भाभी और भाई की साली की फुल चुदाई
- Kamvasna
- Jan 15
- 14 min read
फ्रेंड्स, मेरा नाम नितिन है, मैं दिल्ली से हूँ उत्तम नगर से.मैं अपनी पहली हिंदी चुदाई कहानी लिख रहा हूँ.
मेरे बड़े भाई की शादी हुई.शादी के बाद जब अगले दिन जब हम लोग भाई की सुसराल भाभी को लेने गए तो मैंने देखा कि भाभी की बहन खुद से मजाक कर रही थी.
उसका नाम प्रिया था, वह बहुत ही सेक्सी लग रही थी.उसकी उम्र अभी 18 साल की हुई ही थी.
प्रिया का रंग बिल्कुल गोरा था वाइट मिल्क के जैसे.उसकी चूचियां और गांड काफी भरी हुई थीं, गांड टाइट जींस में बाहर को निकली हुई थी और चूचियां एकदम गोल गोल मुसम्मी के आकार की.
प्रिया ने उस दिन काली कुर्ती डाली हुई थी.वह अपनी उस चुस्त कुर्ती में क्या गजब की माल लग रही थी.
सच कह रहा हूँ दोस्तो, वह मुझे ऐसी लग रही थी मानो कोई हुस्न की देवी मेरे सामने खड़ी हो.
जब प्रिया ने हमें खाना खाने आने को कहा … तो हम दोनों दूसरे कमरे में आ गए.वहां प्रिया मेरे और भाई के लिए खाना लेकर आई और उसने खाना टेबल पर सजा दिया.
वह भी मेरे बगल वाली कुर्सी पर बैठ गई.मैंने उसी वक्त प्रिया के पैर को हल्का सा दबा दिया.तो वह मुस्कुरा दी और उठ कर चली गई.
फिर हम दोनों ने खाना खाया और कुछ देर बाद मैं भैया के साथ अपनी भाभी को लेकर अपने घर आ गया.उस रात भाभी की सुहागरात थी.
रात को मैं अपने कमरे में सोने चला गया और भाभी भैया अपने काम पर यानि सुहागरात मनाने लग गए.
भाई भाभी की चुदाई की आवाजें मेरे कमरे में भी आ रही थीं और बिल्कुल साफ साफ सुनाई दे रही थीं.
भाभी चिल्ला रही थीं- उ मां … अउऊहह मांआ … छोड़ दो … मुझे बहुत दर्द हो रहा है!
पर भाई ने भाभी की एक नहीं सुनी और नई दुल्हन की चूत को फाड़ते रहे.भाभी के रोने की आवाज़ काफ़ी तेज़ आ रही थी.शायद भाभी मेरे भाई से पहली बार ही चुदी होंगी इसलिए ऐसा हो रहा था.
उस रात उन दोनों ने 3 बजे तक अपनी सुहागरात मनायी.मैं भी दो बार मुठ मार कर सो गया.
फिर अगले दिन मैंने भाभी को देखा तो उनकी चाल बिल्कुल बदल गई थी.
कुछ दिनों तक ऐसे ही चलता रहा.मेरे भाई मॉर्निंग में ऑफिस निकल जाते तो वे सीधे शाम को ही घर वापस आते.
सारे दिन मैं और भाभी ही घर पर होते थे.
धीरे धीरे हम दोनों ने बात करनी शुरू की.मैं भाभी से बहुत मजाक करता था, वे भी मेरे साथ काफ़ी मजाक करती थीं.
एक दिन भाभी ने मुझसे पूछा- तेरी कोई गर्लफ्रेंड है क्या?मैंने कहा- नहीं भाभी … अब तक कोई सैट ही नहीं हो पाई है. आप अपनी बहन से ही सैटिंग करवा दो न!
वे हंस दीं और काफी देर मजाक के बाद वे बोलीं- देखती हूँ.
फिर कुछ दिन बाद भाभी बोलीं- मेरी बहन यहां आने वाली है, तुम खुद बात कर लेना.मैंने खुश होकर कहा- ठीक है.
दूसरे दिन भाभी की बहन प्रिया घर आ गई.भाभी बोलीं- प्रिया, ये मेरा देवर तुझ पर बिल्कुल लट्टू है, पर बोल नहीं पाता है बेचारा!
