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बहुत अच्छी होती है लण्ड की लत

Kamvasna

मेरा नाम राबिया है, मैं 26 साल की हूँ. मेरा रंग गोरा है, कद 5′ 3″ है और बाल बॉब कट हैं।

मैं पढ़ी लिखी हूँ और फर्राटेदार इंग्लिश बोलती हूँ। हमारा परिवार बहुत बड़ा है। मेरी चाची, ताई सब हमारे साथ ही रहती हैं।

हमारी रेडीमेड गारमेंट्स की बहुत बड़ी इंडस्ट्री है। हमारे पास पैसों की कोई कमी नहीं है।

मेरा चेहरा बड़ा सेक्सी और आकर्षक है।

मैं बहुत मीठा बोलती हूँ और अपनी बोली से सबका मन मोह लेती हूँ।


यह मेरी सच्ची कहानी है, इसमें काल्पनिक कुछ भी नहीं है।


आपको मैं उस समय की बात बता रही हूँ जब मैं 19 साल की थी और कॉलेज में पढ़ती थी।

मैं पढ़ने में बहुत तेज थी और खुल्लम खुल्ला गन्दी गन्दी बातें करने में भी बहुत तेज थी.


एक दिन एक लड़की बोली- यार, कल मैंने अपनी भाई का लण्ड पकड़ा. क्या मस्त लौड़ा है उसका यार … मज़ा आ गया।

दूसरी बोली- यार मैं पिछले 6 महीने से अपने जीजू का लण्ड पकड़ रही हूँ और पेलवा भी रही हूँ.

तीसरी बोली- अरे यार ये तो कुछ नहीं, मुझे देखो मैं तो दो साल से अपने अब्बू का लण्ड ले रही हूँ. मुझे तो लग गई लण्ड की लत! अब तो मैं पापा के दोस्तों के भी लण्ड लेती हूँ।


उनकी बातें सुनकर मैं अंदर ही अंदर बहुत उत्तेजित हो जाती थी।


एक दिन वही लड़की मुझे अपने घर ले गयी और मुझे पोर्न दिखा दिया।

पोर्न में बड़े बड़े लण्ड देख कर मैं पागल हो गयी और बोली- लण्ड क्या इतने बड़े बड़े होते हैं?

उसने कहा- हां यार, सच में इतने बड़े बड़े होते हैं. मेरे अब्बू का लण्ड भी इतना ही बड़ा है।


मेरे तो होश उड़ गए यह सब सुनकर!

उस दिन मैंने ठान लिया कि अब मैं भी लण्ड पकड़ूँगी।


उस दिन से मैं लण्ड पकड़ने के फ़िराक में घूमने लगी।


एक दिन मेरे चाचा का लड़का अमान मेरे घर आया।

घर में मैं अकेली थी।


वह मुझसे बातें करने लगा और मैं भी खुल कर बोलने लगी।

एकाएक मेरे मन में आया क्यों न मैं अमान का लण्ड पकड़ कर देखूं? अमान मुझसे सिर्फ दो महीने बड़ा है।

मैं उसे अमान ही कहती हूँ भाई नहीं।


तब मैं बाथरूम गई और लौट कर जब आई तो देखा कि वह अपना मोबाइल बड़े ध्यान से देख रहा है।


मैं चुपचाप उसके पीछे गई तो देखा कि वह पोर्न देख रहा है।

पोर्न में एक लड़की नंगी नंगी दो दो लण्ड चाट रही थी।


यह देख कर मेरे बदन में आग लग गई और मेरी चूत गीली हो गई।


फिर एक लड़के ने लण्ड उसकी चूत में पेल दिया और दूसरे ने लण्ड मुंह में घुसेड़ दिया।

मेरा चेहरा लाल हो गया।

मेरी आँखें चौंधियाँ गई कि ये सब क्या हो रहा है।


इतने में उसने गर्दन घुमाई और बोला- अरे राबिया, छुप छुप कर क्यों देख रही हो? लो मेरे साथ देखो न!

उसने मुझे मोबाइल पकड़ा दिया।


मैं एकटक पोर्न देखने लगी।

फिर अचानक मेरी नज़र अमान पर पड़ी तो मैं उसे देख कर दंग रह गई।


वह अपना लण्ड बाहर निकाल कर बड़े प्यार से सहला रहा था।

मुझे देख कर बोला- राबिया, लो इसे पकड़ कर देखो तो ज्यादा मज़ा आएगा।


भाईजान का खड़ा लण्ड देख कर मेरे होश उड़ गए।

जो पोर्न में लण्ड था उससे बड़ा लण्ड था अमान का!


मेरा मन लण्ड पकड़ने का तो था ही … मैं बड़ी देर तक उसका लण्ड देखती रही.


तब उसने मेरा हाथ पकड़ अपने लण्ड पर रख कर कहा- राबिया, शर्माओ नहीं। इसे पकड़ो हिलाओ मुठ्ठी में लेकर आगे पीछे करो. देखो तुमको बड़ा मज़ा आएगा।


जैसे ही मैंने लण्ड छुआ तो लण्ड साला हिनहिनाने लगा।

मुझे बहुत ही अच्छा लगा तो मैंने उसे मुठ्ठी में ले लिया मेरे मुंह से निकला- बाप रे … इतना बड़ा होता है लण्ड?


फिर उसने मुझे बड़े प्यार से बदन से चिपका लिया।

मैं भी बड़े मन से चिपक गई।


उसने मेरी चूचियाँ दबायीं, मेरे चूतड़ दबाये, मेरी चुम्मी ली.

तो मैं भी उसका लण्ड बड़े प्यार से हिलाने लगी।


फिर वह न्यू चूत की न्यू चुदाई के लिए मेरे कपड़े उतारने लगा।

पल भर में मैं नंगी हो गई तो वह भी नंगा हो गया और मुझे अपनी बाँहों में भरकर बोला- राबिया, तुम बहुत खूबसूरत हो, सेक्सी हो, हॉट हो यार! तेरी ये बड़ी बड़ी चूचियाँ, तेरी मस्तानी चिकनी चूत और तेरी थिरकती हुई गांड मुझे बहुत अच्छी लग रही हैं।

मैंने कहा- मुझे तेरा ये मरदाना बदन, चौड़ी चौड़ी छाती और तेरा ये मस्त झूमता हुआ मोटा लण्ड पागल कर रहा है।


उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरी चूत चाटने लगा.

फिर मैं भी उसका लण्ड चाटने लगी।


आज पहली बार मेरे हाथ में किसी मर्द का लण्ड था और मैं ख़ुशी से फूली नहीं समा रही थी।


मैंने पोर्न में लड़की को लण्ड चूसते हुए देखा था बस मैं उसी तरह लण्ड चूसने लगी।


मैं भी उत्तेजित थी और वह भी! मैं तो लण्ड पर टूट पड़ी।

यह मेरी ज़िन्दगी का पहला लण्ड था।

मैं लण्ड का एक एक इंच चाटना चूसना चाहती थी।


उधर अमान भी मेरी न्यू चूत के साथ साथ मेरी गांड भी चाटने लगा।

मैं सिसकारियां भरती हुई लण्ड चूस रही थी।


लण्ड का नंगा टोपा मुझे बड़ा सुन्दर और सेक्सी लग रहा था।

पेल्हड़ भी चाटने में कोई कसर नहीं छोड़ी मैंने!


