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पड़ोस वाली बुआ हुई मेरी दीवानी - Hindi Sex Stories

हाय दोस्तों मैं रोहन साहू छत्तीसगढ़ का निवासी हूँ । एक छोटे से गाँव का रहने वाला हूँ ।मेरा कद 5 फिट 6 इंच और मेरे लंड का साइज 6 इंच है रोज व्यायाम और योगा करने के कारण मैं बहुत फिट हूँ।


मैं जो आपके सामने कहानी जो परोस रहा हूँ वो मेरे जीवन बहुत ही रोचक दास्तान, जो मेरे जीवन की वास्तविक घटना पर आधारित है ।

बात उस समय से है जब मैं नवमीं कक्षा में था उससे पहले मैंने कभी भी किसी औरत को गन्दी नजर से नही देखता था । मेरी बड़ी बुआ मेरे गाँव मे रहती थी उसके बड़े बेटे जो कि मेरे से 2 साल बड़ा है।

एक दिन वो एक राह चलती औरत को देखकर कमेंट कर रहा था हाय क्या पिछवाड़ा है । और मुझे ब्लू फिल्म भी उसी ने देखना सीखाया तब से मेरी नजर हर महिलाओं को बॉडी पार्ट्स को निहारने में लगा रहता था।

मुझे महिलाओं की लंबी गदराली टाँगे बहुत पसंद थी । जब कोई महिला झाड़ू लगाती थी उनके बूब्स को देखना पसंद हो गया । इस तरह धीरे धीरे मेरा सोच बदलने लग गया ।अब मुझे वो हर लड़कियां और औरत जिनके बड़े बूब्स और बड़े चूतड़ हो मुझे सभी सेक्सी लगती थी ।

जब मेरा नजरिया जब बदल तो मुझे मेरी बड़ी माँ जिनका नाम गीता ,मेरी पड़ोसन एक मुसलमान जिनका नाम अफसा दोनों ही का गाँड़ बहुत निकला हुआ था और बूब्स बहुत बड़े थे ।जब वो सुबह झाड़ू लगाती थी अक्सर उनको देखता था ।

इसी प्रकार मेरे पड़ोस में एक महिला थी जिनका नाम टीना निषाद था रंग से भले वो काली थी परंतु उसके शरीर का आकार कामुक था, 34-30-36 एकदम गदराल और छरहरा बदन , उनके स्तन एकदम गोल , एकदम फिट थी । जिसे मैं बुआ कहता था । जब मै दसवीं में था तब उनका उम्र 28 साल था ।

माँ कसम क्या माल थी वो भले वो गरीब थी परंतु अपने शरीर पर वो खूब ध्यान देती थी, ये मुझे तब पता चला जब हमलोग एकदिन मेरे दोस्तों के साथ गली क्रिकेट खेल रहे थे, मैं बैटिंग कर रहा था । तभी बाल उनके घर मे चला गया जो कि कच्चा मकान था ।

रूल ये था जो बाल गुमायेगा वही लाएगा फिर मैं गया बाल को उनके आँगन में ढूंढा , ढूंढते ढूंढते जब मैं उनके बाड़ी तरफ गया । तो बाल कुँआ के पास था और ऐसे कच्ची घेरा करके नहाने के लिये बुआ लोग बनाये थे वहाँ नहा रही थी ।

जो कि कुँआ से लगा हुआ था वहाँ मेरी नजर अचानक पड़ी तो मै करीब जाकर देखा तो वहाँ का नजारा देखकर मेरी आँखें फटी की फटी रह गई।पहली बार मैंने किसी औरत पूरी तरह नंगी देखा और वो अपने चुत के बाल साफ कर रही थी ।

लगभग 5 मिनट मैने उनके बदन को देख रहा था फिर अचानक मेरे दोस्तों ने मुझे आवाज दी तो मैं वापस आ गया। अब मेरी सोच बुआ के प्रति बदल गई हमेशा उसके बदन को बड़े गौर से देखता था ।

उनके फैमिली बैकग्राउंड के बारे में बताऊँ तो बुआ और दादी दोनों ही साथ रहते थे । उनके बेटे बहु उनसे अलग रहते थे बहुत गरीब थे मजदुरी काम करके अपना जीवनयापन करते थे ।

