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मॉडल भाभी ने चूत चोदने की ट्रेनिंग दी

फ्रेंड्स, मेरा नाम रवि है और मेरी उम्र 19 साल की है. मैं एक छोटे से गांव में रहता हूँ.

आज मैं आपको अपनी भाभी जी की चूत चुदाई की कहानी सुन रहा हूँ.इस यंग कहानी में मैं आपको बताऊँगा कि कैसे मैंने उनसे उनकी चूत चोदने की सैटिंग कर ली.

आगे बढ़ने से पहले मैं आपको अपनी भाभी के बारे में व उनकी फिगर के बारे में बताना चाहता हूँ ताकि आपको उनकी चूत चुदाई की कहानी पढ़ते समय उनका रूप अपनी कल्पनाओं में याद रह सके.

मेरी भाभी जी नाम मेघना है.उनकी उम्र भी अभी सिर्फ 21 साल की ही है.

वे शहर में रहती हैं और मॉडलिंग करती हैं. चूंकि भाभी जी एकदम कड़क माल हैं तो वे रोजाना अपनी चूत में लंड लेना पसंद करती हैं.

वे जिस तरह के प्रोफेशन में हैं, उधर उन्हें तरह तरह के मर्द मिलते हैं और उनसे अपना काम निकलवाने की खातिर वे गैर मर्दों के लंड भी लेती रहती हैं.उन गैर मर्दों को रिझाने के लिए वे ड्रिंक व स्मोकिंग भी करती हैं.

मेरे भाई अपने काम के सिलसिले में शहर से बाहर रहते हैं और भाभी जी उनकी अनुपस्थिति में अपने अलग अलग दोस्तों के साथ चुदाई के मज़े लेती हैं.

एक बार मैं अपनी छुट्टियों को मनाने के लिए भाभी जी के पास शहर आया था.मैं जब भैया भाभी के घर पर पहुंचा तो मालूम हुआ कि भैया तो अपने काम के सिलसिले में शहर से बाहर गए हैं और भाभी जी भी उस वक्त घर पर नहीं थीं.

उनके घर पर बस उनकी एक जवान नौकरानी थी.वह लड़की 19-20 साल की होगी.

उसने बताया- मैडम शूटिंग पर गई हैं. आप कौन हैं?

मैंने उसे अपने बारे में बताया- मैं तुम्हारी मैडम का देवर हूँ और गांव से आया हूँ.यह सुनकर उसने मुझे सम्मान से अन्दर आने का कहा और मेरे लिए पानी ले आई.

वह मुझे बड़ी अजीब सी नजरों से देख रही थी.मुझे समझ नहीं आ रहा था कि इससे क्या बात करूं!

उसने पूछा- सर आप क्या लेंगे? चाय या ठंडा?मैंने कहा- मुझे कुछ नहीं चाहिए, मैं सफ़र में थक गया हूँ, बस थोड़ी देर आराम करना चाहता हूँ.

वह मुझे गेस्ट रूम दिखा कर चली गई और मैं उस बेडरूम के नर्म मुलायम गद्दे पर लेट गया.मुझे जल्द ही नींद आ गई और मैं दो घंटे तक गहरी नींद में सोया.

जब मैं उठा तो मैंने अंगड़ाई ली, तब मुझे अहसास हुआ कि मेरी शर्ट के दो बटन खुले हुए थे और नीचे पैंट की चैन भी आधी खुली हुई थी.

यह देख कर मेरा सर चकरा गया कि ये सब मैंने कब खोले थे.जब कुछ समझ में नहीं आया तो उठ कर बाहर बालकनी में आ गया.

मेरी उठने की आवाज सुनकर भाभी की नौकरानी कमरे में आई और मुझे देख कर मुस्कुराने लगी.

मैंने उसकी तरफ देखा तो वह बोली- सर आपके लिए कुछ ले आऊं?मुझे समझ में नहीं आया कि यह क्या लाने की कह रही है, तो मैंने भी कह दिया कि हां ले आओ!

वह खुश होती हुई गई और मेरे लिए वोदका का एक पैग बना कर ले आई.मुझे मालूम नहीं था कि यह क्या है. मैंने समझा कि पानी ले आई है तो मैंने गिलास अपने होंठों से लगा कर एक बड़ा सा घूंट भर लिया.

