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गाँव के लड़के ने गांड मरवाई - Gay Sex Stories

दोस्तो, मैं रितेश हरियाणा से हूँ और मेरी यह पहली सेक्स कहानी है.


चूंकि मैं कामवासना का नियमित पाठक हूँ और कहानी पढ़ने से मेरे अनुभव में काफी इजाफा हुआ मैंने खुद ही अपनी सेक्स कहानी लिखने का फैसला कर लिया.


मेरी यह एकदम सच्ची सेक्स कहानी है.

Gay Sex Stories में अगर कोई गलती दिख जाए, तो कृपा करके माफ करें.


आज मैं अपनी पहली कहानी एक लड़के की गांड मारने को लेकर लिख रहा हूँ.


यह अभी की ही ताजा घटना है और यदि आपको यह पसंद आई, तो आगे गर्लफ्रेंड और एक आंटी की चुदाई कहानी भी लिखूंगा.


उस दिन शाम का समय था और मैं अपने गांव के तालाब के पास खड़ा होकर अपनी गर्लफ्रेंड से रोमांटिक बातें कर रहा था.

उसी वक्त एक लड़का तालाब में भैसों को नहलाने के लिए लेकर आया.


वह अपनी भैसों को तालाब में छोड़ कर फुर्सत हो गया था तो मेरे पास आ गया.


वह मुझे तंग करने लगा.

मैं परेशान हो गया और उससे टलने की बहुत कोशिश की लेकिन वह मेरे पास आकर मेरे खड़े लंड छूने लगा.

वह उसे पकडऩे की कोशिश करने लगा.


मैं उससे छुटकारा पाना चाहता था लेकिन वह नहीं मान रहा था.


तभी इस दौरान मेरा मेरी गर्लफ्रेंड की रोमांटिक बातों से ध्यान टूटने लगा और वह समझ गई कि मेरा ध्यान उसकी बातों के सिवा कहीं और भी है.

वह मुझसे पूछने लगी कि मेरा ध्यान और कहां पर है?


अब मैं उसे कैसे बताता कि मेरे पास क्या हो रहा है.

मैं कुछ नहीं कह कर शांत हो गया.


लेकिन जब वह बार बार पूछने लगी तो किसी के बुलाने का बहाना बनाकर फोन काट दिया और उस लड़के को डांटने लगा.


वह लड़का इतना ज्यादा ढीठ था कि साला माना ही नहीं.

बल्कि उल्टा अपनी बात को और जोर से कहने लगा.

वह मुझसे एक बार गांड चुदाई करने की मिन्नतें करने लगा था और बहन का लौड़ा साला गांडू अपना लोवर नीचे कर डॉगी स्टाईल में खड़ा भी हो गया था.


मैंने उससे कहा- मरवाएगा क्या साले, उधर सामने से आदमी आ रहा है, वह देख लेगा.


लेकिन उसकी किस्मत अच्छी थी, जो आदमी हमारी तरफ आ रहा था, वह किसी कारण से आधे रास्ते से वापिस चला गया.

मैंने उससे पुनः कहा- गांड चुदाई का मामला है, सब कुछ इतनी जल्दी नहीं होने वाला. अगर तू चाहे तो मेरा लंड चूस सकता है!


मेरे इतना कहते ही वह बड़ी तेजी से मेरे लोवर को नीचे करके मेरा लंड चूसने लगा.


मैं भी मस्त होने लगा और उसका सर अपने लौड़े पर दबा कर आह आह करने लगा.


पाँच मिनट में उसने मेरे लंड का पानी निकाल दिया और सारा वीर्य पी भी गया.


अब जाकर मुझे उससे छुटकारा मिला.

अगले दिन जब गर्लफ्रेंड से मेरी बात हुई तो मैंने उसे सारी बात बताई.


वह हैरान हुई कि लड़के भी ऐसे करते हैं! तो मैंने उसे गे लड़कों के बारे में बताया.


फिर कई दिनों बाद मैं उस लड़के से अकेले में मिल गया.


हालांकि आज भी मैं उसे चोदना नहीं चाह रहा था लेकिन वह मिन्नतें करने लगा.


मैंने उसे सिर्फ एक बार चोदने का कहा और यह भी कहा कि वह आगे मुझे कभी भी गांड मारने को नहीं कहेगा!


उसने हां कही तो मैंने भी उसकी गांड चोदने के लिए उससे हां कह दी.

वह खुश हो गया और अपना लोअर नीचे करने लगा.


मैंने कहा- अबे पागल है क्या भोंसड़ी के … चाहे जिधर गांड खोलने लगता है!

वह हंस दिया.


मैंने उससे कहा- यहां नहीं, मेरे साथ खेत में चल … यहां आने-जाने वालों का खतरा है.


