आज मैं आपको एक अहमदाबाद के कपल के साथ हुई चुदाई का अनुभव लिख रहा हूँ, ये एक असली अनुभव है इसमें कुछ भी काल्पनिक नहीं है बस नाम ही बदले हुए हैं।
एक दिन मेरे पास एक मेल आया जिसमें लिखा था- मैं गुजरात अहमदाबाद से हूँ, मेरा नाम हिम्मत (काल्पनिक) है, शादीशुदा हूँ, मेरी उम्र 38 साल है और मेरी बीवी का नाम बिमलेश (काल्पनिक) है उसकी उम्र 35 साल है, हमारी शादी को 13 साल हो गए हैं, हमारे दो बच्चे हैं।मैंने आपकी कहानी पढ़ी आपकी कहानी मुझे बहुत पसन्द आई। मैं भी अपनी बीवी बिमलेश को आपसे चुदवाना चाहता हूँ पर वो तैयार नहीं है। क्या आप उसको तैयार करके मेरा मतलब है पटा करके चोद सकते हैं? आपके जवाब के इंतज़ार में हिम्मत सिंह अहमदाबाद
मैंने मेल पढ़ा और मैंने उनको जवाब लिखा:प्रिय हिम्मत सिंह जी,मुझे ख़ुशी हुई कि आपको मेरी कहानी पसन्द आई और यह पढ़कर भी ख़ुशी हुई कि आप भी अपनी बीवी को मुझ से चुदवाना चाहते हैं, मेरी उम्र अभी 25 साल है, मुझे सभी उम्र के कपल के साथ चुदाई करना पसंद है, मैं आपकी बीवी बिमलेश की चुदाई करूँगा पर उसको पटाने के लिए आपको मुझे सपोर्ट करना होगा। आप मुझे इस फोन नम्बर पर सम्पर्क करें। आपकी बीवी का फिगर कैसा है और उनको चुदाई में क्या क्या पसन्द है वो भी बताओ।
मुझे २-३ दिन बाद जवाब आया: प्रिय राजेश जी, मैंने आपके बारे में पढ़ा और आपका जवाब पढ़ कर ख़ुशी हुई कि आप मेरे सामने मेरी बीवी बिमलेश की चुदाई करोगे और मैं देखूँगा। आपने बिमलेश के फिगर के बारे में पूछा, बिमलेश का फिगर 38-34-40 है, आपको मेरी सपोर्ट कैसे चाहिए समझाओ? मैं आपको आज शाम को काल करूंगा..आपके जवाब के इंतज़ार में आपका दोस्त हिम्मत सिंह
हमने काफ़ी दिनों तक फ़ोन पे बात की और वीडियो कॉल पे सेक्स चैट भी की। फिर हिम्मत सिंह ने अपनी बीवी का नंबर ही दे दिया। हमने काफ़ी दिनों तक सेक्स चैट और वीडियो कॉल की। एक दिन हमने माउंट आबू जो गुजरात के पास में एक मशहूर हिल स्टेशन है वहाँ पे मिलने का प्लान बनाया।
मैं शाम की स्लीपर बस पकड़ कर आबू रोड आ गया। मैं 9.30 पर आबू रोड पहुंचा फिर बस स्टैंड आकर पहले हिम्मत को फोन किया.हिम्मत- हेलो, हाँ कहाँ पहुंचे?राजेश- मैं आबू रोड पहुंच गया हूँ, आप लोग कहाँ हो? वो बोले कि वो मेहसाणा के पास पहुचे है।
लगभग 11.30 बज गए मैंने फिर फोन किया तो वो बोले- हम आबू रोड बाई पास आ गए, वापस आ रहे हैं, तुम बस स्टैंड से माउंट आबू की तरफ वाले रोड पर आ जाओ हम लाल रंग की मर्सडीज गाड़ी से आ रहे हैं।मैं माउंट आबू वाले रोड पर 400 मीटर चला की लाल मर्सडीज दिखाई दी तो मैंने फोन किया तो बिमलेश बोली- बस पहुंच गए.तो मैंने रुकने का इशारा किया।
तो गाड़ी रुक गई, मैंने देखा बिमलेश डारलिंग लाल साड़ी में बहुत सेक्सी लग रही है, ऊपर से आँखों पर काला चश्मा बिमलेश को और सेक्सी बना रहा था।हिम्मत ने पिछला दरवाजा खोला और मैं अंदर बैठ गया.गाड़ी माउंट आबू की तरफ चल दी.
