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माँ बेटी ने मिलकर लिया चुदाई का मज़ा - Desi Sex Stories

मेरा नाम महक है।

मेरी माँ का नाम है आयशा बेगम।

यह गर्म Desi Sex Stories मेरी ही है.


मैं 21 साल की एक बेहद खूबसूरत, सेक्सी और हॉट लड़की हूँ। मैं आज की मॉडर्न गर्ल हूँ, फैशनेबल हूँ, ब्रॉडमाइंडेड और ओपन माइंडेड हूँ। मैं खुल्लम खुल्ला बोलती हूँ और मेरे बोलने से अगर किसी की गांड में दर्द होता है तो मैं उसकी कतई परवाह नहीं करती।


एक दिन कॉलेज में अम्मी के साथ लण्ड पकड़ने की बात चल पड़ी; मतलब माँ बेटी की साथ साथ चुदाई की बात चल पड़ी।

सभी लड़कियां अपनी अपनी बातें बेधड़क बताने लगीं।


सना बोली- मैं तो अम्मी के साथ कई बार लण्ड पकड़ चुकी हूँ। हम दोनों माँ बेटी खूब मस्ती से लण्ड चूसती हैं।

हया बोली- मैं तो अम्मी के साथ घपाघप चुदवाती हूँ यार! कभी वे लण्ड मेरी चूत में पेलती हैं, कभी मैं उसकी चूत में पेलती हूँ। अम्मी ने ही मुझे लण्ड लेना सिखाया।


सबा ने कहा- मेरी अम्मी बहुत बड़ी चुदक्कड़ औरत है. उसे ग़ैर मर्दों से चुदवाने का शौक है तो उसने मुझे भी चुदाई में शामिल कर लिया ताकि उसे चुदवाने की पूरी आज़ादी मिल जाए। मुझे भी मज़ा आने लगा। अब तो अक्सर मेरे घर में माँ बेटी की एक साथ चुदाई होती है।


यह सब सुनकर मेरी झांटें सुलगने लगीं।

मैंने सोचा कि मैं ही बुरचोदी एक ऐसी लड़की हूँ जिसने अम्मी के साथ अभी तक कोई लण्ड नहीं पकड़ा; चुदवाने की तो बहुत दूर की बात है।


तब मैंने ठान लिया कि आज मैं अम्मी जान से खुल कर बात करूंगी।

फिर मेरे मन में आया कि ये सब सच बोल रही हैं या झूठ? चूतिया तो नहीं बना रही हैं सब मुझे?


मैंने एक लड़की हया से अलग जा कर पूछा।

उसने कहा- यार यह सब सच है। तुम मेरे साथ चलो मैं तुम्हें सब दिखाती हूँ।


वह मुझे अपने साथ ले गयी।

हया जैसे ही घर के अंदर घुसी तो उसकी अम्मी बोली- बेटी हया, कितनी देर लगा दी तूने? देखो अंकल कितनी देर से तेरा इंतज़ार कर रहे हैं।

तो हया बोली- मैं अभी आई अम्मी जान!


उसने मुझसे कहा- तुम इसी खिड़की से अंदर का नज़ारा देखती रहना और वीडियो बनाती रहना।


हया अंदर घुस गयी।

अंदर उसकी अम्मी जान अधनंगी बैठी हुई थी।

उसके बगल में एक अधेड़ उम्र का आदमी बैठा था।


हया उसके पास गयी तो उसने हया की चुम्मी ली।

उसने हया के मम्मों पर हाथ फेरा और बोला- अब तो तेरे भी मम्मे बढ़ने लगें हैं बेटी हया!


तब तक उसकी अम्मी ने अंकल का पजामा खोल डाला।

उसका खड़ा लण्ड नंगा हो गया।


लण्ड देख कर मेरी लार टपकने लगी।

बड़ा मोटा था लण्ड और लण्ड का सुपारा एकदम पहाड़ी आलू की तरह चिकना था।


हया उसे पकड़ कर बोली- अंकल तेरा लण्ड भोसड़ी का पहले से बड़ा मोटा हो गया है। रोज़ रोज़ मोटा होता ही जा रहा है तेरा लण्ड!