इतने में हुआ यह कि वह मेरे मुंह में ही झड़ गया।

पहले तो मुझे बड़ा अटपटा लगा फिर मैंने उस लड़की को पोर्न में लण्ड का वीर्य चाटते हुए देखा था, मैं भी उसी तरह चाटने लगी।


अमान बोला- राबिया, तुम बहुत अच्छी हो, मस्त हो और मेरे मन की हो। मुझे तुमसे प्यार हो गया है।


वह मुझे बाथरूम ले गया और फिर बाहर आकर हम दोनों नंगे नंगे बेड पर लेट गए।


कुछ मिनट ही हुए होगें कि लण्ड साला फिर से फुफकार मारने लगा.

उधर मेरी चूत भी कुलबुलाने लगी।


अमान अपना लण्ड मुझे दिखाते हुए बोला- राबिया अब मैं तुम्हें जी भर के चोदूंगा।

मेरे मुंह से निकला- चोद ले न भोसड़ी वाले मुझे! पेल दे न अपना ये मादरचोद लण्ड मेरी चूत में!


अब तक तो मैं बेशर्म हो ही चुकी हूँ. पूरी तरह खुल चुकी थी मैं! अब मुझे किसी की परवाह नहीं थी।


मेरी गालियां सुनकर उसका लण्ड साला और कड़क हो गया।

उसने मुझे बेड के एक कोने में घसीटा और मेरी टांगें फैला दीं।

मेरी नई चूत उसके लण्ड के सामने खुल गयी।


बस उसने लण्ड का टोपा कई बार चूत पर रगड़ा फिर एक ही झटके में पूरा अंदर पेल दिया।

लण्ड घुसते ही मेरे मुंह से चीख निकल पड़ी- साले कुत्ते … फट गई मेरी चूत बहनचोद! आहिस्ते आहिस्ते नहीं पेल सकता तू लण्ड? तेरी माँ का भोसड़ा साले, हाय रे बड़ा दर्द हो रहा है।

वह बोला- दर्द होने दे बुरचोदी राबिया … अभी तुझे ज़न्नत का मज़ा आएगा।


ऐसा कह कर उसने लण्ड 10 / 12 बार अंदर बाहर किया तो सच में मुझे मज़ा आने लगा।

मैं बोली- हाय दईया, बड़ा मज़ा आ रहा है, और चोदो मुझे, खूब चोदो मुझे, फाड़ डालो मेरी चूत। बड़ा मस्त लौड़ा है तेरा बहन चोद!


ऐसा बोल बोल कर मैं अपनी पहली चुदाई का पूरा पूरा मज़ा ले रही थी।

न्यू चुदाई करते हुए लण्ड साला अंदर बड़ी दूर तक चोट कर रहा था।


मैं अपनी गांड उठा उठा के उसका साथ दे रही थी।


वह बोला- राबिया, मुझे सबसे ज्यादा मज़ा तुम्हें चोदने में आ रहा है। तेरी चूत बड़ी टाइट है यार!


मेरा भाई मुझे तूफान मेल की तरह चोदे जा रहा था और मैं भी एक रंडी की तरह चुदवाये चली जा रही थी।


इतने में मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया और कुछ देर में वह भी झड़ गया।

मैंने दुबारा झड़ता हुआ लण्ड चाटा।


जैसे ही चुदाई ख़त्म हुई वैसे ही मेरी मम्मी का फोन आ गया।

मेरी अम्मी का नाम है मिसेज वाज़िहा।


वे बोली- राबिया, मैं आज नहीं आऊंगी, कल आऊंगी. तुम अपना ख्याल रखना।

मैंने कहा- ठीक है अम्मी, कोई बात नहीं।


अमान यह सुनकर बहुत खुश हुआ।

तब वह किसी काम से बाहर चला गया।


2 घंटे बाद अमान आया तो उसके साथ एक लड़का और था।

अमान ने बताया- यह समर है मेरा दोस्त!


मैं उसे अंदर ले गई और कहा- इसे क्यों ले आये? अब चुदाई कैसे होगी?

वह मेरे गाल थपथपाते हुए बोला अरे मेरी रानी, समर भी मेरे साथ तुम्हें चोदेगा।


यह सुनकर मेरा चेहरा लाल हो गया।

मैं मन ही मन खुश हुई कि आज मुझे एक और लण्ड मिलेगा।


फिर उसने एक दारू को बोतल निकाली और कहा- राबिया, तुम 3 गिलास लेकर आओ।


उसने 3 पैग बनाये, एक मुझे और एक समर को पकड़ाया।


मैंने कहा- मैं दारू नहीं पीती अमान!

वह बोला- तुम लण्ड भी नहीं लेती थी. पर लिया न? अब दारू नहीं पीती हो तो अब पियो न! दारू पीकर चुदवाने में दूना मज़ा आएगा।


भाई की ऐसी नंगी जुबान सुनकर मैं शर्म से पानी पानी हो गयी.

चाहे मुझे कितनी भी चुदास चढ़ी थी पर हूँ तो मैं एक देसी लड़की. ऐसी गंदी बात पराये मर्द के सामने कह कर भाई ने मुझे और बेशर्म कर दिया.


मैंने उसकी बात मान ली और दारू पीने लगी।

नशा चढ़ने लगा तो मेरे कपड़े अस्त व्यस्त होने लगे।


मैं बीच में बैठी थी।

मेरे दोनों तरफ अमान और समर बैठे थे।


समर ने मेरी चुम्मी ली तो अमान ने भी ले ली।

वे दोनों एक एक चूची दबाने लगे तो मैं भी दोनों के लण्ड पैंट के ऊपर से ही दबाने लगी।


फिर अमान ने मेरे सारे कपड़े उतार कर मुझे नंगी कर दिया और खुद भी नंगा हो गया।

उसका लण्ड मेरे मुंह के सामने आ गया।


तब तक समर भी कपड़े खोल कर नंगा खड़ा हो गया।

उसका टनटनाता हुआ लण्ड देख कर मेरे बदन में करंट लग गया।


लण्ड उसका अमान के लण्ड से बड़ा भी था और मोटा भी!


एकदम गोरा चिट्टा लण्ड देख कर मेरा मन हुआ कि मैं इसे कच्चा चबा जाऊं।


मैंने लण्ड पकड़ा उसकी चुम्मी ली और हिलाने लगी।

मैं अपने दोनों हाथों में लण्ड पाकर मस्त हो गयी।


दोनों ही लण्ड मेरे मुंह के सामने थे।

मैं दोनों लण्ड चाटने लगी और बारी बारी से चूसने भी लगी।


मैंने कहा- क्या मस्त हैं लौड़े हैं तुम दोनों के यार! मज़ा आ गया इन्हें पकड़ कर!


कुछ ही देर में दोनों ने मुझे नंगी नंगी बेड पर लिटा दिया।

अमान ने लण्ड मुंह में पेला तो समर ने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया।


समर बेड के नीचे खड़ा था और अमान ऊपर!

