top of page

मेरी बीवी की चुदाई तीन लंड से

Kamvasna

नमस्कार दोस्तो.मेरा नाम अनिल है और मेरी बीवी का नाम आरती है।हम दोनों की उम्र 36 साल है और हमारी शादी को 13 साल भी हो गए हैं.

लेकिन उसके बाद भी मेरी बीवी का फिगर आज भी मस्त है।उसकी फिगर 38-32-40 है।कद 5 फ़ीट 2 इंच, रंग एकदम गोरा और भरे बदन वाली औरत है।

कोई भी मर्द उसे देखे तो सीधे चोदने के नज़र से पहले देखेगा।

हमारे दो बच्चे भी हैं जो ज्यादातर अपने नानी नाना के साथ कानपुर में रहते हैं।

क्योंकि हम दोनों जॉब करते हैं इसलिए हम उन्हें वहीं छोड़ आये हैं।

यह स्टोरी आज से तीन साल पहले की है जब हम दिल्ली की गीता कॉलोनी में रहते थे।हमारा घर दूसरी मंज़िल में था।

हमारे घर के ठीक नीचे दो लड़के किराये से रहते थे.उनका नाम वरुण और रॉनी था.

वे दोनों जवान लड़के गठीले शरीर वाले करीब 26-27 साल के थे।

मेरी नौकरी की वजह से महीने में दो तीन दिन के लिए मुझे बाहर जाना होता था।

एक बार मुझे किसी ज़रूरी काम से एक सप्ताह के लिए बाहर जाना पड़ा।इसलिए मैंने अपनी बीवी को एक रात पहले बहुत अच्छे से चुदाई का परमसुख दिया था ताकि वह इधर उधर मुह ना मारे क्योंकि उसमें सेक्स बहुत ज्यादा भरा हुआ था।

मैं दिसम्बर महीने में काम के सिलसिले से निकल पड़ा.

मैंने नीचे लड़कों को कहा कि ऊपर कुछ ज़रूरत पड़े भाभी को तो समान वगैरा ला देना।उन्होंने ‘जी भैया’ कह कर हामी भरी और मैं निकल पड़ा।

पांचवे दिन मैं अपना काम खत्म जल्दी करके रात की ट्रेन से दिल्ली की ओर रवाना हुआ।मैंने सोचा कि बीवी को जल्दी पहुंच के लन्ड दूँगा।

सुबह ट्रेन अपने समय से पहुंच गई थी।मैं अपने घर की ओर निकल पड़ा।

मैंने अपनी बीवी को नहीं बताया था कि मैं आ रहा हूँ।

जैसे ही मैं घर में पहुंच कर देखा तो दरवाजा सुबह 4 बजे खुला हुआ है और मेरे बेडरूम से सेक्स की आवाज़ आ रही है।

मैं फ़ौरन गया और देखा कि मेरी बीवी कुतिया बनी हुई है और पीछे से रॉनी मेरी बीवी को ज़ोरदार पेल रहा है.और सामने से वरुण अपना लंड मेरी बीवी के मुख में फंसाया हुआ है।

मैं पर्दे के पीछे से ये सब देख रहा था।

मेरी बीवी कह रही थी- और तेज़ करो … और तेज करो! जिस तरह से पांच रात से मुझे चोद रहे … वैसे ही आज करो। दोनों अपना लन्ड एक साथ डालो … फाड़ दो मेरी फुद्दी … आह … आह … उइ माँ … दोनों लन्ड एक साथ मेरी फुद्दी में दो!

वह झड़ने वाली थी इसलिए इस तरह से कह रही थी।

15-20 धक्के में आरती झड़ चुकी थी लेकिन रॉनी अभी तक उसको चोद रहा था।

जब रॉनी ने अपना लन्ड निकाला तो आरती की चूत की तहस नहस हो चुकी थी।वह बहुत ज्यादा चुद गयी थी।

मेरी रंडी बीवी कुतिया बनी हुई थी और उसकी चूत से रॉनी का सारा माल टपक कर नीचे बहने लगा था।

फिर रॉनी सामने की तरफ गया और अपने लन्ड को हिला कर उसके मुंह में अपना बचा हुआ माल झाड़ रहा था।

अब वरुण पीछे आया और आरती के चूतड़ में चमाट मारने लगा.आरती के मुँह से जैसे ही आह … की आवाज़ आयी, तुरंत रॉनी अपने लन्ड को उसके मुंह में घुसा दिया और कहने लगा- तू अब हम दोनों की रखैल बन गयी है।

वह गंदी गंदी गालियां देकर उसके मुंह में लन्ड डाल कर चूसाने लगा।

इधर वरुण आरती की गांड की छेद में थूक लगा कर अपना अंगूठा पूरा पेल दिया।वैसे ही आरती की हल्की सी चीख निकली और कहने लगी- इतनी गांड मार चुके हो फिर भी मन नहीं भर रहा क्या?

