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मेरी मस्त साली दीपिका को चोदा

करीब पाँच साल पहले मेरी शादी हो गयी। मेरी बीवी का नाम पायल है, वो बहुत मस्त माल है। 5 फुट की लम्बी चौड़ी लड़की है, पतला लम्बा चेहरा है, भरे हुए 36” के मम्मे है उसके। सुहागरात पर मैंने अपने सारे अरमान पूरे कर लिए थे। अपनी बीवी को खूब चोदा मैंने। पूरी रात मैंने उसे नही सोने दिया और उसकी भरी हुई चूत पी पीकर मैंने उसको दबा के चोदा। उसके बाद मैं अपनी बीवी को हर रात लेने लगा और मजा मारने लगा।


कोई एक साल बाद मेरी साली दीपिका मेरे पास रहने आई। वो इंजीनियरिंग की पढाई कर रही थी और मेरे घर अपनी दीदी के पास रहने आई थी। मैंने जब उसे देखा तो देखता ही रह गया। बिलकुल छप्पन छुरी वाला आइटम थी।


उसे देखते ही मेरी नियत बिलकुल डोल गयी। “भई! राहुल! कैसे भी करके इस छमिया की चूत मार लो” मेरा दिल बार बार मुझसे ये कह रहा था। धीरे धीरे मैं अपनी साली दीपिका को पटाने लग गया। दीपिका का फेसकट बहुत ही मस्त था। अपनी दीदी की तरह ही लम्बा चेहरा था, पर ऐसी रानी महारानी वाली चाल थी उसकी की मैंने उसको सोच सोचकर अपनी बीवी आयुषी को खूब चोदा। दीपिका की आँखें बहुत सुंदर थी। मैं उसे लाइन मारने लग गया।


कुछ दिन बाद मैं उसे पिक्चर दिखाने ले गया और सिनेमाहाल में ही मैंने उसका हाथ पकड़ लिया।


“ये क्या जीजा जी???” दीपिका बड़े प्यार से बोली। सच में अभी वो बड़ी भोली और नादान लड़की थी।


“साली जी….आप इतनी खूबसूरत है की….मुझे आपसे प्यार हो गया है। अब तो लगता है की आपके बिना जी नही पाऊंगा!!” मैं बोला


दीपिका हँसने लगी। मैं समझ गया की मेरी मस्त चोदने लायक माल मेरी साली पट रही है। मैंने तुरंत उसका हाथ लेकर चूम लिया। वो शर्मा गयी। उसका चेहरा बिलकुल लाल हो गया। मैंने उसे दिल्ली में बाइक पर बिठाकर खूब घुमाया और आखिर में उसको मैंने पटा लिया। मैं उसे एक बड़े माल में ले गया।


ये माल दिल्ली का सबसे बड़ा और आलिशान माल था। मैंने अपनी मस्त साली दीपिका को कई महंगी ड्रेस दिलवाई। मुझे बाथरूम लगी तो मैं माल में बने बाथरूम में गया। वाह्ह्ह…..क्या शानदार बाथरूम थे वहां के। लगा जैसे किसी ५ स्टार होटल में मैं आ गया हूँ। जब मैं वहां मूत रहा था तो मैंने चुदाई की गरमा गर्म आवाजे सुनी। फिर मैंने देखा की ४ जोड़ियाँ टॉयलेट में घुसी हुई थी और गरमा गर्म चुदाई कर रहे थे और मजा मार रहे थे।


मुझे उसी समय आईडिया आया की क्यूँ ना मैं भी साली को यही इसी माल के बाथरूम में चोद लूँ। घर पर तो मेरी बीबी, और पापा, मम्मी, बहन रहती है। इसलिए वहां पर दीपिका की चूत मारना नामुकिन है। सबसे अच्छा यही रहेगा की मैं उसे यही चोद दूँ। सारे माल में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था। पर बाथरूम में नही लगा हुआ था। इसलिए मैं बाकी लवर्स की तरह दीपिका को चोद सकता था। मैं उसे अंदर ले गया और लेकर एक टॉयलेट में घुस गया। दोस्तों, कहने को तो ये टॉयलेट थी, पर इतनी साफ़ सुथरी थी की जैसे किसी ५ स्टार होटल का कमरा हो।


“जीजा जी, मुझे यहाँ क्यों लाये है???” मेरी साली दीपिका बोली


“ध्यान से ये आवाज सुन….” मैंने उससे कहा


उसको भी चुदाई की आह्हह्हह्हह्हह..आह की गर्म गर्म आवाजे सुनने की मिली।


“जीजा जी..इसका मतलब प्रेमी जोड़ी यहाँ टॉयलेट में चुदाई का मजा लेते है???” दीपिका बोली