उसका स्वाद लेते ही मैंने मुँह बनाया और उसकी तरफ देखा.तो वह होंठ दबाती हुई बोली- एनर्जी ड्रिंक है … मैडम भी यही लेना पसंद करती हैं तो मैं आपके लिए भी यही ले आई!

मैंने कहा- हां, अच्छी ड्रिंक है.वह बोली- आप इसे खत्म कर लीजिए, तो मैं दूसरा गिलास बना कर ले आऊंगी.

मैंने उसे देखा तो उसकी आंखों में शरारत दिखाई दे रही थी.वह काफी सेक्सी भी थी तो उसके दूध मुझे मस्त करने लगे थे.

मैंने झट से गिलास होंठों से लगाया और उसे एक ही झटके में हलक के नीचे उतार लिया.वह भी पलक कर आगे आई और मेरे हाथ से गिलास लेकर वापस कमरे से बाहर निकल गई.

अबकी बार वह एक ट्रे में दो गिलास भर कर एनर्जी ड्रिंक ले आई थी.साथ में कुछ काजू भी रखे थे.

मैंने आराम से बैठ कर गिलास से एनर्जी ड्रिंक सिप सिप करके लेना शुरू किया और जल्द ही अपने ऊपर खुमारी सी चढ़ती सी महसूस की.

उस ड्रिंक में तेज नशा था.मैंने उसकी तरफ देखा तो वह खिलखिलाई और अपनी चूचियां हिलाती हुई बोली- सर कैसी लगी?

मुझे लगा कि यह अपने लिए पूछ रही है, तो मैंने बिना बोले उसकी चूचियों को घूरा और कहा- एकदम मस्त!वह शर्मा गई और अपने मम्मों को अपने हाथों से ढकने का प्रयास करने लगी.

फिर मैंने कहा- अब तो मुझे वापस नींद आ रही है.वह मेरे करीब आकर मेरे बिस्तर को सही करती हुई बोली- हां तो आप सो जाओ, मैं आपके पैर दबा देती हूँ! मैडम तो लेट नाइट आती हैं, आप उनसे सुबह ही मिल लेना!

यह सुनकर मैं सोने लगा और वह मेरे पैर दबाने लगी.जल्द ही मुझे गहरी नींद आ गई और मीठे सपने देखने लगा.

मैं सपने में उस नौकरानी के दूध दबाने लगा और अपना लंड उसके मुँह में देकर उससे चुसवाने लगा.फिर मैं उसके मुँह में ही झड़ गया और नींद में गाफिल हो गया.

फिर जब मैं सुबह जागा, तो मैंने देखा कि मैं अपने बिस्तर में एकदम नंगा था और मेरे बदन के ऊपर एक चादर थी.

तभी मेरा नाम लेकर एक मीठी सी आवाज आई- जाग गए डियर देवर जी!यह आवाज भाभी जी की थी.

उनकी आवाज सुनते ही मैंने झट से अपने ऊपर पड़ी चादर से अपने बदन को कस लिया और उठ कर बाथरूम में जाने की चेष्टा करने लगा.

पर मेरे उठने से पहले ही भाभी जी कमरे में आ गईं और मुझे देख कर खिलखिलाने लगीं.

मैं उनकी इस खिलखिलाहट का अर्थ नहीं समझ सका और साथ ही इस बात से भी बेखबर था कि मुझे नंगा करने में किसका हाथ था.

फिर एक मिनट बाद भाभी ने इठलाते हुए स्वर में पूछा- क्या हुआ देवर जी, किस सोच में डूबे हो?मैंने कहा- कुछ नहीं भाभी, बस यह सोच रहा था कि कल आपसे मुलाकात नहीं हो सकी तो अभी आपसे क्या सवाल करूं!

मेरे सवाल पर भाभी जी एकदम से खिलखिला कर हंस दीं और बोलीं- आपको जो भी पूछना हो आप पूछ सकते हो!मैंने बड़ी मासूमियत से कहा- आपकी वह नौकरानी कहां गई है?

