दोस्तों यह स्टोरी एक दम सच है। इस स्टोरी में नाम बदला हुआ है, लेकिन कहानी एक दम सच्ची है। यह मेरी पहली स्टोरी है। इसमें कुछ भी गलत लगे तो माफ करना। तो बिना समय को बर्बाद किए कहानी पर चलते है।
मेरा नाम अमन है, उम्र 20 साल है। वैसे मैं दिल्ली रह कर B.sc की पढ़ाई करता हूं, और अपने 2nd ईयर का फाइनल पेपर देकर अपने गांव छुट्टी मनाने कुछ महीने के लिए गया हुआ था। तभी मैं कुछ दिन बाद मामी जहां रहती थी वहीं घूमने गया। लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था। उस दिन मामी के साथ सेक्स करने का मौका मिल गया।
मामी का नाम उर्मिला है। इनकी उम्र 32 साल है। पेशे से सरकारी अध्यापिका है। मामी को एक बेटा है 14 साल का, और एक बेटी 10 साल की है। मामा अपने गांव पर बिजनेस करते है। अब कहानी पे आते है।
मैं अपना 2nd सेमेस्टर का लास्ट पेपर दे कर अपने गांव आ गया। कुछ दिन बीतने के बाद मेरा गांव में मन नहीं लग रहा था। सोचा शहर घूमने चलूं। तो मुझे याद आया कि मामी तो शहर में ही रहती थी अपने बेटा-बेटी के साथ, और मामा गांव से शहर रोज आते-जाते रहते थे। मामा ने रेंट पर फ्लैट लिया हुआ था। दो कमरे थे और एक हॉल, किचन, और बाथरूम था।
मैंने मामी को फोन किया: मामी आज मैं आपके यहां आ रहा हूं एक-दो दिन रहने के लिए।
मामी बोली: आ जाईये, कोई दिक्कत नहीं है।
मैं फिर मम्मी से बोला: अंशी के पास जा रहा हूं 2 दिन के लिए।
मम्मी बोली: जाओ और अंशी को परेशान मत करना।
अंशी मेरे मामी की बेटी का नाम है। अगला दिन शाम के 4 बजे मैं मामी के फ्लैट पर पहुंच गया। मेरे गांव से 30 मिनट की दूरी पर है टाउन/शहर। मैंने देखा तीनों लोग अपने-अपने स्कूल से आ चुके थे। मेरी मामी मेरे को अपना पैर नहीं छूने देती, तो मैं उनको नमस्ते मामी कर के अंशी और आशु के पास गया। आशु मेरे मामी के बेटे का नाम है।
एक घंटे बाद देखा मामी मामा को फोन करके बताई: अमन आज आया हुआ है एक-दो दिन के लिए घूमने।
फिर मामी पूछी: आप आज आयेंगे ना?
तो मामा ने बोला: ठीक है, आज वो आया हुआ है, तो मैं नहीं आज आऊंगा।
मामी बोली: ठीक है जी, जैसी आपकी इच्छा।
फिर मामी फोन रख दी। मैं पता नहीं क्यूं आज यह सुन के खुश हुआ कि मामा नहीं आ रहे थे। आज तक मामी के लिए कोई गलत फीलिंग नहीं थी। फिर आज मैं मामी को देख पागल हो रहा था। मामी बहुत ही हॉट और सेक्सी दिख रही थी।
रात के 8 बजे मामी किचन मे नाश्ता बनाने गयी। नाश्ता तैयार होने के बाद मामी बुलाने आई-
मामी: चलो खाना बन गया, खालो।
मामी सबकी थाली लगाई, और हम सभी साथ बैठ गए और मामी भी साथ बैठी डिनर करने। मेरी नज़र खाते वक्त पहली बार मामी पर पड़ी। वो बहुत करीब थी। मैं ध्यान से मामी को देखने लगा। मामी गुलाबी साड़ी पहनी हुई थी, और उनके मम्मे कुर्ती के उपर से दिख रहे थे। यह देख मन करने लगा अभी मामी के दूध को चूस लूं ( मामी के मम्मे का साइज बहुत ही मस्त हैं )।
मामी का फिगर और भी कतिलाना है। उनके मम्मे देख अब मेरा लंड खड़ा होने लगा, और मैं लोवर पहना था तो दिखने भी लगा। तभी मैंने अपने एक हाथ से लंड को दबा दिया। मामी की नज़र मेरे खड़े लंड पर पड़ चुकी थी, और वह अपने मम्मे देखी की उपर से दिख रहे थे। तो मामी समझ गयी और मामी अंदर से मुस्कुरा भी रही थी।
मैं खाना खा कर हाथ धोया, और तुरंत बाथरूम मे घुस गया और ब्लू फिल्म सर्च की। मामी और भांजे की चुदाई नहीं मिली। मामी की ब्रा और पेंटी बाथरूम में ही थी। उसको और मामी का फोटो देख मन ही मन मामी को फील करके मुठ मारने लगा, और 10 मिनट बाद लावा (वीर्य) निकल गया।
बाथरूम में से देर हो गयी निकलने में तो मामी पूछी: सब ठीक है ना अमन?
