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बाप ने अपनी कुंवारी जवान बेटी को चोद दिया - Antarvasna Sex Stories

सभी पाठक-पाठिकाओं को मेरे खडे लंड का सलाम नमस्ते।


तो इस रसभरी कथा का मज़ा लीजिए और हॉट स्टोरी पढ़ते-पढ़ते जैसे चाहें चूत मे ऊंगली कीजिए या लंड हिलाइये पर मुझे अपने कमेंट्स नीचे लिखी मेल आईडी पर जरूर लिखिए।


मेरा नाम रजत है। मैं जयपुर, राजस्थान का रहने वाला हूँ।


यह चूत और गांड चुदाई की कहानी मेरे एक दोस्त हसन की है।


तो अब सीधे कहानी पर आते हैं।


अब ये कहानी उसी की जुबानी -


मेरे परिवार में 4 लोग हैं-


मेरी अम्मी, अब्बू, मैं और मेरी बहन।


बहन मुझ से बड़ी है, मेरी बहन का नाम नूर है.


मेरी बहन कॉलेज में थी,हम एक छोटे से गांव में रहते थे.


उन दिनों मामूजान के लड़के की सगाई फिक्स हो चुकी थी और हम सब लोग मामूजान के घर जाने की तैयारी कर रहे थे, मगर बहन के एग्जाम होने के कारण उसने जाने से मना कर दिया और अब्बू को भी अचानक कुछ काम आ गया था तो वो भी दिल्ली जा रहे थे।


तो अम्मी ने मुझे कहा- हसन तू भी यहीं रुक जा तेरे अब्बू घर में रहेंगे नहीं और तेरी बाजी(बहन) अकेली रह जायेगी, तो मैं रुक गया


अम्मी मामू के घर चली गयी और अब्बू भी उसी दिन दिल्ली निकल गये।



अगले दिन मैं और बहन पढ़ने के लिए चले गये, शाम को मैं खेलने के लिए चला गया,फिर आने के बाद हम दोनों ने साथ में मिल कर रात का खाना खाया और फिर उसके बाद हम दोनों सो गये.



रात के करीब 2 बजे दरवाजा खटखटाने की आवाज से मेरी आंख खुल गई और मैंने बहन को भी जगा दिया, हम दोनों अकेले थे इसलिए थोड़ा डर भी रहे था,दरवाजे के पास जाकर हमने पूछा - कौन है?


तो अब्बू की आवाज आई तो बहन ने दरवाजा खोल दिया।


अब्बू अंदर आये और बहन ने उनसे खाने की पूछा,


अब्बू बोले कि वो बाहर खाकर आये हैं।


फिर अब्बू नहाने चले गये।


मैंने देखा कि उनसे ठीक से चला नहीं जा रहा, मुझे लगा कि अब्बू पी कर आये हैं।


बहन उनके कपड़े लेकर बाथरूम के पास चली गई।


तभी अब्बू तौलिया लपेट कर बाहर आये, उन्होंने बहन के हाथ से कपड़े लिये और बेड के पास खड़े होकर पहनने लगे. जैसे ही अब्बू ने एक टांग उठाई तो गीला होने की वजह से उनका पैर फर्श पर फिसल गया और वो नीचे गिर गये।

उनका तौलिया भी ऊपर हो गया,बहन के सामने अब्बू का लंड नंगा हो गया। मै दरवाजे के पास खड़ा था। बहन को शर्म आने लगी और उसने मुंह फेर लिया और मुझसे कहा कि मैं अब्बू को उठने में मदद करूं।

मैंने पास जाकर अब्बू को उठने में मदद की। उनका तौलिया लपेटा और उनको बेड की तरफ ले जाने लगा पर अब्बू काफी भारी थे। मुझसे संभल नहीं रहे थे तो मैंने बहन को मदद के लिए कहा। हम दोनों ने अब्बू को उठा कर बेड पर लिटा दिया।


मै भी अपने कमरे मे आ गया।


फिर बहन किचन में गई और अब्बू के लिए चाय बनाने लगी। पांच मिनट के बाद वो वापस आई और अब्बू को चाय पीने के लिए कहा ताकि उनको कुछ आराम मिले।


अब्बू ने बहन से चाय ली और पीने लगे तो चाय उनके तौलिये पर गिर गयी। गर्म चाय गिरने से वो जोर से चीखे क्योंकि गर्म चाय उनकी जांघ पर गिर गयी थी।