वे अपनी आंखें नचाती हुई बोलीं- क्यों कल उसने आपको मजा नहीं दिया क्या?भाभी मुझे वैसे ही बहुत कातिल माल लग रही थीं और ऊपर से उन्होंने मजा शब्द को बड़े ही कामुक अंदाज में कहा था, तो मुझे उनकी उस नौकरानी के दूध याद आ गए.

उसी पल मेरी नजरें भाभी के मम्मों पर टिक गई थीं, तो मैं उन दोनों के मम्मों की तुलना करने लगा.तभी शायद भाभी को कुछ समझ में आ गया और उन्होंने अपने मम्मे हिलाते हुए कहा- क्या याद कर रहे हो देवर जी!

सच कह रहा हूँ दोस्तो, उस वक्त भाभी जी बहुत ही सेक्सी अंदाज में मेरे लौड़े की मां चोदने पर आमादा दिखीं.

फिर अचानक से उनका फोन घनघनाया तो भाभी जी मोबाइल की तरफ देखती हुई बोलीं- चलिए, आप फ्रेश हो जाएं, फिर नाश्ते पर मैं आपके साथ मिलती हूँ!

यह कह कर भाभी मुड़ीं और अपनी गांड मटकाती हुई कमरे से बाहर चली गईं.मैं बिस्तर से उठा और दरवाजे की तरफ देखता हुआ नंगा ही बाथरूम में घुस गया.

अभी मैंने बाथरूम का दरवाजा बंद ही किया था कि भाभी की नौकरानी की आवाज आई- सर … क्या आप बाथरूम में हैं?मैंने कहा- हां क्यों कुछ काम है क्या?वह बोली- हां मुझे अन्दर आना था!

मैं पहले तो सकपका गया कि इसको मेरे साथ अन्दर क्या करना है, फिर सोचा कि उसी से पूछता हूँ कि रात को क्या क्या किया था?

वह दुबारा से पूछती कि मैंने उससे ओके कह कर एक तौलिया लपेटी और उससे अन्दर आने की कह दी.

वह अन्दर आई तो वासना से प्यासी निगाहों से मेरे सीने के निप्पल देखती हुई अपने होंठ काटने लगी.

मुझसे रहा न गया और मैंने उससे पूछा- तुम्हारा नाम क्या है?वह बोली- चमेली और आपका?

मैंने अपने लौड़े को सहला कर कहा- रवि, कल तुमने क्या किया था चमेली?वह समझ गई और बोली- रबड़ी खाई थी!

उससे मैंने एनर्जी ड्रिंक को लेकर सवाल किया था पर उसने अपनी हरकत बताया दी कि उसने मेरे लंड को चूस कर उसकी रबड़ी खाई थी.

मैंने उसके जवाब पर उसे काम वासना भरी नजरों से देखा तो वह मेरे करीब आ गई और उसने मेरी तौलिया खोल दी.

मैं उसके इस कदम से एकदम से सकपका गया और अपनी तौलिया को पकड़ने लगा.वह नहीं मानी और उसने मेरी तौलिया मेरे हाथ से खींच कर पानी के टब में डाल दी और अगले ही पल वह अपने घुटनों के बल जमीन पर बैठ गई.

उसने बेहिचक मेरे आधे खड़े लंड को अपने हाथ से सहलाया और जीभ से चाटना शुरू कर दिया.मैं उसकी इस हरकत से घबरा गया था और बाथरूम के दरवाजे की तरफ देखने लगा था.

उसने अपने एक हाथ से दरवाजे को बंद किया और लंड को मुँह में भर कर चूसने लगी.मैं कुछ समझ पाता कि उसने एक हाथ से अपने ब्लाउज के बटन खींच कर चट चट करके खोल दिए.

आह उसके मस्त रसीले आम मेरी नजरों के सामने नग्न थे.मैं उन मम्मों को ललचाई नजर से देख रहा था और उसका असर मेरे लौड़े पर हो रहा था.

मेरे लंड ने कड़क होना शुरू कर दिया था.तभी उसने मेरे एक हाथ को पकड़ कर अपने दूध पर रखवा दिया और मैं यंत्रवत उसके दूध को मसलने लगा.

कुछ ही समय के चूसन से मेरे लौड़े से लावा निकलने को हुआ तो मैंने उसके मुँह से अपने लंड को निकालना चाहा पर उसने हाथ के इशारे से अन्दर ही रस झाड़ने का कहा.

