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बुआ की चूत और गांड़ चाट कर मारी - Free Sex Kahani

हेलो दोस्तों मेरा नाम शुभम सिंह है और मैं भोपाल का रहने वाला हूं मेरी उम्र 23 साल और हाइट 5 फुट 9 इंच है मेरा लंड का साइज 6 इंच है आज मैं आपको अपने जीवन की एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूं जो मेरे और मेरे बुआ जी की है यह कहानी से 2 साल पुरानी है।


मेरे घर से थोड़ी सी ही दूर हमारे दूर के रिश्ते में बुआ लगती थी वो‌ रहती थी वह हमारे घर के पास रहती थी वो वहां अकेली अपने दो छोटे बच्चों के साथ रहा करती थी। क्योंकि उनके पति से उनका झगड़ा होने की वजह से उनके पति काम के सिलसिले में बाहर ही रहते थे और साल 6 महीने में एक ही बार आते थे और उसमें भी उनका ज्यादातर झगड़ा ही हुआ करता था। क्योंकि बुआ को लगता था कि उनका बाहर किसी के साथ चक्कर है इसलिए बुआ ज्यादातर घर पर अकेली ही रहा करती थी।


इसलिए मैं उनके घर के छोटे-मोटे काम में मदद किया करता था मेरा उनके घर पर आना-जाना बना रहता था मैं उनके घर के काम में मदद करता था इसलिए वह भी मुझे पसंद करती थी।


अब मैं आपको अपनी बुआ के बारे में बताता हूं उनका नाम सीमा था और उस समय उनकी उम्र 30 साल की थी‌ वो एक कमल के हुस्न की मलिका थी उनकी हाइट 5 फुट 2 इंच थी दो बच्चे होने की वजह से उनका शरीर पहले से थोड़ा मोटा सा हो गया था। लेकिन उनके बूब्स और उनकी गांड इतनी बड़े थे कि कोई भी उनका दीवाना हो जाए। उनके बूब्स इतने बड़े थे कि ब्लाउज में भी नहीं आते थे। मैं कई बार उनके बूब्स को ब्लाउज में से छांक कर देखने की कोशिश करता था ।जिससे मेरा लंड खड़ा हो जाया करता था।


उन्होंने कई बार मेरी इस हरकत को नोटिस किया था लेकिन वह मुझसे कुछ नहीं कहा करती थी और बल्कि वह मेरे सामने जानबूझकर ऐसे बैठा करती थी। जिससे मुझे उनकी बूब्स को और देखने का मौका मिले वह भी समझ चुकी थी कि मैं उन्हें बार-बार देखने का कोशिश करता हूं। एक बार होना मुझे कॉल किया की बेटा शुभम कुछ काम है घर आ जाओ।


जब मैं उनके घर पहुंचा तो गेट खुला था और उनके दोनों बच्चे स्कूल गए थे। मैं बुआ जी के घर के अंदर जाकर आवाज दी तो उन्होंने अंदर बाथरूम से आवाज दी मैं नहा रही हूं तुम अंदर सोफे पर बैठ जाओ मैं अंदर आकर सोफे पर बैठ गया उसके बाद बुआ जी ने मुझे आवाज दी। मैं बाथरूम के गेट के बाहर जाकर बोला जी बुआ जी बोलिए। तो उन्होंने कहा कि बेटा मेरा एक छोटा सा काम कर दोगे।


मैंने कहा जी बुआ जी तो उन्होंने कहा कि मेरा हाथ पीठ पर पहुंच नहीं रहा है, तुम थोड़ा सा साबुन लगा दोगे। मैं थोड़ा सा सोचने लगा हूं फिर बोला कि मैं बुआ जी कैसे लगा सकता हूं। तो फिर उन्होंने कहा बेटा तुम मुझसे क्यों शर्मा रहे हो मैं तो तुम्हारी बुआ हूं‌।


तुम अंदर आ जाओ मेरे पीठ पर साबुन लगा दो। जब मैं अंदर गया तो मैंने देखा कि बुआ जी गुलाबी कलर की ब्रा और पैंटी पहनी हुई उल्टी खड़ी थी। उसके बाद में एक स्टूल पर बैठ गई और उन्होंने मुझे एक साबुन दिया और कहा कि मेरे पीठ पर लगा दो। मैं साबुन देखें उनकी पीठ पर लगाने लगा। लेकिन ब्रा पहने होने की वजह से उनकी ब्रा की स्ट्रिप की वजह से मैं सही से साबुन नहीं लगा पा रहा था। तो उन्होंने कहा मैं ब्रा खोल देती हूं। उसके बाद उन्होंने हाथ पीछे किया और अपनी ब्रा खोल दी। उनकी पूरी सफेद नंगी पीठ मेरी आंखों के सामने थी जिसे देखकर मेरा लंड बहुत तेज खड़ा हो गया था और मैं अपनी हाथ से उसे एडजस्ट करने लगा था।


