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OYO में गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड की गन्दी हरकतें - Hindi Sex Stories

Updated: Oct 16

मैं हूँ जय आगरा शहर में रहने वाला एक बहुत ही कामुक और गंदा किस्म का, बदन से पतला,गोरा,और नीचे से हेवी-लोडेड 22 साल का लड़का। ‎8 इंच लंबा, 3.5 इंच मोटा लंड — और ऊपर से ऐसा फ्लेक्सिबल शरीर कि खुद का ही लंड चूस लेता हूँ। ‎हाँ. मैं हूँ एक सेक्स-सनकी सेल्फ सकर। ‎थूक, पेशाब, चूत, गंध, डॉम-सब रोल्स— मेरी पूरी ज़िंदगी बस इसी गंदगी से भरी है।


‎और मीरा.. मेरी गर्लफ्रेंड 23 साल, 5’3 की थोड़ी चबी बम लेकिन हर कर्व में जहर। ‎बड़े बूब्स, टाइट चूत, और आँखों में वो नशा जो मुझे गुलाम बना देता है। हम दोनों हर बार ओयो में कोई नया गंदा खेल खेलते हैं — कभी ब्लाइंडफोल्ड, कभी थूक में नहाना, कभी चूत पर मूत्र बरसाना।


‎लेकिन उस दिन… उस दिन मीरा ने पहली बार मेरी वो गंदी फ़ैंटेसी देखी, जो मैंने अब तक किसी से नहीं बाँटी थी। ‎हम ओयो के नए रूम में थे — बड़ा बेड, साइड में शीशा, और साथ में वॉशरूम। मीरा जैसे ही अंदर आई, उसने अपनी कुर्ती उठाई, अपनी चबी कमर दिखाई, और आँखों में आग डालते हुए बोली: ‎”आज तू मेरी बिच बनेगा या मैं तेरी स्लट?”


‎मैंने उसकी कमर पकड़ के उसे बेड पर धक्का दिया, “आज दोनों होंगे, दोनों राउंड में, तू मेरी गंदी स्लट और मैं तेरा लायक कुत्ता।” ‎हमारा फोरप्ले तांडव बन चुका था, मैं उसकी चूत पर थूक रहा था, उसकी गांड को चाट रहा था, उसकी बूब्स को मुँह में भर रहा था।


‎वो भी पीछे नहीं मेरा लंड पकड़कर धीरे-धीरे गले तक ले जा रही थी ‎”तेरा ये लंड देखकर मेरी चूत में आग लग जाती है…” ‎करीब आधे घंटे की गंदी हरकतों के बाद उसने बोला: “बेबी, चूत गड़बड़ा रही है, मैं वॉशरूम होकर आती हूँ।” ‎जैसे ही वो वॉशरूम में गई, मैंने वो करने की सोची, जो अब तक छुपा कर रखा था।


‎मैंने अपने घुटनों को मोड़ा, टाँगें चौड़ी कीं, और धीरे-धीरे अपनी गर्दन झुकाई। मेरे लंड का टॉप एकदम चमक रहा था थूक से भीगा, सख्त, तैयार। ‎जैसे ही मेरी जुबान ने लंड की टिप को छुआ पूरा जिस्म झनझना उठा। थूक अपने आप मुँह से गिरने लगा, और मैंने उसे चाटना शुरू किया… गहराई तक… धीमे-धीमे…


‎मेरे होंठ अब मेरे ही लंड पर टाइट पकड़ बना चुके थे। थूक की लकीरें मेरे मुँह और लंड के बीच लटक रही थीं, और गीली-गीली आवाजें कमरे में गूंज रहीं थीं। ‎मैंने खुद को पूरी तरह झुका दिया लंड आधा मुँह में, गला खोलकर अंदर। ‎मैं अब सिर्फ एक नंगी, गंदी, थूक में लथपथ सेल्फ सकर स्लट था अपनी ही दुनिया में डूबा हुआ। ‎और तभी… ‎दरवाज़ा खुला। ‎मीरा खड़ी थी मुझे अपनी ही लंड चूसते हुए देख रही थी। ‎


सन्नाटा।


फिर उसकी आवाज़ आई — “जय… ये… तू क्या कर रहा है?”


