यह बात कुछ महीने पहले की ही है।मैं अपने गांव से शहर अपने भाई के पास गया था।
मेरा भाई जॉब कर रहा था तो मैं उसके ऑफिस जाने के बाद रूम पर पड़े रहकर बोर होने लगा था।
कुछ समय तो कामवासना पर सेक्स कहानियां और देसी विडियोज़ देखकर निकल जाता था, कुछ समय मैं मुठ मारकर निकाल देता था।
ऐसे ही कहानियां पढ़ते हुए मैंने गे सेक्स कहानियां भी पढ़ीं कि कैसे एक लड़का दूसरे लड़के से गांड भी मरवा सकता है, या मरवाता है।मगर ये सब मुझे झूठ सा लग रहा था।
लेकिन पूरी कहानी पढ़ते पढ़ते मेरा लंड फूलकर दर्द करने लगा था; एक अजीब सी वासना जाग गई थी।
मेरी गांड में मुझे कुछ कुलबुली सी महसूस होने लगी थी जो पहले कभी नहीं हुई थी।
फिर मैंने अपनी एक उंगली को गांड के छेद पर रखकर सहलाना शुरू कर दिया।मुझे गुदगुदी सी हुई और फिर मजा आने लगा।
एक हाथ से लंड को व दूसरे हाथ से गांड को छेड़ने में बहुत मजा आने लगा मुझे!ऐसा करते-करते मैंने गांड में अपनी उंगली देने का प्रयास किया तो उंगली गांड में नहीं जा पा रही थी।फिर थोड़ा सरसों का तेल उंगली पर लगा कर गांड में दी तो पूरी उंगली गांड में चली गई।
मुझे अच्छा भी लग रहा था और अजीब भी लग रहा था।ऐसे करते-करते मैं अपनी दूसरी उंगली भी अपनी गांड में देने लगा तो मुझे थोड़ा दर्द होने लगा लेकिन मैंने अपनी पूरी उंगली को अंदर डाल दिया।
उसके बाद 2-3 दिनों तक यही चलता रहा।अब मुझे भी गांड में लंड लेने का मन होने लगा लेकिन सवाल ये था कि लूं तो किसका लंड लूं!और किसी को मैं जानता भी नहीं था।
ये सोचते सोचते 2 दिन बीत गए।
फिर मैंने प्ले स्टोर से गे डेटिंग ऐप डाउनलोड किया और अपना प्रोफाइल बना लिया और लंड की खोज में लग गया।
चैटिंग करते करते एक लड़के से बात होने लगी।वो 1 किलोमीटर की दूरी पर रहता था। उसने भी कभी गे सेक्स नहीं किया था।
हम दोनों ने अपने बारे में एक दूसरे को बताया और हमने शाम को मिलने का प्लान बना लिया।
मैं शाम को उससे मिलने खुले स्थान में गया क्योंकि उसके पास रूम शहर में था।उसे मैं भी अपने रूम पर बुला नहीं सकता था, मैं नहीं बताना चाहता था कि मैं कहां रहता हूं।
दोनों ने अंधेरे में सब कुछ करने का प्लान किया था।हम दोनों मिले तो पता लगा कि वह 23 साल के लगभग था।
मैं बहुत खुश था कि आज एक जवान लंड से अपनी गांड की सील तुड़वाऊंगा।
मिलने वाली जगह सही थी लेकिन वहां कुछ कर नहीं सकते थे क्योंकि वहां पर जगह ज्यादा नहीं थी।मैंने पहले उसे गले लगाया, फिर आगे के बारे में पूछा कि यहां कैसे करेंगे! यहां तो बहुत कम जगह है।
तो उसने बोला- आज सिर्फ लंड को मुंह में लेकर चूस लो, बहुत मन कर रहा है।मैंने मना कर दिया क्योंकि मेरा पहली बार था।आज तक किसी का लंड छुआ तक नहीं था और वो मुंह में लेने की बात कर रहा था।