प्रिया इस बात पर मुस्कुरा दी … उसने मुझे बड़े ही प्यार से देखा.
मैं भी समझ गया कि प्रिया भी मुझसे फ्रेंडशिप के लिए रेडी है.
कुछ देर बाद भाभी किचन में चली गईं और मैंने अकेले का फायदा उठाते हुए प्रिया को ‘आई लव यू’ बोल दिया.प्रिया ने भी मुझे ‘आई लव यू टू’ बोल दिया.
शाम को भैया ऑफिस से आ गए और हम सबने मिलकर डिनर किया और सो गए.प्रिया दो दिन बाद अपने घर चली गई.
तब तक मैंने प्रिया से उसका फोन नंबर ले लिया था.हमारी फोन पर ही सेक्स की बातें होने लगी थीं.
मैं प्रिया को वीडियो कॉल सेक्स से ही गर्म कर देता था और उसका पानी निकलवा देता था.वह अब इस बात को लेकर परेशान होती थी.
वह कॉल पर कहती थी- कब मेरी चूत में तेरा लंड घुसेगा नितिन जानू ऊहह आह मांआ.इस तरह से मेरी और प्रिया की सेक्स कहानी शुरू हुई.
फिर एक दिन प्रिया के घर वाले 2 दिन के लिए दिल्ली से बाहर जाने वाले थे, तो प्रिया का फोन आया … और उसने मुझे यह बता दिया.उसने यह भी बताया कि उसने अपनी ‘तबीयत ठीक नहीं है’ बोल कर मम्मी को बता दिया.
तो उसकी मम्मी ने मेरी भाभी को फोन किया- तेरे पापा और मैं दिल्ली से बाहर जा रहे हैं. प्रिया की तबीयत ठीक नहीं है, तो तुम 2 दिन के लिए रहने आ जाओ.भाभी बोलीं- ठीक है मम्मी.
फिर जब भाभी ने यह बात मेरे भाई को बोली तो भाई ने कहा- मुझे तो ऑफिस के काम से खुद 7 दिन के लिए चंडीगढ़ जाना है, तो तुम नितिन के साथ चली जाना और बाद में आ जाना.
अब भाभी ने मुझे बुलाया और कहा- नितिन मुझे तुम्हारे साथ अपनी मम्मी के घर पर दो दिन के लिए जाना है. उधर मुझे कुछ काम है.ये बात सुन कर मैं खुश हो गया और मैंने भी हां बोल दिया.
फिर अगले दिन मैं और मेरी सेक्सी भाभी, प्रिया के पास जाने के लिए तैयार हो गए.सुबह 9 बजे हम दोनों घर से निकले और 10 बजे वहां पहुंच गए.
मुझे देख कर प्रिया बहुत खुश हो गई.मैं समझ गया कि वह टाइम आ गया, जिसका मुझे बेसब्री से इंतजार था.
मेरी भाभी भी मेरी खुशी को समझ चुकी थीं.भाभी ने प्रिया से कहा- आज खाना बाहर से ख़ाकर आते हैं. काफ़ी दिन से बाहर का खाना भी नहीं खाया है.
अब हम तीनों एक रेस्टोरेंट में गए और वहां हम लोगों ने मटन खाया.फिर वहां से घर के लिए निकल आए.
रास्ते में भाभी बोलीं- मुझे शायद गैस सी बन रही है तो मैं केमिस्ट से कोई दवाई ले लेती हूँ.भाभी ने केमिस्ट से सेक्स की 2 गोली ले लीं और हम सब घर आ गए.
हम तीनों ने घर आकर थोड़ी देर बातें की.फिर भाभी बोलीं- मुझे तो नींद आ रही है, तुम दोनों दूसरे कमरे में जाकर बातें कर लो.
मैं समझ गया था कि भाभी ये जानबूझ कर बोल रही हैं.
प्रिया और मैं दूसरे कमरे में आ गए और मैंने लैपटॉप चला दिया.
उसमें मैंने ब्लूफिल्म चालू कर दी और कमरे को अन्दर से लॉक कर दिया.
अब मैंने प्रिया को पकड़ा और उसे किस करने लगा.वह भी मेरा साथ देने लगी.
मैंने 30 मिनट तक उसके होंठों को चूस चूस कर लाल कर दिए थे.