‎मैंने उसकी तरफ देखा लंड अब भी मुँह में था, थूक टपक रहा था, आँखें आधी बंद। फिर धीरे-धीरे होंठ से लंड निकाला, मुँह से थूक की एक लंबी लकीर खिंची और बोला: ‎”बेबी… ये मेरी सबसे गंदी फ़ैंटेसी थी… तुझसे छुपाई थी, लेकिन आज जानबूझकर किया, ताकि तू देखे… और तू भी शामिल हो।”


‎अब जो मीरा ने किया वो मेरा सबसे गंदा सपना था, जो सच बन गया। ‎वो आई, मेरे बीच बैठी, लंड को हाथ में पकड़ा और बोली: ‎”अब इस लंड को हम दोनों मिलकर चूसेंगे — दो मुँह, एक लंड… तू तैयार है, मेरी बिच?” ‎मैं मुस्कुरा उठा — “रेडी हूँ, मेरी डर्टी क्वीन…”


‎मीरा ने अपनी जीभ लंड की टिप पर फिराई, और मैं नीचे से गले तक चूस रहा था। ‎हम दोनों की ज़ुबानें अब टकरा रही थीं लंड के ऊपर, चारों तरफ। ‎हर बार जब वो लंड चूसती, मैं उसके मुँह को अपने मुँह से चूम लेता थूक का स्वाद, लंड की गर्माहट, और मीरा की निगाहें, सबने मुझे दीवाना बना दिया था।


‎”तू मेरी गंदी स्लट है, जय… और मैं तेरी पिस्सी रानी।” — वो बोली।


‎उसने मुझे पलटा, मेरी छाती पर बैठी और मेरे मुँह पर पेशाब कर दी। ‎गर्म पेशाब, पीली धार मेरी आँखों, मुँह, और गले तक भर गई। ‎मैंने मुँह खोला और सब पी गया जैसे वो कोई पवित्र रस हो। ‎”अब तू मेरा सबमिसिव गंदा पिल्ला है,” मीरा ने कहा। ‎उसके बाद हमने जो किया, वो एक “गंदे खेल” जैसा था.


‎बेड से नीचे, फर्श पर, शीशे के सामने हर जगह थूक, पेशाब, और सेक्स की चिपचिपाहट थी। ‎हम दोनों के चेहरे, लंड, चूत सब थूक और मूत्र में चमक रहे थे। ‎हर बार जब मैं उसका गला पकड़ता, वो हँसती और कहती: ‎”तेरा लंड… मेरी आत्मा को चाटता है।”


‎मीरा की पेशाब की गरम धार अब भी मेरी जीभ पर थी, और उसकी चूत से निकलती गरम बूँदें मेरे सीने तक बह रही थीं। ‎उसने मेरे गाल पर थूक गिराया एक लंबा, गाढ़ा थूक ‎और बोली: “अब चल, अपनी गंदी शक्ल शीशे में देख। तुझे देखना चाहिए तू कैसा लुक्खा लग रहा है, मुँह थूक और पेशाब में डूबा हुआ, पर लंड अब भी खड़ा हुआ।”


‎मैंने कुछ नहीं कहा ‎बस मुस्कुराया और खुद को उसकी तरह घसीटते हुए बाथरूम तक ले गया। ‎अब हम दोनों बाथरूम में थे। सामने बड़ा सा शीशा, नीचे सफेद टाइल्स अब सब गंदी होने वाले थे। ‎मीरा ने मेरी पीठ को दीवार से सटाया, और खुद फर्श पर बैठ गई। ‎उसने लंड पकड़ा और उसकी टिप पर थूक की एक मोटी बूँद गिराई। ‎फिर मेरी आँखों में देखती हुई बोली — ‎”अब बैठ मेरे बगल में, और देख कैसे दो जुबानें मिलकर तुझे पिघलाएंगी।”


