आख़िर चाची ने अपनी गांड दे ही दी - Hindi Sex Stories
- Raj Rajput
- 3 days ago
- 12 min read
आपने मेरी पिछली कहानी में पढ़ा, - कैसे मैंने चाची की अमरुद के बगीचे में चुदाई करी और कालों नाम की लड़की की गांड़ चुदाई की कहानी सुनी थी। मैंने कालों की चुत की सील तोडी थी तो वह भी बाद में बताऊंगा तो कहानी स्टेप बाई स्टेप बताऊंगा तो कहानी में जो नाम है उन्हें याद रखना।
चाची की चुदाई अमरूद के बगीचे में जहां खत्म की थी वहां से शुरू करता हूं। तो मैंने और चाची ने अपने कपड़े साफ किए और मेने अमरूद से भरा हुआ थैला उठा लिया क्यों- चाची चुदाई की वजह से काफी थक चुकीं थीं और चाची की टांगें भी बहुत कपकपा रहीं थीं तो चाची और मैं जहां बाईक खड़ी थी वहां तक आ गये।
मैंने चाची से कहा - चाची आप घर जाकर थोड़ी देर सो जाईए। अभी तो सिर्फ डेढ़ बज रहे हैं और घर जाकर गौरी से कहा दैना की अमरुद तोड़ने में बहुत मेहनत करनी पड़ी तो मैं थोड़ा आराम कर रहीं हुं। तु अपने पापा के लिए खाना बना कर उनका जो भी सामान है वो बैग भर कर रखें।
चाची ने कहा - हां ये आइडिया अच्छा है, मैं ऐसा ही करूंगी तो चल अब घर और फिर हम घर आ गए। मेंने चाची को घर पे छोड़ दिया और अमरूद का थैला गौरी को आवाज देकर दरवाजे के पास रख दिया और चाची घर के अंदर चली गई।
थोड़ा में हमारे बारे में बता देता हूं तो मैंरे दादा के पास १५० एकड़ जमीन थी तो दादा दादी कुछ साल पहले चल बसे। अब मेरे दादाजी के दो ही बेटे हैं। एक मेरे पापा और दूसरे चाचा।
दादाजी के देहांत के बाद रिश्तेदारों ने मेरे पापा और चाचा की लडाई करवा दी जिससे मैरे पापा और चाचा के हिस्से में ७५-७५ एकड़ जमीन आईं। पापा ने हमारे हिस्से में जो जमीन थी उसमें एक बड़ा और हवेली टाईप घर बनाया है। चाचा के हिस्से में जो जमीन आईं उसकी बार्डर हमारे घर से १५० मीटर दूर है तो चाचा ने भी हमारे जैसा ही घर बनाया है।
फिर कुछ साल के बाद चाचा को और पापा को पता चला - रिश्तेदारों ने हमारे बीच में झगड़े करवाए थे तो वै फिर से एक हों गए थे, लेकिन अब बंटवारा हो चुका था तो वह अलग-अलग ही रहते हैं। अब हमारे पास जमीन बहुत है तो हमारे पास पैसे की कोई कमी नहीं है। घर बड़ी गाड़ी टैक्टर सब है और पापा ने अलग होने के बाद शहर में जो हमारे घर से १५ किलोमीटर - दुरी पर वहां पर कपड़े की ४ दुकाने खोली है और मेरे चाचा ने खेती के सामान की दुकानें खोली है।
अब आते हैं कहानी पर। तो मैं घर आकर हाथ मुंह धोकर कमरे आराम कर रहा था तो उतने में ही चाचा घर में आए और आवाज लगाने लगे राज राज तो मैरी मम्मी हाल में ही थी, तो उन्होंने चाचा से कहा - आईए भाईसाहब बैठीए।
उन्होंने मम्मी से कहा - भाभी अच्छा हुआ जो आप यही मिल गई। मुझे आप से काम था।
मम्मी - कहीए भाईसाहब।
चाचा ने कहा - भाभी मुझे दुकान के काम से दिल्ली जाना है ७-८ दिनों के लिए तो घर पर रेखा और गौरी ही है। और अमन तो मामा के घर गया है तो रात में उन्हें अकेले डर लगेगा तो आप राज को रात में सोने के लिए घर भेज दिजिएगा।
मम्मी ने कहा - जरूर भाईसाहब आप अगर नहीं भी कहते और मुझे पता चलता - आप घर पर नहीं है तो मैं वैसे भी राज को भेज देती। आप बेफिक्र होकर जाईए।
