चाची कि फिर एक बार चुदाई अमरूद के बगीचे में - Hindi Sex Stories
- Raj Rajput
- 2 days ago
- 10 min read
Updated: 10 hours ago
आप सभी ने मेरी पहली कहानी (हगने गई देसी चाची की चुदाई नाले में) को पसंद किया तो आपके लिए फिर से पेश कर रहा हूं वो ही चाची के साथ सच्ची चुदाई की कहानी।
पहली कहानी में आपने पढ़ा कि, कैसे चाची मेरे लंड के लिए कहीं भी चुदाई के लिए तैयार खड़ी हैं। तो हुआं यु की चाचा को किसी काम से ७-८ दिनों के लिए बाहर जाना था। क्योंकि कोई जरुरी काम था तो वह किसी रिश्तेदार के यहां जा रहें थे, तो उन्होंने चाची को कहा कि दोपहर में राज को साथ ले जाकर अपने अमरूद के बगीचे से अमरूद तोड कर लें आना।
मैंने आपको पहले ही कहानी में कहा था कि, हम जमीनदार टाईप के लोग हैं तो हमारे पास जमीन भी बहुत है। और हमारा और चाचा का जो घर हैं तो उसमें कुछ १५० मिटर का अंतर है। चाची ने उनकी जो लड़की है गौरी (बदला हुआ नाम) उसे भेजकर कहा कि राज भैय्या से कहना कि दोपहर में अमरूद लेने जाना है। गौरी हमारे घर पर आते ही मेरे रुम में आ गई और बोली कि भैय्या आपको मम्मी के साथ अमरूद लेने के लिए जाना है, तो मैंने गौरी से पुछा कि अमरूद किस लिए तो गौरी ने कहा कि पापा किसी काम से कल ७-८ दिनों के लिए बाहर जा रहै है तो उन्हें किसी के लिए ले जाने है।
मैंने गौरी से कहा कि, ठीक है, अभी सुबह के ८ बज रहे हैं, चाची से कहना कि दोपहर १२ बजें जायेंगे। गौरी वहां से चाची को बताने चली गई। लेकिन मेरे मन में फिर से लड्डू फ़ूटने लगे कि आज चाची और मैं अकेले अमरूद के बगीचे में जाएंगे तो चाची की गांड़ मारकर ही रहुंगा।
हमारा १ एकड़ का अमरूद का बगीचा है जो हमारे घर से १.५ किलोमीटर दूर है क्योंकि वह खेत थोड़ा दूर है और उस खेत में जानें के लिए कच्चे रास्ते से जाना पड़ता है। तो मैंने नाईट पैंट और शर्ट पहना और मम्मी को कहा कि मुझे चाची ने बुलाया है, उन्हें अमरूद लेने बगीचे में जाना है तो मैंने मोटरसाइकिल निकाली और चाची के घर पर जाकर उन्हें आवाज दी।
चाची एक थैला लेकर आईं और मोटरसाइकिल पर बैठ गई। फिर हम कच्चे रास्ते से होते हुए अमरूद के बगीचे के पास पोहोच गये। फिर चाची उतरीं और सिधे अमरूद तोड़ते हुए अमरूद के बगीचे में घुस गई। मैंने भी उनके पीछे पीछे अमरूद के बगीचे में आ गया और उन्हें अमरूद तोड़ने में मदद करने लगा। मैंने चाची से कहा कि, चाची चाचा कहा गये है? तो चाची ने कहा कि उन्हें कुछ काम था तो शहर गये है और शाम तक आ जायेंगे।
कुछ ही देर में हमने अमरूद तोड़कर थैला भर दिया। और हम अमरूद के बगीचे के इतने अंदर थे कि हमें कोई देख भी नहीं सकता था और हमारे इस वाले खेत कि तरफ सुनसान ही रहता था तो हमै आते वक्त कोई नजर भी नहीं आया। हमने अमरूद तो तोड ही लिए थे तो वहीं बगीचे में पेड़ों के नीचे छांव में बैठकर बातें करने लगे।
मैंने चाची से पूछा कि चाची इतने सारे अमरूद किसे देने हैं। चाची ने कहा कि तेरे चाचा को किसी काम से बाहर जाना है तो वहां कोई हमारा रिश्तेदार हैं तो उसी के लिए लेकर जा रहें हैं तेरे चाचा।
मेंने चाची से पूछा कि, चाचा कब जाने वाले हैं?
