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रंडी मां को फूफा के बाद मैंने पेला - Indian Sex Stories in Hindi

Kamvasna

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम रोनी है. मैं मध्यप्रदेश के रतलाम जिले का रहने वाला हूँ.

मेरे घर में मेरी मम्मी, पापा और मैं, हम तीन जन ही रहते हैं.


यह मेरी Indian Sex Stories in Hindi है.

वे मेरी मम्मी सौतेली हैं और वे बड़ी ही हॉट हैं.

शायद मेरे पापा उन्हें खुश नहीं कर पाते थे.


मेरी मम्मी का नाम जमना है.

वह इतनी चुदक्कड़ हैं कि क्या ही कहूँ.

उनको एक लंड से पूरा नहीं पड़ता है.


पापा के लौड़े के अलावा भी वे अनेकों लंड अपनी चूत में ले चुकी थीं.

छोटे मोटे लंड से तो मेरी मम्मी की चूत की झांट का बाल भी टेढ़ा नहीं हो पाता था.


उन्हें सिर्फ बड़े लंड वाले मर्द ही पसंद आते थे.


एक दिन फूफा जी बुआ जी को लेकर घर पर आए हुए थे.

बुआ किसी काम से घर से बाहर चली गई थीं.

तो घर पर केवल मम्मी और फूफा जी ही थे.


घर में शक्कर ख़त्म हो गई थी तो मम्मी ने मुझे किराने की दुकान पर लेने के लिए भेज दिया था.


मैं चला गया, पर तुरंत ही अपना मोबाइल लेने के लिए वापस आ गया.

वापस आकर मोबाइल उठाया ही था कि मुझे वह सीन देखने को मिल गया जिसने मेरे लंड को मां की चूत दिला दी थी.


जैसे ही मैं मोबाइल उठा कर वापस बाहर आने को हुआ कि फूफा जी की आवाज आई.

उन्होंने मेरी मां से कहा- मैं फ्रेश होकर आता हूँ और हाथ पैर धो लेता हूँ. तुम चाय बना दो.


यह सुनकर मेरी मम्मी चाय बनाने के लिए किचन में चली गईं.

फूफा जी ने अपने पैंट व चड्डी को निकाल दिया और उन्होंने अपनी कमर पर एक तौलिया लपेट ली.


वे बाथरूम में चले गए. तब तक मैं चला गया और जल्दी ही शक्कर लेकर वापस आ गया था.

अब तक मम्मी ने चाय तैयार कर ली थी.


कुछ देर के बाद जब फूफाजी हाथ पैर धोकर बाहर आए, तब तक मम्मी ने चाय लाकर बैठक में रख दी थी और वे टीवी देखने लगी थीं.


फूफा जी बाहर आए और उनकी कामुक नजर मम्मी पर आ गई.

उनका लंड यह देख कर खड़ा हो गया था क्योंकि मेरी मम्मी बड़ी हॉट लग रही थीं.


उस समय मेरी मम्मी के गहरे गले वाले ब्लाउज से उनके आधे दूध दिख रहे थे.

उन्होंने अपनी साड़ी का आधा पल्लू गिरा रखा था.


यह देख कर फूफा जी का लंड खड़ा हो गया था.

उसी वक्त फूफा जी की कमर पर बंधी तौलिया नीचे गिर गई थी.

उनका कड़क हो चुका लंड मम्मी के सामने आ गया.


फूफा जी का काला लंड काफ़ी बड़ा और मोटा था.

उनका लंड एकदम सीधा खड़ा था, तो तौलिया हटते ही ऊपर नीचे होकर फनफनाने लगा.


मम्मी उनके काले कड़क लौड़े को देख कर पागल हो गईं कि इतना बड़ा लंड और मोटा लंड उनके घर में आ गया है और उनके सामने लहरा रहा है.

वे भूल गई थीं कि यह लंड उनके पति का नहीं बल्कि फूफा जी का लंड है.

उनको तो बस अपनी प्यासी चूत में फूफा जी का मोटा लंड लेने की इच्छा बलवती होने लगी थी.


मम्मी ने तुरंत जाकर फूफा जी की तौलिया को उठाया और एक तरफ रख कर फूफा जी के लंड पेर हाथ फेर दिया.

इससे फूफा जी का लंड और ज्यादा खड़ा हो गया.


वे भी आगे बड़े और उन्होंने मेरी मम्मी के मुँह के सामने अपने लंड कर दिया.