समर मेरी दोनों जांघें अपनी तरफ घसीट कर भचा भच्च, भचा भच्च फचा फच्च, फचा फच्च चोदने लगा।


उधर अमान मुंह में लण्ड डाले हुए मेरा मुंह ही चोदने लगा।

मैं दुतरफा चुदने लगी.


मुझे नहीं मालूम था कि 2 लण्ड से चुदने में इतना मज़ा आएगा।


मैं सारी दुनिया भूल गयी और बोली- मादरचोदो, भोसड़ी वालो, चोद डालो मेरी बुर, फाड़ डालो मेरी चूत! मुझे अपनी बीवी की तरह चोदो … पूरा लण्ड मेरी चूत में! अब तो मैं तुम दोनों की जोरू बन चुकी हूँ। हाय रे … बड़ा मज़ा आ रहा है।


इस तरह वो दोनों लण्ड कभी चूत में कभी मुंह में पेल पेल कर चोदते रहे।

दोनों ने मुझे 3 बार खूब धकाधक चोदा।


रात को 10 बजे अमान फिर आ गया और अबकी बार उसके साथ 2 लड़के थे।

दोनों नए लड़के थे, मतलब समर नहीं था।


मुझे देखते ही बोला- इनसे मिलो, यह है अमर मेरा दोस्त, और यह है साहिर इसका दोस्त!

मैं दोनों से मुस्कराकर मिली।


अंदर जाकर अमान ने मुझसे कहा- राबिया, आज रात भर हम तीनों मिलकर तुम्हारी लेंगे।


मैंने कहा- अरे यार, तुम पागल हो गए हो क्या? तीन तीन लौड़े तो मेरा भरता बना देगें, बहनचोद?

वह बोला- तेरा भरता नहीं, तेरी चूत का भरता बना देंगे। तब देखना कितना मज़ा आएगा जब जब तीन तीन लण्ड तेरे सामने नंगे नंगे हिनहिनायेंगे। तब तुम्हें तीनों लण्ड एक साथ देखने में, पकड़ने में और चूसने में बड़ा मज़ा आएगा।


मैं उसकी बात सुनकर मुस्कराने लगी।

उधर मेरी चूत साली चुलबुला उठी।


इतने में ड्रिंक शुरू हो गई और हम चारों नशे में डूब गए।


साहिर बोला- यार अमान, तेरी बहन राबिया तो बड़ी मस्त गदराई हुई लड़की है।

अमान ने कहा- हां यार, ये बिल्कुल तेरी बीवी की तरह है और चुदवाती भी उसी की तरह है।


मैंने पूछा- अमान, क्या तुम साहिर की बीवी चोदते हो?

वह बोला- हां यार, बिल्कुल चोदता हूँ।


यह सुनकर मैं तो और ज्यादा बेशर्म हो गयी।


इतने में साहिर ने मुझे नंगी किया और अमर ने मुझे अपना लण्ड पकड़ा दिया।

फिर पीछे से साहिर ने लण्ड मेरे कंधे पर रख दिया।


अमान नंगा मेरे नंगे बदन से खेलने लगा।


इस बार साहिर ने मुझे बेड के एक कोने में खींच कर मेरी गांड में पहले तो उंगली की फिर एकाएक लण्ड पेल दिया।

मेरा गांड फट गयी.

पर मुझमें चुदाई का जोश था तो मैं सह गयी.


गांड में लंड घुसने से मेरी चूत ऊपर उठी थी तो अमर अपने लण्ड उसमें घुसेड़ दिया।


अमान ने मेरे मुंह में लण्ड दे दिया।


मैं इस तरह तीनों लण्ड से चुदवाने लगी।


इस बार मुझे पहले से ज्यादा मज़ा आने लगा था।


तीनों मादर चोदों ने मुझे रात भर चोदा।

मेरे तीनों छेद में बारी बारी से लण्ड पेला।


मैं सुबह 6 बजे तक खूब धकापेल चुदी और फिर सबके साथ नंगी सो गयी।


सवेरे 10 बजे उठी और 11 बजे मेरी मम्मी आ गई।

उस समय मैं घर में अकेली ही थी।


मम्मी को कुछ नहीं मालूम हुआ कि मेरे साथ क्या हुआ, मैंने उनके पीछे क्या क्या गुल खिलाये.

एक दिन अमान ने अम्मी से कहा- आंटी, राबिया को कॉलेज में पढ़ना है। हमारा बहुत बड़ा मकान कॉलेज के पास है और वह खाली पड़ा है तो राबिया को वहां भेज दो। वह वहीं रह कर अपनी पढ़ाई करती रहेगी और मैं उसकी देखभाल करता रहूँगा।


अम्मी उसकी बात मान गयी और मैं अमान के उस बड़े मकान में रहने लगी।

ऐसा होने से मुझे बहुत बड़ी आज़ादी मिल गयी।


अमान मुझे वहां रोज़ चोदने लगा और उसके दोस्त भी मुझे बड़े प्यार से चोदने लगे।


हर दिन 4 / 5 लड़के तो मुझे बड़े प्यार से चोदने लगे और मैं भी नए नए लण्ड से चुदवाने का मज़ा लेने लगी।

धीरे धीरे मुझे लण्ड लेने की लत लग गयी।


अब हाल यह है कि जब तक मेरे सामने 4 / 5 लण्ड नंगे खड़े न हों तब तक मेरा मन चुदवाने का होता ही नहीं है।

मैं घर में नंगी रहती हूँ और खूब चुदती हूँ.

रात में तो बहुत ज्यादा चुदती हूँ।


फिर मैं मादरचोद लड़कों के साथ सुट्टा लगाने लगी यानि सिगरेट पीने लगी, शराब भी पीने लगी और बिंदास अय्याशी करने लगी।


इसी बीच मेरी चूचियाँ दुगुनी हो गईं, मेरी जांघें मोटी हो गईं और चूत मेरी चबूतरा हो गयी।


एक दिन अमान बड़े मूड में था।

वह अपने दो नए दोस्तों को लेकर आ गया।


उनके नाम थे सागर और नकुल।

दोनों ही गोरे चिट्टे थे हैंडसम थे और स्मार्ट भी।


उन्हें देख कर मेरी चूत गीली हो गयी।

इतने में अमान ने दारू को बोतल खोल दी और हम सबने दारू पी और सिगरेट भी।


उसके बाद शुरू हुआ नंगा नाच!

जी हां न्यूड डांस।


हम सब नंगे थे यानी 1 चूत और 3 लण्ड!

मेरी नज़र उन तीनों लण्ड पर थी।

लण्ड बहनचोद सब लम्बे चौड़े थे।


डांस के बाद सबने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ बैठे।


सागर ने लण्ड मेरे मुंह में पेल दिया, नकुल ने लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और अमान मेरी गांड मारने लगा।

मैं तीनों से खूब जम कर चुदने लगी।


तीनों लण्ड का मज़ा एक साथ लेने लगी, बोली- भोसड़ी वालो, आज तुम जितना चाहो उतना मुझे चोदो। चाहे मेरी चूत गांड दोनों फाड़ डालो. लेकिन मैं तुम्हारे लण्ड का एक एक बूंद रस निचोड़ लूंगी। अब मैं मादरचोद बहुत एक्सपर्ट चुदक्कड़ रंडी बन चुकी हूँ।


चुदाई करते हुए अमान बोला- राबिया, मैं एक दिन तेरी माँ चोदूंगा। मुझे तेरी माँ बड़ी सेक्सी और हॉट लगती है। उसे देख कर मेरा लण्ड खड़ा हो जाता है।

मैंने कहा- भोसड़ी के अमान मजाक मत कर! तेरी गांड में वो दम नहीं है जो तू मेरी अम्मी को चोद सके।

वह बोला- दम है राबिया … मुझे तेरी अम्मी के बारे में सब कुछ मालूम हो गया है। अब मैं रुकने वाला नहीं!