मैंने बिमलेश और हिम्मत को नमस्ते किया। दोनों ने मेरे सफर के बारे में पूछा- सफर कैसा रहा?तो मैं बोला- सफर मस्त था और आने वाला सफर भी मस्त होगा।
हम 1 बजे तक माउंट आबू पहुंच गए और अब बढ़िया सा होटल देखने लगे जिसमें आमने सामने 2 रूम हों। हम 4-5 होटल घूमे पर किसी में रूम मिला तो रूम की कंडीशन खराब थी.2-3 घण्टे बाद हम एक होटल में पहुंचे जिसमे हमको दो रूम मिले पर एक रूम में दो बैडरूम थे जिनके बीच में पर्दा था और दूसरे बैडरूम में एक ही डबल बेड था। तो हिम्मत ने दोनों रूम बुक कर लिए मेरे लिए दो बैडरूम वाला रूम दे दिया और हिम्मत छोटे वाले रूम में शिफ्ट हो गया।
10-15 मिनट बाद हिम्मत मेरे रूम में आया और बोला- यार, मैं बेटे को लेकर बाहर जा रहा हूँ एक घण्टे के लिए, तब तक तुम एक राउंड चुदाई का कर लो।और अपना एप्पल मोबाइल देकर बोला- इसका लॉक ऐसे खुलेगा… तुम साइड में रख देना ऑन करके और फिर चुदाई शुरू करना, जो भी बातें करते हो, बाद में आकर देखना चाहूँगा कि कैसे चोदा तुमने! और जब मैं आऊंगा तो आने से पहले बिमलेश के फोन पर कॉल करूँगा। तब समझ जाना कि मैं आने वाला हूँ।
तो मैं बोला- आप फोन रूम में छोड़ जाओ और दूसरा मोबाइल ले जाओ।
हिम्मत जैसे ही बाहर निकला तो मुझे इशारा कर गया. मैं धीरे से रूम में घुसा तो देखा कि बिमलेश लाल साड़ी में ही बेड पर लेटी थी।मुझे देख कर बिमलेश मुस्कुराई और मुझे नमस्ते बोला और पेट के बल लेट गई.
मैं भी बेड पर जाकर बिमलेश को बांहों में भर कर लेट गया और बोला- डारलिंग कैसी हो? देखो मैं आ गया, अब शर्माना छोड़ो और बात करो!और मैंने बिमलेश की गर्दन पर किस किया, उसको सीधा किया और उसके गाल और होठों को चूमने लगा। फिर उसको होठों को मुंह में लेकर चूसने लगा।
बिमलेश- आप तो काफी जवान हो, मुझे भी बहुत तमन्ना थी तुमसे मिलने की… अभी वो बाहर गए हैं एक घण्टे के लिए और मुझे कह गए थे कि अपने दोस्त से मिल लो, हाल चाल पूछ लो और मस्ती कर लो उसके साथ…
‘पर पहले मुझे तुमको अच्छे से देखने दो। कैसी है मेरी डारलिंग की रसीली मुनिया?’बिमलेश- देख लेना, पर दरवाजा की कुण्डी लगा दो।
मैंने हिम्मत का मोबाइल लिया और उसका कैमरा ऑन करके साइड टेबल पर रख दिया जहाँ से बेड का क्लोज व्यू आ रहा था और बिमलेश को बाँहों में भरते हुए- डार्लिंग, दरवाजा भी बंद है और कुण्डी भी… हम दोनों के पास समय कम है इसलिए डार्लिंग मुनिया से मिलने दो पहले।और एक हाथ से बिमलेश के पेटीकोट को साड़ी के साथ ही ऊपर खिसका कर बिमलेश की मुनिया पर किस किया तो बहुत ही सेक्सी सेंट की महक आई। शायद बिमलेश ने 2-3 मिनट पहले ही अपनी पेंटी पर स्प्रे मारी थी।मुझे उसकी चूत की गंध और स्प्रे की मिली जुली गन्ध ने मदहोश कर दिया।
मैंने अपने दोनों हाथों से बिमलेश का ब्लाउज खोल दिया, वो वही गुलाबी ब्रा पैंटी पहन कर आई थी जिनमें उसने मुझे फोटो भेजा था।मैं दोनों हाथों से बिमलेश के मम्मों को दबाते हुए उसकी रसीली चूत को चाटने लगा तो बिमलेश के हाथ मेरे सिर के बालों से खेलने लगे- आह मेरे राजा, कब से तड़प रही हूँ मैं और मेरी मुनिया, तेरी इस चटाई और चुसाई के लिए… अब ज्यादा मत तड़पाओ।मैंने पैंटी को बिमलेश के पैरों से उतार कर सूंघा और फिर उसको अपने पेंट की जेब में डालते हुए बोला- ये मेरे लिये गिफ्ट है।
बिमलेश- डार्लिंग, कल जाते समय ले लेना, अभी तो मेरे पास दूसरी नहीं है… और तुम समय बर्बाद मत करो, जो चाटना चूसना है करके चुदाई करो।मेरी पेंट उतार कर मेरे जॉकी के ऊपर से ही लंड को पकड़ कर बोली बिमलेश- कितना तड़पाया है कमीने लंड तुमने… आज तेरी खैर नहीं।
