गाड़ी ख़राब हो गई और देवर से चुद गई - Hindi Sex Stories
- Kamvasna
- 15 hours ago
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दोस्तो मेरा नाम ऋचा है। मैं हरियाणा से हूं। मेरी उमर 34 साल है और मैं एक शादी शुदा औरत हूँ।
उमर के हिसाब से मैंने खुद को फिट रखा हुआ है। लेकिन प्रॉब्लम ये है कि, मेरी छाती मेरे जिस्म के हिसाब से कुछ ज्यादा ही बड़ी है। मेरी 34डी की चुचिया सभी लोगो का ध्यान अपनी और खिचती है, चाहे वो दूध वाला हो और सब्जी वाला हो। मुजे इसपे गर्व है, इसमें मुझे कुछ शर्म भी नहीं आती है।
रास्ते में जब मैं घर से बाहर जाती हूं, तो भी लोग मुझे पर कमेंट करते हैं और मैं मन ही मन मुस्कुरा देती हूं। मेरी शादी को 6 साल हो गए है।
शुरुआत मैं तो मेरा पति मुझे रोज चोदता था, लेकिन अब उसका उतना खड़ा ही नहीं होता है। बस एक बार करके मुरझा जाता है। उसके बाद मैं मेरी उंगली से अपनी चूत को शांत कर लेती हूँ।
चलो अब ज्यादा बोर ना करते हुए सीधी कहानी पर आती हूं। ये बात 2 महीने पहले है जब मैं अपने पतिदेव और देवर के साथ जयपुर घूमने जा रही थी।
मेरे देवर का नाम गोलू है और वो एक हट्टा कट्टा लड़का है। उसकी उम्र 28 साल है। हमने 1 रात जोधपुर रुका और 2 रात जयपुर रुक कर पिंक सिटी के मजे लेते हुए जयपुर से आगे जाने का प्लान बना लिया।
अगले दिन हम शाम को जयपुर से निकले। जयपुर से आगे छोटे रोड पर 40 किलोमीटर आगे चल कर हमारी कार ख़राब हो गयी। रात को 10 बजे सड़क बिल्कुल सुनसान थी और ट्रैफिक भी नहीं था। हम सब परेशान थे। काफ़ी कोशिश करने के बाद भी कार स्टार्ट नहीं हुई। रात के 12 बज चुके थे और ऊपर से गरमी और घोर अँधेरा।
1 घंटा चलने के बाद हमें एक छोटी से होटल दिखाई दी। उसके पास एक छोटा कमरा भी था। हमने सोचा क्यों ना रात यहीं रुका जाए। वहाँ लाइट भी भाग गई थी तो बिल्कुल अँधेरा था।
हम वहाँ गए और एक ही रूम था तो हम तीनों सोने की तैयारी करने लगे। लेकिन जैसे ही मेरे देवर ने सोने के लिए अपनी टीशर्ट और लोअर उतारा, अंडरवियर में उसके लंड को देख कर हेयरन रह गई। अंधेरे की वजह से उसे लगा कि किसी को कुछ नहीं दिखेगा। उसका सोया हुआ लंड भी 5-6 इंच का था। सब सोने की तैयारी करने लगे। लेकिन मुजे कहाँ नींद आ रही थी।
मेरे दिमाग में गोलू का लंड घूम रहा था। रात को 4 बजे जब सब गहरी नींद में थे, तो मैंने देखा गोलू का लंड तंबू बना हुआ था और मैंने अपने फोन में उसकी कुछ फोटो ली और सीक्रेट फोल्डर में डाल दी। उसके खड़े लंड को देख कर मेरी चूत में सिरहन डालने लगी।
मैंने भी सोने का नाटक करते हुए उसके लंड को टच कर लिया। उसका लंड एक दम लोहे की रॉड की तरह टाइट था और अब मैं उसे चोदने का प्लान बनाने लगी थी। मेरा मन तो उसके लंड को खाने का कर रहा था लेकिन क्या करती थी, मेरा चूतया पति जो साथ में लेटा हुआ था।
मैंने पूरी रात में उसके लंड को 4-5 बार टच किया। सुबह सूर्योदय भी नहु हुआ था,जब मेरे पति ने मुजे उठाया और बोला कि हाईवे के गैरेज में कार मैकेनिक को देख कर कार सही करवाता हूं, तुम लोग यहीं रुको और कोई समस्या हो तो मुझे फोन कर देना।
मैं मन ही मन बहुत खुश हुई।
वो जाने लगा तब भी मैं बोली आते समय कुछ खाने का ले आना।
मेरा पति बोला, क्या लौ?