‎हम दोनों घुटनों के बल नीचे बैठे थे एक लंड, दो चेहरे, शीशे के सामने। ‎हर मूवमेंट, हर चूस, हर थूक का बूंद अब लाइव दिख रहा था। ‎मैंने अपनी जुबान से नीचे से लंड को चाटा. मीरा ऊपर से टिप को अपनी जीभ से गोल घुमा रही थी। ‎फिर हम दोनों एक साथ आगे बढ़े ‎उसके होंठ बाईं तरफ, मेरे होंठ दाईं तरफ… और हमारी जुबानें लंड के चारों ओर गीला खेल खेलने लगीं।


‎शीशे में हम दोनों की शक्लें देख रही थीं थूक टपकता हुआ, आँखें लाल, और लंड एकदम चमकता हुआ ‎फिर मीरा बोली: ‎”अब मैं गले तक लूंगी, और तू थूक गिरा मेरे गले पर।” ‎वो नीचे गई लंड पूरा अंदर तक, आँखें नम, गले से आवाज़: ‎”घ्ह्हक्क्क… म्म्म्फ्ह्ह…”


‎मैंने उसकी गाल पर थूक गिराया और वो उसे चाट गई। ‎फिर वो ऊपर आई और बोली: ‎”अब तेरा नंबर, अपने लंड को फिर से खुद चूस, और मैं तुझे चूमती रहूँगी।” ‎मैंने गर्दन झुकाई और फिर से अपना ही लंड मुँह में लिया। और इस बार मीरा ने मेरे गालों को चाटा, गले पर किस किया, ‎और मेरे थूक भरे मुँह को चूमा एकदम जुबान से जुबान भिडाकर।


‎”तू मेरी सबसे बड़ी थूक-स्लट है जय… और मैं तेरी गंदी फकिंग रानी…” ‎तभी मीरा ने बाथरूम का शावर चला दिया गरम पानी फर्श पर बहने लगा। अब हमने वहीं फर्श पर खेल शुरू किया। ‎वो चारों हाथ-पैरों से नीचे झुकी चूत हवा में और बोली: ‎”आ अब, चाट मेरी चूत, जैसे तू अमृत पी रहा हो।”


‎मैं नीचे गया उसकी चूत में जीभ डाली ‎थूक मिलाया, चाटते हुए धीरे-धीरे उंगलियाँ भी अंदर डालीं। ‎फर्श पर गिरता पानी अब हमारी चूत और गाढ़े थूक को बहा रहा था। ‎मीरा कराह रही थी “अब मेरी गांड पे थूक, फिर उंगली डाल…” ‎मैंने उसके चूतड़े खोले ‎गांड पर लंबा सा थूक गिराया ‎और फिर दो उँगलियाँ अंदर तक डालीं।


‎मीरा चीख पड़ी ‎”फक्क़्क्… तेरी उंगलियाँ भी लंड जैसी लगती हैं…” ‎फिर वो पलटी और बोली: “अब मेरे बूब्स के बीच लंड रख… और दोनों तरफ से चाटें मैं और तू…” ‎मैंने अपना लंड उसके टाइट बूब्स के बीच रखा और हम दोनों ने उसे बूब्स की क्रीव में ही चाटना शुरू किया।


‎हर बार थूक गिरता, और बूब्स के बीच फिसलता ‎हम दोनों के मुँह लंड के ऊपर टकराते और फिर एक गहरा स्मूच करते। ‎फिर मीरा ने मेरे लंड को पकड़ा और बोली: “अब शीशे पर थूक से लिख आई एम माई ओन स्लट” ‎मैंने थूक मुँह में जमा किया, और फिर शीशे पर लिखा: ‎”आई एम माई ओन स्लट.”