“और मैं तुझे इतनी देर से क्या बताने की कोशिश कर रहा हूँ??” मैंने कहा


उसके बाद तो दोस्तों मैं साली के साथ शुरू हो गया। मैंने से बाँहों में भर लिया।


“बहन की लौड़ी….बोल मुझसे प्यार करती है???” मैंने चुहिल करते हुए पूछा


“बहुत…” दीपिका बोली


उसके बाद मैंने उसे बाहों में भर लिया और गले से लगा लिया। दीपिका के महकते सेंट की खुबसू मेरी नाक में जाने लगी। भई वाह……मजा आ गया। पहले मैंने अपनी नई नई बीबी आयुषी के साथ खूब मजे मारे थे, अब जब बीबी पुरानी हुई थी मुझे नई नई माल मेरी साली मिल गयी। हम दोनों एक दूसरे को किसी प्रेमी जोड़े की तरह चूमने लगे। जब २ जिस्म आपस में गले मिले तो आग लगना लाजमी थी। कुछ ही देर में मेरा लंड खड़ा हो गया। साली के चिकने जिस्म की भीनी भीनी खुशबू मेरी नाक में जाकर मेरे तनमन में आग लगा रही थी। साली के बूब्स ३४” के थे। मैं उसके गाल और ओंठों पर ताबड़तोड़ चुम्मा पर चुम्मा दिए जा रहा था।


फिर हम एक दूसरे के ओंठ पिने लगे।


“जीजा??” दीपिका बोली


“हूं..”


“अच्छा…..मेरी दीदी को पहली बार आपने कैसी चोदा था??…..दीदी को मजा आया था की नही??” दीपिका ने पूछा


“अरे, मेरी भोली साली, बस पूछ मत!! तेरी दीदी को मैं फुल नंगा करके पेला था। बिस्तर में कमर और गांड उठा उठाकर चुदवा रही थी। हम दोनों जैसे जन्नत में पहुच गये थे। सुगाहरात पर मैंने तेरी दीदी को 5 बार चोदा था और 2 बार गाड़ मारी थी!” मैंने बताया


दीपिका शर्मा गयी। उसके बाद हम दोनों एक दूसरे के मस्त मस्त होठ पीने लगे। मेरे हाथ दीपिका की पतली कमर पर चले गयी। उसने पीपी जींस पहन रखी थी। चुस्त पतली सेक्सी कमर पर जींस बहुत फब रही थी। मैंने दीपिका का पिला टॉप जरा उपर कर दिया, हाथ अंदर डाला तो मुझे उसकी पतली सेक्सी कमर मिल गयी। मैं यही सोच रहा था की लड़कियाँ आखिर कैसी अपना फिगर मेंटेन कर लेती है। मैंने दीपिका की पतली सेक्सी कमर को दोनों हाथ में भर लिया और प्यार भरे अंदाज में सहलाने लगा।


हम दोनों काफी देर एक एक दूसरे के होठ पीते रहे। मैं खुद को रोक नही पा रहा था। मेरे हाथ बार बार अपनी साली की चिकनी पतली कमर को सहला रहे थे। कुछ देर बाद दीपिका चुदने को तैयार हो गयी थी। उसने अपना हाथ मेरी जींस पर लंड के उपर रख दिया और सहलाने लगी। मुझे चुदास और कामवासना पूरी तरह से चढ़ गयी और मैं उसको अब जल्दी से चोद लेना चाहता था। दीपिका मेरा यानी अपने जीजा जी का लौडा जींस के उपर से ही बड़ी जल्दी जल्दी सहला रही थी। मुझे बहुत आनंद मिल रहा था।


उस भव्य और आलिशान माल का बाथरूम किसी छोटे मोटे कमरे से नही था। मैं आपको माल का नाम बता सकता हूँ, पर ऐसा करना सही नही होगा। बाथरूम इतना साफ़ सुथरा था की मैंने उसके इटालियन मार्बल वाले फर्श पर दीपिका को लिटा दिया और उससे चुम्मा चाटी करने लगा। कुछ ही देर में मैंने दीपक का पीले रंग का टॉप निकल दिया। फिर जींस भी निकाल दी। दीपिका ने काले रंग की ब्रा और पेंटी पहन रखी थी। उसमे वो किसी माल से कम नही लग रही थी। मैंने अपनी टी शर्ट और जींस निकाल दी। उसके बाद दीपिका ने खुद अपनी ब्रा और पेंटी निकाल दी। फिर उसने मेरा अंडरविअर निकाल दिया।


