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टॉयलेट में गन्दा खेल खेला भाई बहन ने - Antarvasna Sex Stories

Updated: Oct 27

मैं संजना हूँ। यह मेरी और मेरे भाई पार्थ की कहानी है। वह मुझसे 6 साल छोटा है। मैं 12वीं कक्षा में थी और वह 6ठी में। उस समय मैं सेक्स के बारे में बहुत उत्साहित थी क्योंकि ये मेरे लिए नया था, लेकिन मेरा भाई इतना छोटा था कि वह इन सब चीजों के बारे में नहीं सोचता था।


मेरे माता-पिता रविवार को उसे नहलाते थे। एक दिन वे दोनों बहुत व्यस्त थे, तो उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मेरे पास समय हो तो मैं उसे नहला दूँ। मैंने कहा, ठीक है, मैं उसे नहलाऊँगी। उस समय मेरे मन में कोई गलत इरादा नहीं था। हम बाथरूम में गए और उसने अपने कपड़े उतारने शुरू किए।


यह हमारा पहला साथ में नहाने का मौका था और वह इसे लेकर काफी सहज था। जैसे ही मैंने उसके पूरे शरीर को छुआ, मुझे एक सनसनी महसूस हुई और जल्द ही मैं पूरी गर्म हो गई। वह सामान्य था। हमने ज्यादा बात नहीं की और जल्द ही उसका नहाना खत्म हो गया।


मैंने उसे बाहर भेजा और फिर खुद नहाई। आश्चर्य की बात थी कि जब मैंने अपनी पैंटी उतारी तो मैं नीचे पूरी तरह गीली थी। मैंने इसके बारे में सोचा और मुझे खुद को उंगली करने की तीव्र इच्छा हुई। तो मैंने ऐसा किया, अपने भाई के बारे में सोचते हुए। यहीं से मेरे उसके साथ यौन व्यवहार की शुरुआत हुई। मैंने हर रविवार को उसे नहलाने का फैसला किया।


माता-पिता को इससे कोई आपत्ति नहीं थी क्योंकि उनके लिए यह सामान्य बात थी। चूंकि वह बहुत छोटा था, वह भी इन चीजों के बारे में नहीं सोचता था। लेकिन मैं खुश थी क्योंकि अब मेरे पास एक पुरुष का शरीर था जिसे मैं अपने हिसाब से इस्तेमाल कर सकती थी। अगले रविवार को हम बाथरूम में गए। मैंने उसके कपड़े उतारे और फिर मैंने खुद के कपड़े उतारने शुरू किए।


उसने पूछा, “दीदी, तुम क्यों उतार रही हो?”


मैंने कहा, “पार्थ, मुझे भी तो नहाना है। कोई कपड़े पहनकर नहाता है क्या?”


उसने कहा, “ठीक है।”


मैंने अपने कपड़े उतारे लेकिन ब्रा और पैंटी नहीं उतारी। उसने मुझे उन कपड़ों में देखा और मुझे लगा कि उसे यह पसंद आया। हालांकि उसका लंड बहुत छोटा था, मुझे वह अच्छा लगा।


मैंने कहा, “आज मैं तुम्हें करीब से नहलाऊँगी।”


उसने कहा, “ठीक है।”


मैंने कहा, “पार्थ, तुम अब कृपया थोड़ी देर के लिए अपनी आँखें बंद कर लो। फिर खोल लेना।”


उसने पूछा, “क्यों दीदी?”


यह मेरा खेल था कि उसे और बात करने के लिए उकसाऊँ।


मैंने कहा, “मुझे सुसु करना है। तो मुझे अपनी पैंटी उतारनी पड़ेगी। तुम आँखें बंद कर लो।”


उसने बिना किसी आपत्ति के आँखें बंद कर लीं। मैंने सोचा, क्या हारा हुआ है ये! मैं नहीं चाहती थी कि वह आँखें बंद करे, मैं बस नाटक कर रही थी। लेकिन उसने सचमुच आँखें बंद कर लीं। फिर मैंने उसके शरीर पर पानी डालना शुरू किया। मैंने साबुन लगाया और फिर उसके लंड तक पहुँची। मैंने उसे हाथ में लिया। वह शरमा गया और पीछे हट गया।


मैंने कहा, “क्या हुआ?”