और फिर जॉकी उतार कर 69 में होकर एक दूसरे को चाटने लगे. बिमलेश मेरे लंड और गोलियों को चाट रही थी तो मैं बिमलेश की चूत को!10 मिनट की चुसाई के बाद मैंने मिशनरी में ही चुदाई के लिए बिमलेश की टांगों को खोला और कंधों पर रख कर बिमलेश की चूत के मुँह पर लंड का टोपा रख कर जैसे ही अंदर धक्का मारा तो लण्ड का टोपा चूत में घुस गया, बिमलेश हल्की सी चीखी और धीरे से बोली- उम्म्ह… अहह… हय… याह… डार्लिंग जरा आराम से डालो अंदर अपना लंड… अभी मेरी रसीली मुनिया को बड़ा लण्ड लेने की आदत नहीं है।
फिर मैंने बिमलेश की चूचियों को चूसा, होंठ चूसे और चूची सहलाते हुए धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा. अब धीरे धीरे बिमलेश की सिसकारियां आनन्द वाली सिसकारियों में बदलने लगी- उम्म्ह… अहह… हय… आह्ह… बहुत मजा आ रहा है! और जोर से चोदो… आज मेरी मुनिया की पूरी खुजली मिटा दो, बहुत परेशान किया है इस निगोड़ी चूत ने मुझे अहह… हय… याह… आह्ह…
फिर मैंने भी जोर जोर से चुदाई शुरू कर दी और 8-10 मिनट की चुदाई के बाद बिमलेश को बेड पर ही घोड़ी बनाकर चोदने लगा।15 मिनट में बिमलेश झड़ गई और मैं 20 मिनट में झड़ा।
फिर हम दोनों एक दूसरे को बांहों में लेकर बात करने लगे।बिमलेश- तुम तो चुदाई में जान ही निकाल देते हो, एक तो मोटा और लम्बा लंड है तुम्हारा, मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा कि तुम मेरे साथ हो! मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि मैं ऐसे मिल भी सकूंगी तुमसे और हम ऐसे चुदाई का मजा भी लेंगे।
राजेश- विश्वास तो मुझे भी नहीं हो रहा कि जिससे बस फोन पर बात होती थी उसको मैं ऐसे चोद भी पाऊँगा। पर ये सच है मेरी जान कि हम मिले भी और चुदाई का आनन्द भी लिया।
तभी बिमलेश के फोन की घण्टी बजी, बिमलेश ने देखा कि हिम्मत का फोन है तो बोली- डारलिंग, अब वो आने वाले हैं, तुम अपने रूम में जाओ।
मैंने एक बार अच्छे से बिमलेश को बाँहों में भरकर किस किया और बिमलेश ने अपनी साड़ी ठीक की और मैं कपड़े पहन कर वापस आ गया और रूम में आकर बाथरूम में घुस गया, नहा कर बाहर आया तो मैंने टॉवल लपेट रखा था और मालिश कर रहा था।4.30 बज गए थे।
हिम्मत मेरे रूम में आया, उसके हाथ में मोबाइल भी था जिसमें मेरी और बिमलेश की चुदाई रिकॉर्ड थी, मुझे दिखाते हुए बोला- गुड़ यार, बहुत मस्त चुदाई की है… देखो चूत से कितना पानी निकला है! आज बिमलेश भी खुश है और मैं भी, चलो तैयार हो जाओ शाम होने को है 5.30 बजे हम घूमने चलेंगे और बाहर ही खाना खाकर आ जायेंगे! और एक बात और मैं बिमलेश को रात में तेरे रूम में भेजूंगा तुम अंदर वाले बेड पर उसको चोदना और मैं इस पर्दे के पीछे से तुम लोगों की लाइव चुदाई देखूँगा। और हाँ, मैं अपना लेपटोप और कुछ पोर्न मूवी की सीडी लाया हूँ, तुम बिमलेश को दिखाओगे तो वो ज्यादा जोश में आएगी और फिर खुल कर चुदवायेगी।
मैं 5.30 बजे तैयार हो गया।
अब बिमलेश सलवार सूट में थी, उनका बेटा भी साथ में था। हम सभी पैदल ही घूमने निकले, हम बातें करते हुए चल रहे थे.हम एक झील के किनारे गए, थोड़ी देर वहाँ बैठे, फिर एक वीडियो गेम कैफ़े में गये जहाँ हिम्मत ने अपने बेटे को बाइक राइडिंग गेम खिलाया, फिर हमने एक रेस्टोरेंट में खाना खाया और 8.30 बजे तक वापस आ गए।
हिम्मत अपना लैपटॉप और पोर्न मूवी की 3-4 सीडी लेकर मेरे रूम में आया।
मेरे रूम में पहले पोर्शन में टीवी और बेड था और दूसरे और पहले पोर्शन के बीच में दीवार नहीं थी, केवल पर्दे लगे थे, उस साइड में ही बाथरूम था और ए सी लगा हुआ था.