‎मीरा ने उसी थूक को उँगली से चाटा ‎और कहा: ‎”और मैं हूँ तेरी रूलिंग क्वीन जो तुझे तेरी ही लंड से गुलाम बना देती है…” ‎अब तक बाथरूम में तो लार, पेशाब और चूत के पानी से बाढ़ आ चुकी थी… ‎हम दोनों नंगे, भीगे हुए, आँखों में जलन, लेकिन लंड और चूत में ज्वालामुखी फूटा हुआ।


‎मीरा ने मेरा लंड पकड़ा पूरा गीला, थूक से चिपका हुआ और उसे खींचते हुए बोली: “चल बेटा, अब तुझे चोदती हूँ ऐसे कि तू अपनी मम्मी का दूध भी वापस मुँह में माँगने लगेगा!” ‎मीरा मुझे धक्का देती हुई बेड तक लाई पीछे से मेरी गर्दन पकड़ी, मुझे बेड पर झुका दिया, और कान में फुसफुसाई: ‎”अब तेरी गांड मेरी होगी तू चूसेगा मेरा लंड जैसा लंड… मेरी मिडल फिंगर।”


‎मैंने बिना कुछ कहे, गांड खुद ही खोली. ‎मीरा ने थूक डाला गाढ़ा, गर्म, गंदी आवाज़ के साथ। ‎फिर एक ही झटके में उंगली डाल दी गांड में आग लग गई। ‎”फक्क़्क् मीरा! तू तो सच में डॉमिनेटर निकली!” “चुप, बिच… अब तू चूसेगा, फिर तू चोदेगा… हर बार रूल बदलेगा!”‎


फिर शुरू हुआ असली राउंड मेरी चुदाई उसकी चूत में ‎मीरा पलटी चारों खाने चित्त उसने अपने चूत के होठों को उंगलियों से फैलाया और बोली: ‎”अब घुसा ना! घुसा ये लार से भीगा, पेशाब चाट चुका 8 इंच का लंड मेरी चूत में!” ‎मैं एक सेकंड नहीं रुका पूरा लंड झटके से उसकी चूत में घुसाया “छप्पपप!!!”


“आह्ह्ह फक्क़्क् जय!” मीरा चीख पड़ी, उसकी चूत ने मेरे लंड को ऐसे पकड़ा जैसे मौत पकड़ती है। ‎मैंने दोनों हाथों से उसकी जांघें पकड़ी और चोदना शुरू किया। धीमे से तेज़… फिर और तेज़… ‎“छप छप छप छप!!!” थूक, लार, और चूत का गाढ़ा पानी उड़ता रहा। ‎हर झटके पर मीरा की छातियाँ उछलतीं मैं उन्हें मुँह में भरता, काटता, चूसता।


‎“जय… तू जानवर है… राक्षस है… चोद मेरी चूत, काट मेरी गांड, गला दबा दे…”


‎मैंने उसका गला पकड़ा हल्का दबाया और झटकों की स्पीड दोगुनी कर दी।


‎”आह्ह्ह… मैं पेशाब कर दूंगी चूत में…”


‎”कर दे मीरा… मेरी लंड पर पेशाब कर दे…”


‎”तभी वो अचानक से कांपते हुए बोली… “जय… अब रोक मत… रोकना मत…”


‎मीरा की आँखें उलट चुकी थीं, पसीने से भीगा शरीर काँप रहा था — उसकी चूत मेरे लंड को जकड़कर काँप रही थी जैसे हर झटके पर कुछ और बहा देना चाहती हो। ‎मैंने उसकी कमर पकड़ी एक झटका और मारा “छप्पपप!!!” उसकी पूरी कमर हिल गई। ‎“आह्ह्ह फक्क़्क्…” जय… अब नहीं रोक सकती… निकल रहा है…”


उसने मेरा हाथ पकड़ लिया, अपनी चूत पर दबाया और तभी… ‎”छछछछछछछस्स्स्स्स्स!!” ‎मीरा की गर्म, नमकीन बदबूदार पेशाब मेरी लंड पर सीधी फव्वारे की तरह निकलने लगी लंड, बॉल्स, जांघें… सब भीग गए। ‎मैंने जीभ निकाली और उसके पेशाब को चाटने लगा। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.