मैं बोला: हां मामी सब ठीक है।
फिर मैं अंशी के पास जाकर मस्ती करने लगा। तभी मामी साड़ी बदल मैक्सी पहन कर आई बोली: दूध लेकर आ रही हूं। (मामी के बच्चे दूध से नफरत करते थे फिर भी पीना पड़ता है)
बच्चे बोले: लाओ मम्मी।
फिर मामी हमसे पूछी: अमन जी आप को कौन सा दूध पीना है?
मेरा ध्यान मामी की चूची पे था, क्यूंकि मामी मैक्सी के अंदर ब्रा नहीं पहनी हुई थी, जिससे उनके मम्मे साफ दिखाई पड़ रहे थे। मैं मामी के दूध की तरफ उंगली दिखा के बोला-
मैं: यह वाला पीना है।
तभी मेरा दिमाग खुला और बोला: चीनी वाला मामी।
मामी समझ गयी कि मैंने क्या बोला था। मामी किचन जाने लगी। मैं देखा मामी हंसती हुई जा रही थी। मैं समझ गया मेरा काम बन सकता था (हसी तो फसी), बस कोशिश नहीं छोड़नी है। रात के 10 बज गये। मामी सोने के लिए बिस्तर सही करने लगी।
मामी बोली: हम आपका दूसरे वाले रूम में बिस्तर लगा दी है।
इधर मेरी नज़र फिर मामी की चूची पे ही थी।
फिर मैं बोला: हां मामी, क्या बोली?
मामी बोली: कहां पर ध्यान है, सब समझ रही हूं।
मामी दोबारा बोली: बिस्तर दूसरे रूम में लगा दी हूं।
मैं बोला: आप के मम्मे…
मामी बोली: क्या?
मैं बोला: मम्मी याद आ रही है।
बाल-बाल बचा भगवान। फिर मैं चला गया रूम में सोने। इधर मामी और उनके बच्चे सोने की तैयारी कर रहे थे। मैं गया रूम में, फोन लिया, और सर्च करने लगा मामी को कैसे पटाये। लगभग 2 घंटे तक रिसर्च किया, कुछ खास नहीं मिला। फिर लगभग 12 बजे सेक्स वीडियो सर्च करके देखने लगा, और जब मैं अपना हाथ लोवर मे डाला, तभी अचानक मेरे दरवाजे पे मामी आई।
मैं सोने का नाटक करने लगा। मामी देख कर चली गयी। मुझे अब मुठ मारनी थी, तो मैं उठा और बाथरूम मे गया। तो देखा मेरे से पहले ही कोई बाथरूम में था। मैंने आवाज नहीं की और चारों तरफ शांति थी।
तभी बाथरूम से आह बाबू आह की धीमी आवाज आने लगी। मैं झांकने के लिये छेद ढूंढने लगा, तो छेद नहीं था कही भी। दरवाजे के नीचे खुला था, और लेट के देखने के लिए काफी जगह थी। बाथरूम के बाहर की तरफ एक भी बल्ब नहीं जल रहा था। केवल बाथरूम में जल रहा था। मैंने जब लेट के देखा तो मैं दंग रह गया।
मैंने देखा मामी बाथरूम मे नंगी बैठी हुई थी। उनका नंगा जिस्म मेरी आंखों के सामने था। मामी के चूचे लटक रहे थे जिसके लिए मैं पागल हो गया था। मेरे सामने एक-एक किलो के मटके लटक रहे थे। मामी अपनी मैक्सी टेबल पर रखी हुई थी, और एक हाथ में फोन ली हुई और एक हाथ से चूत मे उंगली कर रही थी।
यह देख मेरा लंड फुफकारने लगा। मामी अपनी चूत को साफ रखी हुई थी। एक भी बाल नहीं था चूत पे। एक कान में इयरफोंस लगाई हुई थी। यह देख मैं भी अपने फोन से वीडियो बनाना शुरू कर दिया। मेरा नजर मामी के बगल में पड़ी, और देखा कि मामी 5 इंच का खीरा रखी हुई थी।