मम्मी ने एक पल की भी देर नहीं की और उन्होंने फूफा जी के लंड को बेरहमी से चूसना चालू कर दिया.


फूफा जी भी गर्मा गए और वे अपने लौड़े को मेरी मम्मी के मुँह के अन्दर जोर जोर से पेलने लगे.

फिर फूफा जी ने मेरी मम्मी के ब्लाउज को खोल दिया और उनकी ब्रा के ऊपर से ही मम्मों को दबाने लगे.


मम्मी ने फूफा जी के लंड को चूसना छोड़ा और उनके सीने से लिपट गईं.

उन दोनों के होंठ एक दूसरे से चिपक गए और वे दोनों एक दूसरे की जीभ को चूसने लगे.


कुछ देर बाद फूफा जी ने मम्मी की ब्रा को भी खोल दिया और अपने हाथ को नीचे ले गए.

उनकी एक उंगली मम्मी की नाभि को कुरेदने लगी.


मेरी मम्मी ने फूफा जी को कुछ इशारा किया तो वे नीचे बैठ गए और मम्मी की नाभि को चाटने लगे.


उसके बाद फूफा जी ने मम्मी के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और उनका पेटीकोट नीचे सरका दिया.


पेटीकोट के हटने के बाद मम्मी की भीगी हुई पैंटी सामने आ गई.

फूफा जी मम्मी की पैंटी के अन्दर हाथ डाला और वे मम्मी की चूत को सहलाने लगे.


मम्मी की चूत और ज्यादा रोने लगी.

वे वासना से तड़पने लगीं, उनकी हालत बिन पानी की मछली की तरह हो गई थी.


मेरी मम्मी की बड़े लंड से मुहब्बत तो इतनी ज्यादा थी कि वे यदि किसी के बड़े लंड को देख भर लें, तो वे उस मोटे लौड़े को बिना अपनी चूत में लिए छोड़ती ही नहीं थीं. फिर वह लंड चाहे किसी भी सड़क चलते मर्द का क्यों न हो.


बस अपनी इसी आदत के चलते मेरी मम्मी, फूफा जी का पूरा लंड अपने गले के आखिरी छोर तक ले रही थीं और जोर-जोर से चूस रही थीं.


काफी देर के बाद फूफा जी की नजर मेरी मम्मी की चूत पर गई, जो कि बहुत मोटी फाँकों वाली चूत थी और बिल्कुल गुलाबी चूत थी.

वे तुरंत अपनी ज़ुबान को निकाल कर मम्मी की चूत पर टूट पड़े.


फूफा जी ने मम्मी की चूत के छेद में अपनी जीभ को डाल दिया और वे जोर जोर से चूत चाटने लगे.

मम्मी बिन पानी की मछली के जैसे तड़पने लगीं.


तब मम्मी की कामुक आवाजें निकलने लगीं- आह मुझे चोद डालो आह चोद दो.

वे काफी जोर जोर से चिल्ला रही थीं.


मेरी मम्मी की गांड बहुत ही रसीली है और इतनी बड़ी है कि वे किसी से भी अपनी गांड मरवा लेती थीं.

उन्हें जब भी कोई सांड जैसा मर्द मिल जाता था तो वे मुझको खेलने के लिए बाहर भेज देती थीं.

उसके बाद वे पूरी नंगी होकर अपनी चूत व गांड दोनों मरवाती थीं.


फिर फूफा जी ने मेरी मम्मी की चूत के अन्दर उंगली डाल दी और चूत को अपनी उंगली से चोदने लगे.


मम्मी की चूत में रस आने लगा था.

फूफा जी की उंगली मेरी मम्मी की चूत में सटासट अन्दर बाहर होने लगी थी.

जिस चूत को मोटे मोटे लौड़े खाने की आदत हो, उसे भला एक उंगली से क्या फर्क पड़ने वाला था.


वह तो फूफा की उंगली से चूत का दाना मसला जा रहा था, तो चूत को रस छोड़ना पड़ा था, वरना सिर्फ गुदगुदी के अलावा और कुछ नहीं होना था.


खैर … फूफा जी भी उंगली करते जा रहे थे.

अब तक उनका लंड और भी ज़्यादा टाइट हो गया था.


मेरी मम्मी से रहा नहीं गया और मम्मी ने फूफा जी का लंड पकड़ कर कहा- अब इसे पेलो … अपनी उंगली से मेरी आग और ज्यादा न भड़काओ.