‎“तू तो साला असली कुत्ता है जय…” ‎मीरा हँसी, फिर हाँफती हुई बोली “थूक, पेशाब, चूत… सब तेरे लंड पर चाहिए ना?”


‎“हाँ मीरा… और तेरी ज़ुबान भी चाहिए मेरे लंड पर…”


मैंने उसे फिर से पलटाया अब वो उल्टी लेटी थी, गांड ऊपर, चूत नीचे। ‎मैंने दोनों गाल फैलाए और अपनी जीभ सीधी उसकी गांड की दरार पर चलाई ‎“चूस्स्स्स्स्स… चुप्प्प… आह्ह…” ‎मीरा काँप उठी, उसके पैर झनझना उठे।


‎“चाट गांड… चाट पूरी… और फिर उसी चाटी हुई गांड में घुसा लंड…”


‎मैंने थूक उगला उसकी गांड पर और पूरे लंड को एक झटके में उसमें घुसा दिया ‎“थड़ाक!!!!”


‎“आआआआआआआआआआआआआआआ… जय!! तेरा लंड… मेरी गांड फाड़ देगा…”


‎“तो फाड़ने दे मीरा… तू मेरी रंडी है आज… चूत, गांड, मुँह… सब मेरा…”


‎मीरा ने पीछे से मेरी गर्दन पकड़ी और अपनी जीभ मेरे होंठों पर रख दी। ‎हम दोनों हाँफते हुए एक-दूसरे की जीभ चूस रहे थे… और उसी चूसते हुए लिपलॉक में मैं उसकी गांड चोद रहा था…


‎“तेरा लंड… ओह गॉड… इतना मोटा क्यों है जय… मेरी आंतें बाहर आ जाएँगी…”


“और फिर मैं उन्हें भी चाट लूँगा मीरा… तू जो भी बाहर निकालेगी मैं चाटूँगा…”


‎मीरा हँसी फिर अचानक रुक गई… ‎उसने मेरी गर्दन दबाई और फुसफुसाई…


‎“अब तू नीचे जा… और अपने ही लंड को चूस… मेरे सामने…”


‎मेरे होंठ काँप गए…


‎“क्या??”


‎“हाँ जय… अब तू रंडी बनेगा… तू नीचे झुक… और अपने लंड को अपनी ज़ुबान से चाट… मेरी पेशाब से भीगा हुआ लंड… चाट मुझे देखकर…”


‎मैं नीचे झुका… हाथों और घुटनों के बल… लंड पहले ही खड़ा था पेशाब, चूत का पानी, और लार से चमक रहा था… ‎मैंने अपनी जीभ निकाली… ‎“चुप्प्प…” पहले लंड की टिप… फिर लंड की गर्दन… और फिर धीरे-धीरे, पूरा लंड मुँह में भर लिया… ‎मीरा ने अपना मुँह खोला उसकी आँखें पगला गईं… ‎“ओह फक! ‎…तू फिर से अपना लंड चूस रहा है… मेरे सामने… जय… ओह माय गॉड…”


‎वो अपनी चूत सहलाने लगी और वहीं बैठकर पेशाब की एक और धार बहा दी ‎मेरे चेहरे पर… ‎“ले… ये पेशाब भी पी… चूसता रह लंड… पीते रह पेशाब…” ‎मैंने मुँह ऊपर उठाया थूका और वही थूक वापस मुँह में चूस लिया… ‎“2 मुँह 1 लंड… तू और मैं साथ में…”