उनकी आवाज सुनते ही मै भी भाग कर वहां पहुंच गया मगर उनके कमरे के अन्दर नहीं गया और बाहर से ही देखने लगा।


उन्होंने तुरंत तौलिया को खोल दिया. उन्होंने नीचे से कुछ नहीं पहना हुआ था,


वो बहन के सामने ही नीचे से नंगे हो गये, उनका लंड काफी बड़ा था।


गर्म चाय गिरने से उनकी त्वचा लाल हो गयी थी, बहन तुरंत किचन से नारियल तेल लाकर उनकी जांघ पर नारियल तेल लगाने लगी।


उससे पहले ही अब्बू ने अपना लंड तौलिए से ढक लिया।


तेल लगाने से अब्बू को कुछ राहत मिली।


बहन जब उनकी जांघ पर तेल लगा रही थी, तो अब्बू का लंड उठना शुरू हो गया अब्बू बहन के बदन को घूर रहे थे,


देखते ही देखते उनका लंड पूरा तन गया, बहन शर्म के मारे अब्बू की तरफ देख भी नहीं रही थी।


अब्बू ने कहा- नूर कुछ देर के लिए मेरा सिर दबा दो। अभी सिर में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है तो बहन(नूर) बेड के सिरहाने पर चली गई और सिर दबाने लगी।


मैंने देखा कि अब्बू का लंड तौलिए के अंदर तंबू बनाये हुए था और नूर उनके सिरहाने बैठ कर उनके सिर पर मसाज दे रही थी।


दोस्तो,मैं आपको बता दूं कि मेरे अब्बू बहुत बड़े चोदू हैं। पड़ोस की औरतों के साथ भी उनकी चुदाई के किस्से सुनने को मिलते रहते हैं।


इधर मेरी बहन(नूर) का जिस्म बहुत कमाल था 34-26-32 के फीगर को देख कर वो किसी का भी लंड खड़ा कर सकती थी।


मैं उन्हें देख रहा था तभी अब्बू ने नूर की चूचियों की तरफ हाथ बढ़ाया मगर नूर ने उनके हाथ को हटा दिया।


नूर बोली- क्या कर रहे हो अब्बू?


अब्बू ने नशे में कहा- तू मेरी बेटी है न। अपनी बेटी से प्यार कर रहा हूं।


फिर उन्होंने उठ कर कमरे की लाइट बंद कर दी,


अब मुझे अंधेरे में कुछ दिखायी तो नहीं मगर उनकी बातें सुनाई दे रही थीं।


अब्बू नूर को छेड़ रहे थे। नूर भी अब्बू की हरकतों का बुरा नहीं मान रही थी।


मगर अचानक ही बातचीत की आवाज बंद हो गयी। पुच-पुच की आवाज आने लगी,


मुझे समझते देर न लगी कि अब्बू और नूर दोनों एक दूसरे के होंठों को चूस रहे थे, ये सोच कर मेरा लंड खड़ा हो गया था,


कुछ देर तक आवाजें सुनाई देती रहीं फिर अचानक से कमरे की लाइट जल गई।


जैसे ही लाइट जली मैंने एक तरफ होकर देखा कि अब्बू ने नूर की ब्रा निकाल दी और उसकी चूचियों को पी रहे थे। नूर भी अपनी चूचियों को अब्बू के मुंह में देकर मस्ती में लग रही थी।


उसके बाद अब्बू ने नूर को लिटा दिया और उन्होंने नूर की पायजामी को खींच कर उसकी जांघों को भी नंगी कर दिया, बहन की चूचियां देख कर मेरा लौड़ा भी उछलने लगा।


अब्बू ने नूर की जांघों को चूमना शुरू किया। वो उसकी जांघों को चाटने लगे। नूर की कसी हुई चूचियां एकदम टाइट हो गई थीं।


मैं बहन के नंगे बदन को पहली बार देख रहा था। अब अब्बू ने नूर की चड्डी को भी उतार दिया। बहन की चूत नंगी हो गई तो अब्बू ने उसकी टांगों को फैला दिया और उसकी चूत में उंगली करने लगे। नूर एकदम से चिहुंक गई। अब्बू आहिस्ता से बाजी की चूत को सहलाने लगे।


नूर अपनी चूचियों को दबाने लगी थी। अब्बू पूरे नंगे थे, फिर उन्होंने नूर को चाटना शुरू कर दिया। नूर भी दिखावे के लिए अब्बू को रोकने के लिए कह रही थी- नहीं अब्बू, रहने दो.