वह मेरे जिस्म को बड़े प्यार से सहला रही थी, जिस कारण से मुझे भी बहुत मजा आ रहा था.फिर मैंने होंठों के चुंबन को करते हुए ही उसके चूचों को दबाना शुरू कर दिया.
वह वासना से पागल होती जा रही थी और ‘आह आहह उऊहह मांआ …’ कर रही थी.मुझे भी मजा आ रहा था.
उसकी सलवार में मैंने अपना हाथ डाल दिया तो पाया कि उसकी चूत बिल्कुल गीली हो चुकी थी.मैंने उसकी चूत में एक उंगली डाली, तो वह चिल्ला पड़ी- आह जान धीरे … ये अभी तक पैक है!
मैं यह जानकर खुश हो गया था कि सीलपैक चुत चोदने को मिली है.
मैंने उसकी सलवार पूरी नीचे कर दी और उसकी पैंटी को अपने मुँह से खींच कर नीचे कर दी.मैं तो देखता ही रह गया … यार क्या गुलाबी चूत थी उसकी!
मैंने उसको अपनी गोदी में उठाया और बेड पर ले गया.अब मैंने उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटना चालू किया और काफी देर तक चाटता रहा.
वह पागलों की तरह गांड ऊपर नीचे किए जा रही थी और बोल रही थी- आह मेरी जान अब इतना ना तड़पाओ … प्लीज अब अपना लंड डालो ना जानू … मैं तुमसे चुदने के लिए बहुत ज्यादा तड़फ रही हूँ!
मैंने उसका कुर्ता भी उतार दिया और उसकी गोल गोल मुसम्मी जैसी चूचियों को पागलों की तरह चूसने लगा … दबाने लगा.
उसे बहुत मजा आ रहा था और वह कामुक आवाजें निकाल रही थी- आई आह … उउह जान चोदो न आह फाड़ दो आज … मेरी सील को … ये आज तक तुम्हारे ही लंड के लिए भूखी है!उसकी यह बात सुनकर मुझे भाभी की वे आवाजें याद आ गईं जो उन्होंने भैया के साथ सुहागरात में कराहते हुए कही थीं.
कुछ ही देर में हम दोनों पूरी तरह से कामातुर हो गए थे.उसने भी मेरे सारे कपड़े उतार दिए थे … और मेरे जवान शरीर को बुरी तरह से चाटने लगी थी.
मुझे भी बहुत मजा आ रहा था.अब हम दोनों सेक्स के लिए एकदम तैयार थे.मैंने उसको अपने नीचे लिटाया और अपने कड़क लंड को उसे दिखाते हुए हिलाया.
लंड बिल्कुल क़ुतुब मीनार की तरह खड़ा था, वह उसे देखने लगी.मैंने कहा- जान थोड़ा इसको भी तो प्यार करो न!
उसने अपना मुँह खोला और मेरा मोटा लंड अपने मुँह में ले लिया.वह लंड चूसने लगी और बड़े ही मस्त तरीके से मेरे लंड को चूस रही थी.
मैंने उसकी चूचियां पकड़ लीं और उसके मुँह को चोदता रहा.
कुछ देर बाद मेरा लंड झड़ गया.वह मेरा सारा माल गटक गई और उसने लंड को चाट कर साफ कर दिया.
फिर उसने मुझसे पूछा- कैसा लगा जानू?मैंने कहा- मस्त यार जानू, तुम तो बहुत मस्त चूसती हो … सच में मजा आ गया.
अब उसने अपनी चूत की तरफ इशारा किया.मैंने भी हामी भरते हुए कहा- हां आ जाओ जानू!
मैंने उसने अपनी दोनों टांगें ऊपर कर दीं और मैंने अपना लंड उसकी चूत पर सैट कर दिया.उसने आंख दबाते हुए लंड पेलने का इशारा किया तो मैंने एक ज़ोर का झटका मार दिया.
वह चिल्ला पड़ी.शायद उसकी आवाज़ भाभी ने सुन ली थी.मैंने देखा कि रूम की खिड़की खुली हुई थी.
मैंने उस खिड़की को फिर भी बंद नहीं किया और उसके होंठों को अपने होंठों से सही से लॉक करके चोदता रहा.वह चुदवाती हुई ‘उह हउह’ कर रही थी.