क्योंकि वह खड़ा होने की वजह से उनकी पीठ से टकरा रहा था। उन्हें महसूस हो गया था कि मेरा लंड खड़ा है मेरी हालत बहुत खराब हो रही थी। इसलिए मैं जल्दी से साबुन लगाया और वहां रख कर बाहर आ कर सोफे पर बैठे गया ।


थोड़ी देर बाद बुआ जी एक सेक्सी सी घुटने तक नाइटी पहन कर बाहर आई जिसके अंदर उन्होंने ब्रा पेंटी नहीं पहना थी । जिसकी वजह से उनके बूब्स आधे से ज्यादा दिख रहे थे। फिर उन्होंने कहा कि तुम यहीं बैठो मैं अभी अंदर से आती हूं। वह अंदर जाकर एक बॉडी लोशन लेकर आई। हो वहां अपनी बॉडी पर लगाते हुए मुझसे बात करने लगी। उन्होंने मुझसे कहा कि तुम इतना घबरा क्यों रहे थे क्या पहले किसी लड़की को हाथ नहीं लगाया। उनके सवाल पर मैंने ना का जवाब दिया।


उन्होंने कहा अच्छा इसीलिए से तुम्हारी ऐसी हालत हो रही थी। फिर उन्होंने मुझसे मजाक में कहा कि कोई अच्छी सी गर्लफ्रेंड बना लो कब तक हाथ से काम चलाओगे। मैं उनकी मजाक समझ गया तो मैं भी उनसे मजाक में ही कहा कि कोई आपकी जैसी मिली ही नहीं रही। नहीं तभी तो अब तक बना लेता। इस पर पर बुआ जी ने कहा अच्छा तो मेरे जैसी गर्लफ्रेंड चाहिए ऐसा क्या है मुझ में? तुम्हारे फूफा जी को देखो वो तो मेरी तरफ देखते भी नहीं है और तुम्हें मेरे जैसी गर्लफ्रेंड चाहिए।


उस पर मैंने कहा अगर आपके जैसी मेरी बीवी होती ना तो मैं तो एक दिन के लिए भी बाहर नहीं जाता 6 महीने तो बहुत दूर की बात है। उन्होंने कहा देखना मुझ जैसी को खुश रखना थोड़ा मुश्किल है। फिर मैंने कहा आपकी जैसी घरवाली मिल तो है हमेशा खुशी रखूंगा।


बाद में वह अंदर गई और एक समान की लिस्ट लेकर आई और उन्होंने मुझसे कहा कि आज बेटू (उनका बेटा) का जन्मदिन है तो यह सामान बाजार से ले आओ। मेन बाजार से सामान लेकर उनको दे दिया। जब तक उनके बच्चे भी घर आ गए थे उन्होंने मुझसे कहा कि शाम को टाइम से घर आ जाना। मैं शाम को उनके घर पहुंच गया जन्मदिन की तैयारी चल रही थी। बुआ ने आज ब्लैक कलर की ट्रांसपेरेंट साड़ी पहनी थी तो वह बहुत सुंदर लग रही थी। उसके बाद धीरे-धीरे सब मेहमान आने लगे, हमने सबको खाना खिलाया और केक कटिंग की।


बाद सब लोग चले गए सिर्फ मैं और बुआ बचे थे। क्योंकि हमने सबको खाना खिलाया था बुआ के दोनों बच्चे भी बहुत थक गए थे इसलिए बुआ ने उन्हें सुला दिया। अब मैं और बुआ ही खाना खाने को रह गए थे तो उन्होंने कहा कि शुभम आओ हम दोनों भी खाना खा लेते हैं। मैंने कहा ठीक है। बुआ जी मैं कहां रुको मैं अभी चेंज करके आती हूं। उसके बाद में वह सुबह वाली मैक्सी पहन कर ही बाहर आ गई जिसमें वह बहुत सेक्सी लग रही थी। उन्होंने मुझे खाना दिया और हम दोनों खाना खाने लगे और बात करने लगे। मैंने कहा कि आज आप उस साड़ी में बहुत ज्यादा सुंदर लग रही थी। इस पर उन्होंने मजाक में कहा कि मैं तुम्हें सिर्फ साड़ी में ही अच्छी लग रही थी इस नाइटी में नहीं?