वह बोला- यहाँ कर सकते हैं तो ऐसे ही कर सकते हैं।उसके द्वारा बहुत मनाने के बाद मैंने उसकी पैंट की चेन खोली।
मैंने देखा कि उसका लंड खड़ा था पूरा!उसका लाल सुपारा देखकर मेरा लंड भी खड़ा हो गया। उसका लंड भी सामान्य लम्बाई का ही था, लगभग 5 इंच का रहा होगा। लंड ज्यादा मोटा भी नहीं था।
मैंने थोड़े बेमन से उसके लंड को मुंह में लिया।
मुझे अजीब सा लगा और मुंह में लेकर मैं उसे आगे पीछे करने लगा।थोड़ी देर में मुझे अच्छा लगने लग गया और मन कर रहा था कि बस लंड को मैं ऐसे ही चूसे जाऊं।अब पता चला था कि लड़कियां लंड को क्यों चूसती हैं।मुझे बहुत मज़ा आने लगा।
लंड का स्वाद थोड़ा खारा और नमकीन होता है आज पता चला था।वो मेरा सिर पकड़ कर जड़ तक अपना लंड गले तक फंसा रहा था।
फिर लगभग 10 मिनट तक उसने चुसवाया और उसका पानी निकलने को हो गया।
उसने बताया तो मैंने मुंह से लंड को निकाल लिया।उसने पानी नीचे जमीन पर गिरा दिया और बोला- लंड को मुंह से निकाला क्यों? इसका पानी बहुत टेस्टी होता है।मुझे उसकी बात थोड़ी अजीब लगी।
फिर मैं वहां जाने के लिए कहने लगा तो वो बोला कि उसको भी मेरा लंड देखना है।तो मैंने उसे अपना लंड लोवर नीचे करके दिखाया तो वह देखता ही रह गया।
उसने कहा- आपका लंड तो बहुत मोटा और लंबा है।उसने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ा और मुंह में ले लिया।
दोस्तो, मुझे लंड पर गर्म गर्म लगा और बहुत गुदगुदी होने लगी।
वह लंड को मुंह में लेकर अपनी जीभ से चाटता तो मैं लंड पीछे खींच लेता।वो लंड को काफी अच्छे से चूस रहा था।
लगभग 10-12 मिनट में जब मेरा पानी निकलने को हुआ तो मैं जोर जोर से लंड को आगे पीछे करवाने लगा और उसके मुंह में ही अपना वीर्य निकलवा दिया।वह पूरा पानी पी गया।
उसके बाद वह उठा और थैंक्स करते हुए कहा कि मेरे लंड का पानी उसको बहुत अच्छा लगा।वह वहां से चला गया लेकिन मेरा अरमान अभी भी अधूरा था।
उसके बाद मैं भी अपने रूम पर आ गया।मेरी गांड लंड के लिए अभी भी तड़प रही थी।
ऐसे ही 2 दिन बीत गए।
2 दिन बाद मैं शाम को घूमने बाहर निकल गया।मैं एक दोस्त से फोन पर बातें करते हुए रोड पर जा रहा था कि अचानक एक लड़का मेरा मोबाइल छीनकर भाग गया।मैं भी उसके पीछे भागा तो वो एक नई बन रही बिल्डिंग में घुस गया।
जब मैं पीछा करते हुए गया तो वहां 2 लड़के और थे और वो मेरे को देख कर हंसने लग गए।जब मैंने फोन के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मिल जायेगा लेकिन पहले हमारे पास आ चिकने!
मैं उनके पास गया तो वो बोले- एक काम करना पड़ेगा हमारा!तो मैं रूआंसा होकर बोला- क्या काम करना है?