अगले एक मिनट में मेरे लौड़े ने उसके कंठ में पिचकारी मार दी थी और वह मेरे वीर्य को खा गई.

अभी मैं खुद को निचुड़ता सा महसूस कर रहा था.

तभी भाभी की आवाज आई- चमेली … किधर है? भैया जी के लिए नाश्ता रेडी कर दे पहले, वे बाथरूम से आते ही होंगे!

यह आवाज सुनते ही मेरे तोते उड़ गए.जबकि चमेली ने बड़े सुकून से अपने ब्लाउज के बटन लगे और आवाज देती हुई बोली- आती हूँ मैडम, बस जरा सर के कमरे में सफाई कर रही थी!इसके बाद वह मुझे वासना से देखती हुई बाहर जाने लगी और बोली- मजा आया हो तो बताना … अगली बार छेद का मजा दूँगी!

वह चली गई और मैं निचुड़ा सा हक्का बक्का था.कुछ देर बाद मैं बाहर आया और भाभी ने नाश्ते की टेबल पर मुझे आने को कहा.

उस दिन भाभी चली गईं और वे अपने साथ चमेली को भी ले गईं.रात को जब भाभी जी वापस आईं तो चमेली उनके साथ नहीं थी.

मैंने दरवाजा खोला तो सामने भाभी जी नशे में थीं और मुझसे एकदम से लिपट कर सेक्सी अदाएं दिखाने लगी थीं.

‘आज का दिन पूरा खोटी गया है हैंडसम … कोई मिल ही नहीं जो मुझे ठंडी कर सके! चलो अब आज तुम ही मेरी हेल्प करो!’मैं- भाभी जी आपको आज क्या हो हुआ?

भाभी जी ने मेरे हाथ को पकड़ कर मुझे अपने साथ सोफ़े पर बैठाते हुए कहा- मेरे साथ ड्रिंक करोगे?मैंने कहा- नहीं भाभी जी!

भाभी बोलीं- मेरे साथ सेक्स करोगे?मैं- अरे … आपको क्या हुआ?

‘तुम्हारे भैया मेरे ऊपर जरा सा भी ध्यान नहीं देते हैं, इसलिए ही तो मैं बहक गई हूँ. आज तक ना जाने कितने लंड ले चुकी हूँ … साला आज कोई मिला ही नहीं सेक्स करने के लिए, इसलिए तुझसे कह रही हूँ … वह रंडी चमेली भी कह रही थी कि मेरे देवर का लंड बड़ा मस्त है!’

मैं समझ गया कि यह सब इन दोनों की मिली भगत है.अब मैं मूड बनाने लगा था कि आज भाभी की ले ही लेता हूँ.

तब तक भाभी जी अल्मारी से व्हिस्की की बोतल निकाल लाईं और अपने मुँह से लगा कर नीट ही दो घूंट पी लिए.

उसके बाद उन्होंने अपने पर्स से सिगरेट की डिब्बी निकाली और होंठों में सिगरेट फंसा कर सुलाने लगीं.

मैंने भी उनको सिगरेट सुलगाते देखा, तो उन्हें सहारा देकर सोफ़े पर बिठा लिया.वे मेरे ऊपर ही ढह गईं और बोलीं- शर्माओ मत यार … सीधे चढ़ जाओ मेरे ऊपर और जवान जिस्म के साथ सेक्स का मज़ा लो!

मैं उन्हें थामते हुए बोला- भाभी जी, ये ग़लत है, शादी से पहले मुझे सेक्स …

भाभी जी मेरी बात काटती हुई बोलीं- तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड भी नहीं है क्या?मैंने बोला- नहीं!

भाभी जी बोलीं- अबे यार इस फास्ट जमाने में तुम इतने पीछे क्यों रह गए? क्या सच में तुमने अब तक कभी भी सेक्स नहीं किया है. चलो सेक्स कैसे करते हैं, आज मैं तुझे सेक्स की ट्रेनिंग देती हूँ.‘क्या भाभी जी?‘अब डरो मत!’