इधर वरुण बोला- जिसकी गांड इतनी सुंदर हो उससे कैसे मन भरेगा मेरी रांड!यह कहते हुए अपने लन्ड में जेल लगा कर सीधे मेरी बीवी की गांड में पेल दिया और सरसराते हुए पूरा लन्ड गोते खाते हुए मेरी बीवी की गांड में चल गया।

उधर रॉनी का लन्ड फिर से चुदाई के लिए तन के खड़ा था।वह अब मेरी बीवी के नीचे आकर उसके दूध को ज़ोर ज़ोर से काट और दबा रहा था और आरती सिसकारियां लेकर मज़े ले रही थी।

अब रॉनी उसकी चूत के पास आ चुका था और चूत 69 में नीचे से चूत चाटने लगा था.और उसने अपना लन्ड मेरी बीवी के मुह में दिया था।

ऊपर से वरुण गांड में लन्ड पेल के बैठा था।

जब चूत गीली हो गयी तो रॉनी ने भी नीचे से अपने लन्ड को उसकी चूत में पेल दिया।

अब चूत में रॉनी का लन्ड था और गांड में वरुण का!दोनों छेद में लन्ड होने का दर्द आरती के चेहरे से दिख रहा था।वह रोने लगी थी.

लेकिन ये दोनों उसकी अच्छे से ले रहे थे।

इतना देख कर मेरा भी सब्र का बांध टूट चुका था।मैं भी अपना पैंट निकाल कर सीधे उनके सामने चला गया और बिना कुछ कहे मेरी रांड बीवी के मुंह में अपना लन्ड घुसा दिया और तीनों से कहा- कोई कहीं नहीं जाएगा. पहले लन्ड शांत करो।

यह सुनने के बाद सब चालू हो गए फिर से!

लगभग पन्द्रह मिनट में वरुण और रॉनी झड़ गए.

मैंने अपना लन्ड आरती के मुंह से निकाल कर आरती को सीधे लेटाया और पैर उठा कर उसकी चूत में डाल दिया।मेरा लन्ड का उसको पता ही नहीं चला।

मैं जान गया था कि बहुत दिनों से ये सब चल रहा है।

उस समय मैं ग़ुस्से में अंदर बाहर कर रहा था.रॉनी और वरुण उसके दूध को दबा दबा के पी रहे थे।

आरती भी बहुत मज़े से लन्ड ले रही थी।

लगभग बीस मिनट बाद मेरा झड़ गया और मैं आरती के ऊपर ही ढेर हो गया।

सुबह के 7 बज चुके थे।

मैंने उन दोनों लड़कों को कहा- अब घर नहीं जाना … आज पूरा दिन इसके साथ यही करना है।

तो वे मान गए।

हम चारों एक साथ सो गए और आरती को अपने बीच सुला के रखा।

दोपहर के दो बजे जब हम सबकी नींद खुली.तो मैंने कहा- चलो इस रांड की फिर से बजाते हैं. लेकिन इसको साफ करना होगा।

यह कह कर हम आरती को बाथरूम ले गए।

बाथरूम में हम तीनों ने उसे मिल कर अच्छे से नहलाया फिर शावर के नीचे ही उसको अपना लन्ड चुसाये।

लन्ड चूसने के बाद आरती फिर मूड में आ गयी तो उसे हमने बिस्तर में लेटाया।

इस बार मैंने अपनी बीवी की गांड में अपना लन्ड पेला और रॉनी को बोला- तूने कल जैसे 69 में अपना लन्ड आरती के चूत में डाला था, वैसे ही अभी डाल!

रॉनी ने ठीक वैसे ही किया तो आरती ने कहा- मुझे माफ़ कर दो. अब मुझमें हिम्मत नहीं है.

लेकिन रॉनी ने कुछ नहीं सुनी और नीचे से रॉनी ने अपना लन्ड पेल दिया।

अब आरती के दूध रॉनी के हाथ में मसल रहे थे.चूत पर रॉनी का लन्ड, गांड में मेरा लन्ड और मुख में वरुण का लन्ड था।

लगभग बीस मिनट बाद मेरा पानी झड़ने वाला था.मैं अपना लन्ड गांड से निकाल कर आरती के मुख के पास आ गया.