इधर मामी को नंगा देख मेरा लंड बेकाबू होने लगा था। तभी मैं भी मामी को नंगा देख मुठ मारने लगा। इधर मामी अपनी चूत में खीरा डालने लगी, और फिर ध्यान गया फोन पे तो कोई वीडियो कॉल पे था, जिसे मामी दिखा-दिखा के अपनी चूत में खीरा पेल रही थी। इधर मेरा वीर्य निकल गया, जो मैंने अपनी चड्डी में निकाल दिया।
इधर मामी का भी पानी निकलने लगा। जब मामी का पानी निकला, बहुत तेज फोर्स था पानी निकलने का। मैं हैरान रह गया जैसे लग रहा था कि बोरिंग हुआ था, और पानी मिला और बाहर की और फेंक दिया हो। मुझे लगा मामी की बहुत दिनों से मामा ने चुदाई नहीं की थी, इसलिए मामी खीरा डाल रही थी।
पर फोन पे कौन था, यह सवाल मेरे दिमाग पे चढ़ चुका था। मामी अब अपनी चूत को पानी से साफ करने लगी। खड़ी हुई तो मैं धीरे से रूम चला गया, और लेट गया। मामी 5 मिनट बाद मेरे कमरे में आई, देखी मेरे को, और अपने रूम में चली गयी। मैं तुरंत उठा और एक बार और मुठ मारी। पहली बार एक दिन में तीन बार मुठ मारी थी, बस मामी के लिए।
फिर मैं फ्रेश होके 30 मिनट बाद मामी के रूम में गया। मामी अपने रूम में जीरो वाल्ट वाला बल्ब जला रखी थी। मैंने देखा मामी अपनी मैक्सी अपनी कमर पर चढ़ा रखी थी, जिससे उर्मिला मामी की चूत पर कोई पर्दा नहीं था, और साफ नंगी दिखाई दे रही थी।
अब मुझसे नहीं रहा गया। मामी के बगल में एक बंदे के लिए जगह थी, तो मैं जाके वहीं लेट गया। फिर उर्मिला मामी के पैर के उपर अपना पैर रख मामी को निहारने लगा। मामी को सुबह ही उठना पड़ता है, और सोई 1:30 बजे के आस-पास थी, तो गहरी नींद में थी।
मैंने फिर मामी के बालों को उनकी गर्दन से हटा के उनके गाल पे किस किया। फिर मामी की नंगी चूत को हाथ से स्पर्श किया।छूते ही मुझे जन्नत मिल गयी। बहुत मजा आया। पहली बार किसी स्त्री की चूत को स्पर्श किया था। मामी की चूत गीली पड़ी हुई थी। एक बार के लिए अपनी जीभ मामी की चूत पे सटा दी। फिर मामी को देखा। वो अभी भी सोई थी।
मैं अब मामी की चूत को जीभ से चाटने लगा। मामी की चूत के छेद को चाटने में मजा आ रहा था। मामी के सारे रस को साफ कर दिया चाट के, और लगभग 5 मिनट तक मामी की चूत मे जीभ फेरी। वो अभी भी नहीं जगी कि क्या हो रहा था उनके साथ। मैंने अब मामी की मैक्सी का उपर का बटन खोला (मामी की मैक्सी बटन वाली थी)।
जैसे ही तीनों बटन खोले, मामी एक बार और नंगी मेरे सामने हो चुकी थी। मैं तुरंत अपने होंठों से मामी के निप्पल को चूसने लगा, और एक हाथ से दूसरे मम्मे को मसल रहा था। तभी मामी जग गयी। वह अपने को नंगा देख मेरे को गुस्से से देखी।मेरी फट के हाथ में आ गयी। मुझे लगा मैं गया और मामी चिलाने वाली थी।
तभी उर्मिला मामी मेरा हाथ पकड़ के मुझे मेरे वाले रूम में ले गयी, और दरवाजा बंद कर दी। यह देख मेरी फट के पूरी हाथ में आ गयी।
फिर उर्मि मामी बोली: मेरे साथ यहां क्या कर रहा था तु? मेरा मैक्सी क्युं खोली, और तू मेरे पास कब आया?