हम दोनों जन्मों जन्मो से जैसे प्यासे थे। मैंने नंगी माल अपनी साली दीपिका को लेकर बाथरूम के आलिशान फर्श पर लेट गया और उसको किस करने लगी। मेरी साली दीपिका अभी तक कुवारी थी। वो अभी तक किसी ने नही चुदी थी। उसका कोई बॉयफ्रेंड भी नही था। इसलिए आज मुझे बिलकुल टाइट माल चोदने खाने को मिलने वाला था। जब मैंने दीपिका को बाहों में भर लिया तो उसके बड़े बड़े 34 इंच के दूध मेरे सीने में जैसे चुभने लगे। मेरे हाथ उसकी नंगी लम्बी पीठ पर चले गये तो लगा मानो मैं जन्नत में आ गया हूँ। वो इतनी स्लिम बोडी की थी कि उसकी रीढ़ की हड्डी और एक एक पसली मैं साफ़ साफ़ गिन सकता था। दीपिका हमेशा बॉयकट बालों में रहती थी। उनकी नंगी पीठ पर मेरे हाथ यहाँ से वहां फिसल रहे थे। जैसे मैं जन्नत में पहुच गया था।


उसके बाद मैंने दीपिका के पतले सुराही जैसे गले को चूमना शुरू कर दिया। उसके गले की पतली चिकनी खाल को मैं अपने दांत से काटने लगा। फिर मैं अंत में उसके सुंदर बूब्स पर आ गया। मेरे हाथ खुद ब खुद मेरी साली दीपिका के नंगे बूब्स पर पहुच गये और मैं जोर जोर से रसीले मम्मे दबाने लगा। दीपिका तड़पने लगी। मैं किसी सच्चे आशिक की तरह उसके दूध कस कस के दबा रहा था। दीपिका आह आह मम्मी….मम्मी…कर रही थी।


फिर मैंने उसे बिलकुल नग्न अवस्था में बाथरूम के बेहद साफ़ सुथरे फर्श पर लिटा दिया। मैं भी उस पर लेट गया और उसके रसीले दूध पिने लगा। उफफ्फ्फ्फ़ ….दोस्तों, क्या मस्त चिकने दूध थे मेरी साली थी। आज से ५ साल पहले जब मेरी शादी हुई थी तो मेरी बीबी के दूध भी इसी तरह मस्त मस्त थे। आज फिर से उपर वाले ने मुझे एक नया माल टेस्ट करने को दिया था। मैं मस्ती और पुरे जुनून से अपनी साली दीपिका के मस्त मस्त दूध पी रहा था। उफ्फ्फ्फ़..कितने चिकने और कसे बूब्स मैंने आजतक नही देखे थे। इतनी बड़ी बड़ी रसीली छातियाँ पाकर मैं धन्य हो गया था।


फिर दीपिका मेरे लंड को हाथ में लेकर सहलाने लगी और जोर जोर से फेटने लगी। मैं उसके दूध पीने में डूबा हुआ था। उसकी बायीं चूची पीने के बाद मैंने उसका दांया दूध मुंह में भर लिया। दीपिका मेरा लंड नॉन स्टॉप सहला रही थी। फिर मैंने उसके दोनों बेहद सुंदर घुटने खोल दिए और उसकी चूत पीने लगा। मेरी साली की चूत पर बड़े हल्के हल्के बाल थे, सायद कुछ दिन पहले उसने अपनी झांट बनाई होगी। मैंने जब साली की गर्म चूत पर उँगलियाँ रख दी तो वो सिसक गयी। उसने मेरा हाथ अपने हाथ में ले लिया।


“जीजा जी, देखो मैं पहली बार चुदवा रही हूँ….तेज तेज मत चोदना….धीरे धीरे मेरी रसीली चूत में लंड डालना” मेरी साली दीपिका बोली


“साली जी, परेशान मत हो…मैं आराम से तुम्हारी रसीली चूत में लंड डालूँगा!!” मैंने कहा


उसके बाद मैं दीपिका की बुर छूकर चेक करने लगा। फिर मुंह लगाकर पीने लगा। हाय दोस्तों….कितनी मीठी मीठी बुर की फांक थी मेरी साली की। मैं बड़े प्यार और दुलार से दीपिका की चूत पी रहा था। फिर मैंने कुछ देर बाद उसकी चूत में लंड डाल दिया। और उसे मजे लेकर चोदने लगा। दीपिका ने चूत में पियर्सिंग करवा रखी थी। मुझे वो बहुत सेक्सी लग रही थी। मैं मस्ती से उसकी रसीली चूत में बार बार धक्के मार रहा था।