फिर जो फोन लेकर गया था वो भी पीछे आ गया और मेरी गांड पर हाथ रख दिया।मेरे हाथ-पैर कांपने लगे और झट से उसने मेरा पायजामा नीचे खींच दिया।
पायजामा मैंने ऊपर खींचने की कोशिश की लेकिन वो लोग बोले- निकाल दे इसे, वरना फोन नहीं मिलेगा।मैंने पायजामा निकाल दिया।
फिर उनमें से 2 लोगों ने अपनी पैंट उतार दी और अंडरवियर के ऊपर से ही अपने लंड को सहलाने लगे।
अभी मैं गर्दन नीचे किए हुए खड़ा था।वो मेरे पास आए और अपने अंडरवियर में से अपने लंड निकाल कर मेरे हाथों में थमा दिए और मुझे लंड चूसने के लिए बोले।
मैं कुछ कर नहीं सकता था तो मैं बारी बारी से उनका लंड मुंह में लेने लगा।
फिर तीसरे वाले ने भी अपने कपड़े उतार दिए और मुझे घोड़ी बनने को कहा।मुझे डर लग रहा था कि पता नहीं ये लोग आगे क्या करने वाले हैं।
फिर मैंने देखा कि तीसरे वाले का लंड बहुत मोटा था।
उसके बाद एक लड़का मेरे पीछे चला गया और मेरी गांड में उंगली देने लगा।मैं उचक गया।
वो लड़का बोला- यार … इसकी गांड तो बहुत टाइट है, लगता है सीलपैक गांड है।
फिर वो बाकी भी हंसते हुए बोल पड़े- कोई बात नहीं, आज इसकी सील खोल देते हैं।मुझे डर लग रहा था कि पता नहीं आज क्या होने वाला है।
उसके बाद पीछे वाले ने थोड़ा तेल लेकर मेरी गांड पर लगा दिया और कुछ तेल अपने लंड पर लगा लिया।
फिर वो लंड को मेरी गांड पर रगड़ने लगा।इसके बाद एक लड़का आगे आया और उसने लंड मेरे मुंह में डाल दिया।उसका लंड मैं बड़ी मुश्किल से मुंह में ले पा रहा था।
पीछे से मुझे महसूस हुआ कि एक ने मेरी गांड में लंड लगा दिया और अंदर धकेलने लगा।उसका सुपारा भी अभी मेरी गांड में नहीं गया था और मुझे दर्द होने लगा।
इससे पहले कि मैं और कुछ समझ पाता उसने एक जोर का धक्का लगाया और लंड मेरी गांड में घुसा दिया।
मुझे इतना तेज दर्द हुआ कि बर्दाश्त करने के बाहर था।लेकिन मेरी चीख भी मुंह में ही दब गई क्योंकि मेरे मुंह में लंड फंसा हुआ था।
मैंने उनसे छूटने की कोशिश की लेकिन उनकी पकड़ के आगे मैं कुछ कर नहीं पा रहा था।
हाथ से इशारा कर मैंने उससे रुकने का कहा तो वो रुक गया।मुझे थोड़ी राहत मिली।
लेकिन उससे ज्यादा देर रुका नहीं गया और उसने फिर से लंड को हिलाना शुरू कर दिया।
इधर तीसरे वाले ने मेरे हाथ में लंड थमा दिया था, और अब मेरे पास सब जगह लंड ही लंड थे और अब तक मेरा दर्द कुछ कम हो गया था।पीछे वाला अब धीरे धीरे लंड को आगे-पीछे कर रहा था।
कुछ देर में मुझे भी अच्छा लगने लगा और मैं भी चुदवाने में मजा लेने लगा।
पांच मिनट तक चोदने के बाद उसने स्पीड बढ़ा दी और वो तेजी से मेरी गांड की चुदाई करने लगा।फिर 10-15 धक्के देने के बाद मेरी गांड में ही उसने अपना माल छोड़ दिया।मुझे भी थोड़ी शांति मिली।
उसके हटने के बाद दूसरे वाला मेरे पीछे आ गया और उसने अपना लंड मेरी गांड में घुसा दिया।चूंकि पहली गांड चुदाई के बाद मेरा छेद अब थोड़ा खुल गया था तो दूसरा लंड लेने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई।वैसे भी, पहले वाले का वीर्य मेरी गांड में था जिससे गांड अंदर से और ज्यादा चिकनी हो गई थी।
अब फिर से मेरी गांड चुदाई शुरू हो गई।आगे से मुंह में लंड के धक्के लग रहे थे और पीछे से गांड में धक्के लग रहे थे।