वह बोला- तुम दोनों माँ बेटी ही मिलकर मेरा लण्ड मोटा कर रही हो।


हया लण्ड चाटने लगी तो उसकी अम्मी ने हया के सारे कपड़े उतार दिये।

फिर उसने अपने भी कपड़े खोल डाले।

दोनों माँ बेटी एकदम नंगी हो गईं और एक साथ लण्ड चाटने लगीं।


नंगी माँ बेटी दोनों को लण्ड चाटते हुए देख कर मैं उत्तेजित हो गयी।


वे दोनों एक दूसरी के मुंह में लण्ड घुसेड़ घुसेड़ कर लण्ड चूसने का मज़ा लेने लगीं।

ऐसा लग रहा था जैसे उन्हें पहली बार कोई लण्ड मिला है चूसने के लिए।


इधर मैं अपनी चूत में उंगली करने लगी और वीडियो भी बनाने लगी।


यह मेरा पहला मौक़ा था जब मैं माँ बेटी दोनों को सहेलियों की तरह लण्ड का मज़ा लूटते हुए देख रही थी।


मैंने सोचा कि मेरी अम्मी भी ऐसा ही करें तो कितना अच्छा हो!


आंटी बोली- बुरचोदी हया, मज़ा आ रहा है न लण्ड चाटने में? मैं कहती थी न कि लण्ड का पूरा मज़ा लेना सीखो। अब तू सब समझ गयी है न हया! बस इसी तरह लण्ड पे लण्ड का मज़ा लेती जा … जवानी का यही सबसे बड़ा सुख है।

हया बोली- हां मेरी हरामजादी अम्मी जान, मज़ा तो बहुत आ रहा है। मैं तो हर रोज़ नए लण्ड का मज़ा लेना चाहती हूँ। अब मैं लण्ड की अहमियत जान गई हूँ।


आंटी बोली- फिर तो तू भोसड़ी वाली अपने कॉलेज के लड़कों को घर बुला ले। मैं उनको नंगा करके उनके लण्ड तुझे पकड़ा दूंगी। फिर देखना कितना मज़ा आता है.


इतने में हया ने लण्ड अपनी अम्मी की चूत में पेल दिया।

वह अपनी माँ चुदाने लगी।

आंटी भी बड़ी बेशरमी से अपनी बेटी के सामने भकर भकर चुदवाने लगी।


फिर कुछ देर बाद आंटी ने लण्ड अपनी चूत से निकाल कर हया की चूत में पेल दिया।

अब आंटी अपनी बेटी चुदाने लगी।


आंटी बोली- बेटी हया, जबसे तेरी चूत मेरी चूत में बराबर हुई है तब से चुदाई का मज़ा दूना हो गया है।


उधर अंकल भी मादरचोद कभी माँ का भोसड़ा चोदता कभी उसकी बेटी की बुर!

दोनों को बारी बारी से चोद कर मज़ा ले रहा था।


मैं बिना पलक झपकाए इन दोनों माँ बेटी की चुदाई देख रही थी और वीडियो भी बना रही थी।


कुछ देर बाद अंकल का लण्ड झड़ने लगा तो दोनों माँ बेटी झड़ता हुआ लण्ड बड़ी मस्ती से चाटने लगीं।


फिर हया निकल कर बाहर आयी और मुझे लेकर घर के बाहर निकल गई।


उसने वीडियो देखा तो बहुत खुश हुई।

फिर उसने वीडियो अपनी सभी सहेलियों को भेज दिया।


मैं घर पहुंची तो चुपचाप अपने कमरे में चली गई।


मैं जब कपड़े बदल रही थी तभी मुझे अम्मी के कमरे से कुछ आवाज़ सुनाई पड़ी।

तो मैं खिड़की के पास गयी और झाँक कर देखने लगी।


मैंने देखा कि अम्मी जान अपने सारे कपड़े उतार कर सोफा पर बैठी हुई हैं और उनके सामने एक आदमी एकदम नंगा खड़ा हुआ है।

अम्मी उसका लण्ड मुट्ठी में लेकर मजे से मुठिया रही हैं।


लण्ड का टोपा मुझे पूरा नज़र आ रहा था.