हिम्मत बोला- ये लो यार, आज रात खूब मस्ती करो यार… टीवी ऑन रखना और दरवाजा अंदर से लॉक मत करना, बिमलेश के पीछे से ही मैं आ जाऊंगा और टीवी की वजह से दरवाजा खुलने और बन्द होने का पता नहीं चलेगा। मैं पर्दे के पीछे से तुम लोगों की चुदाई देखूँगा, मैं पांच मिनट में भेजता हूँ बिमलेश को रूम में वो लैपटॉप और पोर्न मूवी की सीडी रख कर चला गया।
मैंने उसमें से एक सीडी लगाई तो उसमें एक स्कूल गर्ल अपने टीचर से चुदवाती है। क्लास रूम में टेबल पर लिटा कर टीचर अपनी स्टूडेंट की चूत चाट रहा होता है.
इतने में दरवाजा खुलने की आवाज़ आई तो मैंने देखा बिमलेश ने गुलाबी रंग की नाइटी पहनी हुई थी और बाल खुले हुए थे। मुझे तो इस समय बिमलेश बिल्कुल कामदेवी लग रही थी।मैंने टीवी चला रखा था. बिमलेश को मैंने बांहों में भरकर उसका स्वागत किया, उसको किस किया और बोला- तुम अंदर वाले बैडरूम में चलो, यहाँ टीवी चलने दो जिससे कोई समझेगा कि टीवी देख रहे हैं और हम अंदर मस्ती में चुदाई करेंगे. और मैं दरवाजा बंद करके आता हूँ।
बिमलेश अंदर गई और मैंने दरवाजा हल्का भिड़ाया, कुण्डी नहीं लगाई.
जैसे ही मैं बेड पर पहुंचा तो बिमलेश ध्यान से लैपटॉप पर लड़की को चूत चटवाते देख रही थी।मैंने बेड पर पीछे से चढ़ के बिमलेश को बांहों में लेकर उसकी गर्दन पर किस करने लगा और उसके ईयर लोब्स (कान की लो) को और कान के पीछे चाटने लगा तो बिमलेश मीठी मीठी आहें लेने लगी।राजेश- डार्लिंग, देखो कैसे चटवा रही है अपनी रसीली चूत को गान्ड उठा उठा के!मैं बिमलेश को किस करते हुए उसके कान में लैपटॉप की स्क्रीन पर चल रही चूत चटाई और चुसाई की तरफ इशारा करके बिमलेश के कान में फुसफुसाया.बिमलेश- हाँ, बहुत मजा ले रही है और सच में बड़ा मजा आता है, आज शाम को जब तुमने मेरी मुनिया को चाटा और चूसा तो मैं तो स्वर्ग में ही पहुँच गई थी।राजेश- अब मैं भी ऐसे ही तेरी रसीली मुनिया को चाटूँगा और चुसूँगा।
मैं बिमलेश की चूचियों को नाइटी के ऊपर से दबाते हुए उसको गर्दन और कान के पीछे चाटने लगा और बिमलेश भी अपने दोनों हाथों को पीछे मेरे बालों में घुमाने लगी। अब बिमलेश अपनी गर्दन घुमा के मेरे होंठों को चूमने लगी. मैं भी उसकी गर्दन को पकड़ के उसके होंठों को चूसने लगा और उसके मुंह में जीभ घुसा के उसकी जीभ से मस्ती करने लगा, अब वो मेरी जीभ चूसने लगी.
