top of page

मौसेरी बहन की चुदी हुई चुत की चुदाई

Kamvasna

हैलो फ्रेंड्स, मैं आपको मेरी और मेरी मौसेरी बहन अर्शिया की सेक्स कहानी सुनाना चाहता हूँ. मुझे उम्मीद है कि ये सेक्स कहानी आपको काफी पसंद आएगी. ये कहानी २०२३ की है।

पहले मैं आपको अर्शिया के बारे में बता दूँ.अर्शिया ने हाल ही में 18 साल की उम्र पार की है और अभी वो 19 की हो चुकी है.

अर्शिया काफी छोटे और फैशनबल कपड़े पहनती है. डीप क्लीवेज के टॉप पहनती है, जिससे उसके बड़े बड़े बोबे मस्त दिखने लगते हैं.इस पोजीशन में उसका क्लीवेज बहुत सेक्सी लगता है.

अर्शिया की उम्र भले ही अभी 19 साल की है, लेकिन उसके फिगर से वो लगती नहीं है कि वो अभी सिर्फ 19 साल की है. उसका कामुक फिगर किसी 25 साल की लड़की जितना लगता है.मेरी मौसेरी बहन अर्शिया की चूचियों को देख कर उसकी ब्रा का साइज 30 इंच का तो पक्का होगा.

उसकी गांड भी काफी बड़ी और बाहर को निकली हुई है. जब भी वो चलती है, तो उसकी गांड काफी मटकती है.

अर्शिया एकदम गोरी-चिट्टी लड़की है और उसका चेहरा भी बहुत खूबसूरत है. उसे देख कर मैं यकीन के साथ कह सकता हूँ कि अर्शिया के निप्पल भी रसीले होंगे और चुत भी गोरी होगी. ये सब सोच कर ही मेरा लंड खड़ा हो जाता था.

अर्शिया की गांड और बोबे देख कर ही अच्छे अच्छे लड़कों का पानी छूटने पर आमादा हो सकता है. उसकी मदमाती चूचियों और हिलती हुई गांड को देख कर मेरा लंड खुद भी कई बार पानी पानी हो चुका है.कई बार तो मैंने अर्शिया को सोच सोच कर मुठ भी मारी है.

अर्शिया जब भी छुट्टियों में मेरे घर आती है, तो हम सब लोग काफी मस्ती करते हैं. अर्शिया भी बहुत मस्तीखोर है.

उसके साथ मस्ती करते करते मेरी नजरें कई बार उसके बोबों पर चली जाती हैं और उसी वक्त मेरा लंड खड़ा हो जाता है.

मस्ती मस्ती में कई बार तो मैं अर्शिया के बोबों को छू भी लेता और कई बार उसकी गांड को भी छू लेता था.

अर्शिया का बदन काफी गदराया हुआ और सेक्सी था. मेरी चाहत तो अर्शिया के जिस्म को नंगा देखने की थी, पर वो ठहरी मेरी बहन … तो ऐसा हो पाना नामुमकिन था.

एक दिन अर्शिया मेरे घरवालों से मिलने अपनी मम्मी के साथ मेरे घर आई.

चूंकि इस बार अर्शिया बहुत दिनों बाद मेरे घर आई थी, तो उसका मन लग गया और उसने अपनी मम्मी के साथ अपने घर वापस जाने से मना कर दिया.अर्शिया की मम्मी भी मान गईं और वो अर्शिया को मेरे घर ही छोड़ कर चली गईं.

अब अर्शिया मेरे घर पर ही थी और हम सब बातें करते हुए मस्ती कर रहे थे.

यूं ही रात हो गई, तो हम सबने खाना खाया और सोने चले गए.

मेरी मम्मी, मैं, अर्शिया और मेरी नानी हम सब नीचे फर्श पर बिस्तर लगा कर सो रहे थे.हमारे घर में एक ही रूम ऐसा है, जिसमें गर्मी के इस मौसम में चैन से सोया जा सकता था. इसलिए हम सब पास पास में ही सोते हैं.

मेरी किस्मत अच्छी थी कि उस रात अर्शिया मेरे पास सोई थी. उसकी नजदीकी पाकर मेरे मन में तो लड्डू फूटने लगे थे.

अर्शिया की मम्मी ने बातों बातों में एक दिन बताया था कि अर्शिया नींद की बहुत पक्की है.लेकिन एक बार अगर उसे नींद आ गई, उसके बाद तो कोई भी आकर उठाओ, वो कभी नहीं उठती है. सीधा सुबह ही उसकी आंख खुलती है.