मीरा नीचे आई मेरे लंड के दूसरी तरफ ‎हम दोनों अब एक ही लंड को चूस रहे थे… ‎“चुप्प चुप्प स्लरप स्लरप…” ‎उसके बाद अचानक से मीरा ने मुझे ज़मीन पर धक्का दिया और बोली ‎”लेट नीचे, अपनी औकात में आ…” ‎मैं पीठ के बल लेट गया और उसने अपनी गीली, गंधाती चूत मेरे चेहरे के ऊपर ला दी।


‎”अब मुँह खोल जय… मैं चूत से तेरे मुँह में बैठने वाली हूँ… और जो निकलेगा, तू सब चाटेगा…”


‎थपाक!!! ‎वो सीधे मेरी मुँह पर बैठी चूत मेरे होंठों पर, नथनों पर गर्म बदबूदार चूत का रस टपकने लगा… ‎“छ्छ्छ छ्छ्छ छ्छ्छ…”


‎“आआआआआआआआआआआआआआआआआह्ह्ह…” वो काँपने लगी और फिर… ‎”छप छप छप छप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प!!!!!!!”


‎मीरा की चूत ने मेरा मुँह स्क्वर्ट से भर दिया मेरी आँखें बंद, जीभ बाहर मैं पूरा पीता गया, लार और स्क्वर्ट मिक्स होकर गालों से बहने लगा… ‎वो हँफती हुई बोली, “अब थूक इसे मेरे मुँह में… और फिर मुझे चूम…” ‎मैंने मुँह में भरा स्क्वर्ट जमा थूक निकाला और मीरा के खुले मुँह में थूक दिया ‎”थुप्प्प्प्प!!!!”


‎फिर अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए एक जानलेवा, स्क्वर्टी किस जीभ से जीभ लिपटी थूक अंदर-बाहर होता रहा… ‎मीरा ने अपने होंठ हटाए मेरी आँखों में देखा और बोली: ‎”अब मेरे पैरों के नीचे दब जा… और कुत्ते की तरह अपने ही लंड को चूस मेरे देखते हुए मेरी गंदी रंडी…”


‎मैं नीचे झुका उसके पैरों के नीचे आया उसने अपना पैर मेरे सिर पर रखा… ‎”अब चूस… अपने लंड को… और कह ‘मैं मीरा का गंदा कुत्ता हूँ'” ‎मैंने लंड मुँह में लिया — “चूऊउउप्प्प्प… स्लर्र्प्प…” ‎मेरे मुँह से लार बहने लगी… फिर मुँह हटाकर कहा ‎“मैं मीरा का गंदा कुत्ता हूँ… तेरी चूत की रोटी, तेरे पेशाब का पानी…”


‎उसने थप्पड़ मारा “अभी पूरा सबमिशन बाकी है… मुँह खोल और तैयार हो…”


‎मीरा ने अपनी चूत मेरी नाक के ऊपर रखी और फुसफुसाई: ‎”अब तू फिर मेरा पेशाब पिएगा… अपनी जुबान बाहर कर…” ‎मैंने जुबान बाहर निकाली और तभी… ‎“स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स…” ‎मीरा ने पेशाब गिराया गरम, गाढ़ा, बदबूदार पेशाब सीधा मेरी ज़ुबान पर, फिर पूरे मुँह में. मैंने पी लिया, कुछ बहा, फिर वहीं थूका और फिर से चाटा…


‎”बोल तू मेरा पेशाब भी पीता है…”


‎”हाँ मीरा… तेरे चूत का रस… तेरे मूत का नशा… सब पीता हूँ… मैं तेरा लंडचूस कुत्ता हूँ…”


‎अब मीरा ने मुझे पीछे खींचा और मेरी लंड को हाथ से पकड़ा।


‎”अब मैं तुझसे अपने हाथों से तेरा ही लंड चुसवाऊँगी तू अपनी मर्दानगी को मेरी मर्ज़ी से चूसेगा…”