फिर उसने अपनी जीभ मेरे मुंह में घुसा दी तो मैं उसकी जीभ चूसते हुए उसकी नाइटी को उतारने लगा और नाइटी उतार कर बेड के किनारे डाल दी।इतने में मुझे हल्का सा पर्दा हिलता दिखा तो मैंने बिमलेश के होंठों को चूसते हुए ही उधर देखा तो हिम्मत पर्दे के पीछे से हम लोगों को ही देख रहा था।
नाइटी उतरते ही बिमलेश हरी जालीदार ब्रा और पैंटी में थी, मैं होंठों को चूसते हुए ही बिमलेश की चूचियों को ब्रा के ऊपर से दबाने लगा.अब मैंने बिमलेश को मेरी टांगों के बीच में अधलेटी किया हुआ था और हमारा मुंह लैपटॉप की तरफ था। हिम्मत को हमारा साइड व्यू दिख रहा था।
मैंने धीरे धीरे बूब्स को दबाते हुए ब्रा की स्ट्रिप खोल कर ब्रा एक साइड में उछाल दी और अब एक हाथ से बूब्स दबाते हुए और दूसरे हाथ को पैंटी के ऊपर से बिमलेश की रसीली मुनिया को सहलाया तो पाया कि बिमलेश की मुनिया तो पहले ही रस निकाल कर गीली हो चुकी है.मैंने अब पेंटी के अंदर हाथ डाल कर मुनिया के होंठों पर रखा तो मेरी उंगलियां मुनिया के चूत रस में भीग गई जिनको मैंने बाहर निकाल कर बिमलेश को दिखा के चाट गया।बिमलेश मुस्कुरा के मेरे सीने से लग गई.
मैं फिर से बिमलेश के होंठ चूसते हुए एक हाथ को पैंटी में डाल कर मुनिया को सहलाने लगा तो बिमलेश भी पीछे हाथ करके मेरे जॉकी के ऊपर से कभी योगीराज को सहलाती तो कभी जोर से कस के पकड़ लेती, कभी हिला देती।
मैंने धीरे धीरे बिमलेश की पैंटी उतार कर सूंघी और चूत रस को चाटा जिसका स्वाद कसैला सा खट्टा सा था। फिर बिमलेश ने भी मेरी जॉकी उतार दी और मेरी बनियान भी!अब मैंने बिमलेश को लैपटॉप स्क्रीन की तरफ इशारा किया जिसमें अब टीचर नंगा हो गया था, लड़की टेबल से उतर गई, टीचर पीठ के बल लेट गया और लड़की टीचर के सिर की तरफ से टेबल पर चढ़ी और टीचर के मुंह पर चूत टिका कर टीचर का लण्ड चूसने लगी तो मैं बोला- डार्लिंग अब हम भी ऐसे ही चुसाई करेंगे, आओ!
मैं दीवार के सहारे सिर करके बेड पर अधलेटी पोजीशन में हो गया और सिर के पीछे तकिया लगा लिया और बिमलेश को मेरे ऊपर 69 में लिटा लिया, बिमलेश की गान्ड को पीछे से थोड़ा उठा दिया जिससे मैं दिवार से सिर लगा कर आराम से बिमलेश की चूत भी चाट सकूँ और गान्ड में उंगली भी कर सकूँ।
लैपटॉप साइड में हो गया जिससे बिमलेश मेरा लंड चूसते हुए भी ब्लू फिल्म का मजा लेती रहे और पोर्न मूवी की आवाज भी थोड़ी सी बढ़ा दी जिससे बिमलेश और गर्म होती जा रही थी। बिमलेश की आहें बढ़ती जा रही थी। बिमलेश ने लंड को अपने हाथों से पकड़ा और लंड को मरोड़ के लंड के टोपा को चाटने लगी।
मैं भी बिमलेश की चूत के होंठों के साइड से चाटने लगा और भगनासा को चाटने लगा। बिमलेश गान्ड हिला हिला के चूत को मुंह पर रगड़ने लगी।
उधर मूवी में भी लड़की टीचर का लण्ड ऊपर से नीचे तक चाट और चूस रही थी। कभी कभी लण्ड की गोलियों को चाटते हुए गान्ड के छेद तक चाट रही थी तो बिमलेश भी उस लड़की को देख देख के मेरा लंड भी ऐसे ही चूस रही थी, कभी लण्ड के टोपे को चाटती तो कभी चूसती, कभी लण्ड की गोलियों को चूसती, कभी मेरे गान्ड के छेद को चाटती, बिमलेश पोर्न मूवी वाली लड़की की पूरी कॉपी कर रही थी। बिमलेश भी उस लड़की की तरह लण्ड पर थूकती और चाटती ऐसे ही गोलियों पर थूक कर चाटती चूसती।उसके चूसने की आवाज सुर्रर हुल्लरर.. रही थी।
मैं भी बिमलेश की चूत पर थूक कर चाट रहा था। अब मैंने बिमलेश की गान्ड के छेद पर थूक लगा कर एक उंगली बिमलेश की गान्ड में सरका दी तो बिमलेश थोड़ी सी कुनमुनाई और अपनी गान्ड ढीली छोड़ दी और चूत को मेरे मुंह पर दबाने लगी।