चाची ने कहा कि कल जानें वाले हैं ७-८ दिनों के लिए।
और इतना कहते ही चाची उठीं और कहीं जाने लगी तो मैंने फिर से चाची से पूछा कि अरे चाची आप कहां चली?
तों उन्होंने कहा कि पेशाब करने जा रही हुं।
तो मैंने भी शरारती अंदाज में कहा कि यही कर लिजिए मैंरे सामने वैसे भी मैंने आपकी गांड़ धोई है और चुदाई भी की है। तो चाची हल्के से मुस्कुराई और मुझे हल्के से मुक्का मारा और वही मेरे सामने साड़ी ऊपर करके मेरी तरफ चुत करके मुतने लगीं।
चाची कि चुत से निकलती धार ने मेरे सोये हुए लंड को जगा दिया। चाची की मुत की धार अमरूद के पत्तों पर चररर कि आवाज कर रही थी और जैसे चाची की पेशाब हो गई, चाची झठ से उठीं और टांगों को थोड़ा सा फैलाकर अपने घाघरे से चुत को पोंछा और झट अमरूद के थैले को उठाकर बोली कि राज चल मुझे तेरे चाचा के लिए खाना बनाना है।
अरे चाची चलते हैं, लेकिन आपने जो मेरे लंड को खड़ा कर दिया है उसका क्या?
चाची ने इधर उधर देखा और कहा कि, राज दिन का टाइम है कोई आ जाएगा।
मेंने चाची से कहा कि, चाची घबराईं मत, चाचा तो शहर गये है और आस पास के खेतों में भी कोई नहीं है।
फिर मैंने चाची से अमरूद का थैला लेकर निचे रख दिया और चाची को किस करने लगा। चाची ने मुझे किस करना शुरू कर दिया कभी चाची मेरी जिभ कों उनके मुंह में लेकर चुसती तो कभी में उनकी जिभ कों चुसता करीब ८ मिनट तक हमने एक-दूसरे को किस किया और फिर हम अलग होकर हांफने लगे।
मैंने चाची से कहा कि चाची आपने इतना अच्छा किस करना कब सिखा?
तो चाची ने कहा कि तुने मुझे उस दिन नाले में इतने अच्छे से किस किया तो मैंने मोबाइल में किस करते करते चुदाई सर्च करी तों मेरे सामने चिनी लोगों कि चुदाई कि व्हिडिओ आ गई, तो मैंने उन में से दो तीन व्हिडिओ देखी वो लोग ऐसे ही कर रहे थे।
तों मेंने चाची से कहा कि वो चिनी नहीं जापानी होते हैं तो चाची ने कहा कि मैं तेरे जितनी पढ़ी लिखी थोड़ी हुं मैं ठरही बारहवीं पास और चाची मुस्कुराई फिर मैंने वही थोड़े सुखे हुए पत्तों को हाथों से इधर-उधर कर के जमीन को साफ किया और चाची वहां बैठ गई और मुझसे कहा कि राज जल्दी कर जल्दी से चुत चोद और चल यहा से। दिन का टाइम कोई भी कभी भी आ सकता है।
मैंने चाची से कहा आप डरती बहोत है। कोई नहीं आएगा।
चाची ने कहा कि, अगर किसी ने देख लिया तो बदनामी करता फिरेगा तु। जल्दी कर, नहीं तो चल घर।
तो मैंने चाची से कहा कि चाची रुकिए जल्दी से चुदाई करते और फिर चलते हैं। देखिए न मेरा लंड दर्द करने लगा चुदाई नहीं करी तों ये और दर्द करेंगा। तो चाची तैयार हो गई। तों मेंने पेंट निचे की और चाची के मुंह के सामने लंड को ले गया और चाची से कहा कि चाची इसे चुसो।
तो ने कहा छिईईई गंदा में नहीं चुसती। तो मैंने कहा कि आपने व्हिडिओ देखी थी ना उसमें देखा नहीं वै लड़कियां कैसे लंड चुस्ती है।
तो चाची ने कहा कि नहीं वो नहीं चुसती उनकी चुत में लंड होता है और वै लड़का और लड़की सिर्फ किस करते वक्त चूदाई कर रहे थे।