फूफा जी ने मेरी मम्मी को बिस्तर पर झुकाया पीछे से उनकी चूत के मुँह पर लंड का सुपारा रख कर एक जोर से शॉट मार दिया.


फूफा जी का समूचा लंड एक बार में ही चूत के अन्दर घुसता चला गया.

भले ही मेरी मम्मी एक बड़ी रांड हैं लेकिन फूफा जी का लंड भी किसी सांड के लंड से कम नहीं था.


एक ही झटके में लंड पेला तो मम्मी की गांड फट गई और उन्होंने जोर से चीख निकाल दी- उई मां मर गई … आह फट गई!

उनकी आवाज इतनी तेज थी कि मैं भी सुनकर डर गया कि क्या हुआ!


मैंने देखा कि मेरे फूफा जी ने मेरी मम्मी को बेड के ऊपर घोड़ी बनाए हुए थे और पीछे से खुद घोड़ा बनकर उनकी चूत फाड़ रहे थे.


मुझे मम्मी की जोर जोर की आवाज़ें सुनाई दे रही थीं.


अब वे दर्द भूल चुकी थीं और अपनी चूत चुदाई के मज़े ले रही थीं.

पीछे से फूफा जी मेरी मम्मी की गांड पर चमाट मार मार कर उनको मस्त चोद रहे थे.


उस दिन मेरी मम्मी ने फूफा जी काफी देर तक अपनी चूत चुदवाई.

मैं भी उन दोनों की चुदाई को छुप कर देखता रहा. मैं दो बार अपना लंड हिला चुका था मगर उन दोनों की चुदाई खत्म होने का नाम नहीं ले रही थी.


मेरी बाहर जाने में इसलिए भी गांड फट रही थी कि कहीं मैं गया और उन्हें दरवाजा खुलने की आवाज सुनाई दे गई तो मामला गड़बड़ हो जाएगा.

इसलिए मैं बाहर नहीं गया.


उसके बाद जब उन दोनों की चुदाई ख़त्म हुई और फूफा जी मम्मी के ऊपर से अलग होकर अपने कपड़े पहनने लगे.

तब मम्मी ने भी किसी तरह से एक मैक्सी पहन ली और लेट गईं.


वे फूफा जी चुदवा कर बहुत थक गई थीं.

उनकी चूत फूल कर पकौड़ा हो गई थी.


वे मैक्सी ऊपर करके अपनी सूजी हुई चूत को सहला रही थीं और फूफा जी से कह रही थीं- कितना बेरहमी से चोदा है आपने कि मेरी चूत फूल कर पकौड़ा बन गई है.

इस पर फूफा जी ने हंसते हुए कहा- हां यार सच में तुम्हारी चूत चुदाई में बहुत मजा आया. यह तो तुम थीं जो मेरा मूसल लंड झेल गईं, वरना तुम्हारी ननद तो रो देती है और मुझे अपने लंड की मुठ मार कर इसका पानी निकालना पड़ता है. अब तो रंडियां भी मेरी शक्ल देख कर पर्दे के पीछे छिप जाती हैं. उनकी भोसड़ा हो चुकी चूत भी मेरे लौड़े से पनाह मांगने लगती है.


यह सुनकर मम्मी खुश हो गईं कि उन्होंने फूफा जी जैसे राक्षस के लंड से चूत को चुदवा लिया है.

कुछ देर बाद फूफा जी चले गए और मेरी मम्मी सो गईं.


मैं अन्दर आकर पढ़ने बैठ गया.

जब शाम हुई और जैसे ही अंधेरा हुआ, तो खाना खाने के बाद मैं मम्मी के साथ बिस्तर पर लेट कर टीवी देखने लगा था.


वे सीरियल देख रही थीं तो मुझे टीवी देखने में मन नहीं लग रहा था.

मैं अपना मोबाइल चलाने लगा था.


मम्मी ने मुझसे कहा कि बेटा जरा मेरे पैर दबा दे.


मैंने कहा- ठीक है, पर आज आपको क्या हो गया? आपकि तबियत तो ठीक है न!

वे बोलीं- हां तबियत तो ठीक है, बस पैर दर्द कर रहे हैं. आज बहुत देर तक काम किया था न इसलिए दर्द हो रहा है.