मैंने जब से उनको नंगी देखा तब से रोज रात में उनके बारे में सोचता रहता था कई बार तो उनके नाम की मुठ मारी । फिर मैं 11वी-12वी के पढ़ाई के लिए शहर में चला गया । अक्सर जब छुट्टियों में आता था उनके घर मैं उनके घर चला जाता था परंतु कभी मुलाकात होती थी , कभी नही होती थी।मैं फिर ये सोचकर जाता था कि मुझे फिर से उनके नहाने वाला नजारा देखने को मिल जाये ।लेकिन कभी नही हुआ।

जब मैं 12वी की पढ़ाई करके जब वापस आया तब एकदिन मैं उनके घर दोपहर में उनके घर गया । तो उनके घर के आँगन में कोई नही था । बाड़ी के तरफ गया कोई नही था। फिर दादी के रूम के तरफ गया तो वहाँ दादी सो रही थी । लेकिन जब मैं बुआ के कमरे में गया तो उनके रूम का दरवाजा बंद था ।

फिर खिड़की में जब देखा तो वहाँ का नजारा देखकर स्तब्ध हो गया।

बुआ एक लड़के साथ अपने रूम में आलिंगन में एक दूसरे में शमाये थे। दोनों आपस मे किस कर रह थे फिर धीरे धीरे करके वो लड़का उनके बूब्स भी दबा रहा था।मुझे समझ नही आ रहा था कि मैं रोऊँ या उनके सेक्स का आनंद लूँ क्योंकि मैं जिनको चोदना चाह रहा था उसके कोई और मजे ले रहा था।

फिर क्या था मैं भी क्या कर सकता था मैंने देखकर मजा लिया । फिर मैं आ गया।जब मैं घर आ गया , मेरे दिमाग मे वही बात बार बार आ गया । फिर मैने उस लड़के के बारे में पता किया तो पता चला वह एक राज मिस्त्री था जो कि हमारे गाँव का ही लड़का है । जिनके पास मीना बुआ मजदूरी करने जाती थी । तो वो धीरे धीरे वो उसका बॉयफ्रेंड बन गया था। लगभग 5-6 महीने उसके साथ वो लड़का रिलेशनशिप में था फिर उसका किसी और से शादी होने वाला था ।

जब से उसकी सगाई हुई थी तब से बुआ बहुत उदास रहती थी । जिस दिन उस लड़के शादी था मैं बुआ के घर गया । मैं बुआ के घर अक्सर जाया करता था, उन लोगो से बहुत बाते भी करता था। मेरे मकसद बुआ के बड़े बूब्स को ताड़ना रहता था।

तो उस दिन जब गया तो मैंने आवाज दिया तो दादी निकली बोली बैठ बेटा । फिर मैंने बुआ के बारे में पूछा तो वो बोली कि रूम में है आज रूम से निकली नही है ।

फिर मैं उनके रूम में गया तो वो रो रही थी जब उनके पास गया तो उन्होंने मुझे देखा फिर मुझे इस प्रतिक्रिया की आशा नही थी। अचानक आई और मुझसे चिपक गई और फुट फुट कर रोने लगी । मैं उनको चुप कराने के बहाने उनके पीठ को सहलाया, उनके गोल गोल बूब्स को अपने छाती में महसूस किया ।

थोड़ी देर बाद वो मुझसे अलग हुई और अपने आप को संभाली । फिर मैंने उनको पूछा परंतु वो रोने का कारण नही बता रही थी ।

फिर उन्होंने अपनी प्रेम कहानी के बारे में बताया कि उसने मुझे चीट किया जबकि मैं अपना हर चीज उसको दे दी थी ।

फिर मैंने उनको समझाया कि आगे बहुत जीवन है उससे अच्छे लड़के मिलेंगे ।फिर मैं घर आ गया। कुछ दिनों के बाद फिर से उनके ऊपर दुख का पहाड़ टूट गया , अचानक दादी का देहांत हो गया वो और टूट गई क्योंकि वो अकेली हो गई । फिर मैं उसी समय अपने आगे की पढ़ाई के लिए शहर चला गया ।

एकदिन मुझे अपने घर से कॉल आया कि तुम्हारे टीना बुआ की शादी हो रही है, उसके भाई ने उनकी शादी फिक्स कर दी । क्योंकि कहां वो अकेली रहेगी । फिर मैं उनके शादी में शामिल हुआ फिर मैं दुखी हुआ इनके चुत का स्वाद अब शायद मैं कभी नही ले पाउँगा । फिर क्या दोस्तों मैं अंत मे उनको हग किया और विदा किया। और अपने पढ़ाई के लिए फिर से शहर चला गया।