उसे देख कर मेरी चूत गीली हो गई।


अम्मी बोल रही थी- यार ताहिर, मेरी बेटी महक पता नहीं बुरचोदी कहाँ रह गयी। मैं उसका इंतज़ार कर रही हूँ। आज मैं तेरा लण्ड उसे पकड़ाऊंगी। उसके मुहँ में पेलूँगी तेरा लण्ड … फिर उसकी चूत में भी घुसा दूँगी! मैं यह जानना चाहती हूँ कि उसे चुदवाना आता है नहीं. उसे लण्ड पेलना और पेलवाना आता है या नहीं? वह भोसड़ी वाली पूरी तरह जवान हुई है या नहीं. कहीं कोई शारीरिक कमजोरी तो नहीं है. आज मैं उसे सिखाऊंगी माँ चोदना? आने दो उसे आज … मैं उसके सामने चोदूँगी उसकी माँ का भोसड़ा!


अम्मी की ये बातें सुनकर मुझे अम्मी से और ज्यादा प्यार हो गया।

मुझे मालूम हो गया कि अम्मी जान मेरी सेक्स लाइफ अच्छी बनाना चाहती हैं; मुझे लण्ड का मज़ा लेना सिखाना चाहती हैं।


बस फिर क्या … मैं धड़ल्ले से कमरे में घुस गयी और बोली- हायल्ला कितना प्यारा है अंकल का लण्ड अम्मी जान! ये तो भोसड़ी का सफ़ी अंकल के लण्ड से बड़ा भी है और मोटा भी।


अम्मी जान मेरी बात सुनकर बहुत खुश हो गईं।

उन्हें मालूम हो गया कि मैं सफ़ी अंकल का लण्ड पकड़ती भी हूँ और उससे चुदवाती भी हूँ।


मैंने लण्ड पर थप्पड़ मार कर लण्ड से कहा- आज तू मेरी माँ चोदने आया है लौड़े मियां। अच्छा तो तू मेरे सामने चोदेगा मेरी माँ का भोसड़ा।


इतने में अम्मी ने मेरे कपड़े उतार दिये और मैं बिल्कुल नंगी हो गई।

अम्मी को अच्छी तरह तसल्ली हो गई कि मैं पूरी तरह जवान हो गई हूँ और मेरी शारीरिक कमजोरी कोई नहीं है।


उसने लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया।

मैं लण्ड बड़े प्यार से चूसने लगी.


फिर मैंने वही लण्ड अम्मी के मुंह में घुसेड़ दिया तो वे भी मजे से लंड चूसने लगी।

मैंने कहा- ताहिर अंकल, अब मेरे आगे चोदो मेरी माँ का भोसड़ा!


तब तक अम्मी बोली- नहीं यार ,पहले तुम मेरी बिटिया की बुर चोदो. देखो न कितनी धधक रही है इसकी चूत! मैं देखना चाहती हूँ कि कितनी आग है मेरी बिटिया की बुर में। पेलो लण्ड और मेरे आगे चोदो इसकी बुर।


अंकल तो पहले ही मेरी बुर चोदना चाहता था।

उसने गच्च से पेला लण्ड और भच्च भच्च चोदने लगा.

मेरे मुंह से निकला- उई माँ, मर गई मैं … फट गयी मेरी चूत! बड़ा मोटा है इसका भोसड़ी का लण्ड अम्मी जान!


उसके बाद मैं भी अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी।


अम्मी बोली- अरे यार, तू तो बहुत अच्छी तरह से चुदवा रही है बुरचोदी महक! लगता है कि तू पहले से चुदी हुई है?

मैंने कहा- हां, मैं चुदी हुई हूँ।


वे बोली- तू माँ की लौड़ी चुदी हुई है तो तूने वही लण्ड अपनी माँ के भोसड़े में क्यों नहीं पेला?

मैंने कहा- अब आज पेलूँगी लण्ड अपनी माँ के भोसड़े में।


मैंने अंकल का लण्ड अपनी चूत से निकाल कर माँ की चूत में पेल दिया।

अंकल मेरे सामने मेरी माँ चोदने लगा.


