जवान लड़के लड़की का लाइव सेक्स देखा - Antarvasana Sex Stories
- Kamvasna
- 9 hours ago
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मेरा नाम सुमेर है। मेरा मनाली हिल स्टेशन जाते हुए रास्ते में एक ढाबा है।
मैं और मेरी बीवी सोनम ये ढाबा चलाते है। बच्चे बाहर पढ़ते है तो हम दोनों अकेले ही रहते है।
हमारे ढाबे के साथ १-२ रूम भी है जो हम टूरिस्ट को देते है।
करीब एक साल पहले रात 8 बजे एक जवान जोड़ा हमारे ढाबे पर खाना खाने रुका.
लगता था उनकी नयी शादी हुई है।
बारिश होने लगी.
डिनर के बाद उन्होंने अपनी कार स्टार्ट की पर उनकी कार का वाइपर काम नहीं कर रहा था।
उन्होंने मुझे पूछा- क्या मैकेनिक मिल सकता है? हमें पास के हिल स्टेशन जाना है!
मैं- इतनी रात बारिश में मेकैनिक नहीं मिलेगा, बारिश में बिना वाइपर कार चलाना खतरनाक है। आप रात हमारे ढाबे में रुक सकते हो।
सोनम भी वहां थी, उसने कहा- हमारे दो बैडरूम है, हम यहीं रहते हैं, आप लोग आज रात यहीं रहो।
दोनों राजी हो गए।
उन्होंने सामान कार से उतारा, सोनम के साथ बैडरूम में गए.
सोनम ने उन्हें अटैच्ड बाथरूम दिखाया, नाईट लैंप का स्विच दिखाकर कहा- रात इसे जलाये रखें, नयी जगह है.
मैंने और सोनम ने खाना खाया, ढाबा बंद किया और अपने बैडरूम में सोने गए।
रात को करीब दस बजे मेरी नींद खुली.
दूसरे बैडरूम चूमा चाटी, सिसकारी की आवाज़ आ रही थी।
मैं उठकर बैठ गया।
मैंने खिड़की के टूटे पल्ले से देखा, नया जोड़ा यौन क्रीड़ा में मग्न था।
पलंग पर लेटकर दूसरे बैडरूम का पलंग नहीं दिखता है, पर बैठने से दिखता है.
मैंने सोनम को धीरे से जगाकर कहा- लाइव सेक्स शो देखना हो तो उठकर बैठ जाओ।
सोनम ने दूसरे बैडरूम से आती आवाज़ सुनी, वह उठकर बैठ गयी.
हमने अपने बैडरूम का नाईट लैंप बंद कर दिया।
हम देखने लगे दूसरे बैडरूम में!
युवक और युवती एक-दूसरे के होंठ चूम रहे थे।
युवक युवती के स्तनों को दबा रहा था और युवती सिसकारियाँ ले रही थी।
दोनों एक-दूसरे के कपड़े उतारने लगे।
युवती का फिगर सुंदर था … तने हुए स्तन, सपाट पेट, गेहुँआ रंग, और मांसल जाँघें।
युवक का शरीर कसरती था और उसका खड़ा लिंग काफी प्रभावशाली था।
युवक ने स्तनों को चूसना शुरू किया, वहीं युवती लिंग को सहलाने लगी।
युवती को पीठ के बल लिटाकर युवक उसके पेट और जाँघों को चूमने लगा।
युवती मचल रही थी और सिसकारियाँ भर रही थी।
थोड़ी देर बाद युवती बोली- अब शुरू करो, मुझसे रहा नहीं जा रहा।
युवक ने मिशनरी आसन में संभोग शुरू किया।
युवती के हिलते स्तन देखने में हमें मज़ा आ रहा था।
