं.

मैं अपने फ़ोन में मॉम की फोटो लेने लगा, सच मेरी मॉम उस छोटी सी कच्छी में किसी पोर्न फिल्म की हीरोइन की तरह लग रही थीं.

अब मैं मॉम के ऊपर चढ़ गया और उनकी टांगें चौड़ी करके उनकी कच्छी के ऊपर से ही उनकी चूत को सहलाने लगा.

मैंने महसूस किया कि मॉम की कच्छी थोड़ी थोड़ी गीली थी.मैं समझ गया कि शराब पीने की वजह से मॉम की काफी गर्म हो गयी हैं और उनका भी चुदने का मन कर रहा है.

अब मैं मॉम की गोरी गोरी मांसल जांघों को चाट रहा था और बीच बीच में मैं उनकी कच्छी के ऊपर से उनकी चूत पर जीभ फिरा रहा था.मां की चूत की खुशबू मुझे मदहोश कर रही थी.

फिर मैंने मॉम की कच्छी भी उतार कर दूर फैंक दी.मॉम की चूत मेरे सामने अब पूरी नंगी हो गयी थी.

क्या मस्त चिकनी और सेक्सी चूत थी मेरी मॉम की.मेरा तो मन कर रहा था कि मैं मॉम की चूत को खा ही जाऊं!लेकिन फिर मैं मॉम की चूत में अपनी एक उंगली घुसा दी.

जैसे ही मेरी उंगली मॉम की चूत में गयी तो एकदम से उनकी आह निकल गयी.मैंने महसूस किया कि मॉम की चूत बहुत गर्म थी और उनकी चूत हल्का हल्का पानी भी छोड़ रही थी.

अब मुझसे रहा नहीं गया और मैं अपनी जीभ मॉम की चूत के अन्दर चलाने लगा.मैंने मॉम के दोनों पैर अपने कंधों पर रख लिए थे और काफी मज़े से उनकी चूत चाट रहा था.

मॉम की चूत बहुत सेक्सी थी.मुझे उनकी चूत चाटने में बहुत मज़ा आ रहा था.

मॉम भी सिसकारियां लेते हुए नींद में ही बोल रही थीं- आह आह म्म उफ्फ्फ्फ़ आह राहुल आह आह राहुल.!

दोस्तो, मेरी मॉम नींद में किसी राहुल का नाम ले रही थीं जबकि मेरे डैड का नाम तो रमेश है.मैं सोचने लगा जरूर राहुल मॉम का कोई बॉयफ्रेंड रहा होगा.

फिर मैं मॉम को बोलने लगा- साली कुतिया सीमा, बहुत आग है ना तेरी चूत में … आज मैं तेरी चूत चोद चोद कर तेरी चूत का भोसड़ा बना दूंगा.मेरी मॉम ने उसी समय एक ऐसी बात कह दी जिसे सुनकर मुझे समझ आ गया कि वो मेरे लंड से खुद ही चुदना चाहती थीं.

मॉम ने कहा- राहुल साले, तू क्या मेरी चूत का भोसड़ा बनाएगा. जिससे मुझे अपनी चूत का भोसड़ा बनवाना है, वो तो साला बस मुझे देख कर ही मुठ मार लेता है.मैंने ये सुना तो मॉम से पूछा- और वो कौन है?

मॉम ने कहा- वो मेरा सौतेला बेटा अमित है. सच में मैं अपने अमित से अपनी चुदाई करवाना चाहती हूँ.जब मैंने मॉम के मुँह से ये सुना तो मैंने भी कह दिया- सीमा डार्लिंग तुम बस ये ही समझो कि मैं अमित हूँ.

मॉम नशे में हंसने लगीं और मुझे अमित कह कर मुझसे चुदवाने लगीं.

अब मैंने अपनी दो उंगलियां मॉम की चूत में घुसा दीं और अपनी उंगलियों से उनकी चूत चोदने लगा.

मॉम भी मचल रही थीं.मैंने मॉम से कहा- रुक जा बहन की लौड़ी, आज मैं तेरी चूत अच्छे से बजाऊंगा. अभी से क्यों मचल रही है रांड.

मैंने मॉम की चूत से अपनी दोनों उंगलियां निकालीं और देखा कि मेरी दोनों उंगलियां मॉम की चूत के पानी से पूरी तरह गीली हो चुकी थीं.मैं अपनी दोनों उंगलियां मॉम के मुँह में डालकर उन्हें उन्हीं की चूत का पानी चटवाने लगा.मॉम भी बड़े मज़े की साथ मेरी उंगलियां चाट रही थीं.

मैंने मॉम से कहा- सीमा बहन की लौड़ी तू तो बहुत बड़ी रंडी है, कितने मज़े लेकर अपनी चूत का पानी चाट रही है.तब मैंने अपनी उंगलियां मॉम के मुँह से निकालीं और मैंने अपना लंड उनके मुँह में डाल दिया.

अब मैं धीरे धीरे उनके मुँह में अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा.मुझे अपनी मॉम से अपना लंड चुसवाने में बहुत मज़ा आ रहा था.

मॉम भी गर्म हो चुकी थीं, इसलिए वो भी मेरा साथ दे रही थीं.मैं मैंने मॉम को 69 की पोजीशन में कर दिया.

अब मॉम मेरा लंड चूस रही थीं और मैं उनकी चूत चाट रहा था.मैं मॉम को लंड चुसाते चुसाते ही एकदम से उनके मुँह में झड़ गया.मॉम की चूत भी बहुत पानी छोड़ रही थी.

फिर मैंने मॉम के मुँह से अपना लंड निकाला तो देखा कि उनका मुँह मेरे लंड की मलाई से पूरी तरह भर गया था.