जिस पर मैंने उनसे कहा कि इस नाइटी में तो आप उस साड़ी से भी ज्यादा हॉट एंड सेक्सी लग रही है। इस पर उन्होंने कहा कि अब तो तुम्हें मैं बहुत हॉट एंड सेक्सी दिखने लगी हूं। फिर मैंने कहा बुआ जी आप सच में बहुत हॉट एंड सेक्सी हो। उसके बाद बुआ जी थोड़ा सा शर्मा गई फिर उन्होंने मुझसे ‌कहा कि अब तो बहुत रात हो गई है, तुम कहां घर पर जाओगे, आज रात यहीं रुक जाओ। मैंने कहा ठीक है फिर बुआ जी ने कहा कि अंदर तो दोनों बच्चे सो गए हैं। तुम और मैं बाहर इसी रुम में सो जाते हैं। तो मैंने कहा ठीक है आप इस बेड पर सो जाइए मुझे इस सोफे पर सो जाऊंगा। तो बुआ जी ने कहा कि तुम सोफे पर क्यों सोओगे? सोफे पर सोने से तुम्हें प्रॉब्लम होगी तुम भी मेरे साथ इस बेड पर सो जाओ।

उसके बाद उन्होंने कहा कि इन्हीं कपड़ों को पहन के कैसे सोएंगे अंदर जाओ और फूफा जी का नाइट सूट पहन लो। मैं फूफा जी का नाइट सूट पहनकर बुआ जी के बगल में आकर लेट गया। अगर इतनी सेक्सी औरत किसी के पास लेटी हो तो उसे नींद कैसे आ जाए। थोड़ी देर तक ऐसे ही लेटे रहने के बाद मैंने अपना पैर बुआ जी के पैरों पर रख दिया और अपना एक हाथ उनके बूब्स पर रख दिया। जब उनकी तरफ से कोई रिस्पांस नहीं आया तो मुझे लगा कि बुआ जी सो गई है। और मैं आपके बूब्स को जोर से दबा दिया। बुआ जी ने मेरे कान में बोला कि दबाना ही है तो प्यार से दबाओं। मैं थोड़ा सा डर गया कि बुआ जी तो जाग रही है और उनसे थोड़ा सा दूर हो गया ।


लेकिन बुआ जी ने मुझे पकड़ा और मेरे होठों पर जोर से किस करने लगी। इसके बाद में समझ गया कि वो मुझसे चुदना चाहती है और मैं भी बुआ को किस करने लगा। जिससे वह बहुत ज्यादा बहुत ज्यादा गर्म हो गई थी और बहुत जोर जोर से किस करने लगी। उन्होंने कहा कितने दिन से मैं तड़प रही हूं इस दिन के लिए बहुत टाइम लगा दिया तुमने, अब प्लीज देर मत करो। और चोद दो अपनी बुआ को। इस पर मैंने भी कहा कि मैं आपको चोदने बहुत दिन से तड़प रहा हूं। उसके बाद बुआ जी मेरे पेंट में हाथ डालकर मेरा लंड सहलाने लगी फिर बुआ ने एक एक करके मेरे कपड़े उतार दिए और मुझे ऊपर से लेकर नीचे तक किस करने लगी। वह पागलों की तरह मेरी बॉडी को ऊपर से नीचे तक चाट रही थी।


उसके बाद उन्होंने मेरे अंडरवियर को नीचे किया। मेरे लंड को देखकर बोली कि इतना बड़ा लंड है तुम्हारा। तुम्हारे फूफा जी का तो बहुत छोटा लंड है। फिर वह मेरे लंड को हाथ से सहलाने लगी और और उसके टोपे को खोल अपनी जीभ को उस पर फिरा रही थी और फिर उन्होंने धीरे-धीरे करके मेरा पूरा लंड मुंह अपने मुंह में ले लिया और आगे पीछे कर करके जोर-जोर से लंड को चूसने लगी और साथ-साथ में बोल रही थी की शुभम में कितने दिन से तड़प रही थी तुम्हारा लंड लेने के लिए, इस दिन का मुझे बहुत बेसब्री से इंतजार था जब तुम्हारा लंड मेरे मुंह में आएगा।


क्यों तड़पाया तुमने मुझे इतने दिन तक इस पर मैंने उनसे कहा कि बुआ जी आपसे ज्यादा तो मैं आपको चोदने के लिए तड़प रहा था ना जाने कितनी बार आपका नाम के मुट्ठी मार चुका हूं।


बुआ जी बोली-कितनी पागल हो तुम जो मेरे नाम की मूठ मार रहे थे, सीधा आते और मुझे चोद देते हैं मैं तो तुमसे चुदने के लिए ही तड़प रही थी।