वो चिलाने लगी: तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरे को छूने की? बदतमीज, हरामी, तुम्हारे बारे में तुम्हारी मम्मी को बताऊंगी कल।
इतना सुनते मैं मामी के पैर पकड़ लिया। मामी अभी भी उसी अवस्था में थी जैसे मैंने कर रखा था। मेरे सामने मामी के मटके लटक रहे थे, और चूत फिर से गीली पड़ चुकी थी।
मैं बोला: माफ कर दो मामी, मेरा ऐसा कुछ इरादा नहीं था। पर आपने दूध की बातें की जिससे मेरा मन आपका दूध पीने को करने लगा, और आप दूध लाते समय आप मैक्सी में थी, तो आपके मम्मे झलक रहे थे। और यह देख हमें नींद ही नहीं आ रही थी। माफ कर दो, मैं अब आपको नहीं टच करूंगा। फिर कुछ देर बाद मामी की नज़र उनकी चूत पे गयी, तो पूछने लगी-
मामी: तूने मेरी चाटी है ना?
मैं बोला: नहीं मामी, यह कैसी बात कर रही है। हमें नहीं मालूम। मैं बस आपके मम्मे ही पी रहा था।
मामी बोली: बेटा झूठ मत बोलो, तुमने चाटा है, और साफ हमें दिख रहा है। सच बोल, नहीं तो अभी तुम्हारी मम्मी को फोन करती हूं।
मैं बोला: हां मामी आपकी चूत को चाटा मैंने।
अब मामी के चेहरे पर हल्की मुस्कान आ चुकी थी, पर हमे वैसा नहीं दिखा रही थी। वह अब मैक्सी का बटन लगा ली।
मामी पूछी: क्यूं चाटा?
मैंने अब बोलना शुरू किया: मामी मैं 1:30 बजे टॉयलेट करने गया तो हमें अच्छा नहीं लग रहा था। इसलिए आपके रूम में आया कि जगह होगी तो मैं भी सो जाऊंगा। लेकिन मैंने आपको नंगा देखा तो रहा नहीं गया। किसी स्त्री के सामान को पहली बार आंखों से देखा तो रहा नहीं गया, और आपकी चूत भी गीली थी, जैसे लग रहा था कुछ देर पहले ही कोई आपकी चूत मारा हो।
मामी बोली: बदतमीज, इसीलिए आये हो? यही सब करने?
मैं बोला: गलती हो गयी मामी जी, माफ कर दो।
मामी बोली: एक शर्त पे माफ करूंगी, वो शर्त सोच के बताऊंगी।
फिर मामी बोली: चलो किसी से नहीं कहूंगी। लेकिन तुम भी यह बात किसी को मत बताना, नहीं तो मेरी और तुम्हारे मामा की बदनामी होगी।
मैं: पक्का मामी, मैं अभी से सब भूल गया।
मामी: हां, और तू कब जा रहा है?