कुछ देर बाद तो वो बाथरूम के फर्श पर ही उछल उछलकर चुदवाने लगी। मैं उसे हप्प हप्प करके छोड़ने लगा, लगा जैसे कोई बधाई अपनी आरी से लकड़ी काट रहा है। साली की अनचुदी बुर बहुत ही टाईट थी। मुझे तो उसे चोदने में बहुत मेहनत करनी पड़ रही थी।


दीपिका की चूत बहुत भरी हुई थी और चूत की घाटी किनारे किनारे से फूली हुई थी और बीच में चूत का छेद था और उपर चूत का दाना। मैं जोर जोर से दीपिका को उसकी पतली कमर पकड़ कर ले रहा था। “आह आह आह….उईई….उई माँ माँ….” की वो नशीली आवाजे लगा रही थी। मैं कामुकता में आकर उसके बड़े बड़े दूध पर तेज तेज थप्पड़ मार देता था। दीपिका के चूत में लगी वो बाली [रिंग] मुझे बार बार आकर्षित कर रही थी और ये बता रही थी की मेरी साली एक खुले हुए विचारो वाली लड़की है जो किसी को भी अपनी मस्त चूत दे सकती है, अपने जीजा को भी। उसके बाद मैं तेज रफ्तार पकड़ ली। अपने मोटे ६” के लौड़े को साली की चिकनी चूत की पटरी पर मैंने तेज रफ्तार में दौड़ा दिया।


जब साली जोर जोर से ओह्ह्ह्हह माँ…..ओह मम्मी….की आवाज करने लगी तो मैंने जल्दी से उसका मुंह अपने हाथ से बंद कर दिया वरना अगर उस मॉल के स्टाफ में इस चुदाई के बारे में पता चल जाता तो वो वहां आकर हमे रोक भी सकते है। मैंने कसकर साली का मुंह दबा दिया और तेज तेज उसे ठोंकने लगा। मेरी साली इतनी गोरी, जवान और सेक्सी दिख रही थी की मुझे बार बार यही लग रहा था की भगवान से उसे बस चोदने खाने के लिए ही बनाया है।


दीपिका के जिस्म में उसके पेट पर जरा भी चर्बी नही थी, पर जहाँ मांस होना चाहिए था, वहां भरपूर मॉस था। इंग्लिश भासा में इस तरह की लडकियों को ‘हॉट’ कहा जाता है। मैं उसे पेलते पेलते सोचने लगा की मेरी साली का होने वाला पति कितना किस्मत वाला होगा। इस जैसी माल को वो रोज रात में नंगा करके चोदेगा। फिर मैंने दीपिका की एक जांघ उठा कर उसका सहारा कर लिया और जांघ को पकड़कर फट फट फक [यानी चोदने] लगा। मेरे तेज धक्कों से साली अपनी कमर उठाने लगी। मैंने अपनी कमर को थोडा बायाँ खिसकाया और लंड को एडजस्ट किया। फिर मैं उसे गपागप चोदने लगा।


कुछ देर बाद मैंने अपना गर्म गर्म माल उसके लाल भोसड़े में छोड़ दिया। दीपिका और मैं, हम दोनों हांफने लगे। मैं उसके बगल बाथरूम के फर्श पर लेट गया। वो मेरे गले लग गयी। हम दोनों किसी बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड की तरह किस करने लगे।


“क्या साली जी….जादा तेज तेज लंड तो मैंने नही दिया आपकी बुर में!!” मैं प्यार से पूछा


“नही जीजा जी….आपने बहुत प्यार से धीरे धीरे मुझे चोदा….मुझे बहुत मजा आया!” मेरी साली दीपिका बोली


एक बार फिरसे मैं साली के उभरे रसीले दूध को पीने लगा। क्या संगमरमर जैसा बदन था उसका। उसके कुछ देर बाद मैंने उसको अपनी गोद में बिठा लिया और लंड उसकी चूत में डाल दिया। मैंने साली दीपिका को बाहों में भर लिया था। हम दोनों बाथरूम के फर्श पर ही थे। उसने अपनी भरी गोरी गोरी जांघे मेरी जाँघों में फंसा दिया था।


धीरे धीरे वो मेरे लंड पर आगे पीछे होकर सरकने लगी और खुद ही चुदवाने लगी। उसके बाद मैंने आधे घंटे तक अपनी साली दीपिका को गोद में बिठाकर चोदा और उसकी चूत में ही माल गिरा दिया। चुदाई सम्पन्न होने के बाद हम दोनों माल से निकल आये। मेरी साली दीपिका ने ये बात किसी को नही बतायी और ये राज सिर्फ जीजा साली के बीच में ही रहा।

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