फिर मैं बुआ जी को पलंग पर लिटा दिया और एक-एक कर कर उनके सारे कपड़े उतारने लगा। कपड़े उतारने के साथ-साथ है मैं उनके बॉडी पर सब जगह किस कर रहा था जिससे वह बहुत गर्म हो रही थी। मैंने उनकी सलवार को उतार दिया उसके बाद उनकी ब्रा को भी उतार दिया। ऊपर किस करते हुए मेरा एक हाथ नीचे उनकी पेंटी में चला गया और उनकी चूत को सहलाने लगा। उनकी चूत बहुत गर्म हो गई थी और बहुत गिली भी हो गई थी मैं उनको किस करते-करते उनके बूब्स को मुंह में ले लिया। एक-एक करके दोनों बूब्स को मुंह में लेकर चूसने लगा। और एक हाथ से उनकी चूत में उंगली डालने लगा ।फिर मैंने दोनों बूब्स को चूसने के बाद उनकी नाभि पर किस करने लगा और ऐसा करते-करते ही मैं नीचे आ गया और और उनका कुर्ता उतार दिया। उनकी लाल कलर की पेटी मेरी आंखों के सामने थी जिससे मुझे बहुत अच्छी खुशबू आ रही थी जो मुझे अपनी तरफ बुला रही थी। पहले मैंने पेंटी के ऊपर से ही उनकी चूत पर जीभ फेरी उसके बाद उनकी पेंटी को उतार दिया उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था ऐसा लग रहा था जैसे आज ही उन्होंने चूत के बाल बनाए हैं।


मैंने उनसे पूछा- बुआ आपने आज ही चूत के बाल बनाए है क्या।


उन्होंने कहा- हां बेटा मुझे पता था कि मैं एक-दो दिन में तुमसे चुदने वाली हूं इसलिए मैंने आज ही अपनी चूत के पूरे बाल साफ कर लिए।

मैं मजाक में कहा-अगर मैं आपको एक दो दिन में नहीं चोदता तो।


बुआ बोली-तो मैं खुद ही तुमसे अपनी चूत चुदवा लेती।

बुआ जी आपकी चूत इतना तड़प रही है चुदने के लिए।


वह बोली-हां बेटा 6 महीने हो गए इसमें कोई लंड नहीं गया देखो कितना सूख गई है मेरी चूत आज तुमसे अपने लंड से भर दो।


उसके बाद में , मैं बुआ जी की चूत को चाटने लगा जिससे वह और भी गर्म हो गई और सिसकारियां लेने लगी।


वह बोली-और चाटो और जोर से चाटा मेरी चूतको इतने अच्छे से कभी किसी ने नहीं चाटी मेरी चूत तुम्हारे फूफा जी तो सिर्फ थोड़ा सा चाटते वो भी जब, जब मैं ज्यादा बोलती पूरी जीभ घुसा दो अपनी चूत के अंदर।


इसके बाद बुआ जी की चूत ने पानी छोड़ दिया जिसे मैंने पूरा अपनी जीभ से चाट लिया चूत को चाटते चाटते में उनकी गांड के छेद को भी सहला रहा था। जिससे बुआ जी और भी गरम हो गई और बोली, की बेटा अब और मत तड़पा अपना लंड मेरी चूत में घुसा दो।


मैंने उनकी चूत पर लंड सेट किया और घुसा दिया बहुत दिनों से चूत नहीं चुदने की वजह से लंड थोड़ा सा टाइट जा रहा था उनकी चूत में।


फिर मैंने जीभ से थूक निकाल कर लंड पर लगाया तब जाकर चूत में लंड गया।


उन्होंने मुझे कसकर पकड़ लिया और मैं उनको चोदे जा रहा था।


वह सिसकारियां ले रही थी और बोले जा रही थी ।


बुआ- और जोर से चोदो बेटा मुझे और जोर से बहुत दिन हो गए इस चूत में लंड जाए हुए आज तुम्हारे जैसा लंड मिला है जी भर के चुदवाएंगी

10 मिनट ऐसे चोदने के बाद मैं बुआ जी को घोड़ी बनाकर चोदा।


बुआ जी बहुत गर्म हो गई थी उनकी चूत ने दो बार और पानी छोड़ दिया था और वह बार-बार बोली जा रही थी ऐसे ही चोदता रहे मुझे।

करीबन 20 मिनट की चुदाई करने के बाद मेरे लंड का पानी निकलने वाला था मैंने बुआ जी से पूछा कि कहां निकालूं ?