अगले दिन सवेरे मेरी अम्मी मेरे पास आ गई।


यह तो अच्छा हुआ कि उस समय कोई चुदाई नहीं हो रही थी।


अम्मी ने हमारा रहन सहन देखा और खुश हो गई।


दूसरे दिन वो वापस अपने घर अमान के साथ ही चली गई।

मैंने राहत की सांस ली।


उनके जाने के बाद अमान का दोस्त समर फिर आ गया, बोला- यार राबिया, तुझे मेरा लण्ड बहुत याद कर रहा है।

मैंने कहा- भोसड़ी के, तुझे लण्ड और चूत के अलावा कुछ आता है? जब देखो तब तू चुदाई की ही बात करता रहता है। लण्ड हिलाने के अलावा और कोई काम नहीं है तुम्हारे पास मादरचोद समर!

वह बोला- यार राबिया, जब लण्ड पकड़ने वाली तुम्हारी जैसी मस्त जवान लड़की हो तो फिर लण्ड हमेशा हिलाने का मन करेगा ही।


ऐसा बोल कर उसने मुझे अपनी बाँहों में भर लिया और फिर मुझे उसने पटक पटक के खूब चोदा।

मेरे बदन की एक एक नस ढीली कर दी।


अगले दिन शाम को जो मैंने देखा उसकी मैंने कभी कल्पना भी न की थी।


मैंने देखा की नीचे हाल में मेरी अम्मी एकदम नंगी नंगी अपने दोनों हाथ दो नंगे नंगे लड़कों के कंधे पर रख कर चली आ रही हैं।

एक लड़का उसके पीछे नंगा नंगा आ रहा था।


मम्मी की चूत से रस टपक रहा था।

लण्ड उन तीनों के अधखड़े दिखाई पड़ रहे थे।


मैं सोचने लगी कि अम्मी को क्या हो गया? क्या उसको किसी ने जबरदस्ती चोदा है?


तब तक उन लड़कों ने मम्मी को मेरे सामने बिस्तर पर एकदम नंगी लिटा दिया।

मम्मी मुझे देख कर बोली- बेटी राबिया, इन तीन लड़कों ने मुझे खूब चोदा है। पहले एक आया उसने लण्ड मेरे मुंह में घुसेड़ दिया। फिर दूसरा आया उसने मुझे नंगी किया और लण्ड मेरी चूत में पेल दिया और फिर तीसरा तो अमान था उसने मुझे लण्ड पकड़ाते हुए कहा ‘लो आंटी मेरे भी लण्ड का मज़ा ले लो।’ उसके बाद तीनों ने मुझे बारी बारी से खूब चोदा।


मैंने कहा- अम्मी, तुमने मना क्यों नहीं किया?

वह बोली- बेटी, मुझे भी बड़ा मज़ा आ रहा था तो मैं मना कैसे करती। बहुत दिनों के बाद 3 लण्ड एक साथ मिले थे। अब तो मैं चाहती हूँ कि ये लोग तेरे सामने मुझे चोदें। तेरे सामने तेरी माँ चोदें।


मम्मी की बातों से मेरे तन बदन में आग लग गयी।


इतने में अमान ने सही में लण्ड मेरे आगे ही मेरी मम्मी की चूत में पेल दिया और एक लड़के ने लण्ड उसके मुंह में!

बाकी दो लड़के मेरे ऊपर टूट पड़े तो मैंने रोका उन्हें!


तब अम्मी बोली- राबिया, रोकने की जरूरत नहीं है। तू बुरचोदी अभी मस्त जवान हो गयी है, लण्ड का मज़ा ले ले। जवानी एक बार ही आती है माँ की लौड़ी, बार बार नहीं!


अम्मी के मुंह से गाली सुनकर मैं उत्तेजित हो गयी।


तब तक एक ने मुझे नंगी कर दिया और दूसरे ने मुझे लण्ड पकड़ा दिया।

मैं नंगी नंगी लण्ड चूसने लगी तो दूसरे ने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया।


मैं तो चुदी हुई थी ही मुझे दर्द तो हुआ नहीं बल्कि मैं भी गांड हिला हिला कर चुदवाने लगी।


एब मैं खुश थी कि मेरे सामने मेरी ही तरह मेरी माँ चुद रही है।

2 लण्ड मेरी माँ चोद रहे थे और 2 लण्ड मुझे।


उस दिन मैं अम्मी से पूरी तरह खुल गयी।


फिर क्या … हम दोनों माँ बेटी एक साथ मिलकर चुदवाने लगी।


अमान रोज़ रोज़ नए नए लड़के लेकर आता और हम दोनों को खूब झमाझम चोदता।

हर दिन नया लण्ड हमें मिलता.

तो फिर हम दोनों को नए नए लण्ड की लत लग गयी।


अम्मी बोली- राबिया, चुदाई में कोई किसी को रिश्ते से नहीं बुलाता बल्कि नाम से बुलाता है।

मैंने कहा- अच्छा, तो तुम मेरे लिए वाज़िहा हो, मैं तेरे लिए राबिया।


वह बोली- नहीं, मैं तेरे लिए भोसड़ी वाली रंडी वाज़िहा हूँ और तू मेरे लिए बुरचोदी माँ की लौड़ी राबिया है।


इस बात से हम दोनों को चुदाई में और ज्यादा मज़ा आने लगा।


एक दिन चुदवाती हुई वह बोली- राबिया, तेरी माँ का भोसड़ा, तेरी बहन का लण्ड! तेरी चुदाई देख कर मुझे बड़ा अच्छा लग रहा है।

मुझे भी जोश आ गया तो मैंने भी कहा- वाज़िहा हरामजादी तेरी बिटिया की बुर, तेरी बहन का भोसड़ा! तेरे भोसड़ा में लण्ड घुसता है तो मैं बहनचोद ख़ुशी से झूम उठती हूँ।


फिर क्या हम दोनों की चुदाई खूब धुआंधार हुई और चोदने वालों को भी खूब मज़ा आया।


एक दिन हम दोनों माँ बेटी चुदने के बाद नंगी बैठी हुई बातें कर रही थीं।


तभी अम्मी ने कहा- देख राबिया, मैं तुम्हें एक राज़ की बात बताती हूँ। मैं पराये मर्दों से खूब चुदी हूँ। मुझे लण्ड बहुत अच्छे लगते हैं। मुझे तो अब लण्ड की लत लग गयी है। लण्ड के बिना मुझे नींद नहीं आती बहनचोद! तेरे अब्बू भी तेरी ताई यानि अमान की माँ चोदता है। वह तेरी माईरा चाची की भी बुर लेता है और अपने 3 दोस्तों की बीवियां और उनकी बेटियां भी चोदता है। मैं भी उन तीनों से चुदवाती हूँ राबिया। मुझे हर रोज़ लण्ड चाहिए लण्ड।


मैंने फिर खुल कर कहा- अरे यार वाज़िहा, मैं भी लण्ड की दीवानी हूँ। अब तक मैं मादरचोद 15 / 18 लण्ड ले चुकी हूँ।

उसने मुझे गले लगा लिया और मुझे इतने लण्ड से चुदने की शाबाशी दी।


एक दिन तो सच में बड़ा कमाल हो गया।


मैं और अम्मी एकदम नंगी नंगी लेटी थीं।


अचानक अमान का दोस्त विशाल आ गया।

मैं उसका लण्ड चूस चुकी थी पर चुदी नहीं थी।

उसने अम्मी को भी नहीं चोदा था।


उसने जब अम्मी का भोसड़ा देखा तो उत्तेजित हो गया और लण्ड सीधे पेल दिया अम्मी के भोसड़े में!