उसने कहा, “दीदी, तुमने अपनी पैंटी तो उतारी नहीं और मुझे नंगा कर दिया, ये ठीक नहीं है।”


मैंने कहा, “पार्थ, मैं जवान हूँ और तुम बच्चे हो। इसलिए मैं पैंटी नहीं उतार सकती।”


उसने मजाक में कहा, “तो मुझे दिखाओ कि तुम कैसे जवान हो?”


मुझे लगा कि यह उसे दिखाने का सही समय है।


मैंने कहा, “जब कोई लड़की जवान होती है तो किसी के सामने नंगी नहीं हो सकती।”


लेकिन वह जिद करने लगा और मुझे यह अच्छा लगा।


मैंने कहा, “ठीक है, मैं उतारती हूँ। लेकिन ब्रा या पैंटी?”


उसने कहा, “दोनों।”


फिर मैंने उन्हें उतार दिया। उसने मेरी चूत देखी और पूछा, “ये मेरे जैसी क्यों नहीं है?”


मैं हँसी और बोली, “पार्थ, लड़के और लड़की में बहुत फर्क होता है।”


वह ठीक था। फिर भी उसकी आँखों में कोई वासना नहीं थी। लेकिन मैंने उसे मेरे पूरे शरीर को छूने और मुझे नहलाने के लिए कहा। वे मेरे सबसे अच्छे दिन थे। यह करीब एक साल तक चला। फिर मुझे उच्च शिक्षा के लिए दूसरे शहर जाना पड़ा। जब मैं एमए में थी और वह 11वीं में, हम फिर से ऐसी ही परिस्थितियों में मिले। अब मैं असली कहानी बताती हूँ…


मैं छुट्टियों में घर आई। मेरे माता-पिता को शहर से बाहर जाना पड़ा। घर में सिर्फ मैं और मेरा भाई थे। वह 11वीं में था और अब जवान हो चुका था। मैं एक मॉडल भी थी और मेरा शरीर बहुत अच्छा था। इस छुट्टी में मैंने कुछ शरारती करने का सोचा। मुझे यकीन था कि मैं उसके साथ सेक्स का आनंद ले सकती हूँ।


उस सुबह मैंने उसे मेरे लिए नाश्ता बनाने को कहा। वह किचन में गया और गलती से उसके दोनों हाथ जल गए। यह बहुत बुरा जख्म था और बाद में उसके दोनों हथेलियों पर पूरी तरह पट्टी बंधी थी। अब उसके हाथ बेकार हो गए थे और मुझे अपराधबोध हो रहा था क्योंकि यह सब मेरे लिए खाना बनाते समय हुआ।


मैंने उससे कहा, “पार्थ, जब तक तुम्हारे हाथ ठीक नहीं हो जाते, तुम मेरे हाथों को अपने हाथों की तरह इस्तेमाल कर सकते हो।”


उसने कहा, “दीदी, सोच लो, मैं अपने हाथों का बहुत इस्तेमाल करता हूँ। और तुम्हें भी वही सब करना पड़ेगा।”


मुझे अंदाजा हो गया कि उसका मतलब क्या है।


मैंने कहा, “ठीक है, पार्थ। मेरे कारण तुम्हारे हाथ जले हैं, तो इसे मेरी सजा ही समझो। जब भी जरूरत पड़े, मुझे बुला लेना।“


मैं अपने कमरे में जाने लगी तो उसने कहा, “दीदी, यहीं मेरे कमरे में रहो ना। मुझे भी अच्छा लगेगा।”


मैंने कहा, “ठीक है। लेकिन मैं कपड़े बदलकर आती हूँ।”


मैं अपने कमरे में आई और मुझे लगा कि अब वह भी मुझे सेक्सी नजरों से देखता है। मैं तो खुश हो गई। मैंने सोच लिया कि इस मौके का पूरा फायदा उठाना है। मैंने एक डीप कट स्लीवलेस टॉप पहना और एक डेनिम शॉर्ट पैंट, जो बहुत छोटी थी। मैं उसके कमरे में आई तो वह मुझे देखता रह गया। बोला, “दीदी, तुम कितनी बड़ी हो गई हो… मम्म्म।”


हम बातें करते रहे। फिर उसने कहा, “दीदी, मुझे बाथरूम जाना है।” मैंने कहा, “ठीक है।” हम बाथरूम में गए तो मैंने उसकी पैंट उतार दी और पीछे से उसकी अंडरवियर नीचे कर दी। मैं पीछे थी, तो उसका लंड मैंने नहीं देखा। उसने कहा, “दीदी, इसे पकड़ना पड़ता है, नहीं तो मेरी धार इधर-उधर गिर जाएगी।”


मैंने कहा, “क्या पकड़ना पड़ता है?”