मौसी की बात उस वक़्त मुझे याद आ गई थी. मैं बहुत खुश हो गया था कि आज मुझे कुछ न कुछ तो जरूर करने को मिलेगा.

उन दिनों गर्मी का टाइम था और अर्शिया अपने साथ कुछ भी कपड़े भी नहीं लाई थी. रात में पहनने के लिए उसके पास कुछ नहीं था. वो घर से भी जींस टॉप पहन कर आई थी.

आपको तो मालूम ही है कि जींस एकदम चुस्त होती है और रात को काफी चुभती है … इसलिए जींस पहन कर तो सो ही नहीं सकते.

अर्शिया ने मेरी मम्मी से कहा- मौसी मैं सोते समय क्या पहनूं? जींस में तो नींद ही नहीं आएगी.मेरी मम्मी सोचने लगीं.

तो अर्शिया ने ही मम्मी को सजेस्ट किया कि मुझे आप अपना पेटीकोट दे दो, वो हल्का भी रहेगा और मुझे नींद भी आ जाएगी.मम्मी ने अलमारी से एक पेटीकोट अर्शिया को दे दिया.

अर्शिया वही पेटीकोट पहन कर मेरे बाजू में सोई थी. ऊपर उसने टॉप पहना था, जो पहले से ही उसकी कमर से काफी ऊपर था. मतलब इतना ऊपर था कि उसकी नाभि भी साफ़ झलक रही थी.

मैंने दिमाग में अभी यही सब चल रहा था कि मैं कैसे क्या करूंगा, अर्शिया को कब नींद आएगी … वगैरह वगैरह.

जब रात को सब सो गए, तब मैंने अर्शिया को देखा, वो भी सो चुकी थी.

मैंने उठ कर पक्का करने के लिए कि सब सोए या नहीं, मैं वाशरूम गया और वापस आकर सभी को देखते हुए पानी पिया.

मेरी हलचल और आवाज से किसी का कोई रेस्पोंस नहीं आया तो मुझे समझ आ गया कि सब सो गए हैं.

अब मुझे अर्शिया का भी पक्का करना था कि वो सोई या नहीं. मैंने उसको कंधे से थोड़ा हिलाया, लेकिन अर्शिया का कोई रेस्पॉन्स नहीं आया.

मैंने फिर से कंधे को हिलाया, तब भी उसकी कोई हरकत नहीं हुई.इससे मुझे अर्शिया के सो जाने का मालूम चल गया था.

अब मैं भी अर्शिया के पास अपने बिस्तर पर लेट गया.

अर्शिया करवट लेकर सोई हुई थी और उसका मुँह भी मेरी तरफ था. मैंने मेरा सिर अर्शिया के तकिये पर धीरे से रख दिया. इस स्थिति में मेरे होंठ अर्शिया के होंठों के पास आ गए थे.मैं नींद में होने का नाटक करते हुए अपने होंठ अर्शिया के होंठों के और करीब ले गया.

अर्शिया की गर्म गर्म सांसें मेरे मुँह को छू रही थीं.मैंने धीरे से अर्शिया के होंठों को चूम लिया और जल्दी से मुँह हटा कर अपने तकिए पर सिर रख कर सोने का नाटक करने लगा.

मेर चुम्बन से अर्शिया हिली भी नहीं थी. मैंने आंख खोल कर देखा, तो अर्शिया जैसी की तैसी सोई हुई थी.

मैं फिर से उसके तकिये पर अपने सिर को लेकर गया और इस बार मैंने उसके होंठों को जीभ से चाटा.अर्शिया फिर भी नहीं हिली.

अब मेरी हिम्मत और भी बढ़ गई और मैंने अर्शिया के होंठ अपने होंठों में दबा लिए और उनको चूमने लगा.

अर्शिया ने लिपस्टिक लगाई हुई थी,जो मैं पूरी की पूरी चाट गया और अर्शिया के होंठों का टेस्ट भी मुझे आने लगा था.मैं एकदम ऐसे मदहोश हो गया था जैसे मैंने कोई नशा कर लिया हो.

फिर मैं वापस मेरे तकिये पर चला गया. अब मेरी नज़र अर्शिया के बोबों पर थी जो उसके टॉप से ढके हुए थे.