मगर अब्बू कहां रुकने वाले थे। सामने जब इतनी मस्त चूचियों वाली जवान लड़की की नंगी चूत हो तो भला किससे कंट्रोल हो सकता है।


वो मेरी बहन की चूत में जीभ डाल कर तेजी के साथ उसको चाटने लगे। नूर गर्म हो गयी और उसने अपनी चूत में अब्बू के मुंह को दबाना शुरू कर दिया था।


अब मेरी बहन के मुंह से कामुक आवाजें निकलने लगी थीं।



अब्बू के अंदर जैसे कोई शैतान आ गया था।


वो नंगी नूर की चूचियों को पकड़ कर जोर से मसलने लगे। नूर चिल्लाई और उनको पीछे करने लगी लेकिन अब्बू ने नंगी चूचियों को मसलना जारी रखा।



जब वो हटे तो मैंने देखा कि बहन की गोरी चूचियां लाल हो गयी थीं.



फिर अब्बू ने उसकी टांगों को फैला दिया और उसकी चूत पर लंड को रगड़ने लगे,अब नूर की आंखें बंद होने लगीं,


वो लंड का मजा अपनी चूत पर महसूस कर रही थी,


अब्बू का लंड करीब 6 इंच लम्बा और 2.5 इंच मोटा था।


उन्होंने लंड को नूर की चूत में घुसाने के लिए लंड को चूत पर लगाकर दबाने लगे लेकिन लंड चूत के अंदर नहीं घुस रहा था। फिर अब्बू अपना लंड नूर के मुँह के पास ले जाकर चूसने को कहने लगे।


बोले - ले नूर मेरे लंड को चूस कर गीला कर दे।


नूर - इससे क्या होगा अब्बू


अब्बू - उससे मेरा लंड गीला हो जायेगा और आसानी से तेरी चूत मे चला जायेगा


ओके अब्बू बोल कर नूर ने लंड पकड लिया।


अब्बू ने बोला नूर जब तक चुदाई हो मुझे अब्बू मत बोला कर।


नूर बोली ठीक है जान पर तुम भी मुझे बेटी नहीं बोलोगे।


अब्बू बोले ठीक है अब से तू मेरी बीबी मै तेरा शौहर।


फिर नूर अब्बू के लंड को मुंह मे लेकर चूसने लगी


मेरी प्यारी बहन नूर मेरा लंड चूसती हुई
मेरी प्यारी बहन नूर मेरा लंड चूसती हुई

10-12 बार चूसा और ढेर सारा थूक लंड पर लगाकर बोली मेरे प्यारे लंड वाले शौहर अब तो मेरी चूत मे ये प्यारा लंड घुस जायेगा।


फिर अब्बू ने लंड नूर के मुँह से निकाला और मेरी बहन की चूत पर थूक दिया।


अब अब्बू ने दोबारा से नूर की चूत पर लंड को लगाया और एक हल्का सा धक्का दिया,


नूर को दर्द होने लगा और वो चिल्लाने लगी।


भोसडी.... वालेलेलेलेले शौहर धीरे... . चोद......


मगर अब्बू ने उसके मुंह पर हाथ रख दिया और उसको चुप रहने के लिए कहा, अब्बू का नशा उतर चुका था लेकिन उनको हवस का नशा चढ़ा हुआ था।


वो बोले - मेरी प्यारी चूत की रानी धीरे ही कर रहा हूं।


उन्होंने नूर की चूत में धीरे-धीरे लंड घुसाना शुरू किया और नूर के होंठों को चूसने लगे,


नूर ने अब्बू को बांहों में जकड़ना शुरू कर दिया।


धीरे-धीरे अब्बू का लंड नूर की चूत में अंदर जाने लगा।



कुछ मिनट के बाद ही अब्बू अब जोर से धक्का लगा रहे थे। अब्बू का लंड नूर की चूत में गपागप अंदर जा रहा था। जब उन्होंने नूर के होंठों से अपने होंठों को हटाया तो नूर कामुक आवाजें निकालते हुए बोली - आह! चोदो और चोदो! फाड़ दो मेरी चूत को।


मेरे बादशाह जी!