मैं बोला: सुबह होते ही मामी।
मामी बोली: नहीं कल भर रुको, उसके बाद चले जाना। अभी शर्त बाकी है, सोचने दो अभी।
मैं बोला: जैसा आप कहो।
मामी बोली: आज तुम्हारे साथ सो लेती हूं, क्यूंकी तुम्हे नींद नहीं आ रही है मेरे कारण।
तो मैं अब अंदर ही अंदर बहुत खुश था कि मामी का मन था मुझसे चुदवाने का, बस नाटक कर रही है।
मैं बोला: ठीक है मामी, सो जाओे।
सिंगल बेड का पलंग था जिसपे मैं और मामी दोनों चिपक कर करवट होके लेटे।
फिर मामी मेरे तरफ करवट लेके बोली: इधर मेरी ओर होके लेट जाओ।
मैं करवट हुआ तभी मामी के होंठ और मेरा होंठ सट गये। मैं हल्का पीछे सिर को कर लिया।
मामी हल्की मुस्कान दी और बोली: कोई बात नहीं, नॉर्मल हो जाओ।
मामी का एक हाथ मेरे लोवर के पास था, और मेरे लंड से सट रहा था। तभी मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा। अब मैं लंड दबाने की कोशिश करने लगा, नहीं तो मामी के हाथ में जाता। मामी को भी नींद नहीं आ रही थी।
तभी मामी बोली: कल स्कूल से छूटी ले लेती हूं।
मैं पूछा: क्यूं?
वो बोली: कल मन नहीं कर रहा जाने का।
मैं बोला: अच्छा ले लीजियेगा।
मामी हमसे पूछी: इतना सब कैसे करने का मन कर दिया?
मैंने अब सोचा बोल देता हूं सच: मामी आप हॉट सेक्सी बहुत हो, पर इतने दिन हो गये कभी आप पे ध्यान नहीं गया। आप जब आज मेरे सामने रात को खाने बैठी, तो आप पे नज़र गयी। फिर आपके मम्मे को देख मैं पागल होने लगा। तभी मैं बाथरूम गया, और आपको सोच के मारी। इसलिए देरी हो गयी बाथरूम से निकलने में।
मामी पूछी: क्या मारी?
मैं बोला: कुछ नहीं।
मामी बोली: बताएगा की नहीं?
मैं बोला: मुठ मारी आपको सोच के। फिर दोबारा आप दूध के लिए पूछी तो मेरी नज़र आपकी मैक्सी पे गयी, और आपके मम्मे झलक रहे थे। इसी कारण मेरे दिमाग में अब आप ही चलने लगी, और मेरा नींद भी उड़ गयी। फिर मेरे से नहीं रहा गया, तो बाथरूम आया। लेकिन पहले से कोई और था। फिर नीचे से देखा तो फोन पे किसी को आप अपना नंगा शरीर दिखा रही थी।
मामी बोली: अब मैं समझी, लेकिन तुम पहले क्यूं नहीं बताये?
मैंने पूछा: कौन था मामी फोन पे?
वो बोली: कोई नहीं था, बस वीडियो देख रही थी.
मैं बोला: झूठ, आप बात भी कर रही थी।
मामी बोली: तेरे मामा थे।
मैं बोला: यह नहीं हो सकता, कोई और था।
अब मामी की फटनी शुरू हुई।
वो बोली: किसी को मत बताना। जिस स्कूल में मैं पढ़ाने जाती हूं ना, उसी स्कूल के प्रिंसिपल से थोड़ा बहुत चलता है।
मैं बोला: इसे थोड़ा कहती है। इसे सब ही बोलिये।
अब मैं ब्लैकमेल करने का प्लान सोचने लगा।
तभी पूछा मामी से: आपको तब तो मजा आता होगा ना?
वो बोली: अभी तक साथ में नहीं कुछ हुआ और ना करने वाली हूं।
मैं बोला: जब आप वीडियो कॉल पे दिखा सकती है, तो कुछ भी कर सकती है।
मामी बोली: आज ही पहली बार उसको दिखाई हूं। वह बहुत दिन से बोल रहा था होटल चलने को, इसलिए वीडियो कॉल पे ही दिखा दी। तो आज तुम्हारे आने से मुझे फायदा हुआ कि तुम्हारे मामा नहीं आये यहां, और पहली बार में ही पकड़ी गयी।
मैं बोला: कोई ना मामी, आप उसके साथ अपना संपर्क तोड़ दो।
उससे काम से काम तक ही मतलब रखिये।
मामी पूछी: क्यूं?
मैं बोला: जब आपके घर में ही है, तो बाहर वाले की क्या जरूरत?