युवती कमर उछालकर उसका साथ दे रही थी।
करीब 15 मिनट संभोग के बाद दोनों झड़कर शांत हो गए।
दोनों नंगे बाथरूम गए।
चलते समय युवती के थिरकते कूल्हे बेहद सुंदर लग रहे थे।
बाथरूम से लौटकर दोनों ने कपड़े पहने, नाइट लैंप बंद किया और सो गए।
सुमेर ने कभी मुझसे इतने खुलकर सेक्स के बारे में बात नहीं की थी।
शराब का नशा और उस रात की यादों ने सुमेर को जोश में ला दिया था।
सुमेर ने सिगरेट सुलगाई और आगे की घटना बताने लगा।
मैं और सोनम अपने पलंग पर बैठकर लाइव सेक्स शो देख रहे थे।
हम भी जोश में आ गए थे।
मैंने सोनम के नाइटी के ऊपर से उसके स्तनों को दबाना शुरू किया और उसके शरीर पर हाथ फेरने लगा।
सोनम मेरी जाँघों और पजामे के ऊपर से लिंग पर हाथ फेर रही थी।
हम दोनों लेट गए।
मैं बोला- अब हम अपना कार्यक्रम शुरू करते हैं।
सोनम बोली- थोड़ा रुक जाओ, उन दोनों को ठीक से सो जाने दो।
हमने कुछ देर इंतज़ार किया और खिड़की से देखा कि दोनों सो रहे हैं।
मैंने अपने बेडरूम का नाइट लैंप जला दिया।
हम संभोग के दौरान हल्की रोशनी रखते हैं ताकि एक-दूसरे को देख सकें।
हमारे बेडरूम में बड़ा आइना लगा है, जिसमें हम संभोग के दौरान खुद को देखते हैं। खासकर जब मैं सोनम को घोड़ी बनाकर संभोग करता हूँ, तो उसके लटकते स्तन पेंडुलम की तरह हिलते हैं, जो देखने में बड़ा मज़ा देता है।
सोनम- लड़की का फिगर सुंदर है। उसके स्तन शायद 32B के हैं। जब वह नंगी बाथरूम जा रही थी, उसके थिरकते कूल्हे बहुत सुंदर लग रहे थे।
मैं- सोनम, तुम्हारे 34C के स्तनों के सामने उस लड़की के स्तन कुछ भी नहीं। जब तुम नंगी चलती हो, तुम्हारे थिरकते कूल्हों की याद मुझे दिनभर रहती है। कोई बूढ़ा भी देख ले, तो उसे जोश आ जाए। लड़के का लिंग मजबूत लगता है; वह अपनी पत्नी को खुश रखेगा।
सोनम- सुमेर, तुम्हारे लिंग के सामने उस लड़के का लिंग कुछ भी नहीं। मुझे याद है, सुहागरात को जब हमने संभोग किया था, मेरी हालत खराब हो गई थी। मैं खूब चीखी थी। अगले दिन मुझे चलने में तकलीफ हुई थी। हर संभोग के बाद मैं संतुष्ट और थककर तुरंत सो जाती थी। मेरा झड़ना हो जाता था, लेकिन तुम लगे रहते थे। तुम्हारे साथ टाइमिंग सेट करने में मुझे कई दिन लगे। अब मैं संभोग के दौरान दो बार झड़ जाती हूँ और पूरे समय मज़ा लेती हूँ।
हम चूमाचाटी करने लगे।
मैंने सोनम को पेट के बल लिटाया और उसकी गर्दन, पीठ को चूमते हुए नीचे उसके मांसल कूल्हों को चूमने लगा।
सोनम मचलकर पीठ के बल लेट गई और बोली- आज गांड में नहीं डालना, प्लीज़!
मैं बैठा था.