अर्शिया के टॉप की का गला काफी गहरा होने के कारण उसके बोबों के बीच की लाइन साफ़ दिख रही थी. वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी.

अपने कांपते हुए हाथों को मैंने अर्शिया के बोबों की तरफ बढ़ाया और उसके टॉप के बटन खोलने शुरू किए.मैंने एक एक करके सारे बटन खोल दिए और टॉप को उसके बोबों के आगे से हटा दिया.

अर्शिया का फिगर देखते ही मेरा हाथ मेरे लंड पर चला गया लेकिन मैंने कण्ट्रोल किया. उसने अन्दर ब्लैक कलर की बिना डोरी वाली ब्रा पहनी थी जो उसके मम्मों पर कसी थी.

मैं अर्शिया की ब्रा के पास हाथ ले गया और धीरे धीरे ब्रा के ऊपर से उसके मम्मों को सहलाने लगा.मैंने अब भी उसकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं देखी तो मैं दूसरे हाथ से अर्शिया के पेट और नाभि को सहलाने लगा.वो बेसुध सोई पड़ी थी.

फिर मैंने एक उंगली अर्शिया की ब्रा के अन्दर दोनों बोबों के बीच में डाल दी और धीरे धीरे हिलाने लगा.अर्शिया के बोबे बहुत ही मुलायम और गर्म थे.

मुझसे अब रहा नहीं जा रहा था, मुझे बस अर्शिया के बोबों को नंगा देखना था.अब तो मेरा से डर भी निकल गया था. अर्शिया की मम्मी सही बोल रही थीं कि अर्शिया नींद की बहुत पक्की है, एक बार नींद आने के बाद उसकी आंखें सीधे सुबह ही खुलती हैं.

अर्शिया की ब्रा सिर्फ मम्मों पर टिकी थी, तो मैंने ब्रा को थोड़ा सा नीचे की तरफ खींचा, इससे उसकी ब्रा मम्मों से नीचे आ गई.

उफ्फ … अर्शिया के मस्त बोबे मेरी आंखों के सामने नंगे हो चुके थे.उसके चुचे एकदम भरे हुए थे. मैं तो ख़ुशी से पागल हो गया था.

थोड़ी देर तक तो मैं अर्शिया के बोबों को बस यूं ही निहारता रहा.अर्शिया के बोबे बड़े बड़े और एकदम गोरे थे.

जितना मैंने सोचा था, उससे भी ज्यादा बड़े और गोरे थे और एकदम टाइट थे.निप्पल एकदम हल्के भूरे रंग के थे. कमरे में काफी रोशनी थी तो में अर्शिया के बोबे और भी ज्यादा चमक रहे थे.

मैंने धीरे से अर्शिया के निप्पल को छुआ. फिर दूसरे निप्पल को छुआ. मेरी बॉडी में तो मानो करंट दौड़ गया था.

मैंने अर्शिया के एक बोबे पर मेरा हाथ फैला कर रख दिया और धीरे धीरे सहलाने लगा.थोड़ी देर बाद दूसरा बोबा भी सहलाया और धीरे धीरे दबाया भी.

अर्शिया को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था, वो तो मानो घोड़े बेच कर सो रही थी.इससे मेरी हिम्मत और भी बढ़ गई और मैंने थोड़ा जोर से बोबे दबाना शुरू कर दिए.

कुछ पल बाद मैंने उसके पास जाकर बोबों पर किस भी किया और निप्पल को भी बहुत मजे से चूसा.

अपनी बहन के दूध चूसते समय मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं अर्शिया के बोबों से सारा दूध निकाल कर पी लूं.

कुछ देर अपने मन की करने के बाद मैंने अर्शिया की ब्रा वापस ठीक की और टॉप के बटन भी लगा दिए.

मेरा लंड एकदम लोहा हो गया था. मैं फिर से वाशरूम में जाकर मुठ मार कर वापस आया और उसकी तरफ मुँह करके लेट गया.

अर्शिया के बोबों से खेलने का और उनको चूसने का मेरा एक सपना तो पूरा हो गया था.

अब मुझे कुछ और भी चाहिए था, जिससे दिल में जल रही आग को शांत किया जा सके.

अर्शिया ने एक पतली सी चादर कमर तक ओढ़ रखी थी. मैंने मेरा एक हाथ उस चादर में डाला और अर्शिया की चुत के पास ले गया.