‎उसने मेरा लंड पकड़कर मेरे मुँह की तरफ झुकाया और आदेश दिया: ‎”ले… चूस… मेरे हाथ से पकड़ा हुआ लंड… अब तू मेरी रंडी है पूरी…”


‎मैंने आँखें बंद कीं और फिर… ‎“स्लूऊऊऊरप्प्प… चूऊउप्प्प्प्प… चुप्प चुप्प…” ‎मीरा का हाथ मेरा लंड और मैं खुद उसे गहराई तक मुँह में भर रहा था… ‎फिर वो भी अचानक से नीचे आई और हम दोनों एक बार फिर दो मुँह, एक लंड ‎साथ-साथ… चूसने लगे… ‎लंड, थूक, चूत, मूत — सब गड्डमड्ड.


‎और मीरा अभी भी हाँफ रही थी मेरी लंड चूसती हुई और मैं अपना ही लंड मुँह में भरते हुए उसके साथ था। दो मुँह एक लंड लार, स्क्वर्ट, मूत, सब में सना हुआ लंड… ‎लेकिन अब मेरे अंदर फिर से वो राक्षस जाग चुका था। ‎मैंने मीरा की ठुड्डी पकड़ी उसका मुँह ऊपर उठाया और आँखों में देखते हुए कहा: ‎”अब बहुत हुआ… अब तू मेरी होगी, मेरी गंदी रंडी जो सिर्फ मेरी चुदाई के लिए बनी है।”


‎उससे पहले वो कुछ समझे मैंने उसके बालों से पकड़कर उसे दीवार से ठेल दिया ‎”धड़ाम!” ‎उसकी पीठ दीवार से टकराई मैं सामने खड़ा ‎मेरी लार से सना लंड एकदम खड़ा था। ‎”अब बोल… कहाँ चाहिए ये 8 इंच जानवर?” ‎मीरा पागलों की तरह मुस्कुराई ‎”मेरी चूत फटी जा रही है… घुसा ना! पूरा! गले तक!”


‎मैंने उसके मुँह पर थूका — ‎”थूउउउउउ!!!” ‎और फिर चूत पर जोर से थप्पड़ मारा — ‎”थड़ाक!”


‎”जा रही है ना फट? तो अब फटेगी!!”


‎मैंने दोनों टाँगें उठाकर उसकी चूत की लाइन में लंड रखा और पूरा झटका मार दिया — “छप्पपपप!!”


‎”आआआआआआआआआआआआआआआ फक्क्क्क्क्क!!!”


‎मीरा की चीख दीवार से टकरा कर गूंज उठी… ‎मैंने एक हाथ से उसकी गर्दन दबाई और दूसरे हाथ से उसकी जाँघें फैलाकर रखीं। ‎अब झटके शुरू हुए ‎”छप! छप! छप्प! छप्प्प! छप्प्प्प्प!” ‎हर झटके पर उसका बदन हिलता दीवार कांपती चूत का पानी ज़ोरों से बहता… ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.


‎“जय… तू… तू मुझे तोड़ देगा… मैं स्क्वर्ट… ओह गॉड… मैं फिर से स्क्वर्ट कर रही हूँ…”


‎”तो कर ना… चिल्ला के कर… दुनिया को बता… कि तू मेरी चुदाई की गुलाम है…”


‎मैंने अपनी जीभ उसकी गर्दन से लेकर कान तक चलाई और कान में कहा: ‎”तू मेरी है… मेरी रंडी… मेरी गंदगी… और इस लंड की प्यास…”


‎फिर अचानक एक झटका ‎और मीरा पूरी तरह स्क्वर्ट कर गई — ‎”छप्प छप्प छप्प!!!” ‎चूत का पानी मेरे पेट से टकराया नीचे फर्श गीला हो गया… ‎मैंने मीरा को दीवार से हटा कर ज़मीन पर पटका उसकी छाती पर चढ़ गया और लंड उसके मुँह में घुसाया…


‎”अब इसे चूस और मेरा माल पी…”


‎मीरा ने मुँह खोला और पूरा लंड गले तक भर लिया… ‎”गग्ग्ग्ह्ह्ह!!! गुह्ह्ह्ह!!!”