मैं बिमलेश की चूत के भगनासा को चाटने और चूत के दाने को चूसने लगा। अब मैंने बिमलेश की गान्ड से उंगली निकाली और दुबारा थूक कर अँगूठा घुसा दिया और दो उंगली चूत में घुसा दी और बिमलेश की चूत चाटते हुए अंगूठे और उंगलियों को आपस में चूत और गान्ड के भीतर रगड़ने लगा तो बिमलेश अपनी चूत को गान्ड हिला हिला कर रगड़ने लगी और जोर जोर सुर्रर करते हुए लंड को चूसने लगी।
मैंने बिमलेश की चूत चूसते हुए तिरछी नजर से पर्दे की तरफ देखा तो हिम्मत ने अपना नेकर उतार कर अपना लण्ड हम लोगों को देख कर हिला रहा था और मुझे थम्स अप का इशारा किया कि लगे रहो।
फिर थोड़ी देर बाद बिमलेश जोर जोर से आहह…उम्म्ह… अहह… हय… याह… ओह्ह… जोर से चाटो ना… मेरी चूत में चींटियां सी रेंग रही हैं… आहह चाटो… ओह्ह मेरे राजा… चूसो न जोर से और उंगली भी करो जोर जोर से रगड़ो! आहह… हाँ बस हाँ ऐसे ही चाटो… ओह्ह मेरी चूत… ओह्ह मेरी चूत… आहह बस मेरा निकलने वाला है… जोर से चाटो आहह… ओहहहह…
और बिमलेश ने अपनी चूत मेरे मुँह पर जोर से दबा दी और उसका शरीर अकड़ने लगा और मेरे मुँह पर चूत रस की बौछार छोड़ दी।अब मूवी में टीचर ने लड़की को टेबल से उतार कर घोड़ी बनाया और चोदने लगा तो मैंने बिमलेश को भी घोड़ी बनाया और लैपटॉप की तरफ मुंह करके लंड बिमलेश की रसीली मुनिया (चूत) पे लगाया और हल्का सा झटका मारा तो बिमलेश के मुँह से आहह… निकल गई।
अब हिम्मत को साइड से बिमलेश की चुदाई दिख रही थी तो मैंने हिम्मत की तरफ देखा तो वो वीडियो कैमरा से हमारी चुदाई की वीडियो भी बना रहा था।बिमलेश भी मूवी की लड़की की तरह सेक्सी सेक्सी आवाज निकाल रही थी- आहह…चोदो मुझे आहहहह… फाड़ दो मेरी भोसड़ी को… क्या लण्ड है एकदम मस्त कलन्दर… ओह्हहह… क्या चोदते हो घोड़े की तरह… आहहह… लंड की चोट जब बच्चेदानी पर पड़ती है तो आहहह… मजा आ जाता है।
राजेश- डार्लिंग तेरी चूत भी बड़ी मजेदार है और चूचियाँ भी बड़ी मस्त और टाइट हैं।बिमलेश- जोर से चोदो… आहह बड़ा मजा आ रहा है आहहहहह!
अब मूवी में टीचर लेट गया और लड़की ने लण्ड चूसा और लड़की टीचर की तरफ मुँह करके टीचर पर चढ़ के लण्ड चूत में लेकर चुदवाने लगी.मैंने बिमलेश को उसकी तरफ इशारा करके वैसे ही चोदने का इशारा किया तो मैंने लंड निकाल लिया।
तो बिमलेश ने भी लंड चूसा तो उसको अपनी चूत का कसैला नमकीन स्वाद चखने को मिला, फिर बिमलेश भी उस लड़की की तरह मेरे लण्ड पर सवार हो गई अब मेरे सामने बिमलेश की बड़ी बड़ी चूचियाँ झूल रही थी तो मैं उसको दोनों हाथों से दबाने लग गया पर बिमलेश ने अपने दोनों हाथों से मेरा सिर पकड़ के मेरा मुँह चूचियों के लगा कर बोली- आहहहहह… इनको चूसो ना और मसलो इनको, इनका दूध पी जाओ आहहहह… क्या लंड है ओहहह… बच्चेदानी के मुँह पर रगड़ मार रहा है आहहह… बहुत मजा आ रहा है आहहह… तुम भी चोदो मुझे जैसे वो नीचे से ठोकर मार रहा है।
मैं उसको नीचे से चोदने लगा और उसकी चूचियों को दबाते हुए चूसने लगा, कभी उसके होंठों को भी चूसने लग जाता और उसके कूल्हों को दबाते हुए जोर जोर से चोद रहा था. पूरे रूम में फचफच की आवाज गूंज रही थी।
मूवी में अब लड़की टीचर के लण्ड से उतर कर एक बार लण्ड चूस कर टीचर की टांगों की तरफ मुँह करके लण्ड पर बैठ कर हाथ पीछे टीचर के सीने पर रख कर उछल उछल कर चुदने लगी और टीचर उसके बूब्स दबाने लगा।बिमलेश ने लड़की की तरह ही लंड से उतर कर उसको चाटा, चूसा और फिर मेरे लंड पर टांगों की तरफ मुंह करके सवार हो गई और चुदने लगी.मैं बिमलेश की चूचियों को मसलने लगा और कभी कमर पकड़ कर नीचे से चोदना शुरू कर देता।
बिमलेश- आहहहहह… जोर से चोदो आहह… मैं गई!और जोर जोर से लण्ड पर उछलने लगी और जैसे ही उसकी चूत ने चूत रस की बौछार मेरे लंड पर डाली, उसकी नजर पर्दे की तरफ चली गई तो उसने हिम्मत को हमें देखते हुए देख लिया तो तुरंत लंड से उतर गई।और हिम्मत वहाँ से तुरंत चला गया.