चाची ने कहा कि देख राज तुझे चोदना है तो चोद नहीं तो चल घर। मैंने चाची को फोर्स नहीं किया और चाची को कहा कि ठीक है चाची आप लेटीए और साड़ी को ऊपर करीए।
तो चाची ने लेटकर साड़ी को ऊपर किया और मैं ने देखा कि चाची की चुत पर बड़ी बड़ी झांटे आ चुकी थी।
तो मैंने चाची से कहा कि चाची ये क्या आपकी चुत तो नजर भी नहीं आ रही तो चाची ने कहा कि तेरा चाचा तो मुझे महीने एक बार चोदता है। उसे क्या है, वह तो सिधा चुत में लंड डालता है और ३-४ मिनट में झड़ जाता है। इसलिए मैं झांटे ज्यादा साफ़ नहीं करतीं। वो तुने मुझे जब नाले चोदा था तो उसके २-३ पहले मेरे चुत में ज्यादा ही खुजली हो रही थी तो मैंने झांटे साफ़ कर ली थी।
मुझे चाची की चुत चाटनी थीं, लेकिन झांटे देखकर मैंरा मन नहीं हुआ, तो मैं चाची की दोनों टांगों के बिच में आया और चाची की चुत पर थुक कर लंड को चाची की चुत पर सेट किया और हल्के से अन्दर किया।
चाची के मुंह से हल्की सी आहहहह निकली, तो चाची ने मुझे अपने उपर खींच कर कहा कि, जैसा व्हिडिओ में देखा था वैसे करते हैं। इतना कहते ही चाची ने मुझे किस करना शुरू कर दिया और मैंने भी फिल लेते हुए लंड को चुत में घुसाने लगा।
तो चाची भी जापानी लड़कीयों की तरफ हुं हुं हुं आआआ हुं हुं हुं आआआ करने लगीं, तो चाची ज्यादा ही उत्तेजित हो गई और ८ मिनट की चुदाई में २ बार झड़ गई। काम की वज़ह से (गांव में औरतों को सुबह जल्दी उठकर काम करना पड़ता है इसलिए वह बहुत थक जाती हैं) थकी हुई थी तो उन्होंने ने मुझसे कहा कि, राज जल्दी कर, मेरा दो बार पानी निकल चुका है और मुझे घर जाकर खाना भी बनाना है।
तो मैंने कहा, चाची अभी तो मेरा नहीं हो रहा है, आपकी झाटों कि वज़ह से मेरा हों नहीं रहा।
चाची ने थोड़ी रोनी सूरत बना ली। ये देखकर मैंरा मन भी थोड़ा दुखी हूआ। तो मैंने चाची से कहा कि चाची एक काम करते हैं, मैं आपकी गांड़ मारता हुं। जिससे हम जल्दी घर जा सकें।
तो मैंने लंड को चाची की चुत से बाहर निकाल लिया और चाची के पैरों को पकड़ कर ऊपर किया। जिससे चाची की गांड़ का गुलाबी छेद मेरे सामने आ गया। फिर मैंने चाची के गांड़ पर बहुत सारा थुक लगा दिया और जैसे लंड को चाची के गांड़ के छेद में डालने वाला था, मैंने चाची की तरफ देखा उनकी आंखों से आसुं आ रहें थे।
ये देखकर मैं रुक गया और चाची से कहा कि चाची आप रो रही है? तो चाची ने कहा कि देख गांड़ मरवाने में बहुत दर्द होता है और मैं तुझे मना भी नहीं कर सकतीं। क्योंकि जब से तुने मुझे चोदा है मैं संतुष्ट हो गई हुं और खुश भी हूं। क्योंकि तुने मुझे जब कहा कि, चाची गांड़ मारता हूं, तो मुझे अपने यहां काम करने वाली कालों की याद आ गई।
कालों हमारे गांव की एक मुस्लिम लड़की है जिसकी उम्र करीब १८-१९ साल है और कालों के घरवाले गरीब है जिससे वह सब मजदुरी करते हैं।
तो मैंने कहा, कालों की उसकी कोनसी बात चाची?