तो अम्मी बोली- तू तो अपनी माँ भी चुदाना जानती है महक। तू तो चुदाई में मुझसे आगे निकल रही है!


इस तरह हम दोनों माँ बेटी नंगी एक दूसरी की चूत में लण्ड पेल पेल कर मज़ा लेती रहीं।


जब अंकल चला गया तो अम्मी ने कहा- अरे महक, देख मेरे मोबाईल पर हया ने एक वीडियो भेजा है। वीडियो में हया अपनी अम्मी के साथ नंगी एक आदमी से चुदवा रही है। दोनों माँ बेटी की चुदाई का बड़ा मस्त वीडियो है। हया भी बुरचोदी अपनी अम्मी के साथ लण्ड का मज़ा लेती है।

मैंने कहा- यह वीडियो मैंने ही बनाया है अम्मी जान! मैं तुम्हें बाद में बताऊंगी पूरा किस्सा कि मैंने कैसे बनाया माँ बेटी की चुदाई का मस्त वीडियो!


हम दोनों बातें कर ही रहीं थी कि किसी ने दरवाजा खटखटा दिया।


मैंने दरवाजा खोला तो सामने मेरा आदिल चाचू खड़ा था।


तब मैंने कहा- अरे वाह चाचू जान, तुम? तुम तो दुबई में थे? तुम कब आ गए?

उसने कहा- मैं कल आया था और आज तुम लोगों से मिलने आ गया।


इतने में अम्मी आ गईं, वे बोली- अरे आदिल, तुम तो पहले से ज्यादा हैंडसम हो गए हो, हट्टे कट्टे हो गए हो, ज्यादा अच्छा लगने लगे हो. क्या बात है … लगता है बड़ी अच्छी खुराक मिल रही है तुम्हें?

अम्मी का तो उससे देवर भाभी का रिश्ता है।


वह बोला- अरे भाभी जान, खुराक तो वही है बस अल्ला का शुक्र है।

अम्मी ने कहा- ऐसा नहीं है, कुछ तो है! मुझे लगता है कि तेरा लण्ड आजकल ज्यादा खुराक ले रहा है।


चाचू हंसने लगा, बोला- भाभी जान, तुम मजाक बड़ा अच्छा कर लेती हो. वैसे तुम भी बड़ी मस्त और हसीन लग रही हो. तेरे मम्मे पहले से ज्यादा बड़े और रसीले हो गए हैं। और हां, मैं तो यह बताना भूल ही गया कि तेरी बेटी महक की जवानी तो माशाल्ला बड़ी लाजवाब है।

अम्मी ने कहा- इसका मतलब तेरी लार टपक रही है उस पर?

वह बोला- मेरी लार तो हर अच्छी चीज पर टपकती है भाभी जान!


मैं दोनों की बातों का मज़ा ले रही थी।

मेरे अंदर खलबली मचने लगी, मैं चाचू का लण्ड पकड़ने के लिए बेताब होने लगी।


मैंने अंदर जाकर अम्मी ने कहा- जल्दी करो न अम्मी जान, चाचू को जल्दी नंगा करो! उसका लौड़ा खोल कर निकालो। अपना भोसड़ा उसे दिखाओ। मेरी चूत का भी दीदार कराओ उसे! तभी वह मस्ती से चोदेगा हम दोनों को!

अम्मी बोली- थोड़ा सबर कर बुरचोदी महक. तेरी माँ का भोसड़ा भी चुदेगा और तेरी माँ की बिटिया की बुर भी चुदेगी।


शाम को तो आदिल इधर उधर घूमने चला गया, कुछ लोगों से मिलने चला गया।

रात को करीब 9 बजे वह वापस आया तो फिर कुछ देर बाद खाना वगैरह हुआ, कुछ बातचीत हुई और हाल चाल लिए गए।


फिर रात को दस बजे हम सब बिस्तर पर आ गए।


हमारा बिस्तर अक्सर ज़मीन पर ही लगता है और हम सब मिलकर एक ही बिस्तर पर सोते भी हैं।


अब मेरा मन तो चाचू के लण्ड पर अटका था।

मैंने अम्मी जान को उकसाया तो फिर उसने अपना हाथ धीरे से आदिल के पजामे की तरफ बढ़ाया।

इधर चाचू का भी हाथ मेरे गालों पर चला गया.