भाभी जी मेरी पैंट निकालने लगीं और बोलीं- आज मैं तुझे सेक्स का फुल मज़ा दूँगी … मैं तुझे अपने साथ क्लब में ले जाना भी सिखा दूँगी. सेक्स में कैसे अपने पार्टनर को संतुष्ट किया जाता है, सब सिखाऊँगी … पर पहले मेरे साथ दो पैग ले लो प्लीज!

तब भाभी किचन से गिलास लाई और दो पैग बना कर मुझसे चीयर्स करने को कहा.

मैंने एक पैग उठाया और भाभी के गिलास से टकरा कर चीयर्स कहा.हम दोनों ने एक एक सिप लिया और भाभी ने अपने मुँह की शराब मेरे होंठों से अपने होंठ लगा कर मुझे पिला दी और मेरे होंठों अपने होंठों से चूमने लगीं.

वे मुझे चूसती जा रही थीं और एक पल को चुंबन रोक कर बोलीं- मेरी लिपस्टिक चूस लो हनी!

मैंने भी भाभी के होंठों को जबरदस्त चूसा और दस मिनट तक उनके होंठों को काटता रहा.

अब भाभी ने मेरे लंड को अपने हाथ से मसला और कहा- मेरे कपड़े उतार दो जान!मैंने उनके वन पीस को उतार दिया तो भाभी ब्रा पैंटी में आ गई थीं.

वे नशे में मेरे लंड को सहलाती हुई बोलीं- अब मेरी ब्रा पैंटी को भी निकाल दो!‘ओके!’

भाभी जी- मेरे बूब्स को अपने मुँह में दबा लो और चूसो … आह इन्हें खूब ज़ोर ज़ोर से दबाओ भी!

मैंने भाभी के दोनों चूचों को भींचना चालू कर दिया.भाभी- आह अब मेरी चूत देखनी है न तुझे? ले देख … और मेरी चूत में अपनी एक उंगली डालो … आई आई आ आ!

‘भाभी जी आपको दर्द हुआ क्या?’‘नहीं देवर जी मजा आ रहा है … और जल्दी जल्दी उंगली डालकर हिलाओ!’

‘भाभी जी, अब आपकी बारी!’उन्होंने मेरी पैंट और चड्डी को खोल कर अलग कर दिया और अपने हाथ में मेरे लौड़े को पकड़ कर देखा.

भाभी- वाओ यार चमेली सही कहती थी … उसकी तो फट ही गई थी तेरा लंड देख कर … मुझे भी इससे डर लग रहा है कि कहीं मेरी फट न जाए.

फिर उन्होंने अपने हाथ में लंड लिया और उस पर शराब डाल कर उसे हाथ से सहला कर झट से मुँह में ले लिया.भाभी जी देवर का लंड चूसने लगीं और ज़ोर ज़ोर से उसे मथने सा लगीं.मैं तो मानो जन्नत की सैर कर रहा था.

भाभी बोलीं- मज़ा आ रहा है न!मैंने कहा- भाभी जी मुझे दर्द भी हो रहा है!

भाभी बोलीं- तुम्हारा पहली बार है न इसलिए … बाद मैं तुम्हें बहुत मज़ा भी आएगा.फिर भाभी बोलीं- मैं फ्रीज से बियर लाती हूँ, मुझे तेरे लंड पर बियर डाल कर पीना है.

फिर मैंने कहा- आप रुको मैं लाता हूं.भाभी- ओके!

मैं बियर लेकर आया और बोला- भाभी आप बहुत मज़े ले भी रही हो और मज़े दे भी रही हो!

तभी भाभी लेट गईं और बोलीं- चलो अभी मजे लेती हूँ … तुम मेरी चूत में बियर डालो और अपनी जीभ लगा कर चूत चूसो!

हालांकि मुझे बहुत शर्म आ रही थी, लेकिन भाभी जी की बात मानना ज़रूरी था. उनसे हॉट मॉडल सेक्स का अनुभव मिलने वाला था.

कुछ देर तक चूत चुसवाने के बाद भाभी ने मेरे लंड को भी बियर से भिगो कर चूसा और बोलीं- बस अब चुदाई का वक्त है.मैंने कहा- ओके!

भाभी बोलीं- सेक्स कैसे करोगे … कंडोम या बगैर कंडोम के करोगे!मैं बोला- आपको गुरु माना है, अब आपको तो सब अनुभव है, जैसे आप चाहेंगी वैसे ही चुदाई कर लूँगा!