तो चाची ने कहा, पिछले महीने अपने यहां खेत में काम था तो मैंने कालों कों बुलाया था। काम कम था तो सिर्फ में और कालों हीं काम कर रही थी। तो काम था ४-५ दिनों का और कालों पहले दिन आईं और दुसरे दिन आईं हीं नहीं।
फिर मैंने सोचा कोई काम होगा। लेकिन वह तिसरे दिन भी नहीं आईं तो फिर मैं दुसरे दिन सुबह जल्दी तैयार होकर कालों कों बुलाने गांव जा ही रहीं थीं कि उधर से कालों आईं। मैंने कालों कों डांटा कि क्यों री कालों २ दिन से कहा थीं और काम पर क्यों नहीं आईं?
कालों ने कहा, मौसी मैं बिमार थीं।
मेंने कहा, क्या होगया था तुझे?
कालों ने कहा, मौसी, चलिए खेत में बतातीं हुं।
कालों और मैं खेत में आ गए और काम करने लगे काम ज्यादा था तो हम काम में लग गए। लेकिन जब हम दोपहर में थोड़ी देर थककर बैठे थे, मेंने कालों से कहा, कि अब बता तु २ दिन काम के लिए क्यों नहीं आई?
तो कालों इधर-उधर देखा और कहा कि मौसी आपको तो पता है कि मेरी और मेरे चाचा के लड़के कामरान की शादी डेढ़ साल पहले ही तय हो चुकी है। लेकिन हमारे पास पैसे की कमी की वज़ह से हमारा निकाह नहीं हो पा रहा है। तो उसकी वजह से जब मैं परसों आपके खेतों से घर गई, तो कामरान ने उसकी बहन, जो मेरी पक्की सहेली है, उसके हाथ से बुलावा भेजा और कहा कि जब रात को सब सो जायेंगे तो तुम्हारे घर के पिछे आ जाना।
मैंने भी सब के सो जाने के बाद रात को ११ बजह मेरे घर के पिछे गई, तो वहां पर कामरान पहले से ही था। उसने मुझे मुझे जबरदस्ती चोद दिया, लेकिन उसने देशी शराब पी रखी थी, तो उसे मेरे गांड़ के छेद में और चुत के छेद में कुछ फर्क नहीं समझा तो उसने जबरदस्ती में मेरे गांड़ में ही लंड डाल दिया और जल्दी चोदकर भाग गया। लेकिन मेरी गांड़ फट गई और खुन निकलने लगा था और इतना दर्द हो रहा था कि मैं १ घंटे तक वहीं पड़ी रही। फिर मैंने थोड़ा अपने आप को संभाल कर उठी तो मुझसे चला भी नहीं जा रहा था।
लेकिन जैसे तैसे करके में घर में घुसीं और बिस्तर पर सो गई। लेकिन सुबह जब अम्मी उठी, तो उन्होंने देखा कि मैं इतने देर तक केसै सो रही थी। तो उन्होंने मेरे बदन पर हाथ रखकर कहा, या अल्लाह इसे तो बहुत बुखार है।
उन्होंने कहा, कालों तु २-३ आराम कर। जब तेरा बुखार उतर जाएं तब काम पर जाना।
मौसी इसलिए मैं काम पर नहीं आईं थीं। तो चाची ने कालों से कहा, तुमने अपने अम्मी को क्यों नहीं बताया कि कामरान ने तुम्हारे साथ ऐसा किया है?