वह बोला- महक, तू सच में बड़ी खूबसूरत है।


फिर धीरे से उसने मेरी चूचियों पर हाथ रख दिया।

मैंने कोई ऐतराज़ नहीं किया बल्कि और उसके पास और खसक गयी।


वह बीच में लेटा था।


उसका दूसरा हाथ अम्मी में मम्मों पर पहुँच गया था।


मैं यह सब बड़े गौर से देख रही थी।

फिर मैंने देखा कि अम्मी जान उसके पजामे के अंदर हाथ घुसेड़े हुए उसका लण्ड सहला रही हैं।

लण्ड साला खड़ा होने लगा था।


अम्मी ने फिर एक ही झटके में लण्ड बाहर निकाल लिया।


मैंने लण्ड देखा तो बोली- बाप रे बाप इतना बड़ा लण्ड? अज़गर के जैसा मोटा लण्ड! क्या खाता है तेरा भोसड़ी का लण्ड चाचू जान जो इतना बड़ा हो गया?

वह बोला- तेरी जैसी हसीनाओं की बुर खाता है मेरा लण्ड और तेरी माँ का जैसा भोसड़ा खाता है मेरा लण्ड!


बस माहौल में एकदम से गर्मी आ गयी।


अम्मी ने चाचू को एकदम नंगा कर दिया।

मैंने तो लपक कर पकड़ लिया चाचू का लण्ड और उसे हिला हिला कर घुमा घुमा कर चारों तरफ से देखने लगी।


उधर अम्मी ने मेरे कपड़े उतार दिये और अपने भी।


अब हम दोनों माँ बेटी मादरचोद चाचू के आगे बिल्कुल नंगी हो गईं।

चाचू तो पहले से ही नंगा था।


हम तीनों एक दूसरे के नंगे जिस्म से अपने अपने नंगे जिस्म रगड़ने लगे।


दो नंगी औरतों के बीच में एक नंगा मर्द बड़ा मस्त लग रहा था।

कभी मैं प्यार से उसके लण्ड पर थप्पड़ मारती, कभी अम्मी जान प्यार से उसके लण्ड पर थप्पड़!


थप्पड़ खाते ही लण्ड और टन्ना जाता।

तब उसे देखने में मज़ा आता।


फिर हम दोनों मिलकर चाचू का लण्ड चूसने लगीं।


आदिल बोला- मुझे तो तुम दोनों माँ बेटी को नंगी मेरा लण्ड चूसते हुए देख कर बड़ा मज़ा आ रहा है। अभी पिछले हफ्ते मैंने अपने दोस्त की बीवी भी चोदी और उसकी बेटी भी चोदी। दोनों ने एक साथ ही मुझसे चुदवाया। वे दोनों भी माँ बेटी नंगी नंगी इसी तरह लण्ड चूस रहीं थीं।


फिर चाचू ने पहले मेरी चूत में लण्ड पेल दिया।

वह मुझे बड़ी मस्ती से चोदने लगा, बोला- मुझे माँ के आगे बेटी की बुर चोदने में बड़ा मज़ा आता है।


अम्मी उसके पेल्हड़ सहलाते हुए उसकी गांड भी सहलाने लगी।


कुछ देर बाद उसने लण्ड अम्मी के भोसड़ा में घुसा दिया और बोला- भाभी की चूत तो हर देवर को अच्छी लगती है। मैं जब जब आता हूँ तब तब आयशा भाभी की फुद्दी चोद कर ही जाता हूँ। अब मुझे बेटी के सामने उसकी माँ का भोसड़ा चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है।


इस तरह चाचू ने रात भर हम दोनों को अदल बदल कर खूब चोदा।


माँ बेटी की एक साथ चुदाई का यह खेल अक्सर हमारे घरों में होता रहता है।


Desi Sex Stories में आपको मजा आया होगा. मुझे मेल और कमेंट्स में बताएं.

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