फिर मैं भी मज़ा ले ले कर अपनी माँ चुदवाने लगी।


अचानक मेरे अब्बा कमरे में आ गए।

मैं तो अपनी चूत और चूची छिपाकर बैठ गयी मगर अम्मी की चुदाई चालू रही।


अब्बू नंगे बदन थे लेकिन तौलिया लपेटे थे।

अम्मी ने पूछा- कहाँ से आ रहे हो?

वह बोले- अमान की माँ चोद कर आ रहा हूँ।


तो अम्मी ने उनका तौलिया खींच लिया.

तो अब्बू एकदम नंगे हो गये।


अब्बू का लण्ड देख कर मेरे बदन में सुरसुरी होने लगी।

अम्मी ने लण्ड पकड़ा उसे हिलाया तो वह पूरा खड़ा हो गया।


फिर अम्मी ने खुद अब्बू का लण्ड मेरे हाथ में रख दिया और कहा- तुम दूसरों की बेटियों को अपने लण्ड का मज़ा देते हो. आज अपनी बेटी को अपने लण्ड का मज़ा दो।


अम्मी की यह बात सुनकर मैं गनगना उठी।

अब्बू का लण्ड मैंने बड़ी बेशर्मी से पकड़ लिया उसकी चुम्मी ली, लण्ड का टोपा चाटा।

मैं पेल्हड़ दूसरे हाथ से थाम कर लण्ड मुंह में डाल कर चूसने लगी।


अब्बू मेरे नंगे बदन पर हाथ फिराने लगे, मेरे बूब्स दबाने लगे और मेरी चूत में उंगली करने लगे।


मैं कुछ ही देर में बहुत गर्म हो गई।


फिर उसने मुझे बेड पर चित लिटा दिया और मुझे अपनी तरफ खींच लिया।


बेड के नीचे खड़े होकर उस बेटी चोद बाप ने लण्ड मेरी चूत पर सेट किया और सट्ट से पूरा लण्ड एक बार में घुसा दिया।

मेरे मुंह से उफ़ निकला बस और मैं मस्त होकर चुदवाने लगी।

मुझे अब्बू का लण्ड मज़ा देने लगा।


उधर मेरी अम्मी विशाल से चुद रही थी।

मुझे चुदने में अच्छा लगने लगा तो बोल पड़ी- तेरा लण्ड भोसड़ी का बड़ा मोटा है अब्बा! हाय रे खूब चोदो मुझे! पूरा लौड़ा पेल के चोदो! क्या मस्त लौड़ा है तेरा मादरचोद! तू सबकी बेटियां चोदता है आज अपनी बेटी चोदने का मज़ा ले रहा है, तेरी बहन का लण्ड साले तेरी बिटिया की बुर! इतना मज़ा मुझे पहले कभी नहीं आया। फाड़ डाल मेरी चूत, चीर डाल मेरी गांड!


मेरे मुंह से गांड सुना तो उसने सच में लण्ड चूत से निकाल कर मेरी गांड में पेल दिया।

तब सच में मैं चिल्ला पड़ी- उई माँ … फट गई मेरी गांड … साले अब्बा ने पूरा लौड़ा घुसेड़ दिया।


उसके बाद मुझे गांड मरवाने में वही मज़ा आया तो चूत चुदवाने में आया।


उस दिन अब्बू ने मुझे तीन बार चोदा।

उसके बाद मैं उससे हर दिन दो एक बार जरूर चुदवती थी.

और ये चुदाई पूरे हफ्ते चली।


जाने वाले दिन में भी अब्बू ने मुझे 3 बार चोदा, फिर चला गया।


उसके जाने के बाद हमारी अम्मी के साथ चुदाई बड़े जोर शोर से चालू हो गयी।


इसी बीच एक दिन अमान की अम्मी यानि मेरी ताई जी मिसेज जवेरिया बड़े अस्त व्यस्त हालत में घर आयी और बेड पर लेट गयी।


उसके आधे घंटे बाद अमान भी बड़ी तेजी से उसी कमरे में आया और अपने कपड़े उतारने लगा।

मैं वहीं खड़ी थी।


अमान थोड़ा गुस्से में और थोड़ा उत्तेजित दिख रहा था।

उसने अपने कपड़े उतार दिये और नंगा हो गया।

उसका खड़ा लण्ड बड़ा जबरदस्त लग रहा था।


वह टूट पड़ा ताई के ऊपर यानि अपनी अम्मी के ऊपर और उसके कपड़े फाड़ने लगा।


तब मैं बोली- अरे अमान, ये क्या कर रहे हो?

उसने कहा- राबिया, तुम नहीं जानती तेरी ताई पराये मर्दों से चुदवाती है। तेरे अब्बू से चुदवाती है। इन सबसे चुदवाती है तो मुझसे क्यों नहीं चुदवायेगी। कई लोग इसकी चूत में लण्ड पेलते हैं तो मैं भी पेलूँगा।


तब ताई बोली- हां हां, मैं पराये मर्दों से चुदवाती हूँ। तुम भी पेल दो अपना लण्ड … मैं तैयार हूँ। मुझे इसमें कोई शर्म नहीं। मैं ख़ुशी ख़ुशी पेलवा लूंगी। तुम मेरे बेटे हो तुम मुझे खुल्लम खुल्ला चोदो। मैं अपने बेटे से चुदवाकर गर्व का अनुभव करुँगी। वैसे भी मुझे लण्ड की लत लग गयी है।


मैं ताई की बातें सुनकर स्तब्ध रह गयी।

अमान मेरे सामने ही नंगा नंगा अपनी माँ के ऊपर चढ़ बैठा।

ताई तब तक बिल्कुल नंगी हो चुकी थी।


अमान ने पूरा लौड़ा उसके भोसड़ा में पेल दिया और घपाघप चोदने लगा।


मैंने मन में कहा कि जब मैं अपने अब्बू से चुदवा सकती हूँ तो अमान अपनी माँ क्यों नहीं चोद सकता?

ताई बड़े मजे से चुदवाने लगी।


मैं खड़ी खड़ी एक बेटे को अपनी माँ चोदते हुए देखने लगी।

गर्म तो मैं भी खूब हो चुकी थी।


अचानक मेरे कंधे पर किसी ने हाथ रख दिया।


मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो बोली- अरे तू विशाल और तेरा ये लण्ड? तू नंगा नंगा क्या कर रहा था?