आह! बना लो मुझे अपनी बेगम!

मेरी चूत का भोसड़ा बना दो मेरे राजा, और तेज़!”

अब्बू ने कहा- “हाँ, रानी!

आज तुझे ऐसा मज़ा दूँगा कि तू कभी भूल नहीं पाएगी!

भर दूँगा तेरी चूत को अपने लंड के पानी से!

चोद-चोदकर तेरा बुरा हाल कर दूँगा!”

नूर की सील टूट चुकी थी और अब्बू के लंड से चुदाई का भरपूर मजा ले रही थी मेरी बहन,मैं भी पीछे छिप कर खड़ा हुआ अब्बू-बेटी की चुदाई देख रहा था। उनकी चुदाई देख कर मेरे लंड में पूरा जोश आ चुका था। मैंने अपने लंड को बाहर निकाल लिया और वहीं पर मुठ मारने लगा।


अब नूर अपनी कमर उठा-उठा कर लंड को चूत में ले रही थी। उसके मुंह से मदहोशी की सिसकारियां निकल रही थीं-


उ उ उ … आआआ … ई ई ई … उम्म्ह… अहह… हय… याह… आई! उफ आअ हह … चोद … अहह रहम नहीं करना साले … आह चोद बेटीचोद … अहह चोद-चोदकरररररर चूचूचूचूत का कोरमा बना दे ...… आई लव यू!’



नूर के मुंह से अब अब्बू के लिए गालियां निकलने लगी थीं- साले ठरकी बुढ्ढे ने चोद दिया … हरामी साला …


आज तो बेटीचोद भी बन गया।


अब्बू भी जोर जोर से अपनी बेटी की चूत को चोद रहे थे,


अब्बू भी नूर को गालियां देने लगे - आह्ह … साली रंडी … बहुत दिनों के बाद एक सील पैक चूत मिली है, आह्हह… तेरी अम्मी की तरह अब मैं अपने लंड से चोद-चोद कर तेरी चूत का भी भोसड़ा बना दूंगा साली कुतिया रंडी।


तभी नूर जोर से चीखते हुए झड़ने लगी। उसके बदन में झटके लग रहे थे। मगर अब्बू अभी भी उसकी चूत में लंड को पेल रहे थे.


फिर नूर शांत हो गई और बोली- बस करो मेरी जान, अब मेरी चूत में जलन हो रही है।


अब्बू बोले- तेरा तो काम हो गया। लेकिन मेरा नहीं हुआ अभी।


ऐसा बोलते हुए वो तेजी के साथ नूर की चूत में धक्के मारने लगे। चूत से निकलने वाली पच-पच की आवाज पूरे रूम में गूंजने लगी। फिर कुछ मिनट के बाद अब्बू की स्पीड भी एकदम से कम हो गयी। वो नूर की चूत में झड़ गये थे।


थक कर अब्बू नूर के बगल में आ गये फिर नूर उठकर बाथरूम में गई और नंगी ही बाहर आई। उसने अपनी कमीज और पायजामी पहन ली। वो अब्बू के बदन पर चादर डालने लगी क्योंकि अब्बू को नींद आ चुकी थी।


अब मैं भी वहां से खिसक लिया। अपने रूम में आकर सो गया।


सुबह जब मैं उठा नूर सो रही थी।


मैं उसके रूम में गया तो वो बोली- मैं आज कॉलेज नहीं जा पाऊंगी। मेरे पेट में दर्द है।


मैंने कहा- तो फिर मैं भी नहीं जा रहा आज।


फिर वो उठ कर चलने लगी तो उससे चला नहीं गया।


मैंने पूछा- क्या हुआ दीदी?


वो बोली- कुछ नहीं, पेट दर्द के कारण नहीं चला जा रहा। फिर वो उठ कर फ्रेश होने के लिए चली गई।


उसके बाद मैंने भी अपनी बहन की चूत चोदी। वो शौक से मेरा लंड भी लेने लगी।वो कहानी मैं बाद में बताऊंगा।


मुझे पता है आपको मेरे दोस्त की Antarvasna Sex Stories पसंद आई होगी. मेल और कमेन्ट जरूर करें।


आपका इंतज़ार रहेगा

धन्यवाद.

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