जैसे जैसे हाथ आगे बढ़ाया, वैसे वैसे अर्शिया की चुत की गर्मी का अहसास होने लगा था.

अन्ततः मेरा हाथ अर्शिया की जांघों के बीच तक पहुंच गया लेकिन अर्शिया की चुत फील नहीं हो रही थी क्योंकि पेटीकोट अर्शिया की जांघों के बीच में काफी सिमट गया था और वो कपड़ा काफी मोटा होने के कारण चुत महसूस नहीं हुई.

फिर मैंने धीरे धीरे से पेटीकोट को खींचा और अर्शिया की जांघों के बीच से पेटीकोट को छुड़ा दिया.अब वापस उसकी चुत की तरफ मैंने हाथ बढ़ाया. अब अर्शिया की चुत और मेरे हाथ के बीच पेटीकोट और एक पतली सी चड्डी थी.

मैंने पेटीकोट के ऊपर से ही अर्शिया की चुत पर हाथ रखा और धीरे धीरे सहलाने लगा. मुझे थोड़ा थोड़ा चुत का शेप महसूस हो रहा था.

अर्शिया के दोनों पैर मिले हुए थे, मतलब एक के ऊपर एक पैर था इसलिए उसकी चुत एकदम सिकुड़ी हुई थी और एकदम मुलायम लग रही थी.

मैंने वापस अपना हाथ पीछे कर लिया और उसका पेटीकोट पूरा खींच दिया, तो वो उसकी चुत से दूर हो गया.पेटीकोट हटाने के बाद मैंने अर्शिया की चादर को आगे से इतना ऊपर कर दिया जितने में मैं आगे से उसकी चुत को देख सकूं.

फिर मैंने अर्शिया का पेटीकोट पकड़ा और धीरे धीरे उसे ऊपर करने लगा.धीरे धीरे अर्शिया की टांगें दिखीं, फिर अर्शिया की जांघें दिखीं.मैंने उसकी जांघों पर हाथ फिराना शुरू कर दिया.

अपनी बहन की जवानी से मुझे उत्तेजना के साथ डर भी लग रहा था कि कहीं कोई बवाल न हो जाए.मगर दोस्तो, जवानी में डर के साथ सेक्स का अलग ही मजा होता है.

अर्शिया की जांघें एकदम मुलायम गोरी गोरी रेशमी लग रही थीं. मैंने पेटीकोट को और ऊपर किया तो अर्शिया की पैंटी साफ़ दिखने लगी.

फिर मैंने अर्शिया की पैंटी के ऊपर से ही उसकी गांड को सहलाना शुरू कर दिया.

जैसा कि मैं आपको पहले बता चुका हूँ कि अर्शिया की गांड भी बहुत बड़ी है. बहन की गांड सहलाते सहलाते मैं हाथ को आगे लाया और अर्शिया की जांघों के बीच में ले गया.

अर्शिया की चुत एकदम भट्टी की तरह गर्म हो रही थी. मैं पैंटी के ऊपर से ही अर्शिया की चुत को सहलाने लगा.

थोड़ी देर उसकी चुत से खेलने के बाद मैंने अर्शिया की चड्डी को उसकी चुत के आगे से थोड़ा हटाया और एकदम मेरी नज़र उसकी चुत पर जा पड़ी.

उसकी चुत देखते ही मेरी धड़कनें बढ़ गईं. मैंने अपना हाथ पीछे कर लिया क्योंकि मेरा हाथ कांपने लगा था.

दो मिनट बाद जब मैं नार्मल हुआ तो मैंने वापस अर्शिया की चुत से चड्डी हटाई और चुत को देखने लगा.

उफ्फ क्या चुत थी मेरी बहन की … कोई भी देख ले तो लंड डाले बिना उसे चैन ना आए.मेरा भी कुछ ऐसा ही हाल था.

मैंने मेरी चारों उंगलियां अब अर्शिया की चड्डी में डाल दी थीं और उसकी चुत को सहला रहा था.

अर्शिया की चुत एकदम अमेरिकन लड़की जैसी थी, एकदम गुलाबी गुलाबी!चुत पर उगी हुई बारीक बारीक झांटें चुत की खूबसूरती को बढ़ा रही थीं.हाथ से अहसास हुआ कि मेरी मौसेरी बहन की चुत काफी मुलायम और चिकनी है.