वह बोला- यार मैं तेरी अम्मी वाज़िहा की फुद्दी ले रहा था।


मैं मुस्कराकर बोली- अच्छा तू मेरा माँ चोद रहा था?

ऐसा कह कर मैंने उसका लण्ड पकड़ लिया।


विशाल ने मेरी मैक्सी मेरे कन्धों से सरका दी, मेरी मैक्सी गिर पड़ी मैं नंगी हो गई।

विशाल मुझे ताई के बगल में लिटा कर चोदने लगा।


वैसे विशाल हम सबको कई बार चोद चुका था।

ताई पहली बार मेरी चुदाई देख रही थी तो बोली- अरी राबिया, तू बुरचोदी बड़ा मस्त चुदवाती है। कितने लण्ड ले चुकी है तू?

मैंने कहा- ज्यादा नहीं … यही कोई बीसेक लण्ड ही लिये होंगे अभी तक!


इतने में अम्मी नंगी नंगी एक लड़के का लण्ड पकड़े हुए हमारे सामने आ गई।

मैंने उसका लण्ड देखा तो मस्त हो गई.

लण्ड साला 8 इंच का होगा और मोटा तो अमान के लण्ड से ज्यादा था।


अम्मी बोली- ये फज़ाल है मेरी सहेली का बेटा। यह भी अपनी माँ चोदता है। आज मैंने इसे यहाँ सबको चोदने के लिए बुला लिया।


मैं चुदवा तो विशाल से रही थी पर मेरी नज़र फज़ाल के लण्ड पर थी।

फज़ाल सोफे पर लेटी मेरी अम्मी को झमाझम चोदने लगा।


कुछ देर तक हम तीनो की चुदाई होती रही।

फिर अम्मी ने फज़ाल का लण्ड मेरी चूत में पेल दिया और कहा- ले भोसड़ी वाली, अब इसके लण्ड का मज़ा ले ले! तुझे भी मेरी तरह लण्ड की लत लग गयी है।


तब विशाल ने मेरी चूत से लण्ड निकाल कर ताई के भोसड़े में घुसेड़ दिया।


अमान ने अपनी माँ की चूत से लण्ड निकाल कर मेरी माँ की चूत में पेल दिया।

इस तरह हम तीनों के बीच लण्ड की अदला बदली हो गयी तो मज़ा दूना हो गया।


फज़ाल मेरी चूत फाड़े दे रहा था।

मैंने कहा- साले कुत्ते, अपनी माँ चोद चोद कर तू बड़ा तीस मार खां बनता है मादर चोद? तेरी बहन की बुर साले … मैं तेरे लण्ड का एक एक बूंद रस निचोड़ लूंगी।


उधर अमान ने मेरी अम्मी की गांड में पेल दिया लण्ड!

और विशाल ने ताई की चूचियों के बीच लण्ड घुसेड़ दिया।


अम्मी बोली- राबिया, तुझे अपनी माँ चुदाने में बड़ा मज़ा आता है न … तो मुझे भी अपनी बेटी की चूत में लण्ड पेलना अच्छा लगता है। मैं जानती हूँ कि मेरी बेटी को मेरी तरह की लण्ड की लत लग गयी है।


तब तक ताई ने कहा- अरे यार, लण्ड की लत तो मुझे अपनी शादी के पहले ही लग गयी थी। अब तो मुझे अपने बेटे से चुदवाने की लत लग गयी है।

एक दिन शाम को हम तीनों नंगी नंगी बैठी बड़ी रोमांटिक बातें कर रही थी।


अम्मी बोली- मुझे तो अब लण्ड की आदत हो गयी है. बिना लण्ड के मैं एक दिन भी नहीं रह सकती।

ताई ने कहा- मेरा भोसड़ा साला हर रोज़ 4 / 6 लण्ड खाता है। मुझे तो लण्ड की लत लग गयी है। जबसे मेरा बेटा मुझे चोदने लगा है तब से मेरी लण्ड की चाहत और बढ़ गयी है।


मेरी तरफ मुंह करके ताई बोली- तू बुरचोदी राबिया कुछ नहीं बोल रही है? तुझे क्या अभी लण्ड की आदत नहीं पड़ी माँ की लौड़ी?

मैंने कहा- अरे ताई, क्या बात करती हो मैं अब तक 20 से ऊपर लण्ड ले चुकी हूँ। लण्ड मेरा नाश्ता है, लण्ड मेरा लंच है और लण्ड मेरा डिनर है। मैं जब भी मुंह खोलती हूँ तो बस लण्ड ही खाती हूँ।


ताई बोली- वाओ, तू तो अभी से रंडी बन गई राबिया!

मॉम ने कहा- अब तो ये मेरी चूत में लण्ड पेलती है जेठानी जी और मैं इसकी चूत में!


ताई बोली हां- मैं देखती हूँ कि तुम दोनों माँ बेटी अव्वल दर्जे की रंडी बनी हुई हो। लेकिन मैं मादर चोद तुम दोनों से भी बड़ी रंडी हूँ।


हमारे घर में चुदाई धकापेल होने लगी और इसी बीच मैं बहनचोद पेट से हो गयी।

मुझे बच्चा करना ही नहीं था तो मैंने ये बात अमान को बताई।


उसने कहा- चिंता की कोई बात नहीं है। मैं इसकी डॉक्टर से सफाई करवा दूंगा।


दूसरे दिन ही वह पवन सिंह नाम का एक डॉक्टर लेकर घर आ गया।

डॉक्टर बड़ा हैंडसम था, गोरा था और कद काठी का अच्छा था।


उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और धीरे धीरे कपड़े खोल कर सबके सामने मेरी चूत गांड सब चेक करने लगा।

मैं पूरी नंगी थी उसके आगे.


सफाई करने के बाद वह मेरी चूत सहलाने लगा और चूचियाँ दबाने लगा।

मुझे उसकी नीयत का पता चल गया।


मैंने देखा कि उसकी पैंट के अंदर लण्ड खड़ा है।

अमान भी सामने खड़ा था।

उसने इशारा किया तो डॉक्टर मेरी चूचियाँ चूमने और चूसने लगा।

मुझे मज़ा आया।


इतने में अम्मी ने उसकी पैंट खोल डाली।

पैंट खुली तो वह पूरा नंगा निकला क्योंकि नीचे कुछ नहीं पहना था।


लण्ड देख कर अम्मी भी मस्त हो गयी और मैं भी!

फिर उसने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया और सबके सामने चोदने लगा।


मुझे डॉक्टर से चुदवाने में मज़ा आने लगा.

अम्मी उसके पेल्हड़ सहलाने लगी, बोली- बेटा इस बुरचोदी राबिया की चूत फाड़ डालो। ये साली कुतिया बड़ा मस्त चुदवाती है। इसे खूब हचक हचक के चोदो।


तब तक उधर अमान अपनी माँ चोदने लगा.


तभी पीछे से किसी ने अम्मी के कंधे पर लण्ड रख दिया।

अम्मी मुड़ी तो देखा वो समर था जो मुझे चोद चुका था.


वह बोला- आज मैं तुमको तुम्हारी बेटी के सामने चोदना चाहता हूँ।


वह भोसड़ी का अम्मी के ऊपर चढ़ बैठा.