15-20 मिनट तक चोदने के बाद दूसरे वाले ने भी अपना पानी मेरी गांड में निकाल दिया।
मुझे अब बहुत थकान हो गई थी; मेरे पैर भी जवाब दे चुके थे।
उसके बाद आगे वाले ने मेरे मुंह में लंड की स्पीड बढ़ा दी।उसने भी अपना वीर्य मेरे मुंह में पिला दिया।
दोस्तो, वो पहली बार था जब मैंने वीर्य का स्वाद चखा था।मैं पूरा पानी पी गया।
लेकिन मेरा मुंह और गांड अब दोनों ही दर्द कर रहे थे।
फिर उन लोगों ने जल्दी से अपने कपड़े पहने और मेरा मोबाइल देकर चले गए।मैंने भी अपने कपड़े पहने।
इस बीच मैंने देखा कि मेरी गांड से थोड़ा खून और कुछ चिपचिपा पदार्थ मिक्स होकर बाहर निकल रहे थे।मैंने अंडरवियर से उसको पौंछा और पायजामा पहन लिया।मैं रूम की ओर जाने लगा।
मुझे बहुत दर्द हो रहा था।चलने में बड़ी परेशानी हो रही थी।फिर जैसे तैसे करके मैं रूम पर आया और आराम करने लगा।
उसके बाद जब मैं सोकर उठा तो मैंने अपनी गांड का छेद शीशे में देखा।मेरी गांड का छेद अब खुला हुआ सा लग रहा था, उसमें सूजन भी थी।
तब मैंने दर्द की गोली खाई और फिर आराम आ गया।उसके बाद मुझे चुदाई में मजा आने लगा और एस फक की आदत हो गई।
उन तीनों से चुदाई के बाद मेरा बहुत बुरा हाल हुआ.
दूसरे दिन तक मुझसे सही चला भी नहीं जा रहा था।मेरी गान्ड काफी खुल गई थी, मैं जब भी टॉयलेट जाता तो मेरे पीछे बहुत दर्द होता जैसे किसी ने मिर्च लगा दी हो, गांड धोने में भी मुझे काफी परेशानी होती।
ऐसे ही 10 दिन निकल गए.अब सब कुछ ठीक हो गया था, मुझे फिर से गांड़ में खुजली होने लग गई थी.
पर पिछला सीन याद आने पर कहीं जाने का मन नहीं करता था, बस अपने हाथ से गांड को दबा कर शांत हो जाता।
वैसे मैं चड्डी पहन कर ही नहाता था पर एक दिन मैं नंगा हो कर नहा रहा था.अचानक मेरी गान्ड में छेद के पास खुजली होने लगी तो मैं हाथ से खुजाने लगा तो अंदर तक खारिश होने लगी।
फिर मैंने एक अंगुली अपनी गान्ड में दे दी तो मुझे अच्छा लगने लगा.ऐसे ही जैसे मैंने 2 अंगुली अपनी गांड में घुसी तो मुझे थोड़ा दर्द हुआ.
फिर मैंने साबुन लगा कर गांड में उंगली घुसाईं तो 2 अंगुली आराम से जाने लग गई.
ऐसे करते करते मैंने अपने हाथ की 3, फिर चार अंगुली अपनी गांड में दे दी.
तो मुझे दर्द के साथ मजा भी आने लग गया.
ऐसा 10 मिनट तक करने के बाद मैं नहाया और कपड़े पहन कर आराम करने लग गया।
अब रोज यह ही सिलसिला होने लग गया.मुझे बिना गांड में अंगुली दिए रहा ही नहीं जाता था।
ऐसा करने से गांड की प्यास तो बुझ जाती पर मुंह की नहीं.मुझे लंड चूसना याद आता और मेरे मुंह में पानी आ जाता.
एक दिन मैं दोपहर में गे एप पर चैटिंग कर रहा था.तो एक आदमी ने सेक्स के लिए बोला.
पहले तो मैंने मना कर दिया, फिर काफी कहने के बाद सिर्फ लंड चूसने के लिए हाँ भर दी.
मिलने के लिए उसने मुझे एक होटल बताया.वह मुझे अपना घर नहीं बताना चाहता था.
मैंने उससे सेक्स के बारे में पूछा तो बताया कि उसको गांड मारने का बहुत मन करता है. लेकिन उसकी वाइफ उसको गांड में लंड नहीं देने देती. इसलिए वह गांड सेक्स के लिए बोल रहा था.
पर मैंने भी सिर्फ मुंह में चूसने के लिए बोला था।
मैंने उसके बताए होटल के पास जाकर मैसेज किया तो उसने मुझे दूर से हाई का इशारा किया.तो मैं उनके पास गया.वह साढ़े पांच फुट लंबा, हृष्ट पुष्ट और अमीर घर का लग रहा था.