मुझे पता था कि उन्होंने आज क्या काम किया है लेकिन मैं कुछ कहना नहीं चाहता था इसलिए मैं कुछ नहीं बोला.


उसके बाद मैं उनके पैर दबाने लगा.

मम्मी ने साड़ी पहनी हुई थी और उनके पैर रज़ाई के अन्दर थे.


मैंने रज़ाई के अन्दर हाथ डाला और मैं साड़ी के ऊपर से मम्मी के पैर दबाने लगा.

मैंने काफ़ी देर तक उनके पैर दबाए, तो मेरा लंड खड़ा हो गया था.


मैं अब उनकी साड़ी के अन्दर हाथ डालकर उनके पैरों को दबाने लगा था.

मेरी मम्मी को आराम मिल रहा था तो वे सो गईं.


जैसे ही मैंने देखा कि उनको नींद आने लगी है तो मैंने दो बार चेक किया.


जब वे नहीं उठीं तो मैंने धीरे-धीरे करके अपने हाथों को उनकी जांघों तक ले जाना शुरू कर दिया.

कुछ ही देर में मैं उनकी जांघ को दबाने लगा.


उसके बाद मैंने थोड़ा और हाथ ऊपर कर दिया.


अब जैसे ही मैंने उनकी चूत को टच किया, वे उठ गईं और मुझ पर चिल्लाने लगीं- यह क्या कर रहा है तू … साले तुझे पैर दबाने को बोला था, तू कहां उंगली कर रहा है?


मैंने सहमते हुए कहा- वह गलती से चली गई थी.

तो वे बोलीं- चल हो गया. बस अब मत दबा … हट!


मैं हाथ हटाने के मूड में नहीं था, मुझे तो आज अपनी मम्मी को चोदना ही था.

मैं उस वक्त तो हट कर उनके साइड में लेट गया.


मम्मी वापस से सोने लगीं.

जब कुछ देर बाद मैंने देखा कि मम्मी गहरी नींद में सो गई हैं, तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और मम्मी की एक बांह से स्पर्श किया.


वे नहीं उठीं.

उसके बाद मैं अपने लंड को मम्मी के होंठों तक लेकर गया और उन्हें लंड चुसाने की कोशिश करने लगा.


वे कुछ भी प्रतिक्रिया नहीं कर रही थीं.

मैं थोड़ा और साहस जुटा कर अपने लंड को उनके होंठों के करीब ले गया.


डरते डरते मैंने अपना लंड उनके होंठों से लगाया, तो मेरा लंड और ज्यादा कड़क हो गया था.

अचानक से मम्मी के होंठ खुल गए और मैंने लंड का सुपारा उनके होंठों के बीच में लगा दिया.


उसी समय मेरे लंड से एक प्रीकम की बूंद मम्मी के मुँह में चली गई.

मम्मी ने जीभ से अपने मुँह को चलाया, तो उनकी जीभ मेरे लौड़े के सुपारे से लगने लगी.


मेरी मम्मी शायद सपने में थीं तो वे मेरे लंड को जीभ से चाटने लगीं.


अब मुझसे रहा नहीं गया, मैंने हाथ से उनकी गांड दबा दी.

वे कुछ नहीं बोलीं.


मुझे लगा कि मम्मी पक्का सो गई हैं.

अब मैंने उनकी साड़ी को उनके घुटनों तब चढ़ा दी.

मुझे अब अपनी मम्मी के सेक्सी घुटने दिखने लगे.


उसके बाद मैंने लंड को उनकी जांघ पर रख दिया और इधर-उधर करने लगा.


इससे उनको गर्म-गर्म अहसास हुआ, तो वे उठ गईं.

मम्मी ने सब देखा और अचानक से मुझ पर चिल्लाने लगीं- क्या कर रहा है यह … साले पता भी है कि मैं तेरी मां हूँ!


मैंने कहा- मुझसे पता नहीं यह सब कैसे हो गया. मुझसे गलती हो गई.

फिर मम्मी ने खुद को सही करते हुए कहा- मैं कल तेरे पापा से यह सब बोलूँगी कि तुमने मेरे साथ क्या किया!


तो मैंने कहा- आपको पापा को बोलने की जरूरत नहीं है.

वे बोलीं- क्यों?


मैंने कहा- क्योंकि मेरे पास भी ऐसा कुछ है, जो मैं बोल सकता हूँ.