पढ़ाई के दौरान एक दिन फिर मुझे एक संदेश आया यानी मेरी माँ का कॉल आया कि टीना बुआ के ऊपर फिर से दुख का पहाड़ टूट गया । शादी के 2 साल बाद बुआ के पति का देहांत हो गया , वो बहुत दुखी थी । उन्हें सम्भलने में 1 साल का समय लगा।

इन तीन सालों में मैने अपना ग्रेजुएशन पूरा कर लिया ,फिर गाँव आ गया । गाँव मे आकर मैं कम्पटीशन एग्जाम की तैयारी सेल्फ स्टडी करके कर रहा था और थोड़ा थोड़ा पापा के व्यापार में सहयोग करता था।

फिर कुछ दिन बीतने के पश्चात मेरे दोस्त जो कि मेरे पड़ोस में रहता था उसका शादी फिक्स हो गया , मैंने उनके शादी कार्ड बाटने में मदद किया । और नाम लिखने में मदद किया।

तो मेरे दोस्तों ने टीना बुआ को भी आमंत्रित किया।

मैं तो मन ही मन बहुत खुश था कि मेरी माल आएगी उसको सांत्वना देने के बहाने मेरे वर्षो का ख्वाब पूरा करूँगा । पटाकर उसको खूब पेलूँगा । परंतु मेरे साथ के एल पी डी हो गया वो नही आई इस बार मैं फिर से उदास हो गया ।

अब दिल और दिमाग उनके तरफ ही जा रहा था बार बार मैं उनके बारे में ही सोच रहा था । रात में सोने समय भी उन्हें ही सोच रहा था। फिर मैंने सोचा कि कुछ योजना बनाया जाए उनको अपने गाँव बुलाने का ।

पहले तो मैंने उनके बारे काफी खोजबीन की फिर मुझे मेरी एक और पड़ोसी है जो उसकी सहेली है उनके पास उसका मोबाइल नंबर मिला । फिर मैंने उनको शाम को कॉल किया बाते की और बोला कि आपके घर के प्लाट को बेचना चाहते हो क्या मेरे दोस्त लोग खरीदना चाह रहे है । आप कल आ जाइये ।

फिर वो अगले दिन आ गई सबसे पहले वो मुझसे मिली मैंने देखा वो पहले से ज्यादा माल हो गई है। उसके चुतड़ और बूब्स और बड़े हो गए है । मैंने उनको सर से पाँव तक निहारा फिर प्रणाम करने झुका तो वो मुझे गले लगा ली । फिर मैंने भी बिल्कुल टाइट हग किया कमर और पीठ को सहलाने लगा ।

फिर उनके घर गया मैंने उनसे कहा आप हमारे यहाँ क्यो नही रुक जाती क्योंकि आपका घर बहुत दिनों से ऐसी पड़ा हुआ बहुत गंदगी है ।तो वो नही मानी फिर मैंने उनकी साफ सफाई करने में मदद की । सफाई के दौरान उनके बूब्स और गांड को बहुत निहारा , वो मेरी इन हरकतों को निहार रही थी । साफ सफाई होने के बाद वो हमारे घर खाना खाने आई और उन्होंने मेरी माँ से कहा कि रोहन मेरे घर मे ही सोयेगा अकेले मुझे डर लगेगा।

आखिर वो दिन आ ही गया दोस्तों ,जैसे ही रात हुआ दोनों एक साथ भोजन करके उनके घर गए । दोनों के लिये बिस्तर लगाया उन्होंने जमीन पर चटाई बिछा वो भी हमारे घर से लाये थे ।दोनों चटाई को एकदम सटा कर बिछाई फिर हम दोनों लेट गए।

फिर हमने बाते की मैंने उनसे कहा कि कल सुबह मेरे दोस्त के घर जाएंगे । और प्लाट के बारे में बात करेंगे । फिर धीरे से मैंने टॉपिक बदल दिया और उनको कहा आप बुरा ना माने तो एक बात कहूँ आप विधवा होने के बाद अपने आप कैसे सम्भालती हो । उन्होंने कहा कि कैसे करूँ जीवन को आगे बढ़ाना है तो सब कुछ भूलना पड़ा । इस प्रकार मैं आगे बढ़ गई । फिर उन्होंने मुझसे बात पूछते हुए कहा कि क्या तुमने कोई गर्लफ्रैंड बनाया तो मैंने उनसे कहा कि इच्छा तो बहुत थी परंतु कोशिश नही किया कभी । फिर उन्होंने मजाक में कहा कि तुम कुंवारे ही मरोगे । फिर मैंने पूछा आप ऐसा क्यों पूछ रहे हो तो उन्होंने कहा कि मैं तेरे बारे में सब जानती हूँ तुम मुझे कब से ताड़ रहे हो ।