मैंने थोड़ी देर बाद उसके होंठों को छोड़ा तो वह बोली- जानू बहुत दर्द हो रहा है!मुझ पर उसकी बात का कोई असर नहीं हो रहा था.उलटे मैंने अपनी स्पीड तेज कर दी और उसे ताबड़तोड़ चोदने लगा.
उसके होंठ अब मेरी पकड़ से मुक्त थे तो वह जोर जोर से चिल्ला रही थी- आह छोड़ दो प्लीज … बहुत दर्द हो रहा है.उसकी लगातार छोड़ने की चिरौरी सुनकर मैं थोड़ा रुक गया.
वह लंबी सांस लेती हुई बोली- थोड़ा तरस खा लो यार!मैंने हंस कर फिर से उसके होंठों को चूसा और उसके एक दूध को अपने होंठों में भर कर कुछ मिनट तक चूसता रहा.
इससे उसको थोड़ा आराम मिला और वह मेरा साथ देने लगी.
मैंने प्रिया का साथ मिलते ही उसे खूब मस्ती से चोदा और वह भी अपनी गांड उठा उठा कर चुदाई का मजा ले रही थी.
वह बोली- जान सच में बहुत मजा आ रहा है … अब मैं तुम्हारे बिना नहीं जी पाऊंगी … आह प्लीज और ज़ोर से चोदो मेरी चूत को … आह भोसड़ा बना दो आज इसका … आह!
प्रिया कामुक सिसकारियां भरती जा रही थी और चुदाई में अपना सहयोग देती हुई ‘आआह उम्म्म्मई मांआअ’ कर रही थी.
करीब 20 मिनट चुदाई के बाद मैंने अपना सारा माल उसकी चूत में डाल दिया और 5 मिनट के बाद उसके ऊपर से हट गया.उसने जैसे ही बेड को देखा … तो वह हक्का बक्का रह गई.बिस्तर की चादर खून से पूरी लाल हो गई थी.
एक बार को तो वह काफी डर गई, पर मैंने उसे समझाया कि यार फर्स्ट टाइम सेक्स में ऐसा होता ही है!वह मुस्कुरा दी और अपनी चूत साफ करने के लिए उठने की कोशिश करने लगी.
मगर उसकी फटी हुई चूत के दर्द से वह उठने में नाकामयाब हो गई और मेरी तरफ कातर नजरों से देखने लगी.
मैंने झट से अपनी बांहें फैला दीं और उसे अपनी गोद में उठा कर बाथरूम में ले जाने लगा.
वह नंगी ही मेरी गर्दन में अपनी बांहें डाल कर झूल गई और मुझे चूमने लगी.बाथरूम में जाकर मैंने उसे सुसू करवाई और पानी से चूत लंड को धोकर हम दोनों कमरे में आ गए.
फिर हम दोनों ने कपड़े पहने और रूम से बाहर निकलने के लिए दरवाजे को खोला तो हमारे होश उड़ गए.भाभी खिड़की के पास थीं और हमें ही देख रही थीं.
भाभी बोलीं- बातें खत्म हो गई तुम्हारी?तो मैंने बोला- हां भाभी!
फिर भाभी कमरे के अन्दर गईं तो बोलीं- बेड पर ये खून कैसा है?प्रिया ने कहा- दीदी, वो आज हम दोनों ने सेक्स कर लिया है. पर ये बात आप किसी को मत बताना प्लीज!
दीदी बोलीं- ओके. पर रात को मेरा भी एक काम करना होगा!प्रिया बोली- हां ठीक है.
‘तुम्हें और बात करनी हो तो कर लो … मैं तुम दोनों से रात में बात करूंगी ओके!यह बोल कर भाभी बाथरूम में चली गईं और नहाने लगीं.
मैंने थोड़ी देर बाद प्रिया को दुबारा से पकड़ लिया … और कमरे के अन्दर ले गया.इस बार हम दोनों ने डोर लॉक नहीं किया … और खुलेआम किस करने लगे.
अपनी जीभ से जीभ मिलाने लगे.बहुत मजा आ रहा था.
वह मेरे लंड को अपने हाथ से दबाने लगी और दूसरे हाथ को वह मेरी कमर पर चला रही थी.
बहुत मजा आ रहा था … मैं मानो सातवें आसमान पर उड़ रहा हूँ.