कालों ने कहा, मौसी वैसे भी मैरा निकाह कामरान के साथ तय हो चुका है। घर पर बताकर भी क्या करती।
चाची ने कालों से कहा कि गांड़ में लंड चला आसानी से चला गया था क्या? तु अभी तक कुंवारी है। कालों ने कहा, मौसी आसनी से कहा जाता है। चुत में आसानी से नहीं जाता, गांड़ में कहा से जाएगा।
वो तो कामरान ने शराब पी रखी और जबरदस्ती चोद दिया इसलिए।
चाची ने कालों से पूछा, तो फिर दर्द तो बहुत हुआं होगा।
कालों ने कहा, मौसी इतना दर्द हुआ कि मुझे दुसरे दिन चला तक नहीं जा रहा था और अब हगते वक्त दर्द हो रहा है।
राज में इसलिए रो रही थी, कि तुम मेरी गांड़ मारोगे और फिर मुझे भी चला नहीं जाएगा।
मैंने चाची से कहा, अरे चाची रोइए मत, नहीं मारता आपकी गांड़। लेकिन मेरा लंड तो अभी भी खड़ा है।
चाची ने कहा, राज तु मेरी चुत चोदले।
मैंने चाची से कहा, आपको तो घर जाकर चाचा के लिए खाना भी बनाना है।
चाची ने कहा, कि मुझे पता था कि तु मेरी चुदाई ज़रूर करेगा। तो मैंने गौरी को कह दिया था कि खाना बना कर रखें।
लेकिन आप बहुत थक जाएंगी।
चाची ने कहा, कोई बात नहीं राज, तु मुझे चोद ले। में घर जाकर गरम पानी से अच्छे से नहा लुंगी।
मैंने चाची के चुत को फिर से थुक से गिला किया और फिर चाची के चुत में लंड डालकर चाची की चुदाई करने लगा और फिर चाची भी गर्म हो गई और किस करने लगी और आवाजें निकाल ने लगीं।
आह आह ओह ओह हुंहुंहुं आहहहह म्म्म्म आहहहह आहहहह हुंहुं और फिर मेने चाची को १० मिनट चोदा और मैं और चाची एक साथ झड़ गए। लेकिन मैंरा पानी उतना नहीं निकला जितना निकलना चाहिए था तो बात चाची की समझ में आ गई थी और हम झड़ जानें की वज़ह से वही जमीन पर लेटे हुए थे और मैं चाची के उपर था।
चाची ने कहा, राज आज शाम को ५ बजे तेरे चाचा निकल जाएंगे तो कल मैं तुम्हारे लिए झांटे साफ़ कर के रखुंगी तुम मुझे जी भर के चोद लेना।
मैंने चाची कहा, चाची, चाचा तो आज बाहर जाने वाले हैं। तो आप और गौरी घर पर अकेली रहैगी ओर अमन (बदला हुआ नाम) {चाची का लड़का ८वीं कक्षा में पढ़ता है} तो मामा के यहां गया हुआ है। आप चाचा के जाने के बाद मेरे घर आकर मेरी मम्मी से कहना कि राज के चाचा ७-८ दिनों के लिए बाहर गए हैं, तो राज को ७-८ दिनों के लिए हमारे घर पर सोने के लिए भेज दिजिए।
और मम्मी से कहीएगा, रात को मुझे और गौरी डर लगता है और फिर हम आज रात को अच्छी तरह से बिस्तर पर चुदाई करेंगे।
चाची खुश हो गई और फिर से मुझे किस करने लगी और बोली कि राज तु तो बहुत होशियार है। चल जल्दी घर जाकर में तेरे लिए मेरी चुत को तैयार करतीं हुं। और फिर मैं और चाची घर आ गए और इसके बाद मैंने चाची की गांड़ कैसे मारी यह कहानी अच्छे से लिखकर बताऊंगा।
किसी औरत और आंटी या फिर कोई लड़की मुझसे बात करना चाहती है तो मुझे मैल कर सकतीं हैं। आपकी जानकारी मेंरे तक ही सीमित रहेगी क्योंकि मुझे खुद गुमनाम रहना पसंद है। और आपकी भी कोई ऐसी ही कहानी है तो मुझे बता सकते हैं और हां कोई भी फालतू के और बकवास मैल मत करें।
कहानी का अगला भाग में पढ़े कैसे चाची ने मुजे आख़िर गांड दे दी।
लेकिन यह Hindi Sex Stories कैसी लगी ये जरूर बताना yuva69rajput@gmail.com इस मैल पर आप मुझे बता सकते हैं।