मेरा एक आदमी के साथ ब्रेकअप हो गया फिर शादी हो गई । मैं विधवा भी हो गई । और तुमने मुझे हमेशा कातिल नजर से देखा ऐसा लगता था कि अभी ये मुझे खा जाएगा परंतु कभी बोल नही पाया इसलिये बोली क्योंकि तू मेरे इशारो को भी समझ नही पाता था।

फिर मैंने सोचा आज तू मुझे बुलाया है तो जरूर जाऊँगी तुझसे ये सब बात करूँगी ।

प्लाट बेचूँ या ना बेचूँ लेकिन मैं पूरी तरीके से तुम्हारी होना चाहती हूँ ।

फिर मैंने इन बातों को सुनकर मन ही मन बहुत खुश हुआ और स्तब्ध भी हो गया और खड़े हो गया । फिर वो बोली कि अरे रोहन तू खड़े क्यो हो गया मैने कुछ गलत बोल दिया क्या । और वो भी खड़ी हो गई

फिर मै गदगद हो गया और उनको एकदम जोर से हग कर लिया l आपने मेरी बरसो की तमन्ना को पूरा कर दिया l वो भी मुझे कसकर पकड़ ली l मै उसके गदाराल बदन को सहलाने लगा वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी l फिर मैंने उनके साड़ी को उसके बदन से अलग कर दिया वो भी मेरा टी-शर्ट को निकल कर फेंक दी l फिर मैंने उस ऐसे झपट्टा मारा की वो इस प्रतिक्रिया के लिए तैयार नहीं थी और वो गिरने ही वाली थी मैंने उनको संभाला और फिर उन्होंने कहा की धीरे रोहन मै कही भागी नहीं जा रही हूँ l

मैंने बोला बुआ ये सात वर्षो का इन्तेजार है आप तो जानते नहीं हो मैंने आपको याद करके न जाने कितने बार मुठमारे है आजतक किसी के चूत का स्वाद नहीं चखा l

फिर मैंने उनके होंठ पे होंठ रख दिया और उनको बेतहाशा चूमने लगा। दोनों चूतड़ों को हाथ मे लेकर ऐसे सहला रहा था वो पागल हो रही थी । धीरे से मैंने उनके पेटिकोट का नाड़ा खोल दिया, नंगी टाँगे और उनको पैंटी में देखकर मेरा लंड पूरे आकार में आ गया ।लंड का आकार लोअर के ऊपर में साफ दिख रहा था उसे देखकर वो कंट्रोल नही कर पाई और लोअर के ऊपर ही मेरे लंड को सहलाने लगी ।

फिर मैंने भी उसके ब्लाउज के हुक को खोल रहा था लेकिन एक हुक फस सा गया तो मैंने जोर से खींच दिया पूरा ब्लाउज निकल गया अब वो केवल ब्रा पैंटी में, मैं और उतेजित हो गया और उनके बूब्स को ऊपर से ही दबाने लगा वो भी मेरे लंड को अंडरवियर के ऊपर से सहला रही थी।

फिर धीरे से हम दोनों एक दूसरे को पूरा कपड़े उतार दिये मैं पहली बार इतने करीब से किसी औरत पूरा नंगी पहली बार देख रहा था मेरा लंड उत्तेजनावश फटे जा रहा था। मेरा बड़ा लंड देखकर उनका मुँह खुला का खुला रह गया वो बोली इतने बड़ा लंड इतने बड़े लंड से मैं मर ही जाऊँगी।

उसने भी पुरी तैयारी की थी उसके चुत में एक बाल नही था नंगी पीठ देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा और फिर मैने उसके बूब्स को चूसने लगा फिर धीरे धीरे करके उसके पेट, फिर उनके टांग , फिर जांघ , फिर पीठ को चूम चाट रहा था वो भी पागल हुए जा रही थी कह रही थी कि बाबू अब डाल दो अपना लंड मुझे इंतेजार नही होता, फिर मैंने उनका चुत चाटने को हुआ तो उन्होंने कहा अरे ये क्या कर रहे हो।आजतक मेरे साथ किसी ने ऐसा नही किया ।