मैं भी अपने एक हाथ से उसके बूब्स दबा रहा था और दूसरे हाथ से उसकी चूत में उंगली कर रहा था.कुछ मिनट तक इस तरह के फ़ोरप्ले के बाद हम दोनों फिर से सेक्स के लिए तैयार हो गए.
मैंने उसको पुनः बेड पर लेटाया और होंठों को चूमने लगा.फिर उसकी गर्दन को चूमा, उसके बाद उसके दूध चूसे मैंने!मैंने उसके दोनों मम्मों को बारी बारी से काफ़ी देर तक चूमा व चूसा.
वह चुदाई के मूड में आ गई और बोली- जानू, डाल दो अपना गर्म लंड मेरी चूत में जल्दी से … अब मुझसे रुका नहीं जा रहा!फिर मैं पेट को चूमता हुआ उसकी जांघों पर आ गया और उसकी मरमरी जांघों को चाटने लगा.
वह मचलने लगी.फिर 5 मिनट तक मैंने उसकी जांघों को खूब चाटा.
उसके बाद मैंने उसकी टांगों को फैला दिया और चूत को चाटने लगा, साथ में उसके चूचों को मसलने लगा.
बीस मिनट तक मैंने उसकी चूत को खूब चाटा.वह भी मेरे सर को पकड़ कर बालों में हाथ फेर रही थी और गांड को ऊपर नीचे कर रही थी.
पूरे कमरे में ‘हुउऊ आआह जानू आह मांआ …’ ऐसी आवाजें गूँज रही थी.
कुछ देर बाद उसका पानी निकल गया जिसको मैं मज़े से चाट कर गटक गया.आह सच में क्या नमकीन रस था दोस्तो … मजा आ गया.
उसकी चूत चूसने के बाद मैंने अपना लंड उसके मुँह में दुबारा से दे दिया.
कुछ देर तक लंड चूसने के बाद उसने मेरा लंड अपने मुँह से बाहर निकाल दिया और चुदाई करने का कहने लगी.
मैंने उससे घोड़ी बनने के लिए बोला तो वह भी झट से कुतिया बन गई.
मैंने जैसे ही उसकी चूत पर लंड रखा और कमर को पकड़ कर ज़ोर का झटका मारा.तो वह चीखने लगी.वह दर्द से आगे को भाग रही थी तो मैंने उसको कसके पकड़ लिया और धकापेल पेलने लगा.
कुछ देर बाद वह भी मेरा साथ देने लगी.कुछ 15 मिनट तक कमरे में उसकी मादक आवाजें आती रहीं- आह चोदो … आह ज़ोर से जानू … ऊऊ … मजा आ रहा है … आह फाड़ दो आज इसको!
उसकी इन आवाजों से मेरा जोश तेज हो रहा था.मैंने अपना लंड अन्दर बाहर कर करके पूरा मजा लिया. खूब ज़ोर ज़ोर से झटके मारे … फिर मेरा लंड झड़ गया और मैं उसके ऊपर ही लेट गया.
वह भी इस बार बहुत खुश थी.कुछ पल बाद हम दोनों अलग हुए और कमरे से बाहर आ गए.
अभी 3 ही बजे थे.भाभी भी बाथरूम से फ्रेश होकर आ गई थीं.
मेरी भाभी का फिगर 32-30-34 का है. वे भी बहुत सेक्सी माल हैं.हम दोनों को देख कर भाभी बोलीं- बातें हो गईं अच्छे से?
तो मैंने प्रिया की गांड पर जल्दी से हाथ फेर कर कहा- थोड़ी सी रह गई हैं.मैं प्रिया की गांड का मजा भी लेना चाहता था.
तो भाभी मेरा इशारा समझती हुई बोलीं- कोई बात नहीं, रात में तीनों मिलकर बात करेंगे!मैं समझ गया कि आज ये माल भी मेरे लंड का मजा लेना चाहती है.
फिर भाभी मुझे मार्केट ले गईं और वहां जाकर उन्होंने मुझसे पूछा- ड्रिंक करते हो?मैंने कहा- हां कभी कभी!
भाभी- क्या पियोगे आज?तो मैंने एक रॉकफ़ोर्ड के लिए बोला.