उसने कहा, “सामने आओ।”


मैं सामने गई तो मुझे समझ आया। मैंने उसका लंड हाथ में लिया और सीधा किया। उस समय तक उसका लंड सामान्य था। लेकिन फिर उसका आकार बढ़ने लगा।


मैंने पूछा, “ये क्या हो रहा है?”


पार्थ बोला, “दीदी, मैं मूत रहा हूँ।”


मैंने कहा, “वो नहीं, तुम्हारे लंड को क्या हो रहा है?”


वह बोला, “दीदी, अब तुम्हारी बॉडी दिखेगी और तुम इसे अपने हाथ में लोगी, तो खड़ा तो होगा ही ना।”


मैंने कहा, “तुम भी अब जवान हो गए हो।”


वह हँस दिया। हम लोग वापस उसके बेड पर आ गए।


उसने कहा, “दीदी, मैं इतने कपड़ों में नहीं सोता। प्लीज मेरे कपड़े उतार दो।”


मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए, सिर्फ चड्डी रहने दी।


मैंने कहा, “ये अभी तक खड़ा क्यों है?”


तो वह बोला, “क्या पता, बैठ ही नहीं रहा है।”


मैं हँस दी। अब हम लोग पूरी तरह खुल गए थे और बिना किसी शर्म के बातें कर रहे थे। मैंने टीवी चालू किया और एफटीवी लगा दिया। उसमें लॉन्जरी शो आ रहा था।


वह बोला, “दीदी, एक बात बोलूँ?”


मैंने कहा, “हाँ।”


वह बोला, “इन सबसे मस्त माल आप हो। इतनी मस्त बॉडी है आपकी।”


मैंने कहा, “मेरी तारीफ कर रहे हो या मुझे फँसा रहे हो?”


वह बोला, “आप अगर फँस जाओ तो मेरी लाइफ बन जाए।”


मैंने कहा, “तुम सो जाओ।” और टीवी बंद कर दिया। हम दोनों सो गए। सुबह मैं सोकर उठी तो वह पहले से उठा हुआ था।


मैंने कहा, “तुम रुको, मैं फ्रेश होकर आती हूँ।”


उसने कहा, “ठीक है।”


मैं बाथरूम में गई और कपड़े उतार दिए। मैं कमोड पर बैठी और अपना पेट खाली करने लगी। तभी वह आया और दरवाजे पर नॉक किया।


मैंने कहा, “क्या है?”


वह बोला, “दीदी, मूतना है।”


मैंने कहा, “थोड़ा रुको।”


वह बोला, “नहीं रुक सकता। प्लीज जल्दी करो।”


मैंने कहा, “ठीक है।”


मैंने कपड़े भी नहीं पहने और दरवाजा खोल दिया।


वह अंदर आया और मुझे देखकर बोला, “ओह गॉड, क्या बॉडी है।”


मैंने कहा, “चुप रहो और जल्दी मूतो।”


वह बोला, “पहले हाथ में तो लो।”


मैंने उसकी चड्डी उतारी तो देखा कि वह पूरी तरह तना हुआ था। मैं कमोड पर बैठ गई और उसका लंड हाथ में लेकर बोली, “मूतो।” वह दूसरी दिशा में मूतने लगा और मैं कमोड पर फिर से अपना पेट खाली करने लगी। फिर उसने मेरे हाथ में ही अपना लंड हिलाना शुरू कर दिया।


मैंने कहा, “ये क्या कर रहे हो?”


पार्थ बोला, “दीदी, हिला रहा हूँ। प्लीज हिलाने दो, नहीं तो ये बैठेगा नहीं।”


मैंने कहा, “नहीं, अभी नहीं। फिर कभी।”


उसने कहा, “ठीक है।”


मैंने कहा, “अब तुम जाओ।”


लेकिन वह गया नहीं और वही बाथरूम के फर्श पर बैठ गया।


मैंने कहा, “क्या है, पार्थ?”


वह बोला, “दीदी, तुम नंगी बहुत सुंदर लगती हो। प्लीज कपड़े मत पहनना।”


मैंने कहा, “ठीक है, मैं पूरा समय नंगी रहूँगी, लेकिन अभी तुम जाओ।”


उसने कहा, “जब नंगी रहोगी तो अभी क्यों निकाल रही हो? वैसे भी, कल मम्मी-पापा आ जाएँगे, हमारे पास सिर्फ आज का समय है। मुझे यहीं रहने दो।”


मैंने कहा, “ठीक है।”


मैं कमोड से उठी। उसी के सामने मैंने धोया। फिर ब्रश किया, फिर नहाई। सब कुछ नंगी होकर किया और वह बैठा देखता रहा। मैं पूरी तरह गर्म हो चुकी थी। मैं अपने कमरे में आई तो उसने कहा, “देखो, कपड़े मत पहनना। तुम्हें नंगी रहना है।” ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.