तो मैंने कहा आजतक तुमने सेक्स का असली मजा लिया ही नही है । फिर मैंने चुत में जीभ डाला वो सिहर गई और जीभ चलाना चालू किया तो पागल हुए जा रही थी आजतक मुझे ऐसा मजा किसी ने नही दिया मेरी जान।

अब आप मेरा चुसो वो बार बार मना कर रही थी लेकिन अंत मे मैंने उसके मुंह मे डाल दिया फिर मैं नीचे और वो मेरे ऊपर आकर मेरे लंड में मुँह में लेकर चूसने लगी , मैंने भी उसका चुत चाट रहा था । हम दोनों अब 69 की अवस्था मे थे मैं जीभ को अंदर तक ले जाकर उसे जीभ से चोद रहा था फिर मुझे मस्ती करने की सूझी मै अपने जीभ को उसके चूत से लेकर गांड के छेद तक ले जाने लगा मेरे इस हरकत से वो सिहर गई l और बोली क्या कर रहा है मैंने कहा आपके हर छेद को प्यार दे रहा हूँ ।

फिर उनका बॉडी अकड़ गया और वो झड़ गई , मैंने पूरा रस चाट चाट कर साफ कर दिया और उन्होंने मेरा लंड को जोर से जीभ से दबा कर चूसा पूरा लंड ने उसके मुँह में फुहारा मार दिया । वो भी पहली बार चूस रही थी लेकिन पूरा निगल गई , फिर हम दोनों थक से गये फिर एक दूसरे के बगल आकर सो गये । वो बोली मुझे तुमने आज बगैर चोदे इतना मजा दिया है जितना आज तक किसी ने नही दिया है ।

थोड़ी देर बाद हमदोनो फिर तैयार हो गए मैने होंठो पे किस करते हुए बोबे दबाते हुए लंड को पूरे ताकत से पेल दिया वो चीख हाय मार डाला रे मेरी फुद्दी को फाड़ डाला। दर्द से कराह रही थी बहुत दिनों से चुदी नही थी ।

फिर थोड़ा शांत होने के बाद मैंने धीरे धीरे बूब्स को सहलाते हुए उसके चुत में लंड को डाला और धीरे धीरे चोदने लगा । वो अब मजा लेने लगी , बाबू बहुत मजा आ रहा है । ऐसे ही चोदते रहो । धीरे धीरे मैंने स्पीड बड़ा दी। अब वो बोलने लगी और जोर से और जोर से । पूरे मजे से चुद रही थी । कुछ क्षणों की घमासान चुदाई के बाद वो निढाल हो गई ।

मैंने थोड़ी देर बाद उनके चुत में ही सारा माल गिरा दिया । उस रात मैंने उन्हें तीन बार चोदा । उन्होंने कहा रोहन तुमने आज मुझे परम आनंद प्राप्त किया है । आज तक मुझे ऐसा सुख किसी ने नहीं दिया है । आज तक मैंने कइयों के लंड लिये लेकिन तुम्हारे जैसा किसी का नही मैं तो तेरी दीवानी हो गई।

फिर अगले दिन हम दोनों 10 बजे उठे एक कंबल में दोनों नंगे लिपट के सोये थे इस प्रकार हम दोनों बुआ जब तक रही खूब एन्जॉय किया । उनके घर से फ़ोन आया तो उनको मैं छोड़ने गया था । जाने से पहले जब वो नहा रही थी तब मैंने उनको चोदा ,अंत मे वो रो पड़ी कि आजतक किसी ने मुझे इतना प्यार नही दिया ।

उनका जमीन भी बिक गया, मेरे लिये उन्होंने शॉपिंग की। रास्ते मे एक शहर था वही हमने एक साथ बहुत ही रोमांटिक मूवी देखा । हमने थियेटर भी सेक्स किया , साड़ी उठाकर मेरे लंड पर बैठ गई । फिर मैंने उनको उनके घर छोड़ा।अब हम जब भी मिलते इस दूसरे के ऊपर खूब प्यार लुटाते ।

मेरी जीवन की ये घटना कि Hindi Sex Stories कैसे लगी अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे । मुजे मेल करे gadraliauntykadeewana@gmail.com

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