मैं बोली फोन कर लेना, बता दूंगी। उससे मुझे आने का समय भी पता चल जाता।
फिर वो चला गया और उसके जाने के बाद मैं गोलू के पास लेट गई और उसको उठाने लगी। गोलू ने अनेके खोली और बोला भैया कह गए मैं बोली वो कार ठीक करने के लिए। वो अपने लंड को चोदने की कोशिश कर रहा था। मैं बोली गोलू मुझे बारिश में नहाना है और कहकर मैं बहार चली गई।
15 मिनट में मेरी पूरी भीग गई और मेरी कुर्ती से मेरी लाल ब्रा बिल्कुल साफ नजर आ रही थी। गोलू मुझे देख कर दंग सा रह गया। वो अभी भी अपने अंडरवियर में था। इतने में मैं नाटक करते हुए बोली यार कपड़े तो है नहीं। गोलू हसने लगा। मैं बोली यार मज़ाक नहीं अपना लोअर और टीशर्ट दे दो। मैं अपने कपडे सुखा दूंगी।
फ़िर मैं गोलू के सामने ही कपड़े निकलने लगी। मेरी कुर्ती मेरे जिस्म से चिपकने के कारण वो ऊपर उठ नहीं रही थी। मैं बोली गोलू मेरी कुर्ती निकाल दो। गोलू तो जैसा पागल सा हो गया और मेरे पास आकार जैसा ही मेरी कुर्ती निकलने लगा, मैंने अपना हाथ ऊपर कर लिया। मेरी टाइट कुर्ती, मेरी छाती पर फंस गई। गोलू ने फिर अपने हाथ से मेरी मोटी मोटी चुचियों को दबा कर कुर्ती निकल दी और मुझे ब्रा में देख कर पागल सा हो गया।
उसका लंड तन कर एक दम खड़ा हो गया। फिर उसने मेरी गांड में फंसी लेगी को खींच दिया। मैं हसने लगी तब भी उसने बैठ कर कर मेरी लेगी निकाल दी। मैं अब उसके सामने लाल ब्रा और काली पैंटी में थी। वो मुझे देख रहा था और उसका लंड भी पूरा तन चूका था।
मैं बोली ऐसे क्या देख रहे हो. वो बोला ऋचा भाभी, बहुत सेक्सी हो यार।
मैं बोली, अच्छा? कहा से लगी सेक्सी।
वो मुझे चूमते हुए बोला, ये गुलाबी होठ, मोटी मोटी चूची और गदराई गांड। वो मेरी कमर पर हाथ फेरने लगा तब भी मैं बोली ये सब बाद में कर लेना मैं यहीं हूं। जो मन में आए कर लेना पहले मेरी ब्रा और पैंटी उतार दो। मुझे कपड़े सुखाने है तेरे भाई के आने से पहले।
वो समझ चुका था कि मैं चुदने के लिए तैयार हूं। उसने मेरी ब्रा की हुक खोल कर मेरी मोटी मोटी चुचियों को आज़ाद कर दिया और मेरी गर्दन पर किस करने लगा और धीरे-धीरे मेरी चुचियों की और बढ़ा।
उसकी जीभ मेरे निपल के चारो और घुमने लगी और उसने एक निपल को मुंह में लिया और चूसने लगा। उम्म्म गोलू तेरा मुंह मेरी चुचियों को आग लग रहा है। मेरा इतना कहता ही वो मेरी दूसरी चुची को भी अपने हाथों से दबाने लगा।
मैं सिसकारी लेते हुए बोली, आआह्ह्ह्ह गोलू और जोर से चूस।
फिर उसने एक हाथ मेरी पैंटी में डाल कर मेरी चूत की नरम पंकड़ियो को सहलाने लगा। उसके ऐसा करने से मेरे अंदर का शैतान जाग गया और मेरी गीली चूत भी चोदने के लिए उत्तेजित होने लगी।
जैसे ही मैंने सिस्कारी भरी उसने एक उंगली मेरी चूत में डाली और अंदर बाहर करने लगा। मैंने उसके होठों पर किस करते हुए उसके लंड को अंडरवियर के ऊपर से ही पकड़ लिया और सहलाने लगी।
मैं पूरी गरम हो गई थी फिर मैं नीचे बैठ गई और उसकी आंखों में देखते हुए उसके लंड को अंडरवियर के ऊपर से ही चाटने लगी। उसका मोटा लंड एक दम तन्ना हुआ था।