चाचा ने कहा - ठीक है भाभी, मैं चलता हूं मुझे सामान भी पैक करना तो राज को थोड़ी देर में राज को घर भेज दिजिएगा वो मुझे स्टेशन तक छोड़ने आई जाएगा।
मम्मी ने कहा - ठीक है भाईसाहब। और चाचाजी चलें गये और मम्मी मेरे कमरे आईं।
मैं हैडफोन लगाकर गाने सुन रहा था। मम्मी आईं और कहा - राज जल्दी से तैयार होकर अपने चाचा के यहां जा। उन्हें कुछ काम से दिल्ली जाना है तो उनको स्टेशन छोड़ने जाना और आने पर तेरी चाची के पास ही रुक जाइयो।
इतना कहते ही मम्मी फिर से अपने काम में लग गई और उन्होंने और मैं तैयार होकर चाचा के घर आ गया। जैसे में चाचा के घर आया चाचा गाड़ी बाहर निकाल रहे थे। चाचा ने अभी कुछ महीने पहले ही स्कार्पियो ली थी ब्लैक कलर की तों चाचा ने कहा - अच्छा हुआ राज तु जल्दी आ गया जा ऊपर मेरे रुम में तेरी चाची है उसके पास से मैरा बैग लेकर आ में घर में घुसा तो गौरी हाल में टीवी देख रहीं थीं। तो मैं सिधा चाची के कमरे गया और चाची कपड़े बैग में रख रही थी।
मैंने पिछे से चाची को पकड़कर कहा - चाची तैयार रहना में चाचा को स्टेशन छोड़कर आता हूं।
चाची ने मुझे कहा - क्या कर रहै हों, कोई देख लेगा और चाची झट से अलग हो गई।
मेंने चाची से कहा - चाचा गाड़ी साफ कर रहे हैं और गौरी टीव्ही देख रहीं हैं।
चाची ने कहा - मैं तैयार होकर रहुंगी, तु ये बैग ले और जा चाचा को स्टेशन छोड़कर आ।
फिर मैंने बैग लेकर झट निचे आया तो चाचा गाड़ी साफ कर चुके थे। चाचा ने कहा - राज ये लो चाबी चलों मुझे जल्दी से स्टेशन छोड़ दो मेरी ट्रेन है ३:३० बजे - तो मैंने चाचा से कहा - चाचा की उसमें सिर्फ एक घंटा बाकी है तो चाचा ने कहा - इसलिए तुम्हें लेकर जा रहा हूं स्टेशन तक छोड़ने। स्टेशन हमारे घर से ७० किलोमीटर - दुरी पर है।
मेंने गाड़ी स्टार्ट की चाची बालकनी में आईं और चाचा को बाय किया और फिर मैं और चाचा स्कार्पियो लेके निकल गये स्टेशन के लिए। मेंने गाड़ी भगाकर चाचा को ५ मिनट पहले ही पहुंचा दिया और फिर उनको बोगी तक उन्हें छोड़ने गया। फिर चाचा जैसे हीं बोगी में गये तो रेल गाड़ी चल पड़ी और फिर मैं गाड़ी के पास आया और गाड़ी लेकर मेरे दोस्त की इस शहर में मेडिकल की बड़ी दुकान है वहां पर आ गया तो उसे बहुत खुशी हुई।
मैंने उसकी दुकान से पेन किलर की गोलियां के दो पैकेट और कंडोम के बड़े वाले दो पैकेट लिए, तो उसने मुझे कहा - भाई कंडोम के दो पैकेट क्या रंडीया चोद रहा है क्या?
मैंने कहा - नहीं यार गांव में गर्लफेंड्र है और तुझे तो पता ही गांव के तरफ मुझे सब पहचानते हैं, इसलिए वहां नहीं खरीद सकता।
इतना कहकर उसे बाय किया और गाड़ी लेकर घर की तरफ निकल पड़ा। घर पहुचकर कंडोम के पैकेट और पेन किलर गोलीयों के पैकेट के पार्सल को गाड़ी में ही रखकर अपने घर आ गया।
मम्मी ने कहा - राज मैं ने कहा था - तुझे तेरे चाचा के आने तक तुझे तेरे चाचा के घर पर ही रुकना है। मैंने मम्मी को कहा जा रहा हूं मैं तो मेरा लैपटॉप लेने आया था।
मम्मी ने कहा - जल्दी से अपना लैपटॉप ले और जा जल्दी तो मैंने लैपटॉप लिया और चाची के घर आया और गेट बंद करके गाड़ी में से पार्सल लिया और घर की बेल बजाईं तो चाची ने दरवाजा खोला और मेरे अंदर जाते ही चाची ने मुझे किस करना शुरू कर दिया।
मेंने चाची से कहा - चाची ये क्या कर रही आप अगर गौरी ने देख लिया तो?