और वरुण ने अब आरती की गांड में लन्ड पेल दिया।

मैंने अपना सारा माल आरती के चेहरे पर गिरा दिया और उसके मुख में अपना लन्ड पेल दिया।

वह अब रोने लगी थी।फिर भी हम तीनों ने एक न सुनी।

मेरे लन्ड को वह अच्छे तरह से चूसने लगी और पीछे से गांड चूत मरवाने लगी।

अब रॉनी भी झड़ने वाला था, उसके झटके तेज़ हो चुके थे।

आरती की आवाज़ अब बहुत तेज हो चुकी थी।वह भी झड़ चुकी थी.

रॉनी ने अपना सारा माल आरती के चूत में गिरा दिया।अब वरुण आरती की गांड चुदाई पूरे ज़ोर से कर रहा था।

रॉनी ने मेरी बीवी के दूध को दबा दबा कर और काट कर पूरा लाल कर चुका था।

मैं अपना लन्ड भी मज़े से चूसा कर खड़ा करके उसके मुंह की चुदाई कर रहा था।वरुण के झटके से वह मेरे लन्ड को पूरा आने अंदर तक ले रही थी।

आंख से आंसू और चेहरे से चुदाई की थकान आरती में नज़र आ रही थी।

वरुण ने कहा- भैया भाभी की गांड फट गई है, आके देखो।मैंने कहा- पहले झड़ जा … सारा माल इस रांड की गांड में छोड़ … फिर देखता हूँ!

दो मिनट में है वरुण झड़ चुका था।

जब मैंने पीछे जा कर आरती की गांड देखी तो सच में गांड चुदा चुदा कर उसके छेद से अंदर का माल बाहर की तरफ़ और छेद का साइज पूरा बढ़ गया था।अंदर तक पूरा वरुण का सफेद माल नज़र आ रहा था।

फिर हम तीनों ने उस पर रहम खाया और कहा- इसको अब छोड़ देते हैं। किसी दिन फिर कहीं इसको लेजा कर अच्छे से गैंग बैंग करेंगे।

हम तीनों आरती के शरीर को देख रहे थे।वह ना तो सीधी सो पा रही थी, ना ही उल्टी सो पा रही थी।

मेरी वाइफ की गांड और चूत पूरा चुद के सूज चुकी थी।

अब मैं पूछा- आरती ने ही चुदाई की पहल की या तुम दोनों ने ज़बरदस्ती की?

तो वरुण ने कहा- भैया, आरती भाभी ने ही हमें बुलाया था. और जब हम घर आये तो ये हमारे सामने पूरी नंगी खड़ी थी।

मैं समझ चुका था कि मेरी बीवी अब चुदक्कड़ हो चुकी है।

फिर हम चारों एक साथ बिस्तर पर लेट गए.कोई आरती के मुंह में लन्ड डाल के सोया तो कोई चूत चाट के सोया।

मैं उसके दूध पर सिर रख के दबाते हुए सो गया।

यह मेरी पहली कहानी है दोस्तो जो मेरी चुदक्कड़ बीवी के कारनामों की है।

अगली कहानी में बताऊंगा कि कैसे से मैं वरुण और रॉनी ने शिमला के होटल में सेक्स टॉय के साथ आरती की चूत गांड की बुरी हालत कर दी।

मेरी बीवी की चुदाई स्टोरी आपको कैसी लगी?आप लोग कमेंट करके ज़रूर बताना।आपके रिप्लाई के इंतजार में।अनिल annapurnagroup0230@gmail.com

Recent Posts

See All

मेरी रांड बीवी की चुदाई की मैंने अपनी आंखों से देखी - Desi Sex Kahani

मेरी बीवी ने मुझे कभी खुशी से चूत नहीं दी क्योंकि मेरा लंड छोटा है. एक दिन मेरा एक मित्र आया तो उसे देखकर मेरी बीवी खुश हो गई। उस खुशी का रा

Коментарі

Оцінка: 0 з 5 зірок.
Ще немає оцінок

Додайте оцінку
kamvasna sex stories & sex videos

कामवासना एक नोट फॉर प्रॉफिट, सम्पूर्ण मुफ्त और ऐड फ्री वेबसाइट है।​हमारा उद्देश्य सिर्फ़ फ्री में मनोरंजन देना और बेहतर कम्युनिटी बनाना है।  

Kamvasna is the best and only ad free website for Desi Entertainment. Our aim is to provide free entertainment and make better Kamvasna Community

bottom of page