वह तुरंत मेरे साथ मेरे खेत की तरफ चल पड़ा.

खेतों में जाते ही उसने अपना लोवर नीचे कर दिया और डॉगी स्टाईल वाली दशा में खड़ा हो गया.


मैंने उसकी गांड थपथपाते हुए कहा- हां, यहां कोई खतरा नहीं है और अब मुझे तेरी गांड मारने की इतनी ज्यादा जल्दी भी नहीं है. यहां मैं आराम से तेरी गांड मारूंगा.


वह बड़ा खुश हो गया था और अपनी गांड घोड़ी की तरह हिलाने लगा था.


मैंने उसको खड़ा कर दिया और उसे अपने सामने करके उसके होंठों पर अपने होंठ लगा कर उसे किस किया.

होंठों को होंठों में व्यस्त करने के बाद मैंने उसके सीने पर हाथ फेरा और उसे छोटे छोटे निपल्स पर हाथ फेरने लगा.


वह जल्दी से गांड मारने के लिए कहने लगा.

मैंने कहा- साले, आज पहली और आखिरी बार तेरी गांड मार रहा हूँ. थोड़ा संभल कर मरवा …. तुझे पता लगना चाहिए कि किसी ने तेरी गांड मारी है.


उसका चेहरा डर मैं लाल हो गया और वह कहने लगा- आपका आठ इंच का लंड बहुत खतरनाक है, आप इसे मेरी गांड में पूरा नहीं डालना.


मैंने उसे कहा- तू तो लड़कियों वाली बात करने लगा. ऐसा कभी हुआ है कि आधा डालूँ ओर आधा बाहर रखूँ! तूने इसे पहले भी देखा है और फिर तू ही इसे गांड में लेने की जिद्द कर रहा था मैंने तो तुझे बहुत बार रोका. अब अपना जिम्मेदार तू खुद होगा!


वह बोला- भाई मुझे छोड़ दे. मैं ऐसे ही काम चला लूँगा.

मैंने कहा- नहीं साले, तू फिर तंग करेगा एक बार तेरी तसल्ली के लिए लौड़े को पेल ही देता दूं. चल अब कुतिया की तरह बन कर चारपाई पकड़ ले.


उसने वैसा ही किया, लेकिन अपनी गांड टाईट कर ली.


मैंने उससे कहा- अबे साले गांड ढीली कर … नहीं तो तेरा नुकसान हो जाएगा.

वह बोला- थोड़ा थूक लगा कर चिकना कर लो भैया!


इस पर मैंने कहा- तो तू ही कर दे न … चल पहले मेरा लंड मुँह में लेकर इसे गीला कर!


वह झट से राजी हो गया और मैंने उसे अपने सामने घुटनों के बल बैठने को कहा. वह बैठ गया और मेरे लंड को पकड़ कर सहलाते हुए उसे अपनी जीभ से चाटने लगा.


मैंने कहा- अबे भोसड़ी के मुँह में अन्दर ले न!

वह हंस कर बोला- हां भैया अभी लेता हूँ. जरा टेस्ट कर लेने दो न आपका बड़ा नमकीन लंड है!


मैंने उसके गालों को पकड़ कर दबाया तो उसका मुँह खुल गया और मैंने लंड मुँह के अन्दर ठूंस दिया.


फिर गाली देते हुए उसके मुँह से अपने लौड़े को चुसवाने का मजा लेने लगा.

‘साले बड़ा आया टेस्ट करने वाला … बहन के लंड मुँह में लौड़ा लेकर चूस, सारा स्वाद मिल जाएगा!’


अब मैंने जैसे जैसे उससे कहा, वह करता रहा और कुछ देर बाद मैंने लंड मुँह से निकाल कर उसे कुतिया बना दिया.

फिर उसकी दोनों टांगें फैला कर उसकी गांड में थूका और लंड डालने लगा.


मेरे लंड का सुपारा मोटा था तो वह बीच बीच में डर के मारे गांड को सिकोड़ ले रहा था.


उसकी इस हरकत से मुझे उसकी गांड में लंड पेलने में टाइम लग रहा था.

वह कराहते बोला- धीरे धीरे से डालना भैया … मुझे आपके इतने बड़े लंड से डर लग रहा है!


मैंने उससे कहा- भोसड़ी के मैंने तुझे मना किया था लेकिन तू खुद जबरदस्ती गांड मराने पर तुला है.

यह कहते हुए मैंने एकदम से उसकी गांड में एक करारा धक्का मारा, जिससे मेरे लंड का टोपा उसकी गांड में घुसता चला गया.


वह मेरे लौड़े से बच कर निकलने की नाकाम कोशिश करने लगा.