बहन की चुत के होंठ भी फूले हुए थे. उसकी चुत एक कमसिन कली जैसी अलसाई सी दिख रही थी.

मैंने काफी देर तक उसकी चुत को सहलाया.और जब रहा न गया तो मैंने धीरे से उसकी चुत में अपनी एक उंगली डाल दी.जैसे ही मैंने चुत में उंगली डाली तो अर्शिया थोड़ी सी हिली … मैं झटके से पीछे हो गया.

नींद में ही अर्शिया ने अपने पेटीकोट को थोड़ा नीचे किया और करवट बदल कर सो गई.मैं भी सोने का बहाना करके आंख बंद करके लेट गया.

दस मिनट बाद मैंने वापस आंख खोल कर देखा तो अर्शिया मेरी तरफ अपनी गांड करके सोई थी.

मैंने भी अर्शिया की तरफ करवट ले ली. एक बार फिर से थोड़ा ऊपर उठ कर सब लोगों को देखा, सब गहरी नींद में ही थे.

अर्शिया को हिलाया, तो वो भी नींद में ही थी.

अब मैंने मेरी कैपरी थोड़ी नीचे कर ली और चड्डी समेत अर्शिया की गांड से चिपक गया. अर्शिया का कोई रिएक्शन नहीं था.

मैंने धीरे धीरे अर्शिया का पेटीकोट फिर से ऊपर उठाया और कमर तक ऊपर कर दिया. अर्शिया मेरे सामने फिर से चड्डी में थी और उसकी बड़ी सी गांड मेरे सामने थी.

मैंने उसकी गांड पर मेरा लंड रख दिया. उसकी गांड और मेरे लंड के बीच दोनों की चड्डियां भर अवरोध थीं.

मैं अपने लंड को धीरे धीरे उसकी गांड पर रगड़ने लगा लेकिन वो ज़रा भी नहीं हिली.

इससे मेरी हिम्मत बढ़ती जा रही थी.

मैंने मेरे लंड को चड्डी से बाहर निकाल दिया और अर्शिया की चड्डी पर टिका दिया.मैं एक पल रुका और अर्शिया की गांड पर लंड रगड़ने लगा.

फिर सोचा कि अब आगे कुछ ना करूं और सो जाऊं.लेकिन बाद में ये ख्याल भी आया कि अर्शिया रोज़ रोज़ नहीं मिलेगी, आज जो भी कर सकता है, कर ले.

मैंने कमर से अर्शिया की चड्डी को पकड़ा और धीरे से नीचे को खींच दिया. अर्शिया की गांड का एक चूतड़ चड्डी से बाहर आ गया था.

अब चड्डी भी लूज़ हो गई थी, क्योंकि वो एक तरफ से खुल गई थी, तो अब पूरी गांड खोलना आसान हो गया था.

मैंने दूसरे चूतड़ की तरफ से भी चड्डी खींची, तो वो आसानी से खुल गई. फिर मैंने अर्शिया की चड्डी को घुटनों तक खिसका दी.अब अर्शिया की गांड और मेरे लंड के बीच कुछ भी नहीं था.

मैं अर्शिया की तरफ खिसका और उसकी गांड की दरार पर लंड चिपका कर ऐसे ही लेट गया.

अर्शिया की गर्म गर्म गांड मेरे लंड पर महसूस हो रही थी.मैंने मेरे लंड को गांड पर रगड़ना शुरू कर दिया.मुझे ऐसा करते हुए बहुत मजा आ रहा था.

मैंने थोड़ी हिम्मत और दिखाई और अर्शिया का पैर थोड़ा सा ऊपर उठा कर मेरा लंड अर्शिया की चुत के पास कर लिया.असली मजा तो मुझे अब आ रहा था जब मैं उसकी चुत पर लंड को रगड़ रहा था.

मेरा लंड अर्शिया की जांघों को चीरते हुए अर्शिया की चुत तक जा रहा था और वो चुत से रगड़ रहा था.मुझे ऐसा लग रहा था कि अर्शिया अपनी जांघों से मेरे लंड की मुठ मार रही हो.

मैंने फिर से अर्शिया के टॉप के बटन खोल दिए और ब्रा नीचे खिसका दी और उसके नंगे हो चुके बोबों को दबाने लगा.

उसकी चुत पर लंड रगड़ने और बोबे दबाने का कॉम्बो मुझे बहुत उत्तेजित कर रहा था.