तभी मैंने देखा कि दूसरे बेडरूम में युवक और युवती पलंग पर बैठे हैं और खिड़की के टूटे पल्ले से हमें देख रहे हैं।
मैंने सोचा कि आज मैं उन्हें दिखा दूँ कि संभोग का आनंद कैसे लिया जाता है।
सोनम पीठ के बल लेटी, उसका सिर खिड़की की तरफ था।
मैंने सोनम के स्तनों को चूसा, उसके पेट और नाभि को चूमा, फिर नीचे जाकर उसकी मांसल जाँघों को चूमा और चाटा।
फिर मैं उसकी चूत चूसने लगा।
सोनम मचल रही थी और मेरे सिर को अपनी चूत पर दबा रही थी।
कुछ देर बाद सोनम बोली- अब मेरी बारी है।
मैं पीठ के बल लेट गया, मेरा सिर खिड़की की तरफ था।
सोनम मेरे पैरों के बीच बैठ गई।
उसने खिड़की की तरफ देखा और धीमी आवाज़ में मुझसे कहा- दोनों हमें देख रहे हैं। आज उन्हें सिखा दें कि धुआँधार चुदाई कैसे की जाती है।
सोनम ने मेरा लिंग गले तक लेकर चूसा, फिर मेरे ऊपर आई और लिंग को अपनी चूत में डालकर उछलने लगी।
उसका मुँह खिड़की की तरफ था।
सोनम के स्तन उछल रहे थे।
मैं उन्हें दबाता, फिर हाथ हटा लेता ताकि उछलते स्तन युवक-युवती को दिखें। बीच-बीच में रुककर सोनम झुककर मुझे अपने स्तन चुसवाती।
कुछ देर बाद वह मेरे ऊपर से उतर गई।
मैंने सोनम को पलंग के किनारे घोड़ी बनाया और पीछे से उसकी कमर पकड़कर उसकी चूत में लिंग डालकर चुदाई करने लगा।
मैं उसके कूल्हों पर हल्के चांटे मारने लगा।
आइना खिड़की के नीचे था और मैं उसमें सोनम के पेंडुलम की तरह डोलते स्तनों को देख रहा था।
मैंने देखा कि युवक भी युवती के स्तनों को दबा रहा है।
हर चांटे पर सोनम मादक सिसकारियाँ लेती और कमर हिलाकर लिंग को और अंदर लेती।
हम बड़े इत्मीनान से संभोग कर रहे थे; हमें कोई जल्दी नहीं थी।
सोनम मिशनरी पोज़ीशन में लेट गई और अपने पैर आसमान की तरफ उठा लिए।
मैं उसके ऊपर चढ़कर चुदाई करने लगा।
सोनम ने अपने पैर मेरी कमर में लपेट लिए।
हमारी यौन क्रीड़ा करीब 45 मिनट तक चली।
हम नंगे बाथरूम गए।
सोनम मेरे आगे चल रही थी और मैं उसके थिरकते कूल्हों को देख रहा था।
मैंने हथेली से उसके कूल्हों को दो-तीन बार हल्के से बजाया।
बाथरूम से लौटकर हमने कपड़े पहने, पानी पिया, लाइट बंद की, और पलंग पर लेट गए।
हम सोए नहीं क्योंकि हमें विश्वास था कि युवक और युवती फिर से यौन क्रीड़ा करेंगे।
कुछ देर बाद दूसरे बेडरूम की लाइट जली।
मैं और सोनम उठकर पलंग पर बैठ गए।
हमने रियल सेक्स लाइव शो में देखा कि दोनों एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे।
जल्द ही वे दोनों नंगे हो गए।
युवती पेट के बल लेट गई।
युवक उसकी पीठ को चूमते हुए नीचे आया और उसके सुडौल कूल्हों को चूमने-चाटने लगा।
युवती सिसकारियाँ लेने लगी।
फिर युवक ने उसे पीठ के बल लिटा दिया।
युवक ने युवती के होंठ और स्तनों को चूमा, फिर उसके पेट को चूमते हुए नीचे आया।
उसने युवती के पैर फैलाए और उसकी जाँघों को चूमने लगा।
फिर उसने अपना मुँह उसकी चूत पर लगाया और चूसने लगा।
युवती मना करने लगी- सूसू की जगह पर मुँह मत लगाओ।
युवक बोला- एक बार चूसने दो। देखा नहीं, अंकल जब आंटी की चूत चूस रहे थे, तो आंटी को मज़ा आ रहा था।
तब युवक चूत चूसने लगा।
थोड़ी देर में युवती को मज़ा आने लगा और वह मचलने लगी।