राजेश- क्या हुआ डार्लिंग? अचानक कैसे उतर गई डार्लिंग? लंड की सवारी में मजा नहीं आया क्या?बिमलेश फुसफुसाते हुए- डारलिंग, हमको चुदाई करते हुए मेरे पति ने देख लिया, पता नहीं क्या सोचेंगे, जाना ही होगा।राजेश- डार्लिंग ज्यादा परेशान मत हो, वो आपको बहुत प्यार करते हैं इसलिए आपको यहाँ लाये और उनको पता था कि मिलोगी तो चुदाई ही होगी, तुम जाओ पर ज्यादा परेशान मत होना!
बिमलेश ने कपड़े पहने और जल्दी से अपने रूम में चली गई।
मेरे लंड का पानी नहीं निकला था तो लंड बुरी तरह अकड़ रहा था तक मैंने बाथरूम में जाकर मुठ मारकर पानी निकाला और वापस बेड पर आ गया। चुदाई की थकान के कारण कब सो गया, मेरी रात 2.30 बजे आवाज से आँख खुली तो देखा बिमलेश मुझे बाहर वाले बेड पर ले गई तो वहाँ हिम्मत भी साथ में था।
हिम्मत अब खुद बिमलेश को लेकर आया था, हिम्मत बोला- यार, आज की रात है तुम मेरी बिमलेश की अच्छे से चुदाई करो।तो मैं बोला- अब हम 3सम चुदाई का मजा लेंगे!फिर बिमलेश को हम दोनों के लण्ड चूसवाने लगे।
अब मैं बिमलेश को घोड़ी बना कर चोदने लगा और बिमलेश हिम्मत का लण्ड चूस रही थी।
थोड़ी देर बाद मैंने लण्ड निकाला और हिम्मत बिमलेश की चूत चोदने लगा और बिमलेश मेरा लंड को चूसने लगी।कुछ देर बाद मैं हिम्मत से बोला- यार, आज बिमलेश को एक साथ दो लण्ड का मजा दें?हिम्मत बोला- कैसे?तो मैं बोला- कभी तुमने बिमलेश की गान्ड को चोदा है?तो हिम्मत बोला- हाँ, महीने में एक बार गान्ड जरूर चोदता हूँ।राजेश- फिर एक काम करो, तुम गान्ड चोदना और मैं बिमलेश की चूत चोदूँगा।बिमलेश- क्यों एक साथ चूत और गान्ड फाड़ने के चक्कर में हो?
मेरी बात सुनकर हिम्मत ने लण्ड निकाल लिया, मैं बेड पर लेट गया और बिमलेश को मैंने अपने मुँह की तरफ मुँह करके लंड को उसकी चूत में डाला और फिर बिमलेश को पकड़ कर हिम्मत को उसकी गान्ड में लण्ड पेलने का इशारा किया कि पेल दो गान्ड में लण्ड!
हिम्मत उठा और मेरे शेविंग किट से कोल्ड क्रीम निकाल कर बिमलेश की गान्ड में भरकर अपना लण्ड उस गान्ड में रखकर हल्का सा धक्का मारा और बिमलेश के होंठों को मैंने अपने होंठों में दबा लिया जिससे बिमलेश की चीख मुँह में ही दब गई.
अब मैंने बिमलेश के बूब्स को सहलाया, उसके होंठों को चूसा और फिर हिम्मत को धक्के मारने का इशारा किया.हिम्मत ने भी आराम से धक्के मार मार कर अपना लंड बिमलेश की गान्ड में जड़ तक घुसा दिया. अब मैं नीचे से और हिम्मत ऊपर से चुदाई की ताल मिलाने लगे और बिमलेश ने एक हाथ पीछे हिम्मत के सिर पर और एक हाथ मेरे सीने पर रख कर दोहरी चुदाई का आनन्द ले रही थी.