चाची ने कहा - गौरी थक गई थी तो वह अपने कमरे में सो रही है मैं खुद देख कर आ रही हुं।
चाची ने कहा - चलो जल्दी से खाना खाते हैं, मैं तुम्हारा कबसे इंतजार कर रही हुं और तुम अपने घर क्यों गए थे?
मैंने कहा - चाची मैं लैपटॉप लेने गया था। इस मैं व्हिडिओ देखेंगे।
चाची ने कहा - ठीक है चल अब जल्दी से खाना खाते हैं और हमने खाना खाया और फिर चाची के रूम आ गये तो चाची का कमरा पहले आता है और फिर गौरी का और अमन का कमरा।
मैंने कहा - चाची एक बार फिर से चेक कर लो कहीं गौरी जाग तो नहीं रही तो चाची देखने चली गई और मैंने लैपटॉप पर एक गांड़ मारने वालीं और लन्ड चूसने वाली एक हिंदी वाली एक चुदाई वाली व्हिडिओ सर्च करली और फिर चाची आईं और कहा - गौरी एकदम गहरी नींद में सो रही है।
चाची ने कहा - राज में आज तुम्हारे लिए बहुत अच्छे से तैयार हो गई हूं अब तुम मुझे जैसे चाहो वैसे चोद सकते हो तो मैंने चाची से कहा - चाची अभी सिर्फ ७:३० साथ ही बज रहे हैं तो आईए में आपको एक चुदाई की व्हिडिओ दिखाता हूं और व्हिडिओ में जैसे दिखाते हैं हम भी उसी तरह चुदाई करेंगे तो चाची खुश हो गई और कहा - हां फिर मैंने लैपटॉप मैं इअरफोन कनेक्ट किए और व्हिडिओ चालु की जिसमें लड़की धीरे धीरे से लडके के कपड़े उतार कर लंड को लालीपाप - तरह चुस्ती है और फिर लड़का नारीयल का तेल लगाके लड़की की गांड़ मारता है।
मैंने लैपटॉप बंद कीया और चाची को कहा - चाची ऐसे करें चुदाई।
चाची ने कहा - गांड़ में बहुत दर्द होगा।
मेंने चाची से कहा - ज्यादा नहीं होगा और मैं आपके लिए दर्द की गोलियां भी लाया हूं जिससे दर्द कम होगा तो आप एक गोली खा लो और थोड़ा सा नारियल का तेल लेकर आओ जेसा व्हिडिओ में देखा है बिल्कुल वैसा ही करेंगे।
चाची ने कहा - राज आज खेत में चुदाई के बाद तो मेरी चुदाई की बिल्कुल इच्छा नहीं है मेरा आज २-३ बार पानी निकल चुका है है और झांटे साफ़ कर ते वक्त मेरे चूत में ब्लेड लग गई थी। जिसके मेंने पहले से ही सोच के रखा था की मैं तुझसे मेरी गांड़ मरवाऊंगी। लेकिन मैंने कभी गांड़ में लंड नहीं लिया तो डर लग रहा है।
मेंने कहा डरों मत चाची पहली बार है, तो थोड़ा दर्द होगा लेकिन बाद में ही मजा आएगा।
चाची ने पेन किलर खाली और नारीयल के तेल की शिशी ले आई और मेंने देखा - रात के ११ बज चुके थे।
फिर मैंने और चाची ने एक दूसरे को किस करते हुए हमारे कपड़े उतार दिए अब हम दोनों पुरे नंगें थे। तों मेंने चाची को बिस्तर पर लेट लिटाया और उनके बुब्स कों चुसने लगा तो चाची सिसकारियां लेने लगी औहह आहह ममम आहहहह आहहहह म्म्म्म आहहहह आहहहह फिर मैंने चुसते चुसते हुए नाभी के पास भी किस करने लगा तो चाची और जोर से सिसकारियां लेने लगी।
औहह आहह ममम आहहहह आहहहह म्म्म्म आहहहह आहहहह जिससे गौरी का जो बगल वाला रुम है उसमें आवाजें जाने लगी जिससे वह जाग गई और चुपके से हमें देखने लगी। ये मुझे बाद में पता चला।
मैं चाची की नाभि को किस करते हुए चाची की चुत के पास आया और देखा - चाची ने झांटे साफ़ कर के चुत को एकदम चिकनी कर रखी थी और उनकी चुत थोड़ी ब्लेड लग गई थी उसका निशान दिखाई दे रहा था तो मैंने हल्के से चाची की चुत को चुमा और चुत चाटने लगा। तो चाची और जोर से सिसकारियां निकलने लगी।