युवक पीठ के बल लेट गया और बोला- अब तुम मेरा लिंग लॉलीपॉप की तरह चूसो। मैं इसे साबुन से धोकर आया हूँ।
युवती झिझकते हुए लिंग के पास मुँह ले गई और उसे चूमने लगी।
उसने लिंग के सिरे को चाटा, फिर चूसने लगी।
युवक थोड़ा उठकर उसके निप्पल मरोड़ने लगा- अब मेरे ऊपर आओ और लिंग को चूत में लेकर उछलो।
युवती ने ऊपर आकर मुश्किल से लिंग अपनी चूत में डाला और धीरे-धीरे उछलने लगी।
युवक का सिर खिड़की की तरफ था, और हमें युवती के उछलते स्तन दिख रहे थे।
युवक मुग्ध होकर उन्हें देख रहा था, जबकि युवती ने शर्म से आँखें बंद कर ली थीं।
युवक ने उसके स्तनों को दबाना शुरू किया।
कुछ देर बाद युवती लिंग से उतरकर घोड़ी बनकर पलंग के किनारे खड़ी हो गई।
मैंने सोनम के कान में कहा- दोनों सीख रहे हैं, हमारी नकल कर रहे हैं।
युवक फर्श पर खड़ा होकर पीछे से उसकी चूत में लिंग डालकर संभोग करने लगा।
थोड़ी देर बाद वह रुका और युवती के कूल्हों पर हल्के चांटे मारे (उसे याद आ गया था कि मैंने भी सोनम के कूल्हों पर चांटे मारे थे)।
चांटों से युवती हल्के से चीखी, फिर जोश में आ गई और कमर हिलाकर लिंग को और अंदर लेने की कोशिश करने लगी।
उनकी चुदाई को 20 मिनट हो गए थे।
युवती के स्तन पेंडुलम की तरह डोल रहे थे।
हम उन्हें देख रहे थे लेकिन युवक नहीं देख पाया, क्योंकि उनके बेडरूम में बड़ा आइना नहीं था।
युवती ने जोर की सिसकारी ली और शांत खड़ी हो गई.
वह झड़ गई थी।
युवक ने थोड़ी देर और संभोग किया।
उसकी गति बढ़ गई, फिर वह ‘आह-आह’ करते हुए लिंग पूरा अंदर डालकर रुक गया।
वह भी झड़ गया।
मैंने और सोनम ने थोड़ी देर इंतज़ार किया, पर दोनों सो गए थे।
हम भी सो गए।
सुबह जल्दी उठकर हमने चाय पी, फिर तरोताज़ा होकर नहाये।
कुछ देर बाद युवक ने बेडरूम का दरवाज़ा खोला।
सोनम ने उसे चाय दी।
वे दोनों नहाकर आए।
नाश्ते के बाद युवती सूटकेस पैक करने बेडरूम गई, सोनम उसके साथ गई।
युवक- रात रुकने के पैसे कितने देने हैं?
मैं- तुम दोनों हमारे मेहमान हो, पैसे की ज़रूरत नहीं। तुम हमारे यहाँ रुके, हमें अच्छा लगा। फिर से आना और हमारे यहाँ रुकना।
युवक- अंकल, हमें मालूम है कि आप दोनों ने टूटी खिड़की से सब देखा। मैंने और मेरी पत्नी ने भी आप दोनों का प्यार करना देखा और बहुत कुछ सीखा। धन्यवाद।
मैं- हम अगली बार कुछ नया सिखाएँगे। मेरी एक सलाह है कि आप अपने बेडरूम में बड़ा आइना लगा लेना।
युवती सोनम के साथ बेडरूम से बाहर आई।
मैं युवक को अपने बेडरूम ले गया और उसे आइना दिखाया।
युवक- मैं बिस्तर पर वन डे खेलता हूँ, आप टेस्ट मैच खेलते हैं। इसका रहस्य क्या है?
मैं- पत्नी मेरी है, कहीं भागी नहीं जा रही। जल्दी क्या है? हम इत्मीनान से एक-दूसरे की खुशी और ज़रूरत का ख्याल रखकर यौन क्रीड़ा करते हैं। अगर पति पत्नी से पहले झड़ जाता है, तो पत्नी प्यासी रह जाती है।
युवक ने मेरा मोबाइल नंबर लिया और फिर से आने का वादा किया।
उनके जाने के बाद सोनम- जाते समय युवती ने मुझे धन्यवाद दिया। उसने यह भी कहा कि उसने हमसे बहुत कुछ सीखा है।
हमने खिड़की के टूटे पल्ले ठीक नहीं करवाए, इस आशा में कि युवक-युवती फिर आएँगे और हमारे यहाँ रुकेंगे।
आपको यह Antarvasana Sex Stories कैसी लगी, बताएँ। मेल भेजते समय कहानी का नाम लिखें.