मामी बोली: नहीं समझी।
मैं बोला: आप यह सब करोगी तो वह आपको ब्लैकमेल भी कर सकता है। और मामा तक गयी बात तो आगे का आप जानती ही हो।
मामी बोली: आप ठीक बोल रहे हो। आज से उसका साथ छोड़ दूंगी।
मैं बोला: काफी रात हो गयी है मामी, सोते है।
अब मामी रोमांटिक मूड में आने लगी बोली: अमन अब आप मेरी शर्त सुनो।
मैं बोला: कैसी शर्त? अब इतना सब सुनने के बाद लगता है कोई शर्त को पूरा करूंगा?
मामी बोली: एक बार सुनिये तो सही। आपका मन नहीं कर रहा इतनी हॉट औरत आपके साथ सोई है, और आप कुछ किये बिना सो जायेंगे।
मैं बोला: क्या?
मामी मेरे लोवर को निकाल दी, और मेरे लंड को हाथ में लेली। फिर उपर-नीचे करके हिलाने लगी।
फिर मैं बोला मामी से हंस के: अब आप हमे डांटेगी नहीं ना?
वो बोली: बदमाश हो आप। यही शर्त थी, कि मेरी जब मिल रही है तो लो ना। वैसे आज की रात को मैं यादगार बनाऊंगी।
मैं बोला: क्यों नहीं, जरूर। मामी एक बार मेरे लंड को मुंह में लेके चूसिये। आज आप मेरे लंड को खूब सताई है।
मामी बिना विरोध किये तुरंत बेड के नीचे दोनों पैर के बल बैठ के मेरे लंड को मुंह में लेके चूसने लगी। मुझे इतना आनंद आया मामी के मुंह में देते ही। लग रहा था कि आज मेरे लंड को चरम सुख मिल गया हो। फिर 1 मिनट बाद मेरा सांप जग गया, और अपने आकर में आ गया।
फिर मैं मामी के बाल को पकड़ कर उनके मुंह में ही जोर-जोर से धक्के देके लंड पेलने लगा।
मामी के मुंह से उह उह की आवाजे निकलने लगी। मैं मामी के सिर को जोर से अपने लंड की और धक्का दे रहा। अब मेरा लावा निकलने वाला ही था कि मामी के मुंह में ही लावा छोड़ दिया। मामी उसको गटक गयी, और अपना मुंह अपनी मैक्सी में पोंछ ली।
अब मैं मामी के निप्पल को होंठों से चूसने लगा। मामी के पूरे जिस्म को चूमने व चाटने लगा। मामी पूरी मदहोश हो गयी।
वो आह बेटा उह बेटा की आवाजें निकालने लगी। मैंने मामी के कान पर जोर से काटा और गांड पे जोर से तमाचा मारा। मामी बोली: आउछ काटो और मारो मत यार। मैं पहले से गर्म हो चुकी हूं।
मैं बोला: मामी आप इतनी हॉट हो इसलिए।
मामी बोली: नीचे भी खा लो।
मैं तुरंत मामी की चूत पे हमला किया। मामी की चूत से लावा टपक रहा था। मैं जीभ से चाटने लगा। मामी की चूत गीली हो चुकी थी। मेरे चाटते ही मेरे सिर को मामी अपनी चूत और जांघो में दबा दी।
वो बोली: बहुत मजा आ रहा बेटा आह बेटा आह आह। बेटा और गुदगुदी करो, मजा आ रहा है, और तेज आह बाबू और अमन, बढ़िया मजा आ रहा है।
इतने में मामी मेरे मुंह पे अपना लावा छोड़ने ही वाली थी, कि मैं हट गया। मामी अपने लावे को मैक्सी से पोंछ दी। मुझसे अब रहा नहीं गया। मामी के दोनों पैर पलंग के नीचे कर दिये, और लंड पे थूक लगाया।
मैं बोला: मामी अब रेडी हो जाओ चुदने के लिए।
मामी बोली: जल्दी मुझे चोद मेरे राजा। तेरे लंड के लिए कब से तरस रही हूं।