आहहहह उंउं आह ओह हुंहुंहुं आहहहह म्म्म्म आहहहह आहहहह म्म्म्म और ३ मिनट में ही चाची ने अपनी चुत का पुरा पानी छोड़ दिया जो थोड़ा नमकीन था।
लेकिन उसका कोई टेस्ट नहीं था तो मैंने उसे चाची की चुत से ही बहनें दिया और आज चाची ये चौथी बार झड़ चुकी थी तो पानी थोड़ा सा ही निकला जो मुश्किल से गांड़ के छेद तक गया।
फिर मैंने चाची को लंड चूसने को कहा तो चाची ने मना कर दिया - मेंने कभी लंड नहीं चूसा है मुझसे नहीं होगा और मुझे उलटी भी हो सकती है।
मैंने चाची से कहा - चाची कुछ नहीं होगा आप एक बार कोशिश तो करीए तो चाची ने मेरे लंड को हाथ में पकड़ा और कहा - राज क्या मस्त लग है तेरा तो
मैंने चाची से कहा - अपनी झाटेंट २-३ दिन साफ़ करता रहता हूं क्या पता कब कहां किसकी चुत मिल जाए तो मुस्कुराई और कहा - हट बदमाश।
मैंने चाची से कहा - चाची इसे चुसो ना। तो चाची ने मेरे लंड के टोपे को ही कुछ २-३ मिनट चुसा और कहा - मुझसे नहीं चुसा जाएगा। तु एक काम कर जल्दी मेरी गांड़ मारले।
चाची बिस्तर पर लेट गई और में उन्होंने जो नारीयल के तेल - शिशि कों टेबल पर रख दिया था उसे लेने बिस्तर से नीचे उतरा तो मैंने देखा - गौरी चुपके से हमें देख रहीं हैं और अपनी चुत को सलवार के उपर से ही मसल रही है तो मैंने सोचा - इसे देखने देते क्या पता ईसकी कुंवारी चुत चोदने मिल जाए। मेंने तेल की शिशी ली और बिस्तर पर आ गया और चाची की गांड़ को उठाकर उसे अच्छी तरह से तेल लगाके तैयार कर रहा था तो चाची भी मेरा साथ देने लगी और बोली - राज धीरे से करना मेंने आज तक गांड़ नहीं मरवाई है और मैं ये सिर्फ तुझे मरवाने दें रहीं हुं।
मेंने चाची से कहा - चाची कुछ नहीं होगा देखना आपको कितना मज़ा आएगा तो मैंने चाची के गांड़ को थोड़ा ऊपर उठा लिया और गांड़ के छेद को थोड़ा फैलाया - उसमें तेल अच्छे से जा सकें। मैंने चाची की गांड़ को तेल से पुरा भर दिया और थोड़ा सा तेल मेरे लंड पर भी लगा दिया और चाची की गांड़ में लंड डाल ने लगा तो चाची गांड़ का छेद बहुत टाइट था तो लंड अंदर जा नहीं पा रहा था और चाची पिछे पिछे सरक रही थी। मैंने चाची के सर को दिवार से सटा दिया और धीरे धीरे से लंड को चाची की गांड़ में घुसाने लगा।
मुश्किल से लंड का टोपा ही अंदर गया था - चाची जोर से चीख पड़ी आहहहआह राज नहीं, बोहोत दर्द हो रहा है नहीं राज नहीं। आहह। और चाची रोने लगी।
ये सब गौरी चुपके से देख रही थी तो मैंने चाची को किस करना शुरू किया तो चाची थोड़ी नार्मल हुईं करीब १४-१५ मिनट मेंने चाची को किस कीया।
चाची के आंसु अब सुख गये थे तो मैंने चाची की गांड़ को तेल से अच्छी तरह से भर रखा था तो जैसे हीं चाची थोड़ी नार्मल हुईं मेंने एक जोरदार धक्का लगाया और मेरा ८ इंच का मोटा लंड चाची की गांड़ में एकदम से पुरी तरह से घुस गया। जिससे चाची की चिख तो नहीं निकलीं लेकिन चाची बेहोश हो गई।
मेंने चाची की तरफ देखा तो चाची बेहोश पड़ी थी फिर मैंने चाची की गांड़ की तरफ देखा तो चाची की गांड़ पुरी तरह से फट चुकी थी और उसमें से थोड़ा खुन बह रहा था। चाची - गांड़ इतनी टाइट थी - मेरा लंड भी दर्द कर रहा था तो मैंने सोचा - चाची को होश आने तक में रुका तो चाची मुझे बाद में कभी गांड़ में लंड डालने नहीं देगीं। तो मैंने चाची की गांड़ में धीरे धीरे लंड को अंदर-बाहर करने लगा और जैसे ही मेरा लंड गांड़ के थोड़ा बाहर आता में उसपे तेल लगाके उसे फिर से चाची की गांड़ में डालने लगा।