मैं जोश में आ गया और मैंने अर्शिया की चुत के छेद पर लंड को सैट कर लिया.

अब मुझे इस तरह से चुत में डालना था कि अर्शिया को पता न चले.

मैंने लंड को चुत के छेद पर रखा और हल्का सा दबाव डाला.लंड ने ऑटोमैटिक अपना रास्ता ढूंढ लिया और फिसलता हुआ अर्शिया की चुत में घुस गया.

सिर्फ लंड का टोपा ही अन्दर घुसा था. मैंने दबाव को बनाए रखा और लंड धीरे धीरे आधा घुस गया.

फिर मैंने और दबाव नहीं डाला, बस रुक गया और अर्शिया के बोबों से खेलता रहा.

अब मुझसे कण्ट्रोल नहीं हो रहा था. मैंने अर्शिया की चुत में झटके मारना शुरू कर दिए.

मैंने 2-3 झटके ही मारे होंगे और दर्द की वजह से अर्शिया की नींद खुल गई.अर्शिया चौंक गई कि ये क्या हो रहा है.उसने एकदम से पलट कर मुझे देखा तो उसने पाया कि उसकी चुत की चुदाई हो रही है. चोदने वाला कोई और नहीं, मैं ही उसे चोद रहा हूँ.

अर्शिया की समझ में नहीं आया कि अब वो क्या करे.वो धीरे से मुझसे बोली- क्या कर रहे हो भैया … मुझे दर्द हो रहा है.उसकी सॉफ्ट आवाज से मेरी हिम्मत बढ़ गई.

मैंने अर्शिया से बोला- इसमें मेरी कोई गलती नहीं है अर्शिया. एक तो तू इतनी हॉट है और फिर तूने कपड़े भी ऐसे पहने हैं. अभी जब मैं पानी पीने उठा था … तो तेरा पेटीकोट हवा से तेरी कमर तक आ गया था. तुझे चड्डी में देख कर मेरे जज़्बात जाग गए. मैं क्या करता तू ही बता!

अर्शिया को शायद लंड की गर्मी से चुत में सनसनी होने लगी थी.वो धीरे से बोली- अब क्या करना है? आप इसको मेरे अन्दर से बाहर निकाल दो, मैं किसी से कुछ नहीं बोलूंगी.

मैं मायूस हो गया.

मैंने अर्शिया को बोला- देख, मैंने इतना तो कर ही लिया है, पांच मिनट और करने दे बस प्लीज.अर्शिया बोली- यहां नहीं भैया, कोई जाग जाएगा तो प्रॉब्लम हो सकती है. आप बाहर वाले रूम में चलो, मैं वहीं आ रही हूँ.

मेरी समझ में नहीं आया कि वो मान कैसे गई.लेकिन फिर मैंने सोचा वो भी जवान है, उसका भी ऐसा करने का मन होगा.

मैंने वापस अपने कपड़े पहने और बाहर वाले रूम में जाकर अर्शिया का इन्तजार करने लगा.

अर्शिया ने अपने कपड़े ठीक किए और बाहर वाले रूम में आ गई.बाहर वाले रूम में पंखा ख़राब था … इसलिए वहां कोई नहीं सोता था.

वहां भी एक पलंग लगा हुआ था और बिस्तर वगैरह सब कम्पलीट थे.

अर्शिया ने रूम के दरवाजे में बाहर से कुण्डी लगा दी. अर्शिया कुण्डी लगा रही थी तभी मैंने अर्शिया को पीछे से दबोच लिया और उसके टॉप के बटन खोल कर बोबे दबाने लगा.मैंने उसकी ब्रा भी नीचे कर दी और फिर से बोबे दबाने लगा.

दो मिनट तो अर्शिया ने मुझे अपने बोबे दबाने दिए लेकिन फिर वो बोली- ये सब करने में टाइम मत वेस्ट करो. जो करने आए हो … वो जल्दी से कर लो. सुबह होने वाली है … कोई भी जाग सकता है.

मैंने बोला- अर्शिया प्लीज दबाने दे ना, तेरे बूब्स दबा कर बहुत अच्छा लग रहा है.अर्शिया बोली- अरे भाई समझो. आपकी एक रिक्वेस्ट मैंने मान ली. आपको 5 मिनट के लिए फ्री कर दिया. आपको जो भी करना है, वो आइटम आप मेरे अन्दर डाल कर जल्दी से कर लो. कुछ और नहीं करो.