भाभी बोलीं- हां मैंने अनेकों बार अलग अलग लंड से सेक्स किया है. कंडोम लगा कर भी चूत चुदवाई है और बगैर कंडोम के भी चुदी हूँ … पर बिना कंडोम के चमड़ी से चमड़ी रगड़ खाती है, तो उसका मजा ही अलग है.मैंने कहा- मेरा तो पहली बार का सेक्स है, ऐसा करो जिसमें आपको भी मजा आए और मुझे भी अहसास हो कि चुदाई की है!

भाभी बोलीं- चलो मैं तुम्हें बारी बारी से दोनों तरह के मज़े दूँगी. पहले कंडोम फिर बगैर कंडोम के.अब भाभी जी ने अपने पर्स की पॉकेट से एक पैकेट निकाला और बोलीं- लो इसे अपने लंड पर लगाओ!

‘भाभी ये कैसे लगेगा?’‘चल, तू खड़ा हो ज़ा!’

उन्होंने एक हाथ में कंडोम लिया और दूसरे हाथ से मेरे लंड को पकड़ कर अपने मुँह में लेने लगीं.

मेरा लंड खड़ा हो गया, तो उन्होंने कंडोम अपने मुँह में लिया और कलाकारी दिखाते हुए अपने मुँह से ही लौड़े पर कंडोम चढ़ा दिया.

अब भाभी लेट गईं और बोलीं- अब मेरे ऊपर चढ़ जाओ और प्लीज़ जल्दी से मेरी चूत में लंड पेल दो … अब और मत तड़फाओ!मैं अपना लंड भाभी जी की चूत में डालने लगा.पहली बार में लंड फिसल गया.मुझे लौड़ा लगाना तो आता नहीं था तो ऐसा 3 बार हुआ.

भाभी गुस्से से बोल पड़ीं- तू किसी भी काम का नहीं है, आगे चल कर तेरा क्या होगा!मैं बोला- भाभी जी, मुझे से नहीं होगा!‘क्यों नहीं होगा? मैं बताती हूँ … पहले तू लेट जा!’

मैं लेटा तो भाभी जी ने मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत में सैट किया और एकदम से बैठ गई.

मेरे मुँह से ‘आई … मर गया!’ निकल गया.भाभी बोलीं- भोसड़ी के तुझे दर्द क्यों हो रहा है?

मैंने कहा- पता नहीं भाभी!भाभी- क्या तूने कभी अपने लंड की मुठ भी नहीं मारी?मैंने ना में सर हिला दिया.

भाभी- चल थोड़ी देर बाद तुझे भी मज़ा आने लगेगा!

अब भाभी ज़ोर ज़ोर से ऊपर नीचे होने लगीं.उन्होंने मेरे हाथ अपने बूब्स पर रखवा लिए और दूध दबाने को बोलीं.मैं उनके दूध दबाता हुआ अपनी गांड उठाने लगीं.

भाभी बोलीं- अब तुझे कैसा फ़ील हो रहा है?मैं बोला- मज़ा आ रहा है भाभी!

पूरे रूम में फ़च फ़च की आवाज आ रही थी.भाभी मेरे ऊपर चढ़ कर दस मिनट तक घपाघप सेक्स करती रही और आह आह करती हुई मुझे अपनी चूचियां पिलाती रहीं.

अब भाभी थक चुकी थीं.वे बोलीं- अब तू मेरे ऊपर आ जा. मैं ओके कह दिया.

भाभी जी ने लंड से उतर कर अपनी दोनों टांगों को ऊपर उठा लिया और बोलीं- अब डालो!

मैंने लंड पेला तो भाभी की चूत में सट से चला गया.मैं उन पर पिल पड़ा.

भाभी भी मस्त हो गईं और चिल्लाने लगीं- आह … और ज़ोर ज़ोर से चोदो मुझे … फक मी हार्डर देवर जी!

कुछ ही देर में भाभी ने मुझे कैंची की तरह जकड़ लिया और बोलीं- आह फक मी फास्ट!मैं पूरी ताकत से धक्के लगाता रहा.