करीब मेंने धीरे धीरे करके २० मिनट तक चाची की गांड़ को मारना जारी रखा और अब चाची भी होश में आ रही थी और कह रही थी - राज रुक जा मत कर मुझे दर्द हो रहा है आहह मत कर। तो मैंने चाची को एक जोरदार चाटा मारा जिससे चाची पुरी तरह होश में आ गई और रोने लगी राज रुक जा दर्द हो रहा है रुक जा।
मैंने लंड गांड़ में ही रखकर चाची को किस करते हुए शांत करने लगा। चाची धीरे धीरे शान्त हो गई और फिर मैंने चाची से कहा - चाची अब हों गया जो होना है। अब मैं धीरे धीरे से आपकी गांड़ में लंड को आगे पीछे करता हूं। अगर आप को दर्द हुआ तो मैं गांड़ से लंड निकाल लुंगा।
चाची अब पूरी तरह होश में आ गई थी और उन्होंने पेन किलर की गोली पहले ही खाली थी तो उन्हें अब दर्द भी कम हो रहा था। फिर मैंने धीरे धीरे से लंड को चाची की गांड़ में आगे पीछे करने लगा मैंने चाची बेहोश थी तभी से अच्छी तरह से गांड़ मारकर उसे चोडा कर दिया था जिसके बाद अब लंड आराम से आगे पीछे हो रहा था और चाची को हल्का सा दर्द भी हो रहा था और मजा भी आ रहा था। जिससे चाची ने फिर से सिसकारियां लेने लगी औहह आहह ममम आहहहह आहहहह म्म्म्म आहहहह आहहहह म्म्म्म आहहहह आहहहह म्म्म्म आहहहह आहहहह म्म्म्म आहहहह उ आहहहह आहहहह म्म्म्म आहहहह आहहहह फिर मैंने चाची की गांड़ को १५ मिनट अच्छी तरह से मारा और मैरे माल को चाची की गांड़ में पुरी तरह से भर दिया।
फिर मैं चाची के उपर वैसे ही गांड़ में लंड रखकर लेट गया चाची ने मेरे सर को हाथ से सहलाकर कहा - राज तुम ने बिल्कुल सही कहा था - गांड़ मरवाने में बहुत मज़ा आता है। लेकिन मेरी गांड़ में जलन हो रही है तो मैंने चाची की गांड़ देखा तो चाची की गांड़ छील गई थी, जिसके चाची की गांड़ में जलन हो रही थी।
मैंने चाची को कहा - आप एक काम करो की एक पेन किलर की गोली और खा लो इससे आपका दर्द और जलन दोनों कम हो जाएगा। मैंने चाची को एक गोली दी और चाची ने उसे खा लिया है फिर मैंने चाची को गोदी में उठा लिया और बाथरूम में लेकर आ गया।
चाची की गांड़ को अच्छी तरह से धो लिया और टावेल से अच्छी तरह से पोंछ दिया और फिर से चाची को गोदी में उठा लिया और बिस्तर पर लेटाने वाला था।
मेंने देखा - बेडशीट पर खुन और तेल लगा हुआ है तो मैंने चाची को खड़ा किया और फिर बेडशीट को उतार कर फेंक दिया और कपाट से दुसरी बेडशीट को बिछा दिया और चाची को बिस्तर पर लिटा दिया और मैं भी चाची के बगल में लेट गया।
चाची ने मुझे कहा - राज मुझे गांड़ मरवाने में बड़ा मज़ा आया, लेकिन दर्द भी बहुत हुआ। मैंने कहा - अब दो दिनों तक मेरी गांड़ नहीं मारुंगा चाची। और चाची मेरे गले लगकर सो गयी और फिर मेने दरवाजे की तरफ देखा, गौरी वापस जा चुकी थी और फिर मैंने भी चाची को कसके पकड़ा और सो गया।
तो आप सभी को ये Hindi Sex Stories कैसी लगी मुझे yuva69rajput@gmail.com इस मेल पर जरुर बताना।
अब Hindi Sex Stories का अगला पार्ट जल्दी ही बताऊंगा की कैसे मैंने गौरी की चुत - सिल तोडी।

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