फिर जैसा ही मैंने उसके लंड को बाहर निकाला, मैं बोली हाय रब्बा कितना मस्त लंड है। और फिर मैं उसके लंड के टोपे को चाटने लगी। मैंने उसका लंड अपने मुँह में लिया और चूसने लगी और जैसे ही मैं उसका लंड जोर जोर से चूसने लगी। उसने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी और उसने मेरे बोबो को पकड़ कर जोर जोर से मेरे मुँह को चोदने लगा।
मेरे मुँह दुखने लगा लेकिन फिर भी मैंने उसका लंड बाहर नहीं निकाला। अब मेरी चूत से पूरा झरना बह रहा था। 4-5 मिनट तक मैं उसके लंड को चूसती रही फिर वो एक गरम पिचकारी के साथ मेरे मुँह में झड़ गया और फिर उसका सारा पानी पी गई और उसके लंड को चाट कर साफ कर दिया।
फिर उसने मुझे नीचे ले लिया और पैंटी उतार कर मेरी चूत पर अपनी जीभ फेरने लगा। उसने मेरी चूत को फेला कर अपनी जीभ मेरी चूत में डाल दी और अपनी जीभ से मुझे चोदने लगा। मेरी जोर जोर से आवाज़ निकल रही थी, आह गोलू और तेज चैट इसको आह आह्ह्ह्ह और मेरा बदन सिहरने लगा।
वो समझ गया मेरा पानी निकलने वाला है और उसने अपनी स्पीड बढ़ा दी और जैसी ही मैं झड़ी वो मेरा पूरा रस पी गया। फिर उसने मुझे घोड़ी बनने को कहा। मैं भी एक शरारती मुस्कान के साथ घुटनो के बाल बैठ गई। मेरी चुचिया लटक रही थी और गोल रसीली गांड गोलू के सामने थी और उसने वो किया जिसकी मुझे उम्मीद नहीं थी।
उसने अपने लंड पर थूक लगाया और मेरी चूत पर रगड़ने लगा। मैं पागल हुए जा रही थी, तब उसने एक जोर का धक्का मारा और उसका 9" का पूरा का पूरा लंड मेरी चूत को अंदर चला गया। मुझे बहुत दर्द हुआ और मैं जोर जोर से चिल्लाने लगी और उसको गाली देने लगी।
भोसड़ी वाली मर गई, बहनचोद अपना लंड बाहर निकाल बहुत दर्द हो रहा है। उसकी पकड़ मजबूत थी मैंने कुछ नहीं कर पाई और वो मुझे चोदने लगा। वो मेरी कमर पकड़े हुए थे और थप थप कि आवाज पूरे कमरे में गूंज रही थी।
थोड़ी देर बाद जब मेरा दर्द कम हुआ तो मैं भी अपनी गांड उठा-उठा कर उसका साथ देने लगी। मैं बोली गोलू और जोर से चोद. फाड़ दे आज मेरी चूत। हमारी चुदाई की आवाज पूरे कमरे में गूंज रही थी। उसने मेरी गांड पर थप्पड़ मारा और बोली आह गोलू जोर से मार लाल कर दे मेरी गांड। मैं सातवे आसमान पर थी बहुत दिनों बाद एक मोटा लंड जो मिला।
मैं उसके हर धक्के का मज़ा ले रही थी। फिर मैं बोली गोलू अब तेरे लंड की सवारी करनी है। वो समझ गया और उसने अपना लंड बाहर निकाला और नीचे लेट गया। मैं उठी और गोलू के ऊपर चढ़ गई। मैंने अपनी चूत पर थोड़ा थूक लगाया कर उसके लंड को पकड़ कर उसके लंड पर बैठने लगी। मैं ऊपर आला हो कर चोदने लगी और मेरी हर उछाल के साथ कमरे में थप थप की आवाज हो रही थी। करीब आधे घंटे बाद वो मेरी चूत में ही झड़ गया।
उसके बाद हमने एक राउंड और किया। मेरा मन तो और भी चोदने का था लेकिन मेरे पति का फ़ोन आया की वो मैकेनिक से साथ आ रहा है, खाने में क्या लाऊ?
हमने फटाफट कपड़े पहन लिए। फिर हमे वो टूर में तो मौका नहीं मिला, मगर उस दिन के बाद जब भी मेरे पति नहीं होते, मैं अपने देवर से चुदवाती और कैसे मैं अपने घर वालो को नींद की दवा देकर अपने देवर का लंड खाती वो अगली Hindi Sex Stories में बताउगी।
मुजे मेल करे tinaatheboss@gmail.com