उन्होंने ने कहा -इतने अच्छे लंड का पानी तो मैं अपनी चूत के अंदर ही लूंगी तुम अंदर ही निकाल दो।

इसके बाद मैंने बुआ की चूत को अपने लंड के पानी से भर दिया।


उन्होंने कहा-सच में बेटा जिस सुख के लिए मैं तड़प रही थी वह आज तुमने मुझे दिया है प्लीज मुझे ऐसे ही हमेशा चोदते रहना, इसके बदले में तुम जो कहोगे वह मैं करूंगी । जिंदगी भर तुम्हारी रंडी बनके रहूंगी ऐसे ही और तुमसे चुदतीं रहूंगी।


मैंने कहा-बुआ जी मैं आपको जीवन भर ऐसे ही चोदता रहूंगा।

फिर थोड़ी देर लेटे रहेंगे की बाद बुआ जी फिर से मेरे लंड को सहलाने लगी और लंड के पास आकर उसे पर अपनी जीभ फिराने लगी लंड को मुंह में लेते-लेते ही उन्होंने मेरी गांड को भी सहला रही थी। उन्होंने अपनी जीभ मेरी गांड पर फिराने लगी और अपनी जीभ से मेरी गांड को चाट रही थी मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। क्योंकि यह सब पहली बार मेरे साथ हो रहा था उसके बाद उन्होंने मुझे लिटा दिया और अपनी चूत को मेरे मुंह पर लाकर रख दी। मैं भी अपनी जीभ से उनकी चूत को चाटने लगा उसके बाद वह घोड़ी बन गई।


अपने हाथों से अपनी गांड का छेद खोलकर मुझसे बोली इसे चाटो। पहले तो मुझे बहुत अजीब लगा और मैंने मना कर दिया फिर उन्होंने कहा कि मैने भी तो तुम्हारी गांड चाटी तो तुम मेरी गांड चाटो। मैं अपनी जीभ को‌ उनकी गांड पर फिराने लगा और वह बहुत जोर जोर से सिसकारियां लेने लगी और मुझसे बोली ऐसे ही मेरी गांड चाटो बेटा अपनी पूरी जीभ मेरी गांड के अंदर घुसा दो और मैं ऐसा ही करने लगा।


फिर उन्होंने मुझसे कहा कि अब तुम मेरी गांड मारो। मैं उनकी गांड पर अपना लंड सेट कर घुसाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन लंड उनकी गांड में नहीं जा रहा था शायद इससे पहले उन्होंने कभी अपनी गांड नहीं मरवाई थी।


फिर वह अंदर गई और अंदर से एक तेल की शीशी लेकर आए। जिसमें से उन्होंने तेल निकाल कर मेरे लंड पर अच्छे से लगाया और फिर वह लेट गई और लंड पकड़ कर गांड पर सेट करने लगी। इस बार मैं थोड़ा जोर से लंड घुसाया तो आधा लंड उनकी गांड में चला गया। उन्हें बहुत जोर से दर्द होने लगा और वह रोने लगी और लंड को बाहर निकालने के लिए बोल रही थी।


पर मैंने लंड बाहर नहीं निकाल धीरे-धीरे आगे पीछे करने लगा। इस तरह धीरे-धीरे पूरा लंड उनकी गांड में चला गया। थोड़ी देर बाद उनका दर्द सिसकारियों में बदल गया और वह मजे से अपनी गांड मरवाने लगी। 15 मिनट तक अपनी बुआ की जोरदार गांड मारने करने के बाद मैं गांड में से लंड निकाल के चूत में डाल दिया और उनकी चूत को जोर-जोर से चोदने लगा। आधा घंटा की चुदाई के बाद वह मुझसे बोली इस बार चूत में पानी मत छोड़ना मुझे तुम्हारा पानी पीना है। मैंने ऐसे ही किया जब मेरा पानी निकलने वाला था तो मैं चूत से लंड को निकालकर उनके मुंह में घुसेड दिया। थोड़ी देर तक है वह मेरे लंड को मुंह से आगे पीछे करती रही जिससे मेरा पानी उनके मुंह में निकल गया और वह मेरे लंड के पानी की एक-एक बूंद पी गई और जीभ से मेरा लंड को साफ किया इसके बाद हम सो गए।


उसके बाद में अपनी बुआ को हफ़्ते में २-३ बार चोदता हूँ। अब वो मेरी परमानेंट रंडी बन गई है।


दोस्तों आपको मेरी रियल Free Sex Kahani कैसी लगी सभी भाभियां मेल करके जरूर बतायें sshubham4327@gmail.com

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