लेकिन मुझे पता था कि साला भाग नहीं पाएगा.

मैंने उसकी कमर से उसे मजबूती से पकड़ा हुआ था.


वह दर्द से कराहते हुए बोला- ऊई मम्मी रे … बहुत दर्द हो रहा है … आह छोड़ दे भाई … गलती हो गई … आज के बाद तुझे गांड मारने को कभी नहीं कहूंगा.


मुझे उसकी कसी हुई गांड में लंड पेलने में काफी मजा आने लगा था तो मैंने उसकी गांड में धीरे से लंड निकाला और आधा लंड निकाल कर वापस अन्दर सरका दिया.


कुछ देर बाद जब उसका दर्द कम हुआ, तो उसे मजा आने लगा.


अब वह तेज तेज गांड चोदने की कहने लगा.

मैंने भी उसकी गांड तबीयत से मारी और लंड का पानी उसकी गांड में ही छोड़ दिया.


गांड चुदाई के समय वह लड़कियों की तरह आह ऊह आ जैसी कामुक आवाजें निकालने में लगा था.


चुदाई के समय वह पाद रहा था और लंड को गांड से बाहर निकलने को कह रहा था कि मुझे टट्टी लग रही है, लेकिन मैंने उसकी एक ना सुनी.


उसकी गू के कुछ छींटे मेरे लौड़े में भी लग गए थे, जिनको उसी ने बाद में धोए और लंड साफ करके चूसा भी.


चुदाई के बाद वह कहने लगा- काश मुझे भगवान ने लड़का ना बनाकर लड़की बनाया होता और मैं तेरी पत्नी होती और तू मेरा पति होता.


उस दिन हम दोनों अलग हो गए और वह जब तब मुझसे गांड मरवाने मेरे घर आने लगा था.

लेकिन मैं उसकी शक्ल देख कर ही उसे भगा देता था.


एक माह बाद वह से फिर मेरे पीछे पड़ गया और मुझसे एक बार चुदाई करने को कहने लगा.

एक दिन मेरे घर में कोई नहीं था और मौका देख कर रात को उसे घर बुलाया.


घर पर उसे ब्रा पैंटी पहना कर उसको लिपस्टिक आदि लगाकर उसे अपनी पत्नी जैसा सजाय और रात को दो बार उसकी गांड मारी.


वह खुश हो गया और कहने लगा- आज से तू मेरा आदमी, मैं तेरी लुगाई बनकर चुदूँगी.


फिर जब तीसरी बार मैं उसकी एनल ऐस्स Xxx कहानी करने को कहने लगा.

तो उसने हाथ जोड़ लिए और पांव पकड़ने लगा.


मैंने उससे वादा लिया- भोसड़ी के, आज तू इस बात की कसम खा कि आगे से तू मुझसे गांड मारने को नहीं कहेगा.


वह कुछ मायूस हो गया और कहने लगा कि आप गुस्सा मत हो … मुझे सच में अपनी गांड में बहुत दर्द हो रहा है, अन्यथा अभी औंधा हो जाता.


मैंने कहा- तो भोंसड़ी के, जब चाहे तू मुझसे कहने लगता है कि मेरी ले लो मेरी ले लो, यह क्या अच्छी बात होती है?

वह बोला- अच्छा जब आपका मन हुआ करे तो आप मुझे बुला लिया करो.


मैंने कहा- बहन के लंड … तुझे मेरी बात समझ नहीं आ रही है क्या? मैं तुझसे अभी कह रहा हूँ कि मेरा मन तेरी गांड मारने का कर रहा है, चल औंधा हो जा.

वह कुछ नहीं बोला.


कुछ देर बाद मैंने उससे कहा- अब फूट ले इधर से, बाद में कभी खोपड़ी मत खाना!

इस तरह से मैंने उसे सुबह के तीन बजे उसके घर भेज दिया.


दोस्तो यह मेरी एक सच्ची गे सेक्स कहानी है.

मैं गे सेक्स पसंद नहीं करता हूँ लेकिन कभी ऐसा वास्ता पड़ जाता है तो गांड का गड्डा बनाने से भी नहीं चूकता हूँ.


लड़कियों की तरफ से यदि कभी किसी ने गांड मारने का ऑफर दिया तो जरूर उन लड़की की गांड बजा सकता हूँ क्योंकि गांड मारते समय हाथों में उनके दूध होंगे तो चुदाई का मजा एक अलग ही लेबल का होगा.


Gay Sex Stories पर मुझे आपके कमेंट्स का इंतजार रहेगा और यह आपकी पसंद पर निर्भर रहेगा कि आगे मैं सेक्स कहानी लिखूँ या नहीं.


आप ईमेल करके मुझे जवाब अवश्य दें.

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