भाभी ने मुझे पैसे दिए और बोलीं- एक फुल ले लो.मैं बोतल लेकर आ गया.शराब के साथ सिगरेट की डिब्बी और खाने के लिए में चिकन रोटी भी ले ली.
अब हम घर आ गए.इतनी देर में प्रिया भी नहा कर फ्रेश हो गई थी.
रात को 7 बजे हम तीनों बोतल लेकर बैठ गए.प्रिया नखरे दिखाती हुई बोली- ना मैं नहीं पीती.
भाभी ने कहा- दो पैग ले ले, दर्द खत्म हो जाएगा.मैंने बोतल खोली और 3 पैग बनाए.
मेरी भाभी को मेरे भैया ने पीनी सिखाई थी.वे दोनों सुहागरात पर ही पीने लगे थे.
अब हम तीनों ने पैग पिए और बातें करने लगे.
भाभी बोलीं- मैंने तुम दोनों को सेक्स करते देखा, तो मेरा भी मन हो गया कि आज मैं भी अपने लाड़ले देवर से चुद लूँ … क्योंकि मैंने इसका लंड देखा तो मेरे होश उड़ गए. तब मैंने ये प्लान बनाया कि आज रात ड्रिंक पार्टी करते हैं और खुल कर मजा लेते हैं.
मेरे मन में तो पहले से ही भाभी को चोदने की आग सुलग रही थी.
हम दोनों ने 3-3 पैग और पिए और सिगरेट के कश लेते हुए बेडरूम में चले गए.भाभी बोलीं- पहले में चुदूँगी. सुबह से परेशान कर रखा है तुम दोनों ने!
मैं हंस पड़ा और बोला- आप तो एक्सपीरियेन्स वाली हो … प्रिया भी अच्छे से सेक्स करना सीख जाएगी!भाभी ने कहा- सही कह रहा है तू. पर अब इसको नहीं चोदोगे … पहले मुझे मजा लेना है.
यह कह कर भाभी ने मेरे कपड़े खोलने शुरू कर दिए.भाभी ने पहले मेरी शर्ट उतारी … और मुझको लेटा कर मेरे ऊपर चढ़ गईं.
वे मेरे होंठों को चूसने लगीं. मेरी जीभ को चूसने लगीं.मुझे बहुत मजा आ रहा था. मैंने प्रिया के बूब्स दबाने शुरू कर दिए.
मैंने बहुत ज़ोर से दूध दबाया तो वह चिल्ला पड़ी- उई मांआ … उखाड़ेगा क्या!मैं हंस दिया.
फिर भाभी मेरी गर्दन को चूमती हुई पेट तक आ गईं … और मेरी पैंट खोल कर निकाल दी.
अब भाभी 69 में आ गईं.वे मेरा लंड बड़े ही मज़े से चूस रही थीं … और प्रिया अपनी चूत में उंगली कर रही थी.
मैं प्रिया को ही देख रहा था.भाभी बोलीं- अब मुझे चोदो देवर जी, उसे तो चोद चुके हो न … अब मेरी भी ले लो!
यह कह कर भाभी सीधी हुईं और मेरे ऊपर चढ़ गईं.उन्होंने लंड को चूत में सैट किया और धीरे धीरे लंड पर बैठती चली गईं.
वे धीरे धीरे कमर हिला कर चुदवाने लगीं.भाभी को मजा आने लगा तो वे लौड़े पर कूद कूद कर चूत चुदवाने लगीं.
उनकी मादक आवाज मेरे लौड़े को मजा देने लगी थी- एयाया राजाआ एयाया … और ज़ोर ज़ोर से चोदो आज मुझे आआह!वे 20 मिनट तक लगातार लंड लेती रहीं उसके बाद भाभी झड़ गईं और मेरे ऊपर ही लेट गईं.
थोड़ी देर के लिए भाभी मेरे ऊपर से हटीं, तो लंड हवा में लहराने लगा.
प्रिया ने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया.उससे मेरा लंड लोहा बन कर फिर से कड़क हो गया.
फिर मैंने प्रिया की चूत को खूब चाटा और इस बार उसकी गांड मारने के लिए कहा … तो वह दारू के नशे में मान गई.
मैंने उसको घोड़ी बनाया … और अपना थूक उसकी टाइट गांड में भर दिया.