मैंने मामी की चूत पे लंड को सेट किया, और छेद पर रगड़ने लगा। फिर हल्के धक्के से आधा हिसा लंड का चूत में घुस गया। आधा लंड जाते ही मेरे लंड को बहुत आराम मिला। अंदर बहुत ही गर्म थी चूत। उसी पे मैं अंदर-बाहर करने लगा। तभी एक जोर के झटके से मामी की चूत में पूरा लंड पेल दिया। मामी बहुत तेज़ चीखी। उनको बहुत तेज दर्द हुआ।
वो बोली: थोड़ा रुको।
30 सेकंड बाद आराम हुआ।
वो: बोली: शुरू हो जाओे।
अब मेरे लंड को गर्मी मिल चुकी थी। अब मेरे सांप ने अपना स्पीड तेज कर दी। मेरा पहला सेक्स था, जिससे हम जल्द ही उस चरमसुख की ओर पहुंच गए जहां हमें पहुंचना नामुमकिन था। मामी भी गांड को उठा-उठा कर मेरा साथ देने लगी। और मामी की चीखे भी तेज हो गयी। आह अमन और तेज चोदो राजा, आह आज अपनी मामी का चुत को फाड़ दे।
मैं हंस के बोला: टाका नहीं लगवाना है नहीं तो दोनों बुरी तरह फसेंगे।
मामी बोली: हां यार लेकिन मेरा नहीं फटेगा। इसकी चिंता ना करो।
इधर मामी के दूध को निचोड़ रहा था, (मैं सोचने लगा आज ही मूड बनाया और आज ही मामी हमसे चुदने लगी। मैं उपर देख बोला थैंक्स गॉड)
मैं मामी की चूत का भोसड़ा बना रहा था। मामी की चीखें रूम में गूंजने लगी थी। हम दोनों बेखौफ चुदाई करने में मदहोश थे। मैं धक्के पे धक्के दे पेले जा रहा था। पहली बार चूत में लंड डाल के मजा आ गया था।
फिर मामी को बोला: आप मेरे उपर बैठ जाईये। मुझे मामी को अपने उपर बैठे देखना था।
मामी मेरे उपर बैठ गयी और अपनी चूत को मेरे लंड पे सेट करके जोर से उपर-नीचे उछलने लगी।
मामी: ओह डैडी, फक मी, फक मी।
इधर मामी के दोनों मम्में हवा में उछलने लगे। यह देख मुझसे रहा नहीं गया। मैं मामी को अपने बाहों में दबा लिया। मामी के दोनों मम्मे मेरे छाती के उपर दब चुके थे।
मामी मेरी जीभ को अपने मुंह में लेके चूसने लगी। हम भी मामी के जीभ को चूसने लगे। हम दोनों बिना फिकर एक दूसरे को किस करने लगे। अब हम और मामी चरम सीमा पर थे। इसी बीच हमारा और मामी का एक ही साथ लावा निकल गया। फिर मामी को लिटा कर उनके दोनों पैरों को अपने कंधे पे रख। फिर अपने लंड पे थूक लगा कर, एक ही बार में चोदना शुरु कर दिया। इस पोजिशन में उर्मि मामी को चोदने में मजा आ रहा था। फिर मैं अपना लावा मामी की चूत में छोड़ दिया।
फिर पूछा: मामी अब आप प्रेग्नेंट हो जाओगी ना।
क्यूंकी इतना हमें पता नहीं था।
मामी बोली: हां अब मैं तुम्हारे बच्चों की मां बन जाऊंगी।
मैं डर गया और बोला: प्रोटेक्शन इस्तेमाल करना चाहिए था।
फिर मामी बोली: डरो मत, मैं मजाक की थी। हां पर प्रेग्नेंट तो हो जाऊंगी, लेकिन मेडिसिन खाने के बाद प्रेग्नेंसी खत्म हो जायेगी। तुम्हारे मामा मुझे 50 बार से उपर प्रेग्नेंट कर चुके है, लेकिन मेरे दो ही बच्चे है ना।
मैं बोला: हां।
मामी बोली: इस साल बंद करवाऊंगी। बंद करवाने के बाद बिना प्रोटेक्शन की भी जरूरत नहीं।
फिर हम दोनों किस करने लगे, और फिर सो गए।
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