अब मैं मॉम की चूत के पास आ गया और उनकी चूत पर अपना लंड सैट करके उनकी चूत में घुसाने लगा.

मॉम की चूत अभी भी बहुत टाइट थी और मेरा लंड काफी बड़ा और मोटा था तो मुझे अपना लंड मॉम की चूत में डालने में थोड़ी दिक्कत हो रही थी.

लेकिन फिर मैंने मॉम की चूत में एक जोरदार धक्का मार कर अपना पूरा का पूरा लंड एक ही झटके में उनकी चूत में उतार दिया.मेरा लंड जैसे ही मॉम की चूत में गया तो वो हल्की सी चीखीं और शांत पड़ गईं.

मैं मॉम की चूत की ताबड़तोड़ चुदाई करने लगा.उस वक्त मैं मॉम को किसी पागल कुत्ते की तरह चोद रहा था.मेरे लंड के हर धक्के के साथ मॉम का पूरा शरीर हिल रहा था.

फिर मैं मॉम को सरका कर बेड के कोने तक ले आया और खुद ज़मीन पर खड़ा होकर उनकी एक टांग अपने कंधे पर रख कर उनकी चूत चोदने लगा.मॉम भी सिसकारते हुए बोल रही थीं- आह अमित … उम्मम हम्मम अमित उफ्फ आह चोदो मुझे.

मैं मॉम के मुँह से अपना नाम सुनकर उनकी चूत की बहुत बुरी तरह पिटाई कर रहा था.

कुछ देर ऐसे ही चोदने के बाद मैंने मॉम की दोनों टांगें फिर से अपने कंधों पर रख लीं और मैं उनकी चूत में करारे धक्के लगाने लगा.

मैं मॉम को बोल रहा था- हां सीमा, मैं तेरा राहुल हूँ … आह सीमा मेरी जान ले लंड खा!

काफी देर तक मैंने मॉम की चूत खूब बजाई और अपनी मॉम की चूत के अन्दर ही झड़ गया.मॉम भी काफी बार झड़ चुकी थीं.

अब मॉम की चूत चोदने के बाद मैं काफी थक गया था तो मैं मॉम से चिपक कर उनके साथ ही लेट गया.

मैंने मॉम को अपनी बांहों में भर रखा था और मैं उनके होंठों को चूस रहा था.कुछ देर बाद मेरा जोश फिर से जाग गया और मैं अपनी मॉम के बड़े बड़े चूतड़ों पर हाथ फेरते हुए उनकी गांड के छेद को सहलाने लगा.

मॉम की गांड का छेद काफी टाइट था.

मैं तो सोच रहा था कि आज मॉम की गांड चोदने में मज़ा ही आ जाएगा.

अब मैंने मॉम को उल्टा लिटा दिया और उनकी फूली हुई गोल गांड को देखने लगा.

दोस्तो, जिस गांड को मैं चोदने का सपना देखा करता था, आज वो गांड मेरे सामने पूरी नंगी थी.

मुझसे अब रहा नहीं गया और मैं मॉम के दोनों चूतड़ों को फैला कर उनकी गांड के छेद को चाटने लगा.मैं मॉम की गांड के छेद के अन्दर तक अपनी जीभ डाल रहा था.

मॉम भी नशे में अपनी गांड हिला रही थीं.उन्हें अपनी गांड चटवाने में बहुत मज़ा आ रहा था.

फिर मैंने मॉम की बड़ी गांड में अपना लंड घुसा दिया.तो मॉम चिल्लाने लगीं- आह आह … मर गयी!

मॉम नशे में बड़बड़ा रही थीं, इसी वजह से मैंने उनकी बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया और मैं उनकी गांड मारने लगा.

मैंने मॉम की दोनों टांगें मोड़ कर उन्हें कुतिया बना दिया था और मैं बहुत तेज तेज उनकी गांड में धक्के लगा रहा था.मैं मॉम की गांड चोदने के साथ साथ उनकी गांड पर थप्पड़ भी लगा रहा था.

मैंने मॉम की गोरी गांड थप्पड़ मार मार कर पूरी तरह से लाल कर दी थी.उसके बाद मैं मॉम को बेड के किनारे पर लिटा दिया और खुद नीचे खड़े होकर उनकी गांड की खूब चुदाई की.

काफी देर तक मैंने मॉम की गांड खूब मारी और उसके बाद मैं उनकी गांड में ही झड़ गया.अब मैं काफी थक गया था. मेरे अन्दर अब और हिम्मत नहीं बची थी कि मैं मॉम को और ज्यादा चोद सकूँ.

फिर मैंने सोचा कुछ देर मैं मॉम के साथ लेट कर उनके जिस्म के मज़े ले लेता हूँ. बाद में मैं अपने कमरे में जाकर सो जाऊंगा.मैं स्टेप मॉम सेक्स के बाद उनके साथ लेट गया.

मैंने मॉम को अपने से बिल्कुल चिपका रखा था और अपनी एक टांग अपनी मॉम की जांघ पर रख रखी थी.मैं और मॉम एक साथ लेटे हुए बिल्कुल पति पत्नी की तरह लग रहे थे.

मैं तो आज बहुत खुश था क्योंकि आज मुझे इतने मस्त गदराये और सेक्सी बदन वाली औरत जो चोदने को मिली थी.सच में मुझे मेरी मॉम को चोदने में बहुत ही मज़ा आया था.

ऐसे ही सोचते सोचते मुझे कब नींद आ गयी, मुझे पता ही नहीं चला.

मुझे कमेंट्स करके बताएं कि आपको ये मॉम सेक्स कहानी कैसी लगी.

लेखक के आग्रह पर इमेल आई डी नहीं दिया जा रहा है

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