सेक्स मार्केट में अम्मी नंगी तो थी ही।

वे गर्म तो पहले से ही थी तो खुल कर धकाधक चुदवाने लगीं।


मैंने कहा- माँ के लौड़े समर, मेरी माँ का भोसड़ा ठीक से चोदना. नहीं तो मैं तेरी गांड में लण्ड ठोक दूंगी।


मेरी एक तरफ मेरी माँ चुद रही थी और दूसरी तरफ मेरी ताई चुद रही थी।


मैं मादरचोद दोनों के बीच घपाघप खुला सेक्स करने में, चुदवाने में जुटी हुई थी।


पूरे घर में चुदाई की आवाज़ और चुदाई की महक गूंजने लगी।

तीनों साले खूब उछल उछाल कर चोद रहे थे और हम तीनों भी एकदम रंडी की तरह सिसकारियां लेते हुए और गालियां बकते हुए चुदवा रहीं थीं।


अम्मी की नज़र डॉक्टर पवन के लण्ड पर टिक गयी।

मैं समझ गयी कि अम्मी पवन के लण्ड का मज़ा लेना चाहती हैं।


तब मैंने इशारे इशारे में कहा- यार पवन, अब तुम मेरी माँ का भोसड़ा चोदो। मेरी माँ मेरे सामने चोद कर दिखाओ।


वह इशारा समझ गया और लण्ड मेरी चूत से निकाल कर अम्मी की चूत में पेल दिया तो समर ने दौड़ कर लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया।


मैं नंगी नंगी समर का लण्ड चूसती हुई डॉक्टर से अपनी माँ चुदवाने लगी।


डॉक्टर भी मादरचोद पूरा लण्ड पेल पेल के मेरी माँ चोदने लगा।


उधर अमान तो अपनी माँ ( मेरी ताई) को पागलों की तरह चोदने में जुटा था।


तभी अचानक कमरे में मेरी माईरा चाची आ गयी।

तब मुझे होश आया की दरवाजा साला खुला ही रह गया था।


चाची के पीछे उसकी बेटी इनायत थी और बेटा राणा भी था।


उन तीनों ने हमारी चुदाई बड़े गौर से देखी.

हमारी बेशर्मी देखिये, हम में से किसी ने चुदाई बंद नहीं की।

चुदाई तभी बंद हुई जब तीनों भोसड़ा खलास हो गए और तीनों लण्ड ने अपना अपना माल उगल दिया।


उधर वे तीनों हमारे सामने बैठ कर हमारी चुदाई बड़े ध्यान से देखते रहे; सबकी चूत और सबके लण्ड का ज़ायज़ा लेते रहे।


चुदाई के बाद मैंने चाची का परिचय डॉक्टर और समर से करवाया. बाकी को वह अच्छी तरह जानती थी।


इनायत और राणा भी उन दोनों से मिलकर खुश हुए।


इतने में अमान राणा को लेकर बाहर चला गया।

समर और डॉक्टर भी उसके पीछे चले गए।


मैंने कहा, माईरा चाची देखो हम सब नंगी बैठी हैं तो तुमको भी नंगी होना पड़ेगा। और हां इनायत, तुम तो मेरी तरह फ़ौरन नंगी हो जाओ।


मैंने खुद इनायत को नंगी करते हुए पूछा- तुम्हें अम्मी के सामने नंगी होने में शर्म तो नहीं आती?

वह तपाक से बोली- बिल्कुल नहीं आती।


ख़ैर 2 मिनट में ही दोनों माँ बेटी नंगी हो गईं।


फिर हमारी बातें होने लगीं।


मैंने कहा- क्या तुम लोग घर में भी इसी तरह नंगी रहती हो?

माईरा चाची बोली- हां रहती हूँ। हम दोनों में कोई शर्म नहीं है। मेरी बेटी मस्त जवान है और मैं तो हूँ ही जवान! एक साथ रहना है तो शर्म कैसी?


फिर मुसकुराकर बोली- राबिया, मैंने तो शर्म की माँ चोद दी है। हम दोनों नंगी नंगी एक दूसरे की बुर चाटती हैं।


ताई ने कहा- वाह वाह, तब तो बहुत अच्छा करती हो माईरा …मैं यही चाहती थी। और क्या करती हो?

माईरा बोली- हम दोनों लण्ड भी साथ साथ मिलकर चाटती हैं।


मैंने पूछा- सिर्फ लण्ड ही चाटती हो साथ साथ या कुछ और भी?

वह बोली- चाटने के बाद एक दूसरी की चूत में लण्ड पेलती भी हूँ।


ताई ने कहा- वाह माईरा वाह … तुम तो मुझसे भी आगे हो गई हो यार!


माईरा बोली- नहीं जेठानी जी, मैं आपसे आगे नहीं हूँ पर पीछे भी नहीं हूँ।


मैंने कहा- अब खुल कर बताओ न मेरी बुरचोदी माईरा चाची!


वह बोली- अच्छा तो सुन भोसड़ी वाली राबिया, तुम लोगों की चुदाई देख कर अब मेरी भी हिम्मत हो गयी है सब कुछ सच सच बताने की!


सुनो:

तुम एक बात तो जानती हो कि मेरे पति बहुत पहले दुनिया छोड़ कर चले गए थे।

मैं उस समय ज्यादा मस्त जवान थी।


मैंने एक साल तक किसी और के लण्ड की तरफ देखा तक नहीं.

पर मुझसे और ज्यादा न रहा गया तो मैं पराये मर्दों के संपर्क में आने लगी और उनके लण्ड का मज़ा लेने लगी।


कहते हैं कि अगर किसी बिवाहित स्त्री को एक बार पराये मर्द के लण्ड का मज़ा मिल जाए तो फिर वह आगे ही बढ़ती रहती है।

एक के बाद दो, दो के बाद तीन, तीन के बाद चार … जाने कितने लण्ड अपनी चूत में पेलवा लेती है।


मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है।

अब तक मैं ३०से ज्यादा लण्ड ले चुकी हूँ।


एक दिन की बात है कि मेरी बेटी इनायत ने मुझे चुदवाते हुए देख लिया.

तो मैंने खुद इसे अंदर बुलाया और कहा- बेटी इनायत देखो, तेरे अब्बू के न रहने से मेरी चूत की प्यास बुझती नहीं थी. इसीलिए मुझे पराये मर्दों का सहारा लेना पड़ा। मैं समझती हूँ कि तुम भी जवान हो और अब तुम्हें भी लण्ड की जरूरत है। तो आओ मेरे पास और पकड़ लो लण्ड! शर्माने की कोई जरूरत नहीं है। मैं बुर चोदी तेरी माँ नहीं तेरी सहेली हूँ और तू भी भोसड़ी वाली, मेरी बेटी नहीं मेरी दोस्त है। मेरे साथ नंगी नंगी लण्ड चाटो और चुदाई का मज़ा लूटो।


बस उसी दिन से हम दोनों माँ बेटी सहेली बनकर चुदाई का मज़ा लेने लगी।

अब तो इनायत लण्ड पेलवाने में और मस्त मस्त गालियां देने में बड़ी एक्सपर्ट हो गयी है।


चाची की बातें सुनकर हम सब बड़ी खुश हो गईं।

मैंने कहा- चाची, यहाँ भी सब भोसड़ी वाली बड़ी चुदक्कड़ हैं। अब तुम्हारा साथ हम सबको मिलेगा तो मज़ा दूना हो जायेगा।


उसके बाद सबका नाश्ता पानी हुआ और खूब गन्दी गन्दी बातें हुईं।


चाची बोली- राबिया, ये अमान कब से अपनी माँ चोद रहा है?