उसने मेरा नाम पूछा और मुझे अपने साथ होटल में जो रूम बुक कर रखा था, उसमें ले गया.
मुझे बहुत अजीब लग रहा था पर फिर भी मैं उसके साथ रूम में गया.
उसने मुझे ड्रिंक के बारे में पूछा तो मैंने मना कर दिया क्योंकि मैं ड्रिंक नहीं करता, ना ही किसी अन्य नशे का सेवन करता हूँ.मैं सिर्फ सिम्पल जीवन जीता हूँ.
तो उसने अपने लिए ड्रिंक मगा ली और एक पैग बना लिया और पी गया.
वह अपने घर की बात करने लग गया कि उसकी वाइफ उसे खुश नहीं रखती.हाथ से वह अपने लंड को भी मसल रहा था.
मेरी हालत खराब हो रही थी, गांड में लंड लेने का मन हो रहा था.पर मैं जल्दी नहीं करना चाहता था, सोच रहा था वो ही चालू करे।
फिर उसको नशा चढ़ने लगा तो उसने मुझे खींच कर अपनी बाहों में भर लिया और किस करने लग गया.वह पागल की तरह मेरे ऊपर टूट पड़ा.
जल्दी ही वह अपने कपड़े निकालने में लग गया.सारे कपड़े निकाल कर वह सिर्फ अंडरवियर में रह गया.
और फिर वह मेरे कपड़े भी निकलने लगा.
मेरा लंड भी खड़ा होकर टाइट हो रहा था.वह मेरे लंड को घूर रहा था.
फिर उसने मुझे पकड़ कर अपने चड्डी निकाल कर मेरे हाथ में लंड दे दिया.उसका लंड सामान्य 5 इंच का होगा और ज्यादा मोटा भी नहीं था.
उसने अपना लंड पकड़ कर मेरे मुंह में दे दिया और मेरा सिर पकड़ कर मुंह में ही चोदने लग गया.वह लंड को मेरे गले तक ले जाता फिर पीछे खींचता.
फिर वह जब बहुत तेज तेज आगे पीछे करने लगा तो मुझे लगा कि ये अब झड़ने वाला है.तो मैंने अपने सिर को पीछे खींच लिया और लंड मुंह से बाहर निकल गया.
उसकी सांसें बहुत तेज चल रही थी.उसने कहा- आपने लंड निकाल क्यों दिया अपने मुंह से? मुझे बहुत मजा आ रहा था.
मैं- आपको तो मजा आ रहा था पर वो मेरा मुंह था, किसी की चूत या गांड नहीं जो आप इतनी स्पीड से चोद रहे थे.मेरे मुंह में दर्द होने लग गया था.
वह बोला- ठीक है यार … तुम कर लो अपने आप!
फिर मैंने उसके लंड को अपने हाथ में पकड़ा और लंड की चमड़ी को पीछे किया.उसका सुपारा मेरे मुंह में देने की वजह से फूल कर लाल हो गया था.
मैंने उसे लेटने के लिए कहा तो वह लेट गया.
तब मैंने उसके लंड के अगले हिस्से हो मुंह में लिया और जीभ से चाटने लगा.मुझे बहुत अच्छा लगा.
ऐसे ही थोड़ी देर करने से उसे गुदगुदी होने लगी तो वह पुनः मेरा सर पकड़ के जोर-जोर से अपने लंड पर आगे पीछे करने लगा.ऐसा 10 मिनट तक करने के बाद उसने अपने लंड को मेरे गले तक डाल दिया और अपना वीर्य मेरे मुंह में डाल दिया.
मैं उसका पानी पी गया.वह थोड़ा खारा, नमकीन और खसरायला था.
अब वह अपना लंड मेरे मुंह से निकाल कर आराम से लेट गया और बोला- पहली बार झड़ने में इतना मजा आया है!
फिर हम बातें करने लग गए।
उसका तो काम हो गया था पर मेरे लंड की हालत बहुत खराब हो रही थी. वह फूल कर अपने पूरे आकार में आ गया.मेरा लंड 6.5 इंच लम्बा और बहुत मोटा है.