मैंने भी सोचा कि अभी जितना मिल रहा है, वो ही बहुत है. बाकी सब तो मैं वैसे भी कर चुका हूँ.

मैंने बोला- ओके अर्शिया, कुछ और नहीं कर रहा हूँ. मगर जो करने आया हूँ वो तो कर लेने दे.अर्शिया बोली- हां कर लो जल्दी से. मैंने उसके लिए आपको कहां मना किया है.

मैंने अर्शिया को पलंग पर लेटा दिया और उसका पेटीकोट ऊपर करके चड्डी खोल दी.

मैंने अपनी चड्डी और कैपरी भी खोल दी और अर्शिया के पैरों के बीच बैठ कर अर्शिया की चुत पर लंड को रगड़ने लगा.

फिर लंड को चुत में डाल कर अर्शिया के ऊपर लेट गया. फिर धीरे धीरे अर्शिया को चोदने लगा.

अर्शिया अपने मुँह से एकदम धीमी आवाज में कामुक सिसकारियां निकाल रही थी- आअह्ह् … आआअ ह्ह्ह … भैया आराम से करो … आअ ह्ह्हह.

मैं बोला- अर्शिया, तेरी चुत बहुत ही हॉट है और तेरे बोबे भी एकदम हॉट हैं.अर्शिया को शर्म आ गई, वो बोली- अच्छा ऐसा क्या खास है इनमें?मैंने बोला- तेरी चुत एकदम अमेरिकन लड़की की चुत जैसी है गोरी गोरी … और तेरे बोबे भी किसी मक्खन के गोले से कम नहीं हैं.

मैं अर्शिया को चोदते चोदते उससे ये बातें कर रहा था और वो भी मुझे सीत्कारते हुए जवाब दे रही थी.

मैंने अर्शिया से बोला- तूने पहले कभी सेक्स किया है?वो बोली- हां भैया आपने शायद नोटिस नहीं किया है, मेरी पुस्सी खुली हुई है, मतलब मेरी सील टूटी हुई है.मैं हैरान हो गया और वो भी मुस्कुरा दी.

मैंने पूछा- किसने तोड़ी तेरी सील?वो बोली- मेरा एक बॉयफ्रेंड है, उसके साथ सेक्स किया था तो मेरी सील टूट गई थी. उस दिन मेरी पुस्सी से बहुत खून निकला था.

इसके बाद मैंने अर्शिया के टॉप के सारे बटन खोल दिए और ब्रा भी नीचे खींच ली.अब उसने भी मुझे नहीं रोका.

मैंने उसके बोबे दबाना शुरू कर दिए और चुत में जोर जोर से झटके मारना शुरू कर दिए.

बहुत देर तक मैं अर्शिया की चुत चोदता रहा, अर्शिया भी गांड को हिला हिला कर अपनी चुत चुदवा रही थी.

बीस मिनट की चुदाई के बाद मेरी बॉडी ऐंठने लग गई और एक तेज झटके के साथ मैं अर्शिया की चुत में ही झड़ गया.

वो भी डिस्चार्ज हो गई और मैं अर्शिया के ऊपर ही लेट गया.

हॉट सिस्टर सेक्स के दो मिनट बाद हम दोनों उठे तो अर्शिया ने मुझे लिपकिस किया और बोली- मेरे बॉयफ्रेंड के बारे में किसी को बताना मत!मैंने भी उसको बोला- तुम भी किसी को मत बताना कि मैंने तेरी चुदाई की है.

वो हंस दी.

फिर हम दोनों वापस रूम में जाकर सो गए.


Recent Posts

See All

चचेरी बहन के साथ संभोग - Hindi Sex Stories

कैसे चचेरे भाई-बहन के बीच संभोग हो गया. एक बहन पेपर की तैयारी करने अपने चचेरे भाई के यहां गयी. वहां भाई की नजर खराब हो गयी.

Comments

Rated 0 out of 5 stars.
No ratings yet

Add a rating
kamvasna sex stories & sex videos

कामवासना एक नोट फॉर प्रॉफिट, सम्पूर्ण मुफ्त और ऐड फ्री वेबसाइट है।​हमारा उद्देश्य सिर्फ़ फ्री में मनोरंजन देना और बेहतर कम्युनिटी बनाना है।  

Kamvasna is the best and only ad free website for Desi Entertainment. Our aim is to provide free entertainment and make better Kamvasna Community

bottom of page