मैंने बताया- यही कोई दो साल हो गए अमान को अपनी माँ चोदते हुए!


वह बोली- अच्छा. तो मेरे बेटे को अभी एक साल ही हुआ है अपनी माँ चोदते हुए!


मैंने बड़ी हैरानी से पूछा- चाची, क्या तुम भी अपने बेटे से चुदवाती हो?

उसने कहा- हां बिल्कुल, मैं अपने बेटे से चुदवाती हूँ। इतना ही नहीं अपनी बेटी के सामने अपने बेटे से चुदवाती हूँ। बेटे का लण्ड बेटी की चूत में भी पेल देती हूँ। अरे यार, जब अय्याशी करने निकली हूँ तो खूब जम कर अय्याशी करती हूँ, मेरी बेटी भी और मेरा बेटा भी करते हैं। अब तो मेरा बेटा अपनी माँ चोदने में बड़ा एक्सपर्ट हो गया है।


उसकी बातों ने हम सबको चकित कर दिया।


ताई ने कहा- अच्छा तो तुम हम सबको अपने बेटे से चुदवाकर कर दिखाओ?

वह बड़े मजे से बोली- हां दिखा दूंगी क्योंकि अब तो मुझे लण्ड की लत लग गयी है। मुझे ही नहीं, मेरी बेटी को भी लण्ड की आदत हो गई है।


उसके बाद हम लोग कपडे पहन कर बाहर घूमने चली गईं।

शहर की रौनक देखी थोड़ा इधर उधर घूमे और फिर चाट खाकर वापस आ गईं.


रात को लगभग 10 बजे हम सब चुदने के लिए तैयार हो रही थीं.

तभी ताई ने आवाज़ लगाई- अरी ओ बुरचोदी राबिया … कहाँ है तू? माँ चुदा रही है क्या तू अपनी भोसड़ी वाली? यहाँ आ देख ये सब साले चोदने वाले लड़के आ रहे हैं। जल्दी से नंगी होकर आ जा! चुदाई का टाइम हो गया है।


मैं तो मादरचोद नंगी थी ही … माईरा चाची भी नंगी हो गई थी और उसकी बेटी इनायत भी।

हम तीनों ताई जी के पास पहुँच गईं।


माईरा चाची ताई के बगल में गई.

दूसरी तरफ मैं लेट गई और मेरे बगल में इनायत भी नंगी नंगी लेट गयी।


पूरे हाल में ज़मीन पर ही बिस्तर लगा दिया गया था।

सामने से पहले डॉक्टर पवन आया।


उसने हम सबको नंगी देखा तो अपने कपड़े उतार कर फेंक दिया फिर इनायत ऊपर चढ़ बैठा और उसकी चूचियाँ चूसने लगा।

इनायत भी बड़ी बेशर्मी से उसका लण्ड हिलाने लगी।


तब तक पीछे से अमान कूद पड़ा और सट्ट से लण्ड घुसा दिया अपनी माँ के भोसड़े में!

उसे तो अपनी माँ चोदने में सबसे ज्यादा मज़ा आता है।

वह एकदम खुल्लम खुल्ला सबके सामने माँ चोदता है।


उसे देख कर राणा आया और वह भी नंगा अपनी माईरा माँ के ऊपर चढ़ गया।

पहले तो उसके उसके नंगे बदन पर बड़े प्यार से हाथ फेरा और फिर लण्ड गच्च से पलक दिया उसकी चूत के अंदर!


इस तरह अमान और राणा दोनों अपनी अपनी माँ हचक हचक के चोदने लगे।

उधर विशाल मेरी चूत पेलने लगा और मेरी अम्मी अंदर कमरे में अमान के दोस्त रोहित से चुदवाने लगीं।


राणा तो जानवरों की तरह अपनी माँ का भोसड़ा फाड़ रहा था.

वह बोला- आज मैं इसे अव्वल दर्जे की रंडी बना दूंगा। इसे चुदवाने का बड़ा शौक है न … आज मैं इसका सारा शौक उतार दूंगा। इसे तो लण्ड खाने की आदत है।


फिर जवाब में माईरा बोली- साले कुत्ते राणा, तेरी माँ का भोसड़ा मादरचोद तेरी बहन की बुर साले! तू चाहे जितना चोद मगर न मेरा भोसड़ा फटेगा और न मेरी गांड! इस भोसड़े में तेरे जैसे जाने कितने लण्ड घुस चुके हैं।


इन मस्त मस्त गालियों से सबकी उत्तेजना बढ़ गयी और चुदाई ने स्पीड पकड़ ली.


डॉक्टर इनायत की बुर में लण्ड पेले पड़ा था और विशाल मेरी फुद्दी में।

ताई का भोसड़ा उसका बेटा खूब उछल उछल कर चोद रहा था.


बड़ा मनमोहक सीन था सामूहिक चुदाई का!

घर में खुला सेक्स मार्केट था.

इतने में अमान बोला- यार राणा, अब मैं तेरी अम्मी को चोदना चाहता हूँ।

राणा बोला- ठीक है!


उसने लण्ड अपनी माँ की चूत निकाल लिया तो अमान उसकी माँ की चूत में पेल दिया लण्ड!


उधर राणा ने अमान की माँ के भोसड़ा में घुसेड़ दिया लण्ड!


दोनों एक दूसरे की माँ चोदने लगे।


चुदाई के बाद सब साथ नंगी नंगी बैठ गयीं.


ताई ने कहा- यार, मुझे लण्ड की लत लग गयी है। मेरा भोसड़ा बिना लण्ड के रह नहीं सकता था।

माईरा ने कहा- हां जेठानी जी, मेरी चूत को भी लण्ड की आदत पड़ गई है।


मैंने कहा- यार, लण्ड है ही ऐसी चीज कि जितना पेलो उतना और पेलवाने का मन करता है।


इनायत ने कहा- हां यार, मुझे तो बहन चोद हर दिन 5-7 लण्ड चाहिए।


तब तक मेरी अम्मी भी कमरे से नंगी नंगी आ गई और कहा- मैं तो लण्ड की दीवानी हूँ। मुझे लण्ड की वैसी ही लत है जैसे एक शराबी को शराब की लत!


ताई ने कहा- हम सब भोसड़ी वाली लण्ड खाती हैं, लण्ड पीती हैं, लण्ड बिछाती हैं लण्ड ओढ़ती हैं और लण्ड खुला आम पेलवाती हैं। अच्छा है कि हम सबको लण्ड की लत गई है तो लण्ड वालों की भी हमारी चूत और भोसड़ा की लत लग गयी है.


बहुत अच्छी होती है लण्ड की लत!


खुला सेक्स मार्केट कहानी पर अपनी राय मुझे मेल और कमेंट्स में बताएं.

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