मैं उठा और बाथरूम में जाकर मुठ मारी. पानी निकल कर मैं वापस रूम में आकर अपने कपड़े पहनने लगा.
पर उस आदमी ने मना कर दिया और कहने लगा- प्लीज, एक बार गांड मारने दो ना यार!
मैंने मना कर दिया तो वह बार बार कहने लगा और मुझे पैसे का ऑफर देने लगा- आप कितने भी पैसे ले लो पर मुझे आपकी गांड में लंड डालने दो.
जब वह उदास होने लगा तो मैंने हाँ कर दी, बल्कि मैं खुद भी गांड में लंड लेना चाहता था.
फिर हम तैयार हो गये.
उसने अपनी पैंट की जेब से एक गोली निकाल कर खा ली.
मैं भी उसका सोया हुआ लंड मुंह में लेकर लोलीपोप की तरह चूसने लग गया.
अब लंड धीरे धीरे अपने आकार में आने लग गया और पूरा खड़ा हो गया।
फिर उस आदमी में मुझे घोड़ी बनने को कहा तो मैं बेड पर ऊपर कूल्हे कर के घोड़ी बन गया.वह मेरे पीछे गया और मेरी गांड पर हाथ फेरने लगा.
मुझे बहुत अच्छा लगा रहा था.
फिर उसने जब मेरी गान्ड पर जीभ से चाटा तो मुझे बहुत तेज गुदगुदी होने लगी.मैंने अपनी गान्ड को भींच लिया क्योंकि ऐसा मेरे साथ पहली बार हो रहा था.
मेरी गांड को अच्छे से थूक से गीला करके उसने अपने लंड पर भी थूक लगाया और लंड को गांड के छेद पर लगा कर धक्का देने लगा।
एक बार तो लंड फिसल गया.पर दूसरी बार हाथ से पकड़ कर लंड को धक्का दिया तो 2 इंच तक अंदर चल गया.
मुझे थोड़ा दर्द हुआ पर मैंने कुछ नहीं कहा।फिर एक और झटका मार कर पूरा लंड मेरी गान्ड में डाल दिया.
मेरे को दर्द होने लगा तो मैंने उसे रुकने को बोला.तो वह रुक गया.
पर थोड़ी देर में गांड ने लंड के लिए जगह बना ली थी तो दर्द कम हो गया.वह अब आराम से लंड को आगे पीछे करने लगा.
मैंने भी गांड को हिला कर करने का संकेत दिया तो वह लंड को गांड में देने लगा.
मुझे बहुत मजा आ रहा था क्योंकि बहुत दिनों बाद लंड मिला था.
वह जैसे ही धक्का मारे … मेरी आह निकल जाए.
मैं उसका जोश बढ़ाने के लिए जोर जोर से कहने लगा- आह … और जोर से … सीय आह … फाड़ दो आज मेरी गान्ड … बहुत खुजली होती है इसमें …आह सी आ सी!उसके धक्कों के साथ साथ मेरा लंड भी खड़ा हो गया और गांड में दवाब के कारण फूल कर सुपारा लाल हो गया.
वह फुल स्पीड में मुझे चोद रहा था.मैं भी उसका पूरा साथ दे रहा था.
तब उसका निकlने वाला हुआ तो बोला- कहाँ निकालूं?तो मैंने बोला- अंदर ही डाल दो क्योंकि अंदर पानी डालेगा तो कम से कम थोड़ी देर और लंड गांड में रहेगा!
मैं चित लेट गया.उसने अपना सारा मॉल मेरी गांड में डाल दिया और मेरे ऊपर ही लेट गया.
अब लंड धीरे धीरे सुस्त होकर अपने आप गांड से निकल रहा था.जैसे ही लंड बाहर निकल गया तो गांड से पट की आवाज आई.
वो आदमी बहुत खुश नजर आ रहा था.
फिर हमने कपड़े पहने और होटल से बाहर आये.
आपको यह गे स्टोरी कैसी लगी, प्लीज बताना जरूर!अब मैं एक कॉल बॉय बन गया हूँ. गे सेक्स वालों को भी खुश करता हूँ और गर्ल्स, भाभी और आंटी को भी! 1024ckp850@gmail.com
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