फिर सुपारा सैट करके एक ज़ोर का झटका मारा तो मेरा आधा ही लंड घुसा था कि प्रिया छूटने की कोशिश करने लगी.वह चिल्लाने लगी और कहने लगी- मैंने गांड नहीं मरवानी है. मुझे … आह छोड़ दो!
पर मैंने उसे नहीं छोड़ा और ज़ोर ज़ोर से उसकी गांड को चोदने लगा.
कुछ देर बाद प्रिया को भी सेक्स में मजा आने लगा और वह मेरा साथ देने लगी.काफी देर तक मैंने उसकी गांड मारी.प्रिया ‘उह मांआआ उउ मांआआअ’ कर रही थी.
फिर मैं झड़ने वाला था तो मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी … और 8-10 ज़ोर के झटकों के साथ मैं उसकी गांड में ही झड़ गया.
प्रिया भी झड़ चुकी थी.फिर हम दोनों अलग हो गए.
एक एक पैग और लगाते हुए बतियाने लगे.
प्रिया सिगरेट फूँकती हुई बोली- आज गांड में दर्द बहुत हुआ … पर सच में बहुत मजा आया.
अब तक रात के 9 बज चुके थे.प्रिया आज बिल्कुल थक चुकी थी.मैंने प्रिया को एक और पैग पिला दिया.
भाभी बोलीं- क्यों प्रिया मजा आया … मेरे देवर के साथ?वह हंसने लगी और बोली- आपका देवर सच में अरबी घोड़ा है … आपने भी तो उसकी सवारी की है, आपको कैसा लगा मेरा घोड़ा?
भाभी हंस कर बोलीं- मस्त पसंद है तेरी … चल अब तू थोड़ा रेस्ट कर ले, फिर एक बार और मजा ले लेना अपने घोड़े के … डियर देवर जी अब मुझे एक बार अपने नीचे लेकर ठीक से रगड़ कर चोदो तब मेरी प्यास बुझेगी.मैंने कहा- यार भाभी, मैं भी थक गया हूँ.
भाभी बोलीं- मेरे पास सेक्स की टॅबलेट है … तू बिल्कुल भी चिंता मत कर. आराम भी कर ले पर चुदाई से इंकार मत करो यार!मैं समझ गया कि आज तो बहुत तगड़ा सेक्स होगा. इन दोनों रंडियों की चुदाई में मजा आएगा.
एक घंटा के आराम के बाद भाभी सेक्स वाली गोली ले आईं.वे बोलीं- ये लो राजा … खा लो और फाड़ दो मेरी चूत को!
मैंने एक गोली खा ली और फिर मेरा लंड खड़ा हो गया.इस बार मैंने भाभी को पकड़ लिया.
भाभी- थोड़ा तो रुक!भाभी ने प्रिया को लेटा दिया और उसकी चूत चाटने लगीं.
उन्होंने मुझसे कहा- तू मेरी गांड चाट अब!मैं भाभी की गांड चाटने लगा.
प्रिया को भी मजा आ रहा था.भाभी उसकी चूत में अपनी उंगली घुसा कर मजा ले रही थीं.प्रिया भी मज़े ले रही थी.
मैं गांड चाट कर भाभी को मज़े दे रहा था … और उनकी चूत में उंगली भी कर रहा था.
भाभी- उउह एयाया … ऊह अब चोदो देवर जी … रहा नहीं जाता!
मैंने अपना लंड भाभी की गांड पर सैट किया और ज़ोर का झटका मार दिया.भाभी- उउह … अह याई … मर गई आह.
मैं सेक्स में लगा रहा और भाभी भी जल्द ही मजा लेने लगीं.इस बीच भाभी ने प्रिया को एक बार फिर से झाड़ दिया था.
मैं भाभी की गांड में ताबड़तोड़ लंड पेलने लगा.भाभी को गांड मरवाने में पूरा मजा आ रहा था.
गोली की वजह से मैं भाभी की गांड को एक घंटा तक चोदता रहा.इस तरह मैंने उन दोनों बहनों को जी भर के चोदा.
दोस्तो, यह मेरी सच्ची सेक्स कहानी है.आपको मेरी सेक्स कहानी अच्छी लगी होगी.ईमेल पर अपने मैसेज ज़रूर करें. kuldeepshejwal6@gmail.com
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