मैंने कहा, “ठीक है, तो तुम भी नंगे हो जाओ।”


वह तो तैयार ही था। लेकिन उसका लंड बैठ ही नहीं रहा था।


मैंने कहा, “इसे आराम करने दो।”


उसने कहा, “अगर इसे आराम देना है तो हाथ में लेकर हिला दो।”


मैंने कहा, “ठीक है।”


मैंने उसका लंड हाथ में लिया।


वह बोला, “दीदी, मुझे तुम्हें किस करना है।”


मैंने कहा, “ये सब नहीं करेंगे।”


तो उसने मुझसे रिक्वेस्ट की। बोला, “देखो दीदी, तुम जवान हो और मैं भी। हम दोनों नंगे हैं। मैंने तुम्हारी पूरी बॉडी देखी है और तुमने मेरे लंड को टच भी किया है। तो आओ, ज़रा हम अपनी जवानी का रस तो ले लें।”


मैंने कहा, “सोच लो, मैं तुम्हारी दीदी हूँ और मुझे चोदकर तुम क्या बन जाओगे?”


उसे यकीन नहीं हुआ कि मैंने ‘चोद’ शब्द का इस्तेमाल किया।


मैंने कहा, “हाँ, मुझे सारी गालियाँ आती हैं।”


वह बोला, “वाह, फिर तो हम दोनों ऐसे ही बात करेंगे।”


मैंने कहा, “ठीक है। लाओ, मैं तुम्हारा लंड ठीक कर दूँ।”


उसने कहा, “मुझे दूध पीना है।”


मैंने कहा, “मेरे भाई, दूध नहीं, मेरा मूत पी लो।”


वह बोला, “हाँ, मैं वो भी पियूँगा।”


हम दोनों फिर बाथरूम में आ गए। वह कमोड पर बैठा और मैं खड़ी हो गई। मैंने अपनी एक टाँग उसके कंधे पर रख दी और उसके ऊपर मूतने लगी। उसने सारा पी लिया। फिर उसने मेरे मुँह पर मूता और मैंने सारा पी लिया। अब तो बस हम पर हवस चढ़ गई थी। मैंने अपना मुँह उसकी गांड में डाल दिया और उसे चाटने लगी। वह बोला, “चाट लो दीदी, मेरी गांड। और खा लो मेरा गूह।” मैं चाटकर उठी और उसे होंठों पर किस किया। वह बोला, “वाह, मेरी अपनी गांड का टेस्ट क्या मस्त है।”


हम बाथरूम में यही सब करते रहे। फिर मैं किचन में खाना बनाने गई। उसने कहा, “ऑमलेट में मेरी मुठ डाल दो।” मैंने वही उसका लंड हिलाया और फिर हमने उसके लंड के रस का ऑमलेट खाया। हम लोग पूरे दिन नंगे रहे और एक-दूसरे को चाटते रहे। हमारी पूरी बॉडी पर स्पर्म लगा हुआ था। फिर रात आई और हमने चुदाई का प्लान बनाया। लेकिन चुदाई की Antarvasna Sex Stories अगली बार। अब आप लोग जाकर अपनी चूत और लंड को ठंडा कर लीजिए। मैं भी अपनी चूत में उंगली करने जा रही हूँ।

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7 Comments

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Shubham
Oct 24
Rated 5 out of 5 stars.

कहानी पढ़ के बहुत मज़ा आया

कोई लन्ड की प्यासी शादीशुदा या कुंवारी महिला जो रियल में या वीडियो कॉल में चुदना चाहती हो तो मुझे instagram मैसेज करो - shubham228973

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Manju
Oct 20
Rated 5 out of 5 stars.

Bittu ne aaj muje khub choda koi bittu se jayada meri chudi kar sakta h h kya

Call or msg me 7340632199

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Guest
Oct 23
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Galat no.kyo diya yar

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Manju
Oct 20
Rated 5 out of 5 stars.

Ghar me akeli hu pati dubai h pese de dugi me call me

7340632199

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Guest
Oct 24
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7805964298

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