इस आनन्द को बिमलेश मुश्किल से पांच मिनट ही झेल पाई और झड़ गई।
अब मैंने हिम्मत को नीचे आने को कहा, अब हिम्मत ने मेरी और मैंने हिम्मत की जगह ले ली।
बिमलेश ने मेरे लण्ड को चूस कर उस पर कोल्ड क्रीम लगा कर लण्ड से बोली- लंड जरा आराम से गान्ड फाड़ना!और फिर बिमलेश हिम्मत के लंड पर सवार हुई और खुद ही अपने हाथ से लंड को गान्ड के छेद पर लगा कर बोली- डार्लिंग, आज मेरी गान्ड को भी अपने लंड से फाड़ दो।
मैंने बिमलेश के कूल्हों पर हाथ रख कर कमर को कस के पकड़ कर धक्का मारा तो जैसे ही लंड का टोपा गान्ड के छल्ले में घुसा, बिमलेश दोहरी हो गई दर्द की वजह से… पर ज्यादा दर्द नहीं हुआ क्योंकि गान्ड का छेद हिम्मत की गान्ड चुदाई से खुल गया था।
मैंने बिमलेश के बूब्स को दोनों हाथों से पकड़ा और धक्के मारने लगा। नीचे से हिम्मत भी धक्कों को मेरे धक्कों से ताल मिला रहा था और बिमलेश भी मजे से सैंडविच बनी हुई थी. मैं बूब्स दबा रहा था और हिम्मत चूस रहा था।
बिमलेश- आहहहह… दर्द हो रहा है आराम से गान्ड… में… ओह्हहहह…… ये मूसल सा… आहहहह… लण्ड को पेलो… क्या आज गान्ड को आहहहह… फाड़ोगे मेरी आहहह…हिम्मत- यार आज सच में आहहहह… बड़ा मजा आ रहा है…यार राजेश आहहह! क्या चोद रहे हो… आहह… आज सच में बिमलेश खूब मजे ले रही है, इसकी चूत आज से पहले इतनी गीली नहीं हुई।बिमलेश- आहह…ओहहहहह… अच्छे से पेलो अब आहहहह… दर्द में ज्यादा ओह्हहहह… मजा आ रहा है आहह हहह फाड़ दो आज मेरी गान्ड और चूत को आहहहहह…
ऐसे ही हम चोदते रहे, हमने तीन बार चुदाई की और बिमलेश कम से कम आठ बार झड़ी, अब वो बिल्कुल थक गई।
चार बज चुके थे, हिम्मत बोला तुम दोनों यहीं आराम करो, मैं बेटे के पास जाता हूँ।
हिम्मत अपने रूम में चला गया और हम दोनों अंदर वाले बेड पर जाकर ए सी ऑन करके लिपट कर सो गए।सुबह सात बजे रिसेप्शन से फोन आया- सर गर्म पानी शुरू हो गया है बाथरूम में तो आप लोग फ्रेश हो सकते हैं!
मैंने बिमलेश को फ्रेश होने जगाया और बाथरूम भेजा वो फ्रेश होकर आ गई फिर मैं फ्रेश हुआ और बिमलेश को साथ नहाने को बोला तो बिमलेश बोली- मेरे कपड़े तो उस रूम में हैं!मैंने हिम्मत को फोन किया कि बिमलेश के कपड़े दे जाओ, हम दोनों बाथरूम में नहा रहे हैं।हिम्मत बिमलेश के कपड़े रख गया।
मैं और बिमलेश साथ में नहाये, मैंने बिमलेश को और बिमलेश ने मुझे साबुन लगा कर नहलाया और मेरे लंड को भी साबुन लगा के साफ़ किया।फिर मैंने बिमलेश को बाथरूम में शावर के नीचे चुदाई के लिए बोला तो वो बोली- रात भर चोद कर भी पेट नहीं भरा तुम्हारा? मेरी तो चूत और गान्ड दोनों दर्द कर रही है। तेरा लण्ड है या मूसल साला चोद चोद कर नहीं थका।
पर मैं नीचे बैठ कर उसकी चूत चाटने लगा और बूब्स दबाने लगा तो बिमलेश भी गर्म हो गई।फिर मैंने बिमलेश को शावर के नीचे घोड़ी बना कर चोदा, फिर हम नहा कर बाहर आये और बिमलेश ने मुझे तेल भी लगाया और फिर हमने कपड़े पहने और फिर साथ में ही ब्रेकफास्ट किया।
उसके बाद हम लोग वापस आये तो आबू रोड तक मैं उनके साथ ही कार में बैठ कर आया और आबू रोड से फिर मिलने का वादा करके अपने अपने घर चले गए।
आपको मेरी कहानी और मेरे विचार कैसे लगते हैं, मुझे जरूर लिखो। jack.infinium@gmail.com
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