उन्होंने पूछा- तू क्या बोल सकता है?


मैंने दिन में उनकी चुदाई की वीडियो बना ली थी, तो उन्हें दिखा दी.

उस वीडियो में मम्मी फूफा जी के साथ सेक्स करती हुई दिख रही थीं.

वे सन्न रह गईं.


मैंने कहा- मैं भी पापा को यह दिखाऊंगा कि आप दोनों दिन में क्या कर रहे थे.


यह देख कर मम्मी ने धीमी आवाज में कहा- यह वीडियो तुम्हारे पास कहां से आया?

मैंने कहा- मैंने ही बनाया है. दिन में मैंने सब देखा है!


उन्होंने एकदम से आत्मसमर्पण करते हुए कहा- मैं तेरे आगे हाथ जोड़ती हूँ, यह सब किसी से मत कहना.

मैंने कहा- अब फूफा जी को बुलाओ. फूफा और मैं तुमको आज रात एक साथ दोनों रात भर चोदेंगे. आपकी चूत पेलेंगे और गांड भी मारेंगे.


मम्मी ने कहा- नहीं, तुम दोनों एक साथ नहीं करना. मेरी चूत गांड दोनों फट जाएंगी. मैं एक साथ दो लंड नहीं ले पाऊंगी. आज तुम अकेले ही मेरी ले लो.

मैंने कहा- अच्छा ठीक है, आज रात आप सिर्फ मेरा लंड ले लो.

उन्होंने कहा- ठीक है अपनी पैंट निकालो.


मैंने अपनी पैंट निकाल दी और नंगा हो गया.

उसके बाद मम्मी की साड़ी ब्लाउज और पेटीकोट आदि उतार दिया.

मैंने उनको पूरी नंगी कर दी.


तो वह सीन देख कर मेरा लंड इतना ज्यादा टाइट हो गया कि वह संभाले नहीं संभल रहा था.


मम्मी ने मेरे लंड को पकड़ लिया और बोलीं- आह मर गई … इतना बड़ा है तेरा … यह तो तेरे फूफा जी से भी बड़ा है!


फिर मेरी मम्मी ने मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर जोर जोर से चूसना चालू कर दिया.

वे इतनी अन्दर तक लंड को ले रही थीं कि मुझे उनके गले की गर्मी का अहसास होने लगा था.


कुछ देर तक लंड चुसवाने के बाद मैंने मम्मी को बेड पर चित लेटाया और उनके दोनों पांव अलग करके उनकी चूत को चाटने लगा.

मुझे मम्मी की चूत का स्वाद पसंद आ गया, तो मैं जोर जोर से चूत चाटने लगा.


वे बिन पानी की मछली की तरह तड़पने लगीं.

कुछ देर के बाद मैंने कंडोम लगा कर उनकी चूत में अपना लौड़ा एक झटके से पेल दिया.

मेरी हॉट माँ की कामुक आह निकल गई.


मैंने उन्हें रात भर में चार बार चोदा.

उसके बाद मैंने फूफा जी के साथ भी अपनी मम्मी को सैंडविच चुदाई का मजा दिया.


अब वे बिंदास लंड लेने लगी हैं.

बल्कि मैं खुद अपनी सौतेली मम्मी के लिए मोटे मोटे लंड ढूंढ कर लाता हूँ.


आप सबको भी अगर मेरी मां चोदना हो, तो वे 24 घंटे रेडी रहती हैं. आप कभी भी आओ और उनकी चूत को चोदो … मुझे भी उनकी चुदाई करके दिखाओ.

मैं सामने बैठा रहूँगा और देखूँगा कि मेरी मम्मी को आपने कैसे चोदा.


यदि आप ग्रुप में आकर उन्हें चोदना चाहते हैं, तब भी वे चुदवाने को राजी हैं. एक बार में आगे पीछे एक साथ लंड पेल कर आप उन्हें चोद सकते हो.

लंड को मुँह में लेकर चूसना और लंड का पानी पी जाना, उन्हें यह सब बहुत पसंद है.

साथ ही उनको अपनी चूत चटवाना और चुदवाने में हद से ज्यादा मजा आता है.


आई लव यूं माय जमुना बेबी … फक यू … तुम्हारी गांड इतनी मखमली है कि क्या ही बोलूँ.

दोस्तो, आपको मेरी मेरी Indian Sex Stories in Hindi कैसी लगी, प्लीज बताएं.

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