‎मैंने थूक उसके माथे पर गिराया उसके बाल पकड़कर सर आगे पीछे किया… ‎”चुप्प्प्प! छुप्प्प्प! स्लूरप्प्प!!” ‎और फिर… ‎”मीरा… मैं… अब… मैं निकल रहा हूँ… साले मुँह में ले!!!”


‎”आआआआआआआआआआआआआआआआआआआ!!!”


‎लंड फट पड़ा मेरा गर्म वीर्य मीरा के गले में उतरता गया ‎कुछ बाहर बहा, कुछ उसकी जीभ पर… ‎उसने वहीं उसे घुमाकर… चाटा… और गटक गई… ‎फर्श पर पसीना, पेशाब, थूक और चूत का पानी फैला था. ‎मीरा मेरी बाँहों में थी उसकी चूत फटी, उसकी गांड लाल, उसका मुँह लार से भरा…


‎मैंने उसकी आँखों में देखा और कहा: ‎”तू सिर्फ लड़की नहीं… तू मेरी गंदी, प्यास से भरी काली रात है… और मैं तेरा हरामज़ादा शैतान…”


‎मीरा मुस्कुराई और बोली: ‎”अब ये कहानी ख़त्म नहीं होती जय… ये तो बस शुरुआत थी… अगली बार, मेरी मम्मी भी घर नहीं होगी… ‎और हम जल्दी ही ये गंदा खेल फिर से खेलेंगे। अब तू और मैं एक-दूसरे की हर एक चाहत पूरी करेंगे और दोगुना मज़ा करेंगे। तू बस तैयार रहना, मेरे कुत्ते!”


उसके बाद हम साथ में नहाए और फिर होटल से चेक आउट करके साथ में निकल गए। उसका घर मेरे घर से 1 किलोमीटर दूर ही है, तो इसलिए मैंने उसे कॉलोनी के बाहर छोड़ दिया और अपने घर आ गया। ‎और उस दिन के बाद, हमारी ज़िंदगी ने एक नया मोड़ लिया, हमने वो सब किया जो कभी हमारे ख्यालों में भी नहीं था।


हमारी सेक्स लाइफ ने एक ऐसा लेवल छू लिया जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। ‎अगर आप जानना चाहते हैं कि आगे क्या-क्या हुआ, तो मेरे साथ बने रहिए। मैं अपने हर अनुभव को आपकी जिंदगी में एक नई आग लगाते हुए अपनी अगली कहानियों के जरिए आपके सामने पेश करता रहूंगा। ये मेरी असली कहानी है दोस्तों, जिसे मैंने अपने हर एक पल को महसूस करके और मेहनत से लिखा है। मुझे पता है कि बहुत लोग यकीन नहीं करेंगे, लेकिन ये सच है। और अगर चाहो तो मैं इसका पूरा सबूत भी दिखा सकता हूँ।


दोस्तों, मुझे पूरा यकीन है कि मेरी ये कहानी आपकी हर फैंटसी को जिंदा कर देगी और दिल की हर हसरत को आग लगा देगी। मैं हूँ ही इतना डर्टी, वाइल्ड और एरोटिक कि पढ़ते ही आप खुद को रोक नहीं पाएंगे। ‎अगर मेरी ये Hindi Sex Stories ने आपकी रूह को छुआ हो, तो हिचकिचाए मत — मेरे इस ईमेल एड्रेस पर तुरंत मेल करें और अपनी दिल की सबसे गंदी, सबसे पागल बात मुझसे शेयर करें। ‎मेरी ईमेल आईडी- eroticladka25@gmail.Com ‎मेरी टेलीग्राम आईडी – hotmayank ‎अब इंतजार किस बात का? अपना हौसला दिखाइए और मुझे लिखिए!”

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