अचानक से भाभी जी झड़ गईं पर मैं ताबड़तोड़ चुदाई में लगा हुआ था.वे अब दर्द से चीखने लगी थीं- आह प्लीज़ प्लीज़ … अब बस करो क्या आज ही फाड़ डालोगे मेरी चूत को!

कुछ देर बाद मेरे लंड से पानी निकल गया तो मैं भी थक गया.भाभी भी थक चुकी थीं.

फिर हम दोनों अलग हुए और शराब के पैग बना कर चुस्की लेने लगे.

मैंने कहा- भाभी जी, भूख लग रही है.उन्होंने बाहर से खाना ऑर्डर कर दिया.

भाभी बोलीं- मज़ा आया या नहीं?मुझे शर्म आ गई.

भाभी बोलीं- अब शर्माओ मत, चुदाई में शर्माओगे तो कैसे बात बनेगी. सेक्स में अभी तो शुरुआत हुई है. अब तो तुम्हें रोज ही और ज़्यादा मज़ा मिलना बाकी है.

मैंने कहा- वह कैसे भाभी?‘अभी कंडोम लगा कर सेक्स किया है, अब बिना कॉंडम के सेक्स करेंगे ओके!’

मैंने कुछ नहीं कहा.

अगले राउंड में भाभी फिर से मेरे लंड पर हाथ फेरने लगीं.

जल्द ही भाभी ने एक फिर से अपने रसीले होंठ लंड पर रख दिए और उस कड़क बना कर बोलीं- अब फिर से बताना पड़ेगा क्या?मैंने कहा- नहीं भाभी जी, अब मैं खुद से सब करता हूँ!

मैंने भाभी को बिस्तर पर चित किया और उनके मुँह में लंड डाल कर चुसवाया ‘आह ले चूस मेरी रंडी भाभी, चूस मेरा लंड!’इससे भाभी जी भी जोश में आ गईं.

उसके बाद जब भाभी जी थक गई तब मैंने उनकी चूत में लंड पेल दिया और उन्हें गाली देने लगा- ले रंडी साली लंड ले … बहन की लौड़ी अब तक ना जाने कितने मर्दों के लंड ले चुकी है अपनी चूत में!

भाभी शाबाशी देती हुई बोलीं- वाह देवर जी यह हुई ना बात … बहुत बढ़िया … मुझे और गाली दो और मुझे अपनी रंडी बना कर चोदो आह मेरा चेला! जरा चूत को उंगली से भी रगड़ कर गीली करो मेरी जान!

मैंने अपना लंड निकाला और भाभी की चूत में एक उंगली डाल कर जीभ से चाटने लगा.भाभी मेरे सर को अपनी चूत में दबा रही थीं और आह आह कर रही थीं.

कुछ ही देर में वे आह आह करती हुई कहने लगीं- आह मेरे प्यारे देवर, प्लीज़ और देर मत करो!

मैंने लंड को एक ही बार में भाभी की चूत में ठोक दिया.

भाभी एकदम से चीख पड़ीं और बोलीं- आह साले मादरचोद … तू एक ही बार में बहुत कुछ सीख गया है!मैंने हंसते हुए भाभी को पेलना शुरू कर दिया और बिना रुके लगभग तीस मिनट तक उन्हें ताबड़तोड़ चोदता रहा.

हॉट मॉडल सेक्स करते हुए अब तक भाभी जी 3 बार झड़ चुकी थीं, फिर मैं भी झड़ गया.

मैं भाभी से बोला- भाभी जी, आप नाराज़ तो नहीं होओगी, यदि एक और चीज मांगूँ?भाभी- सब तो दे दिया तुझे!

‘मुझे आपकी गांड मारनी है, क्या आप गांड मारने दोगी?‘नहीं यार … उधर बहुत दर्द होगा, फिर भी तेरी इच्छा है तो तुझे वादा करती हूँ कि वह इनाम तुझे तेरे बर्थडे पर दे दूँगी … पर तब तक तू मुझे रोज चुदाई का सुख देगा, यह वादा कर!’

मैंने उन्हें अपनी बांहों में भर लिया.

दोस्तो, उस रात मैंने भाभी को जम कर चोदा और अगली रात में उनकी नौकरानी चमेली की भी ली.

आप को मेरी ये कहानी अच्छी लगी हो तो कमेंट करे या मेल करे।

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